Get Mystery Box with random crypto!

deshi kahani

टेलीग्राम चैनल का लोगो desi_story — deshi kahani D
चैनल का पता: @desi_story
श्रेणियाँ: वयस्क सामग्री (18+)
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 6.67K
चैनल से विवरण

hindi chudai kahani, deshi nonvage kahani, aantarvasna kahani
purchase ads on our telegram channel.
telega.io/channels/desi_story/card?r=AsrCyCMO

Ratings & Reviews

3.00

2 reviews

Reviews can be left only by registered users. All reviews are moderated by admins.

5 stars

0

4 stars

1

3 stars

0

2 stars

1

1 stars

0


नवीनतम संदेश 6

2022-06-17 18:49:48 गर्लफ्रेंड की कोरी चूत में लंड से हस्ताक्षर- 1@desi_story
नमस्कार दोस्तो, मैं राहुल @desi_story के सभी पाठकों का तहे दिल से स्वागत करता हूँ.
इस सच्ची सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को सारी रात चोदा.
आज मैं आपको अपनी वो घटना सुनाने जा रहा हूँ, जिसे पढ़ने में आपको बहुत ही आनन्द आने वाला है; आपकी अन्तर्वासना को आत्मतृप्ति प्राप्त होगी.
ये बात तब शुरू हुई थी, जब मैं अपने कॉलेज के फाइनल ईयर में था.
उस वक्त मेरी उम्र 22 साल की थी.
मैं देखने में ठीक-ठाक ही हूँ.
मेरी कोई भी गर्लफ्रेंड नहीं थी पर मेरे अन्दर जो वासना की आग भड़क रही थी उसे शांत करने के लिए मैं सिर्फ मुठ ही मार सकता था.
पर कब तक मैं अपनी काम वासना को ऐसे ही शांत करता.
इसी बीच मेरी एक लड़की से ऑनलाइन बात शुरू हुई, उसका नाम रिया था.
रिया की उम्र 20 साल थी. वो दिखने में ज्यादा सुंदर तो नहीं थी पर कहते हैं ना कि खूबसूरती तो देखने वाले की आंखों में होती है.
बस मैंने भी उसके जिस्म में लगी हुई कामवासना की आग को महसूस कर लिया था.
जल्द ही रिया मेरी गर्लफ्रेंड बन गई और ऐसे ही धीरे धीरे हमारी बात आगे बढ़ती रही.
एक दिन हमने मिलने का प्लान बनाया. पहले तो वह काफी देर नखरे करती रही, मना करती रही पर थोड़ा जोर देने पर वह मान गई.
हम दोनों ने एक रेस्तरां में मिलने का प्लान बनाया.
मुझसे मिलने के बाद तो मानो वह पागल हो गई थी.
मैं उसको कुछ ज्यादा ही पसंद आ गया था.
वह तो मेरे प्यार में बिल्कुल पागल हो चुकी थी.
मैंने उससे अगली बार मिलने के लिए पूछा तो वह बोली- जब आप बोलोगे, जहां आप बोलोगे वहां मिल लूंगी.
यह बात सुनकर तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
मैंने उसी वक्त होटल में एक रूम बुक कर लिया और हम दोनों कमरे में चले गए.
वहां जाकर हम एक दूसरे के काफी करीब आ गए.
हमने बहुत किस किए, हग किया.
पर उस दिन उसने मुझे इससे आगे नहीं बढ़ने दिया.
मैं जरा मायूस हो गया था, पर क्या कर सकता था.
मैंने उसकी भावनाओं को समझा और हम दोनों घर आ गए.
हमारी बातें चलती रहीं और हम दोनों ही एक बार फिर से मिलने के लिए अधीर हो गए.
आखिरकार अब वो पल आ ही गया था, जब मेरा चूत चुदाई का सपना पूरा होने वाला था.
अगली बार हम दोनों ने होटल में मिलने की सोची … और उसने भी हां कर दिया.
मैंने फिर से वही होटल बुक कर लिया. इस बार मैंने पूरी रात के लिए उसके साथ बिताने का प्लान बनाया था.
उस दिन शाम को मैं जाने के लिए तैयार हुआ और बाइक पर निकल गया.
रास्ते में मैंने बहुत सारे कंडोम और सेक्स की गोली भी ले लीं.
मैंने उसके लिए एक अंगूठी भी ले रखी थी और साथ ही एक स्पेशल बियर की बॉटल भी ले ली थी.
आखिरकार हमारी पहली चुदाई थी, इसे खास तो बनाना ही था.
सब तैयारी होने के बाद मैं तय स्थान पर पहले से आकर उसके आने का इंतजार करने लगा.
करीब शाम के सात बज चुके थे और पन्द्रह मिनट बाद मेरी जान आ गई.
मैं उसे देख कर मुस्कुरा दिया.
वो जल्दी से बाईक के पीछे बैठ गई और हम दोनों चल दिए. वो अपने मुँह पर दुपट्टा बांध कर आई थी.
बाइक के बैठ कर उसने मुझे ज़ोर से पीछे से पकड़ लिया और मेरे कंधे पर सर रख कर बड़े प्यार से बोली- बेबी आई लव यू.
मैंने भी सर को घुमा कर प्यार से ‘आई लव यू टू बेबी …’ कह कर जवाब दिया.
रात करीब आठ बजे तक हम दोनों पहुंच गए.
रूम में पहुंचते ही पहले मैंने दरवाजा अच्छे से लॉक किया.
मैं पीछे मुड़ा तो जैसे ही उसने अपने मुँह पर बांधा कपड़ा उतार दिया था.
उसे देख कर मेरी आंखें खुली की खुली रह गई थीं.
सच में क्या कयामत लग रही थी; आज तो रिया बहुत ही हॉट लग रही थी.
हम दोनों बेड पर बैठ गए और इधर उधर की बातें करने लगे.
हमने बहुत से फोटोज खींचे, कुछ फोटो किस करते हुए भी खींचे.
उसने मुझसे कहा- तुम्हारे लिए एक सरप्राईज है जान.
मैंने कहा- दिखाओ!
तो वो बोली- पहले तुम थोड़ी देर के लिए बाथरूम में जाओ.
मैं चला गया.
करीब दस मिनट तक उसने मुझे बाहर नहीं आने दिया.
इसी बीच मैंने अपने पर्स में से वायग्रा की गोली निकाल कर खा ली.
फिर मैं जब बाहर आया, तो मेरे तो होश ही उड़ गए.
वह मेरे सामने साड़ी पहने खड़ी थी.@desi_story
29 views15:49
ओपन / कमेंट
2022-06-17 18:41:41
56 views15:41
ओपन / कमेंट
2022-06-16 18:32:34 न कलर की साड़ी और
मेरे मुंह से कुछ निकलता उस से पहले सुकेश ने मेरी साड़ी का पल्लू गिराते हुए मुझे पिछे से मेरे कंधे और गर्दन पर बहुत तेजी से चूमना चालू कर दिया.
मैं भी पूरी तरह से मदहोश हो रही थी और चूमने में उसका पूरा साथ देने लगी.
उसने मुझे उठा कर बिस्तर पर लेटा दिया और मेरे ब्लाउज के ऊपर से ही मेरे बूब्स को दोनों हाथों से गोल गोल करके दबाने लगा.
साथ ही मुझे उसके लंड का आभास मेरी चूत पर हो रहा था.
फिर हम दोनों इतना गर्म हो गए कि पता ही नहीं चला कब हम दोनों ने एक दूसरे के सारे कपड़े उतार दिये और वो मेरे पूरे बदन को हर जगह से पागलों की तरह चूमे जा रहा था.
अचानक चूमते चूमते वो मेरी चूत पर आ गया और मेरी चूत को ऊपर से चूमने लगा.
मेरी चूत को आज पहली बार किसी ने चूमा था.
उस वक्त मेरी आँखें बंद हो रही थी और मैंने अपने हाथों से सुकेश के सिर को पकड़ रखा था.
अब सुकेश मेरी चूत के दोनों लिप्स को बारी बारी से अपने मुंह में ले कर चूस रहा था.
मुझे आज से पहले ऐसा मजा कभी नहीं आया था.
मैं उस अहसास और तड़प को शायद शब्दों में ना बता पाऊँ … मैं अपने सिर को इधर उधर हिला रही थी.
उसने अपनी जीभ से मेरी चूत को चूसना शुरू कर दिया.
कभी मेरी चूत के दाने को चूस रहा था तो कभी पूरी जीभ चूत में डाल कर बहुत तेज़ अदंर बाहर कर रहा था.
इसी दौरान मेरी चूत से अचानक पानी निकला और मेरा पूरा बदन मानो अकड़ सा गया.
उसने सारा माल चाट चाट कर साफ कर दिया और अपनी पोजीशन बदलते हुए मेरे ऊपर आकर अपने पैर मेरे सिर की तरफ कर दिये और दुबारा से मेरी चूत को दोनों हाथों से फैला कर चूसना शुरू कर दिया.
इस वक्त सुकेश लंड बिल्कुल मेरी आँखों से टच हो रहा था और मैं लंड को चूमने लग गई.
मैंने आज कभी अपने पति का लंड नहीं चूमा था लेकिन सुकेश का लंड बिल्कुल गोरा और ताकतवर लग रहा था.
फिर उसने खड़ा होकर मुझे ऐसे ही लेटे बिस्तर के कोने पर खींच लिया.
अब मेरी गर्दन बिस्तर से नीचे लटकने लगी.
मैं सीधी लेट रही थी, उसने अपना लंड मेरे होठों से सटा दिया.
मेरे लिए ये सब बिल्कुल नया था और मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.
अब मैंने धीरे धीरे अपना मुंह खोला और लंड को चूसने लगी.
सुकेश मेरे उरोजों को दबा रहा था साथ ही साथ उसने हल्के हल्के धक्कों लंड को मेरे गले में उतारना शुरू कर दिया.
उस वक्त मेरा गला बिल्कुल सीधा था इसलिए पूरा लंड मेरे गले के अंदर जा रहा था.
करीब 10 मिनट के बाद उसने अपना लंड मेरे मुंह से बाहर निकाला और मुझे दूसरी तरफ घुमाते हुए मेरे चूतड़ों के नीचे एक तकिया रख के अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ने लगा.
उस वक्त मेरी चूत की तड़प इतनी भयंकर हो रही थी कि मैंने सुकेश को अपने ऊपर खींच लिया.
उसने एक झटके में लगभग आधा लंड मेरी चूत में घुसा दिया और बोला- जान बहुत टाइट है.
मैंने उसके होठों को चूसना शुरू कर दिया और उसने धीरे धीरे कर के पूरा लंड मेरी चूत की गहराई तक उतार दिया.
मुझे बहुत आनन्द आ रहा था … इतनी अच्छी तरह से वो मुझे चोद रहा था.
मेरी बस आहें निकल रही थी.
सुकेश ने काफी देर तक मुझे ऐसे ही चोदा.
उसके बाद उसने मुझे उल्टा लेटा कर बोला- अब बीच में से ऊपर हो जाओ घुटनों के बल!
मैं घुटनों के बल हो गई और उसने मेरे खुले बालों को पकड़ते हुए पीछे से मेरी चूत में अपना लंड घुसा दिया.
इस बार मुझे उसका लंड और बड़ा लग रहा था और उसके हर झटके को मैं दर्द से सहन कर रही थी.
अब सुकेश मेरी कमर पकड़ते हुए बहुत हार्ड हार्ड और स्पीड में चोदे जा रहा था.
और अचानक मुंह से ओ याह … ओ याह … की आवाज निकालते हुए मेरी चूत की गहराई में अपना सारा माल निकाल दिया.
इस पहले राउंड के बाद हमने बाथरूम में फिर टेबल पर और उसके बाद बिस्तर पर अपने ऊपर बिठा के भी मुझे इतनी उम्र के बाद रियल सेक्स का मजा दिया, चुदाई करनी सिखाई.
उस दिन के बाद अब तक हम 4 बार ऐसे ही होटल में जा के चुदाई कर चुके हैं.
इस बारे में मैं अपनी बडी़ बेटी को बता चुकी हूँ ताकि मैं सुकेश को अपने घर बुला सकूं.
मेरी बड़ी बेटी भी बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड है सुकेश से चुदने के लिए!
बहुत मेहनत से और समय निकाल कर इस कहानी को आपके लिए लिखा है क्योंकि मुझे आप पाठकों की कहानियाँ बहुत अच्छी लगती हैं.@desi_story
1.4K views15:32
ओपन / कमेंट
2022-06-16 18:32:34 शादी के इक्कीस साल बाद मिला असली सेक्स का सुख@desi_story
दोस्तो, आप सभी को मेरा नमस्कार!
मेरा नाम पूनम है, मैं राजस्थान के एक छोटे से शहर से हूँ.
आज मैं अपनी लाईफ की रियल सेक्स में मजा मिलने की कहानी लिख रही हूँ और मुझे उम्मीद है आपको मेरी पहली कहानी बहुत पसंद आएगी.
मेरी उम्र वैसे तो 42 साल है मगर मुझे मेरे पति के साथ जब कोई अनजान आज भी देखता है तो यही सोचता होगा कि दोनों ससुर बहू हैं.
मैं दिखने में लम्बी और भरे बदन की मालकिन हूँ, मेरा शरीर आज भी बहुत अच्छा है जैसा मेरी शादी के वक्त था.
मेरे परिवार में ना पैसे की कमी है और ना ही पारिवारिक खुशियों की!
मेरी चार बेटियां हैं जिसमें से दो कॉलेज में और दो अभी स्कूल में हैं.
परन्तु शारीरिक सुख और हार्ड चुदाई क्या होती है, ये मुझे एक साल पहले तक बिल्कुल पता नहीं था क्योंकि मेरे पति इस मामले में बहुत ही सीधे और पुराने जमाने के हैं.
महीने बीत जाते हम साथ तो सोते मगर सेक्स नहीं होता.
अब होती है असल जिंदगी की शुरुआत, जब लॉकडाउन खुला ही था तो काफी महीनों बाद मेरा जयपुर जाना हुआ.
मैं अक्सर अकेली ही जाती हूँ और इस बार भी अकेली ही थी.
जब मैं घर वापसी के लिए बस में बैठी तो कुछ समय बाद ही मेरी सीट के पास आके एक 20-21 साल के लड़के ने मुझसे बैठने की अनुमति मांगी.
मैंने अपना पर्स उठाते हुए उसे बैठने के लिए हाँ बोला.
दिखने में मुझसे भी गोरा और बेहद खूबसूरत तथा अच्छी मेरे जैसी उसकी हाईट … मगर ज्यादा हेल्दी नहीं था.
मेरे साथ ऐसा कभी नहीं हुआ जो आज पता नहीं क्यों होने लगा.
मुझे अंदर ही अंदर उसका पास बैठना बहुत अच्छा लगने लगा और मुझे पता भी नहीं चला बस कब रवाना होकर शहर से बाहर निकल गई.
अब मेरा मन कर रहा था कि मैं इससे बात करुं!
मगर शुरुआत कैसे की जाए … समझ नहीं आ रहा था.
इतने में बस कंडक्टर आया.
और जैसे ही मेरी टिकट बनाई, उसने मेरी तरफ देख के स्माईल के साथ पूछा- क्या आप भी अलवर जा रहे हो?
मैंने बोला- जी हाँ!
फिर धीरे धीरे हमारी बातें होने लगी.
मुझे पता चला उसका नाम सुकेश है और उसका घर यहाँ से काफी दूर है करीब 400 किलोमीटर.
सुकेश 2 साल से मेरे ही शहर में अपनी कॉलेज की पढ़ाई के लिए रह रहा है.
मुझे बातों ही बातों में सुकेश इतना अच्छा लगा जैसे मैं उसे वर्षों से जानती हूँ.
फिर उसने भी मेरे बारे में और मरी फैमिली के बारे में बहुत कुछ पूछा और हमारी अच्छी जान पहचान हो गई.
हमने एक दूसरे के नंबर भी ले लिए और मैंने उसको व्हाट्सएप पर वेलकम मैसेज किया.
फिर हम अलवर पहुँच गए.
सुकेश ने मुझे मेरे बैग को उतारने में मेरी मदद की और ‘सी यू; बोलते हुए मुझे ओटो में बिठाया.
उसके बाद हम दोनों की मैसेज में और कॉल पे बातें होने लगी.
मैं सच में बहुत हैरान थी कि मेरी बड़ी बेटी के उम्र का ये बंदा इतना परिपक्व और समझदार है.
सुकेश की मैच्योरिटी से मैं बहुत प्रभावित हुई और मुझे पता ही नहीं चला कब हमारी दोस्ती प्यार में बदल गई.
अब हम दोनों रात रात भर चैट करते और उसकी बातों से मेरा मन उसके साथ सेक्स के लिए करने लगा.
और वो तो अब तक मेरा दीवाना हो चुका था.
मगर मैं बोलती- सुकेश, तुम्हारी उम्र कम है. तुम्हारी लाईफ में कोई जवान लड़की होनी चाहिए.
सुकेश बोला- मैं नहीं मानता ये सब … उम्र कुछ नहीं होती और मैं कैसे समझाऊँ कि मैं छोटा नहीं हूँ.
फिर वो मेरी पसंद की सेक्स पोजीशन के बारे में पूछने लगा तो मैंने बताया- एक ही तो पोजीशन होती है … मैं नीचे और वो ऊपर!
इस बात पर ऊसको हंसी आ गई और वो समझ गया मैं अभी असल चुदाई से दूर हूँ.
इसके बाद सुकेश ने मुझे एक फोटो भेजी और वो फोटो देखते मेरी आँखें खुली ही रह गई.
मैं 2 मिनट तक सुकेश को रिप्लाई नहीं दे पाई.
बहुत लम्बा चिकना और मजबूत लंड था उसका … जिसके ऊपर लाल लाल हल्की नसें दिख रही थी.
क्योंकि सुकेश का लंड बिल्कुल गोरा था मेरे बूब्स की तरह.
फिर भी मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि ये लंड सुकेश का ही है.
मुझे लगा कोई नेट से ली हुई फोटो है.
फिर सुकेश ने विडियो कॉल कर के दिखाया और पूछा- अब बोलो … छोटा हूँ क्या मैं?
मैंने बोला- बिल्कुल नहीं … इसका आधा ही है गुन्नु के पापा का तो!
गुन्नु मेरी बडी़ बेटी है.
अगले दिन तक मेरी आँखों में सिर्फ सुकेश का लंड ही घूम रहा था.
मैंने शाम को सुकेश को कॉल किया कि मुझे मिलना है.
चूंकि मैं घर बुला नहीं सकती इसलिए सुकेश बोला कि होटल में चलते हैं.
1594e95742a74b4d78cb97059ff18a…
message from Natasha
Hey captain! Wanna see my...
ये शहर ज्यादा बड़ा नहीं है इसलिए हमने दूसरे दिन मॉर्निंग में जयपुर जाने का प्लान बनाया.
और अगले दिन हम दोनों होटल पहुंचे जो पहले से ही सुकेश ने बुक कर लिया था.
जैसे ही हम रूम के अंदर पहुंचे, उसने सबसे पहले दरवाजा अंदर से लॉक किया.
मैं तो इस शानदार रूम देखे जा रही थी.
इतने में सुकेश ने मुझे पीछे से कसके पकड़ लिया.
मैंने उस वक्त सुकेश की पसंदीदा ग्री
1.3K views15:32
ओपन / कमेंट
2022-06-16 17:21:43 पति: जान रातो रात तुम्हारी बूब्स इतनी
बड़ी कैसे हो गई और निप्पल्स भी
गायब हो गए

पत्नी: आज फिर दारू पीकर मेरी गांड
चाट रहे हो @desi_story
1.3K views14:21
ओपन / कमेंट
2022-06-16 17:21:07 एक नेता की बीवी बहुत ही सुंदर और सेक्सी थी।
एक दिन नेता के दिल में ना जाने क्या आया और उसने अपनी बीवी को बुलाया और पूछा...

नेता - सच-सच बताओ तुमने हमारे साथ कितनी बार बेवफाई की है?

पत्नी कुछ देर सोच कर बोली, "जी सिर्फ 3 बार।"

नेता मन ही मन खुश हुआ कि चलो इतनी सेक्सी होने के बाद भी इसने सिर्फ 3 बार ही बेवफाई की!

फिर भी उसने अपनी पत्नी से पूछा, " कब-कब?"

पत्नी - एक बार जब आपके दिल का ऑपरेशन हुआ था, तो मैं शहर के सबसे बड़े डॉक्टर को मनाने गयी थी!

नेता - हम्म?

पत्नी - अगली बार जब आप जेल में बंद थे और रिहाई का कोई रास्ता नहीं था तो जज के पास गयी थी!!

नेता - और तीसरी बार?

पत्नी शर्माते हुए बोली, "जब आपको सरकार बनानी थी और आपके पास 76 MLA कम थे!!
@desi_story
1.3K views14:21
ओपन / कमेंट
2022-06-16 12:45:23
1.4K views09:45
ओपन / कमेंट
2022-06-15 17:49:16 वरूण ने हमें बताया कि उसको राइड में बहुत मज़ा आया.
आंटी ने भी कहा- आज तो मुझे भी बहुत दिनों में शानदार राइड मिली जिसको मैं कभी भूल ही नहीं सकती.
अब हम सब कैब बुक करके घर आ गए.
घर पर आकर हमने डिनर किया और आराम करने लगे.
मैंने सोचा आंटी कल चली जाएंगी, तो एक बार और आखिरी बार चूत मार लेता हूँ.
मैं आंटी के रूम में आया पर आंटी सेक्स के लिए तैयार नहीं थी क्योंकि वाटर पार्क वाली चुदाई के कारण आंटी का बदन दुख रहा था.
मैंने आंटी से सॉरी बोला और सोने चला गया.
सुबह उठकर नाश्ता किया तो आंटी जाने की तैयारी करने लगीं.
आंटी 12 बजे फ्लाइट के लिए रवाना होने के लिए जाने लगीं तो मैंने कहा- आंटी, हम आपको छोड़ देते हैं.
आंटी ने कहा- नहीं, मैं खुद चली जाऊंगी. मैंने कैब कर ली है.
दरअसल आंटी ने कैब नहीं की थी. उनकी दोस्ती अनुज से हो गई थी, तो आंटी को वही एअरपोर्ट छोड़ने जाने वाला था इसीलिए आंटी ने हमको मना कर दिया.
दोस्तो, आगे की सेक्स कहानी में मैं एक ऐसा किस्सा लाऊंगा, जिसमें मैं और वरूण कॉलेज की छुट्टियों में मुंबई गए और आंटी को चोद कर मजा लिया.
उसके बाद हम दोनों, मेरे दोस्त वरुण की बहनों को लेकर वहां से गोवा ट्रिप पर गाए.
दोस्तो, मेरे अनुज दोस्त और वरूण की मम्मी का रिश्ता किस इरादे से आगे बढ़ा, यह भी आपको आगे की सेक्स स्टोरी में मालूम चल जाएगा.@desi_story
1.9K views14:49
ओपन / कमेंट
2022-06-15 17:48:49 उन्होंने कहा- ठीक है.
मैंने वरूण से कहा- वरूण, मैं और आंटी आगे एक राइड लेने जा रहे हैं. अभी आ जाएंगे.
उसने ओके कहकर हमको जाने के लिए बोल दिया.
मैं आंटी को कमरे में लेकर आ गया.
वो कमरा बहुत शानदार था, उसमें जकूज़ी भी था.
मैंने कहा- यहीं होगी आंटी आज आपकी सेक्स राइड!
आंटी ने बोला- हां मस्त जगह है … चलो शुरू करो.
f8a1086316d525b3d267ff58ca7c3f…
मैंने कहा- आंटी थोड़ी देर रुक जाओ.
मैंने अपने दोस्त अनुज को टेक्स्ट मैसेज कर दिया कि कमरे में आ जा … मस्ती लेने का वक्त हो गया है.
मैं आंटी को बेड पर आकर उन्हें किस करने लगा; आंटी की ब्रा एंड पैंटी उतारकर उन्हें पूरी नंगी कर दिया.
आंटी एकदम से मचलने लगीं तो मैंने उनको काऊ गर्ल में बैठा लिया और चूत में लंड पेल दिया.
आंटी की मादक आह निकल गई और वो चुत में लंड का मजा लेने लगीं.
मैं आंटी की टांगें टाइट झटके मारने लगा.
तभी गेट से अनुज कपड़े उतारकर धीरे से अन्दर आ गया और उसने पीछे से आंटी की गांड में लंड घुसेड़ दिया.
आंटी एकदम से चौंक गईं और ‘आउच …’ बोल पड़ीं.
उन्होंने पीछे मुड़कर देखा और कहा- बेटा तुम?
अनुज ने कहा- हां सेक्सी आंटी … मैं!
आंटी ने मुझे घूरकर देखा और कहा- यह क्या है … मुझे रंडी समझा हुआ है क्या?
मैंने कहा- आंटी, मैंने इससे डील की थी कि अगर मैं इसे आपकी चूत दिलवा दूँगा, तो यह कॉलेज के गुंडों से आपके बेटे की सेफ्टी करेगा.
आंटी ने कहा- अच्छा, फिर ठीक है अनुज. चल तू भी मेरे इस गदर जिस्म का मजा ले ले!
अब हम दोनों आंटी की गांड चूत को जोरों से चोदने लगे.
चोदते चोदते मैं आंटी की चूची को पीने लगा.
आंटी भी दो लंड से चुदाई का मज़ा ले रही थीं.
कुछ देर बाद अनुज ने कहा- चल रोनित, आंटी को उठाकर जकूजी में ले चलते हैं.
हम दोनों ने आंटी के छेदों में लंड डाले रखे और आंटी को जकूजी में लेकर आ गए.
आंटी को हम दोनों ने गोद में उठाए रखा और उनकी दबादब चुदाई करते रहे.
कुछ देर बाद अनुज ने चूत मारने को कहा तो मैंने उसको आगे आने दिया.
अब वो आगे से लग गया और आंटी को बैठाकर उनकी चूची पीने लगा. फिर उसने अपना लौड़ा आंटी की चूत में पेल दिया.
मैंने अपना लौड़ा आंटी के मुँह में पेल दिया.
आंटी मेरा लंड लॉलीपॉप की तरह लपर लपर करके चूस रही थीं.
थोड़ी देर बाद मुझे ध्यान आया कि आंटी की चूत में दोनों लंड एक साथ डालते हैं.
मैंने आंटी की चूत में अपना लौड़ा भी डाल दिया. आंटी सेक्स डबल चुदाई का मजा लेने लगी.
आंटी दर्द से कराहा उठीं क्योंकि चूत में दो लंड आंटी के लिए पहली बार था.
हमने तेज़ तेज़ धक्के मारने शुरू कर दिए.
इसी दौरान आंटी एकदम से झड़ गईं.
झड़ते वक्त आंटी चिल्ला रही थीं.
कुछ देर बाद हमने उनको उल्टा घुमा लिया और जकूजी के पानी में ही उनको घोड़ी बना दिया.
अब अनुज ने आंटी की गांड में लंड पेल दिया और मैंने भी ऐसा ही किया.
हम दोनों मिलकर आंटी की गांड मारने लगे.
आंटी की गांड से फच फच की आवाज़ आ रही थी.
कुछ देर बाद आंटी बोलीं- बिस्तर पर चलो.
हम दोनों ने आंटी को उठाया और बेड पर ले आए.
मैंने अनुज के हाथ आंटी को सौंप दिया और उससे कहा- ले कर ले, जो करना है.
उसने आंटी को जल्दी से उल्टा लेटा दिया और पीछे से उनकी गांड में लंड डाल कर चुदाई शुरू कर दी.
वो इतनी तेज़ झटके मार रहा था कि पूरा बेड हिल रहा था और आंटी के आंसू बाहर आ गए थे.
थोड़ी देर बाद वो आंटी की गांड में ही झड़ गया.
अब मेरी झड़ने की बारी थी तो आंटी अपने मुँह में मेरा लौड़ा लेकर चूसने लगीं.
थोड़ी देर बाद मैं आंटी के मुँह में ही झड़ गया.
चुदाई करने के बाद हम तीनों ने नहा धोकर कपड़े पहन लिए.
आंटी ने अनुज को अपना नंबर दे दिया जिससे वो कभी दोबारा दिल्ली आएं तो उसके साथ चुदाई कर सकें.
हम दोनों और आंटी बाहर आ गए.
वहां वरूण ने हमको देखा और पूछा- आप दोनों कहां थे?
आंटी ने कहा- हम राइड लेने के बाद कैंटीन में कुछ खाने चले गए थे.
मैंने कहा- चलो अब कपड़े बदलकर घर चलते हैं.@desi_story
1.8K views14:48
ओपन / कमेंट
2022-06-15 17:48:32 दोस्त की मम्मी की वाटरपार्क में थ्रीसम चुदाई@desi_story
नमस्कार दोस्तो, मैं रोनित एक बार फिर से सामने अपने दोस्त की मम्मी की चुदाई की कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ.
पिछली कहानी
नए फ्लैट में दोस्त की मम्मी की गांड चुदाई
में आपने पढ़ा था कि किस तरह मैंने अपने दोस्त की मम्मी की रात में गांड मारी और उसके बाद हम दोनों सो गए.
आज रविवार का दिन था और आंटी की फ्लाईट के लिए अभी एक दिन और बचा था.
अब आगे आंटी सेक्स डबल चुदाई कहानी:
इस कारण आंटी ने हमारे साथ कहीं घूमने का प्लान बनाने के लिए कहा.
मैंने ओके कह दिया.
वरूण की मम्मी ने हम दोनों से पूछा कि कहां घूमने चलना सही रहेगा?
वरूण ने कहा- म्यूजियम चलते हैं.
आंटी बोलीं- धत्त … वो कोई घूमने की जगह है.
फिर आंटी ने मुझसे पूछा तो मैंने सोचा कि इनका मन मस्ती करने का है और मुझे खुद भी किसी ऐसी जगह आंटी को ले जाना चाहिए कि मुझे आंटी के जिस्म का मजा मिल सके.
तभी मुझे ध्यान आया कि मेरा एक दोस्त वाटर पार्क का मैनेजर है, तो क्यूं न वहीं का प्लान बनाया जाए.
मैंने वरूण और उसकी मम्मी से बोल दिया कि आंटी क्यों ना वाटर पार्क चलें क्योंकि गर्मी भी बहुत है और वहां पानी में मज़ा भी काफी आएगा.
आंटी ने तुरंत हां कर दी.
परंतु वरूण ने बहुत टाइम लगाने के बाद हां की क्योंकि उसका मन म्यूजियम जाने को था.
आखिर उसने भी वाटर पार्क जाने का मन बना लिया.
फिर दस बजे तक हम तीनों नहा धोकर चलने के लिए तैयार हो गए.
दिन में 11 बजे तक उधर पहुंचकर मुझे अपने दोस्त से टिकट्स भी अरेंज करानी थी.
मैंने और वरूण ने शॉर्ट्स एंड शर्ट का मिलता जुलता पहन लिया और आंटी ने एक स्लीवलैस टॉप एंड कैपरी पहन रखी थी.
इस ड्रेस में आंटी की 40″ की गांड और 38″ के चूचे अलग ही छटा बिखेर रहे थे.
आंटी की बलखाती कमर से ड्रेस बिल्कुल चिपकी हुई थी जो मुझे उत्तेजित कर रही थी.
मैंने ओला बुक कर ली थी तो ओला आते ही हम फ्लैट को लॉक करके और जरूरी सामान लेकर गाड़ी में बैठ गए.
ओला ड्राइवर गाड़ी में आंटी को बार बार देख रहा था जिससे मुझे गुस्सा आ रहा था.
दूसरी तरफ वरूण अपने फोन में लगा हुआ था तो उसको कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था.
हम सही वक्त पर वाटर पार्क पहुंच गए.
जैसे ही हम सब पहुंचे तो मैंने अपने दोस्त को फोन कर दिया कि वो हमको गेट पर लेने और टिकट देने आ जाए.
थोड़ी देर इंतज़ार करने के बाद मेरा दोस्त आ गया.
और वो आंटी को देखते ही पागल सा हो गया.
वो मुझसे और वरूण से गले मिला तो आंटी ने खुद ही उससे गले मिल लिया.
उसके बाद मेरे दोस्त ने मुझसे कहा- रोनित, सबको अन्दर आने को बोल और तू मेरे साथ टिकट लेने चल!
मैं उसके पीछे चल दिया और बाकी दोनों अन्दर आ गए.
मेरा दोस्त अनुज टिकट काउंटर पर जाते ही मुझसे बोला- भाई वो सेक्स बॉम्ब कौन है?
मैंने बताया- वे मेरे दोस्त वरूण की मम्मी हैं.
उसने कहा- यार, उनकी गांड कितनी बाहर है … और गले मिलते वक्त चूची का स्पर्श तो ऐसा लगा, जैसे शरीर में करंट दौड़ गया हो.
मैंने कहा- भाई, तू टिकट दे दे और हमको मज़ा लेने दे.
उसने कहा- भाई, देख तू किसी तरह से आज मुझे उस आंटी की चूत दिलवा दे. जो तू कहेगा, में वो करूंगा.
मैंने कहा- पक्का?
उसने बोला- हां पक्का.
मैंने कहा- भाई तू यहां कोई कमरे का इंतजाम कर, बाक़ी मुझ पर छोड़ दे.
उसने कहा- कमरे तो बहुत हैं.
उसने मुझे कमरे का नंबर बताया और मैंने उसे चूत दिलाने का वादा कर दिया.
फिर मैं टिकट लेकर वरूण और उसकी मां के पास आ गया.
मैंने आंटी से कहा- आंटी, अब आपको कुछ चेंज करना है, तो आप लेडीज चेंजिंग रूम में कर सकती हो.
आंटी चेंज करने चली गईं और हम भी चेंज करने चले गए.
हम दोनों चेंज करके बाहर आ गए.
थोड़ी देर बाद जैसे ही आंटी बाहर आईं, तो मैं उन्हें देखता रह गया.
आंटी ने एक छोटी सी ब्रा पहनी हुई थी, जिसमें उनके मम्मे लगभग पूरे नग्न दिख रहे थे, बस निप्पल बचे हुए थे.
चड्डी के नाम पर आंटी ने थांग पहनी हुई थी. थांग भी मिनी वाली थी, जिससे आंटी की चुत का छेद बस छुप सके.
वाटर पार्क के सारे लोग आंटी के जिस्म को निहार रहे थे.
आंटी हमारे पास आईं तो वरूण बोला- मम्मी, आप तो बहुत सुंदर लग रही हो.
आंटी ने बोला- बेटा, जब मैं अपने क्लाइंटस के साथ दुबई गई थी तो वहीं से इस सैट को खरीदकर लाई थी.
मैं समझ गया कि आंटी ने दुबई में भी खूब जमकर चुदाई करवाई होगी.
हम तीनों राइड्स की तरफ चल दिए. हम तीनों साथ साथ ही सारी राइड ले रहे थे.
पांच तरह की राइड्स के बाद वरूण अगली राइड लेने आगे चला गया.
मैंने आंटी के कान में कहा- आंटी, सेक्स राइड चाहिए तो बोलो, मैंने इंतजाम कर लिया है.
आंटी बोलीं- यहां?
मैंने कहा- आप बस हां बोलो … मैं रेडी हूं.
उन्होंने कहा- अगर वरूण को पता लग गया तो?
मैंने कह दिया- उसकी चिंता आप मत करो, वो मैं देख लूंगा.@desi_story
1.8K views14:48
ओपन / कमेंट