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deshi kahani

टेलीग्राम चैनल का लोगो desi_story — deshi kahani D
चैनल का पता: @desi_story
श्रेणियाँ: वयस्क सामग्री (18+)
भाषा: हिंदी
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नवीनतम संदेश 4

2022-06-21 18:57:04 मकान मालकिन ने सेक्स के लिए उकसाया@desi_story
मेरा नाम शैलेश है, मेरी उम्र 25 साल है। मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ और दिखने मैं औसत हूँ।
मेरा लिंग 6 से 7 इंच लंबा मोटा तगड़ा … बाड़ते ही किलकारी काढ़ दे … ऐसा है।
मैं देसी लड़का हूँ इसलिए मेरी फक स्टोरी में आपको देसी शब्द भी बहुत मिलेंगे।
मैंने भाभियों की चुदाई पहले भी बहुत बार की थी लेकिन ये मेरे द्वारा की गयी सबसे बेहतरीन चुदाई थी जिसको मैं आपको बताने जा रहा हूँ।
चलिए बिना बकचोदी के लैंड लेडी फक स्टोरी शुरू करते हैं।
मैं बीटेक पास करके बंगलोर गेट की तैयारी के लिए आया था।
पहले मैं एक P.G में रहता था लेकिन मुझे एकांत रहना पसंद है इसलिए मैं अपने लिए रूम की तलाश में निकल गया।
आखिरकार मुझे एक कमरा किराए पर मिला.
जिसके यहाँ मुझे रूम मिला, वहाँ पति पत्नी बस 2 व्यक्ति ही रहते थे।
उनके नाम राजेश और सोनिया थे।
राजेश की उम्र 34 साल थी और सोनिया की उम्र 31 साल के आस पास ही थी।
लड़के के माँ बाप गाँव में रहते थे।
जब मैं अपना सामान लेकर वहाँ पहुँचा तो राजेश ने मेरा स्वागत किया और अपनी बीवी सोनिया को बुलाया मुझसे परिचय करवाने के लिए।
सोनिया जब मेरे सामने आयी तो मैं उसको देखता ही रह गया.
क्या माल थी वो!
उसको देख के मुझे ऐतराज़ मूवी की प्रियंका चोपड़ा याद आ गयी … एकदम सेक्सी हॉट स्पाइसी!
उसका फिगर कमाल का था.
चूची उभरी हुई, गांड बाहर निकली हुई और एकदम स्लिम … क्या लग रहा थी वो!
मेरे लण्ड ने तो तभी फुंफ़कार मारना शुरू कर दिया था पर मैंने खुद पे काबू किया।
राजेश ने कहा- आप लोग परिचय करो एक दूसरे से … मैं ज़रा अभी आया।
मैंने कहा- भाभी जी नमस्ते!
उसने मुझे एक स्माइल दी और बोली- कॉल मी सोनिया!
मैंने कहा- ओके सोनिया जी।
फिर मैं अपना सामान लेकर ऊपर अपने रूम में जाने लगा।
मेरी नज़रों के आगे बस सोनिया का फिगर और उसकी सेक्सी अदाएं ही घूम रही थी।
उस दिन मैंने 4 बार अपने लण्ड की प्यास बुझायी … वो भी अपने हाथ से!
रात को भाभी ने डिनर के लिए मुझे नीचे ही बुला लिया.
हम सबने खाना खाया और कुछ बातें की।
भाभी मेरी क्लास की टाइमिंग पूछने लगी.
तो मैंने बता दिया- सुबह 8 बजे से दोपहर के 3 बजे तक।
उसके बाद अगली सुबह राजेश अपने काम पर चला गया और नाश्ता करके मैं भी अपनी क्लास के लिए चला गया।
जब मैं घर आया तो भाभी मुझसे बोली- मुझे कुछ सामान मंगवाना है. राजेश देरी से आएंगे और तुम्हारा नंबर नहीं था. वरना तुम से कहकर मंगवा लेती। क्या तुम अब जाकर ले आओगे?
मैंने कहा- ठीक है भाभी जी … मतलब सोनिया जी!
यह सुनकर वो मुस्कुराई और मुझे सामान की लिस्ट दी.
मैं बाजार से सामान ले आया.
सामान लाते ही उन्होंने मुझसे कहा- अरे मैं तुम्हारा नंबर लेना फिर से भूल गयी. लाओ अपना नम्बर दो।
मैंने उन्हें अपना नंबर दे दिया।
चार या पाँच दिन के बाद रात को भाभी जी का मैसेज आया- सो गए क्या?
मैं बोला- नहीं भाभी जी!
वो बोली- फिर भाभी जी?
मैं बोला- सॉरी सोनिया।
वो बोली- हाँ यह ठीक है!
मैंने भी हंसने वाली इमोजी भेज दी और हम गुड नाईट बोल कर सो गए।
अगले दिन कोचिंग से आने के बाद रूम में फ्रेश होकर मैं नीचे सोनिया के पास गया.
वो चाय बना रही थी; बोली- तुम भी लोगे?
मैंने कहा- आप दोगी तो जरूर ले लेंगे.
उसने मुझे कातिल नज़रों से देखा और मुस्कुराई।
चाय देकर वो बोली- कोई गर्लफ्रैंड है?
मैंने कहा- नहीं सोनिया, कोई भी नहीं है।
वो बोली- मैं तुम्हें कैसी लगती हूँ?
मैंने कहा- अच्छी लगती हो!
वो बोली- सिर्फ अच्छी लगती हूँ? सच बोलो … तुम्हारी आंखें तो कुछ और कहती हैं।
मैं पहले तो बोलता हुआ डर रहा था लेकिन फिर मैंने हिम्मत करके बोल ही दिया- भाभी, आप मुझे बड़ी सेक्सी हॉट लगती हो. जब भी आपको देखता हूँ तो बस आप से लिपट जाने को मन करता है मेरा।
उसने कहा- तो रोका किसने है?
और यह कहकर वो चाय की चुस्की लेने लगी।
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मैं एक बार को तो उनकी यह बात सुनकर चौंक गया था लेकिन उनकी यह बात सुनकर मेरे दबे अरमान उभर आये और मैंने उनको अपनी बांहों में खींच लिया।
मैंने जब उनको अपनी बांहों में खींचा तो उनके हाथ से चाय की प्याली गिर गयी और मैं उनको वहशी तरीके से चूमने लगा।
कभी गर्दन पे, कभी कान पे, कभी चेहरे पे और कभी उसकी चूचियों को।
उसने मेरा चेहरा पकड़ा और अपने मुलायम होंठ मेरे होंठ से भिड़ा दिए।
आह … क्या मुलायम मीठे होंठ थे उसके! जिनको मैं कस कस के चूस रहा था मानो जैसे चाशनी पी रहा हूँ।
काफी देर तक हम एक दूजे को चूमते रहे और चूमते वक़्त मैं उसकी चूची और गांड को बड़ी बुरी तरह दबा रहा था जिनको दबाने में मुझे और भी मज़ा रहा था.
क्या गांड … क्या चूची थी उसकी!
इनकी तारीफ मैं कहानी के शुरू में ही कर चुका हूँ।
उसके बाद मैंने उसको गोद में उठाया और उसको चूमता हुआ उसके बैडरूम मैं ले गया।
वो तो मुझसे हटने को तैयार ही नहीं थी, ऐसे चि
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2022-06-20 18:34:51 .@desi_story
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2022-06-20 18:34:51 सच में भाभी, काश आपकी तरह कोई खूबसूरत सी लड़की मुझे भी मिल जाए.
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भाभी- अच्छा, एक बात बताओ कि तुम्हारे पास कोई लड़की नहीं है क्या?
मैं- नहीं भाभी. कोई लड़की पसंद ही नहीं आती केवल आप ही मुझे पसंद आती हो. आपको छोड़ कर मुझे सब बदसूरत लगती हैं.
मैंने मज़ाक में अपने दिल की बात भाभी से कह दी.
भाभी- हम्म … आप मुझको इतना पसंद करते हो, तो मुझको ही अपनी प्रेमिका बना लो न!
मैं- सच में भाभी बनोगी मेरी प्रेमिका?
भाभी- हां … हां … क्यों नहीं बनूंगी आपकी प्रेमिका. सच तो ये है देवर जी कि मैं आपको बहुत पसंद करती हूं. प्रवीण आई लव यू यार!
मैं इतना सुनते ही मैं भाभी के पास आ गया और उनको अपनी बांहों में भर लिया.
मैंने भी उनको ‘आई लव यू भाभी …’ बोल दिया.
इस पर उन्होंने दुबारा से मुझे ‘आई लव यू टू माय लव …’ कह दिया.
फिर भाभी जी और मैं एक दूसरे की बांहों से अलग हो गए.
अलग होते ही भाभी ने कहा- आज के बाद आप मुझको कभी भी भाभी नहीं बोलोगे. मेरा नाम स्वाति है और स्वाति कह कर ही बुलाओगे, ठीक है!
मैंने भी बोल दिया- ठीक है मेरी जान अब आप भी मुझे आप कह कर नहीं बुलाओगी.
इस पर स्वाति भाभी बहुत खुश हो गईं और उन्होंने भी मुझसे तुम कह कर बोलने की बात कह दी.
इसके बाद मैंने भाभी की कमर पर हाथ रखते हुए उनको अपनी ओर खींचा और उनके मुलायम व कोमल होंठों पर चुम्बन करना शुरू कर दिया.
मुझे चुम्बन करते हुए कुछ ही पल हुए थे कि भाभी ने मुझे धक्का देकर दूर कर दिया.
मैंने पूछा- क्या हुआ स्वाति?
इस पर स्वाति ने कहा- मैंने आज तक किसी भी लड़के को अपने शरीर को छूने नहीं दिया है और न ही किसी के साथ चुम्बन किया है.
मैंने कहा- तुम झूठ बोल रही हो स्वाति, भईया ने तो तुमको छुआ ही होगा और तुम्हारी चुदाई भी की होगी.
मेरे चुदाई शब्द बोलने से भाभी एकदम से गुस्सा हो गईं और मुझ पर चिल्ला कर बोलीं- अगर तेरा मादरचोद भईया मुझे तुम्हारी तरह मेरा ध्यान रखता और मुझे प्यार करता, तो मैं किसी और से आस नहीं लगाती. तुम जिस तरह से मेरी उदासी और मेरा पूरा ध्यान रखते आ रहे हो, तभी तो मैं तुम्हारी तरफ आकर्षित होती चली होती गई. मैं तुमसे सच्चा प्यार करने लग गई हूं प्रवीण. अब मेरे साथ कभी भी अपने मादरचोद भाई के बारे में बात नहीं करना और उसके बारे नहीं पूछना. उस लवड़े को अपनी बीवी की नहीं, हमेशा अपने काम की पड़ी रहती है. उसको मैं अपनी जिंदगी से कबका निकाल कर फैंक चुकी हूँ. अब मैं सिर्फ और सिर्फ तुमसे प्यार करती हूं, मुझे अपने पत्नी की तरह समझ लो प्रवीण … मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए.
भाभी की इस गुस्से भरी भाषा को सुनकर पहले तो मैं चौंक गया.
फिर मैंने समझ लिया कि भाभी मेरे भाई से जरूरत से ज्यादा गुस्सा हैं इसलिए आज उन्होंने अपनी तड़फ मेरे सामने खोल कर रख दी.
मैंने फिर से भाभी को अपने आगोश में लिया और उन्हें समझाते हुए कहा- ठीक है स्वाति, आज से तुम सिर्फ मेरी हो. मैं तुम्हें अपनी पत्नी की तरह समझूंगा और हमेशा तुम्हें खुश रखूंगा.
भाभी एकदम से फफक फफक कर रो पड़ीं और कहने लगीं- प्रवीण, मुझे माफ़ कर दो, मैं खुद को रोक ही न पाई. मगर आज से मैं सिर्फ तुमसे प्यार करती हूँ. मुझे मेरे पति से कुछ भी लेना देना नहीं है.
मैंने भी भाभी को अपने सीने से चिपका लिया और उन्हें चुप कराने लगा.
अब हम दोनों ने एक दूसरे को अपनी बांहों में भर लिया और काफी देर बाद एक दूसरे से अलग हुए.
फिर मैंने भाभी से कहा- स्वाति, आज हम दोनों का पहला मिलन होने वाला है. इसलिए आज हम दोनों सुहागरात मनाएंगे.
भाभी कुछ नहीं बोलीं, केवल मुस्कुरा दीं.
फिर क्या था … मैंने भाभी को अपनी गोद में उठा लिया और भईया के कमरे में ले जाने लगा.
इस पर भाभी ने मुझे रोकते हुए कहा- मेरे पति का कमरा ये नहीं है, मेरे पति का कमरा वो है.
अर्थात भाभी मुझे मेरे कमरे में जाने की कह रही थीं.
फिर मैं भाभी को अपने कमरे में ले गया और अपने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया.
मैंने भाभी को चुम्बन करना शुरू कर दिया. पांच मिनट तक मैं भाभी के होंठों को बड़ी ही बेहरमी से चूसता रहा. भाभी भी मेरा पूरा साथ दे रही थीं.
भाभी के मुलायम और गुलाबी होंठ चूसे जाने से और भी ज्यादा गुलाबी हो गए थे.
स्वाति भाभी बड़ी ही सेक्सी और बहुत ही खूबसूरत माल हैं, तो मुझसे रहा नहीं जा रहा था.
मैं पहले से ही जोश में था, तो मैं भाभी को भी पूरे जोश में लाना चाह रहा था.
मैं भाभी के सम्पूर्ण गदराए बदन और शरीर को अपने होंठों से बड़ी ही बेहरमी से चुम्बन किए जा रहा था.
कुछ ही देर में भाभी भी पूरे जोश में आ गई थीं और उनके मुँह से ‘आह … आह …’ की मादक आवाजें निकल रही थीं जो मुझे और भी ज्यादा और भी उत्तेजित कर रही थीं.
अब मैं और देर नहीं करना चाह रहा था.
दोस्तो, स्वाति भाभी जैसी गदरायी हुई आइटम की चुदाई की सेक्स कहानी मैं आपको अगले भाग में पूरी करूंगा
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2022-06-20 18:34:51 सगी भाभी से प्यार और सेक्स- 1@desi_story
नमस्कार दोस्तो, मैं प्रवीण कुमार अपनी सगी भाभी से प्यार और चुदाई की कहानी बताने जा रहा हूँ.
उम्मीद है आप सभी को मेरी कहानी पसंद आएगी.
मेरी भाभी जी का नाम स्वाति है जो बहुत ही खूबसूरत हैं.
भाभी और मेरी, मतलब हम दोनों की उम्र 24 वर्ष है. भाभी जी के स्तनों का आकार 34 इंच है और उनके कूल्हों का आकार 36 इंच के आस-पास का है.
मेरा कहने का आशय यह है कि स्वाति भाभी किसी पोर्न स्टार अश्लील अभिनेत्री की तरह दिखाई देती हैं.
इस ब्रदर वाइफ लव स्टोरी को अभी 3 माह हो गए हैं.
भाभी और भईया की शादी को एक वर्ष ही हुआ था.
भईया एक प्रावेट कंपनी में काम करते हैं तो उनके पास काम की कोई कमी नहीं रहती है.
दिन भर उनको अपने काम की पड़ी रहती है और इसी के चलते भैया, भाभी को ठीक से समय नहीं दे पाते हैं.
जिस कारण से भाभी ज्यादातर उदास ही रहती हैं.
मैं उनको समझाने और उनकी उदासी को दूर करने के लिए उनके साथ हंसी मज़ाक करके उनकी उदासी दूर करने की कोशिश करता रहता था.
इसका यह नतीजा हुआ कि भाभी धीरे-धीरे मुझे काफी अच्छा लड़का समझने लगीं और मुझसे खुल कर अपनी बात साझा करने लगी थीं.
भाभी मुझसे अपनी कोई भी बात नहीं छुपाती थीं … हर बात को मुझे बता देती थीं. जैसे वो आज कौन से कपड़े पहनेंगी, उनको कौन सा रंग पसंद है … आदि कई प्रकार की बातों के बारे में वो मुझसे बात करती थीं.
इस प्रकार से भाभी अब पूरी तरह से बदल गई थीं और उनका अब लगाव भईया से कम हो गया था.
साथ ही साथ उनको भईया से कोई लेना देना नहीं रहता था, उनको तो अब मुझसे लेना देना रहता था.
अब भाभी मेरे साथ हमेशा मस्ती मजाक में रहना सीख गई थीं. उनको कोई उदासी या किसी से कोई ज्यादा लेना देना नहीं रहता था.
भाभी को हर वक्त सिर्फ मुझको देखने और मेरे साथ हंसी मजाक करने की पड़ी रहने लगी थी.
अगर मैं किसी रोज किसी काम के लिए बाहर चला जाता था तो भाभी मेरे पास हर आधे-आधे घंटे में कॉल करके पूछती रहती थीं कि कितने समय तक घर आ जाओगे.
वे कहती थी- आपके बिना मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है, जल्दी घर आ जाओ न … मैं आपको बहुत ज्यादा याद कर रही हूँ.
दोस्तो, मैं आपको बता देना चाहता हूँ कि वो इस तरह से कभी भी अपने पति के पास भी कॉल करके उनको नहीं बोलती थीं.
वस्तुस्थिति ये हो गई थी कि मेरी भाभी को भैईया में अपना भविष्य का कुछ भी दिखाई नहीं पड़ रहा था.
इस प्रकार से भाभी की मेरे प्रति चिंता करना और मेरे बारे में सभी जानकारी रखना, साथ ही साथ मुझे बार-बार कॉल करना और घर जल्दी आने की कहना मेरे ऊपर एक अलग सा प्रभाव छोड़ने लगा था.
मुझे घर में ना पाकर उनकी उदासी ने, मुझे भाभी के बारे में और ज्यादा सोचने के लिए मजबूर कर दिया था. मुझे लगने लगा था कि मुझे भाभी से उनकी चाहत के बारे में बात करनी ही चाहिए कि वो मुझसे इतना अधिक लगाव क्यों रखने लगी हैं. क्या उनके मन में मेरे लिए इस चाहत में कुछ और भी शामिल है.
फिर एक दिन वो समय आ ही गया जब मुझे मौक़ा मिल गया कि मैं भाभी को इन सभी बातों के बारे में पूछ लूं.
मैंने पूछ भी लिया कि भाभी जी आपको मेरा इतना चिन्ता क्यों रहती है? जबकि आपको तो भईया की चिंता रहनी चाहिए.
भाभी मेरी इस बात पर थोड़ा उदास हो गईं और चुप हो गईं.
मैंने बात को टालते हुए किसी और बात के बारे में बात करना शुरू कर दिया.
फिर थोड़ी देर बाद भाभी पुनः मेरे पिछले सवाल की ओर आ गईं, जिसमें मैंने पूछा था कि भाभी आपको मेरी इतनी फिक्र क्यों रहती है.
मेरी उस बात का जवाब भाभी ने देना शुरू कर दिया.
भाभी ने बताया- आप मुझे बहुत प्रिय हो, साथ ही साथ आप मुझको बहुत अच्छी तरह से समझते हो और मुझे कभी भी उदास देखना आपको पसंद नहीं है. इसलिए मैं भी आपको हमेशा खुश देखना चाहती हूं. इसी लिए मुझे आपकी बड़ी फिक्र रहती है. इसके अलावा और कोई बात नहीं है मेरे देवर बाबू … समझे!
मैंने भी बोल दिया- अगर ऐसी बात है मेरी प्यारी भाभी जी, तो आपको पहले बताना था ना!
भाभी- पहले बता देने से क्या ख़ास हो जाता देवर जी!
भाभी जी के मुँह से इस तरह की बात सुनने के बाद मुझे भाभी के साथ मजाक करने की सूझी.
मैंने भाभी को मज़ाक में बोल दिया कि आपको इसलिए पहले बताना था, ताकि मैं पहले ही आपको अपनी बीवी बना लेता. भईया को मैं आपसे शादी करने ही नहीं देता. जब आप मेरे बारे में इतना सोचती हो और मेरे लिए आप इतना फिक्र करती हो, तो मैं भी आपकी हर तरह की जरूरत को पूरी कर देता.
इस पर भाभी ने भी मज़ाक करना शुरू कर दिया- अच्छा … ऐसा है क्या … तो देवर जी अभी भी क्या बिगड़ा है? आप मुझे अभी अपनी बीवी बना लो. आपको तो भी अपनी भाभी की बड़ी चिंता रहती है ना?
मैंने भी बोल दिया- हां यार भाभी, आप उदास रहती हो ना, तो मुझे अच्छा नहीं लगता है. आपकी शक्ल पर मुझे खुशी बहुत अच्छी लगती है. देखिए न … आप अभी हंस रही हो, तो कितनी खूबसूरत लग रही हो.
भाभी- अच्छा-अच्छा अब तारीफ बंद करो.
मैंने कहा-
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2022-06-20 16:48:52
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2022-06-20 16:47:28
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2022-06-19 20:29:01 िकाला और चूसने लगा. उसकी चूत में उंगली करने लगा.
ये सब 10 मिनट तक चला.
फिर हम दोनों सामान्य हो गए.
साली ने 8 बजे तक खाना बना लिया. हम लोगों ने भी 8.30 तक खाना खा लिया.
मैं बीवी से बोला- अब तुम अपनी दवा खा लो और आराम करो.
बीवी- हां मुझे नींद वाली गोली भी दे देना कल मुझे नींद अच्छे से नहीं आई थी.
मैंने बीवी को सारी दवा दे दी.
बीवी बोली- आप मेरे बगल में सो जाना और सुप्रिया मेरे बगल में सो जाएगी.
मैं बोला- हां ठीक है बाबा, तुम अब सो जाओ, सुप्रिया की चिंता मत करो.
इस तरह से मैंने बीवी को सुला दिया.
तब तक साली भी बर्तन आदि धोकर काम से फारिग हो गई थी.
साली कमरे में आई और अपनी बहन को सोया हुआ देख कर मुझसे बोली- क्या दीदी सो गई हैं?
मैंने कहा- हां.
साली बोली- आप मेरे बगल में ही सोना.
मैं बोला- हां मेरी जान.
साली बोली- चलो मैं नहा कर आती हूं.
मैं बोला- क्यों ना हम दोनों साथ में नहा लें!
साली मुस्कुरा दी.
फिर हम दोनों साथ में ही बाथरूम में घुस गए.
उधर एक मिनट से भी कम समय में हम दोनों पूरे नंगे हो गए और दोनों शॉवर के नीचे खड़े होकर एक दूसरे को चूमने लगे.
हम दोनों के लंड चूत आपस में रगड़ खाने लगे थे.
साली ने लंड पकड़ लिया.
मैं उसके चूचे चूसने लगा.
कुछ देर बाद मैंने घुटनों के बल बैठ कर साली की चिकनी चूत काफी देर तक चूसा.
फिर हम दोनों नंगे ही कमरे में आ गए और बिस्तर के नीचे जमीन पर दरी बिछा कर लेट गए.
जल्दी ही मेरा लंड साली की चूत में घुस गया और धमाधम चुदाई शुरू हो गई.
उसके बाद हम दोनों ने रात के 3 बजे तक हर स्थिति में चार बार चुदाई की.
उस रात मैंने अपनी साली की चूचियों को जी भरके चूसा और उसने मेरे लंड को बार बार चूस कर खड़ा किया.
मैंने उसकी चूत में अपना फौलादी लंड पेल कर उसे बहुत देर देर तक चोदा.
मेरी साली सुप्रिया पूरे 7 दिन तक मेरी बीवी की सेवा करने के लिए मेरे घर रुकी रही और मैंने उन सात दिनों तक अपनी साली की चूत को चोद चोद कर भोसड़ा बना दिया.
आज भी मेरी साली जब मेरे घर आती है तो मैं अपनी पोर्न साली की जी भर चुदाई करता हूँ.@desi_story
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2022-06-19 20:29:01 ो ढीला छोड़ दिया था ताकि मेरा लंड दोनों बहन देख सकें.
मैं जल्दी से तौलिया लपेट कर थोड़ा शर्माने का नाटक करने लगा.
साली बोली- चलो, मैं खाना लगाती हूं.
मैंने कहा- हां चलो, मैं भी खाना लगाने में तुम्हारी मदद कर देता हूं.
अब साली और मैं किचन में आ गए.
बीवी रूम में बिस्तर पर लेट गई.
हम दोनों ने किचन में कुछ मिनट तक एक दूसरे को किस किया और मैंने अपनी साली के मम्मों को चूसा.
फिर हम दोनों खाना लेकर रूम में आ गए.
साली ने अपने हाउस कोट का ऊपर वाला हिस्सा थोड़ा ढीला कर दिया ताकि मैं उसके मम्मों को देख सकूँ.
मेरी बीवी ने भी आज एक मस्त नाइटी पहनी थी.
उसके भी चूचे दिख रहे थे.
हम तीनों ने खाना खाया.
मैं खाना खाकर लेट गया.
दोनों बहनों ने भी थोड़ी देर में खाना खत्म कर लिया.
मेरी साली बर्तन धोने चली गई.
मैंने बीबी को दवा से दी और मैं लेट गया.
साली भी आ गई.
दोनों बहनें गप्पें मारने लगीं.
थोड़ी देर में मेरी आंख लग गई था.
मैं एक घंटा बाद उठा, तो देखा कि मेरे बगल में सुप्रिया थी.
वो सोने नाटक कर रही थी और मेरी बीवी गहरी नींद में सो गई थी.
मैंने जब साली को अपने बगल में लेटा देखा, तो मैं उससे लिपट गया.
वो भी मेरा साथ देने लगी.
साली बोली- दीदी को बिस्तर पर सोने दो, हम जमीन पर चलते हैं.
मैं बोला- ठीक है.
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What he did to her sweety-pie?
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साली और मैं नीचे आ गए और एक दूसरे से लिपट कर चूमाचाटी करने लगे.
मेरी साली ने जल्दी से अपने गाउन का फीता खोल दिया और चूचे बाहर निकाल दिए.
मैं उसके दोनों स्तनों को मुँह में लेकर बारी बारी से चूसने लगा.
वो भी अपने हाथ से अपने दूध मुझे चुसवाती हुई मेरा साथ देने लगी.
मैंने चूचे चूसने के साथ ही अपने एक हाथ की उंगली को उसकी चूत में पेल दी और उंगली अन्दर बाहर करने लगा.
वो भी मदहोश होकर भभकने लगी और अपना हाउस कोट खोलकर नंगी हो गई.
साली- आह जीजू … आ जाओ जल्दी से मुझसे लिपट जाओ और अपना लंड मेरी चूत के अन्दर पेल कर मुझे दम से चोद दो.
मैं भी भूखे शेर की तरह उस पर टूट पड़ा और अपने लंड को चूत में डालकर ऊपर नीचे शुरू करने लगा.
साली लंड लेते ही थोड़ी सी कराही और दर्द से कसमसाने लगी.
उसकी कसी हुई चूत के हिसाब से मेरा मूसल काफी लम्बा और मोटा था.
कुछ देर के बाद साली चुदाई का मजा लेने लगी. कुछ पन्द्रह मिनट की धकापेल में साली झड़ गई और उसके झड़ते ही मैं भी उसकी चूत में निकल गया.
अभी हम दोनों चुदाई से फारिग ही हुए थे कि मेरी बीवी ने करवट बदली.
हम दोनों ने जल्दी से अपने अपने कपड़े पहने और धीरे से साली बिस्तर पर चढ़ गई.
मैं सरक कर बाथरूम में चला गया.
मेरी बीवी की नींद खुल गई थी. वो साली को देख कर फिर से सो गई.
मैं बाथरूम में साफ़ होकर आया और साली के बाजू में लेट गया.
अब हम दोनों सो गए.
कुछ देर बाद मेरी नींद खुली तो 5 बज गए थे. मेरी साली उठ कर काम कर रही थी.
मैं उठ कर अंगड़ाई लेते हुए बोला- साली साहिबा, चाय बना दो.
वो मुस्कुरा कर बोली- अभी लाई जीजू.
कुछ देर में साली चाय बना कर ले आई.
फिर हम लोग चाय पीकर बातें करने लगे.
मेरी बीवी बाहर टहलने चली गई.
साली ने अपने कपड़े बदल लिए थे और पढ़ने के लिए बैठ गई थी.
उसने बड़ी मस्त ड्रेस पहनी थी. पतले कपड़े वाला टॉप पहना था जिसमें वो एकदम हॉट सेक्सी बॉम्ब लग रही थी, उसके आधे बूब्स बाहर निकल रहे थे.
मैं बीवी के साथ बाहर घूमने निकल गया.
बीवी टहलती हुई बोल रही थी कि बहुत दिन से लंड चूसने को नहीं मिल रहा है.
मेरी तबियत ठीक हो जाने दो, मैं आपको छोड़ूँगी नहीं.
मैंने कहा- आज ऐसे विचार कैसे आने लगे?
वो बोली- तुम्हारा खड़ा लंड देख कर मुझे चुदास चढ़ने लगी है. कुछ दिन में मेरी तबियत ठीक हो जाएगी, तो बहन को घर भेज देंगे और हम दोनों पूरे दिन मस्ती करेंगे.
मैं बोला- हां जान.
और मैं मन ही मन में सोचने लगा था कि पहले तुम्हारी बहन की चूत का भोसड़ा बना दूँ, फिर तुझे चोदूंगा.
हम दोनों 6 बजे तक टहलने के बाद कमरे में आ गए.
बीवी बाथरूम में चली गई.
मेरी साली पेट के बल झुक कर पढ़ रही थी.
मैंने देखा, तो देखता ही रह गया. उसके दोनों स्तन झूल रहे थे.
मैं साली के पास आकर बैठ गया.
वो मुझे पास बैठा देख कर अपने स्तनों को सहलाने लगी.
मैंने आंख मारी तो वो मेरे लंड को मसलने लगी.
मैं बोला- अभी थोड़ा पढ़ लो, रात तो पूरी बाकी है जान. जल्दी से खाना बना लो. हम लोग खाना खा लेंगे और तुम्हारी दीदी को नींद की दवा देकर जल्दी सुला देंगे. फिर हम दोनों सारा रात कबड्डी खेलेंगे.
साली खुश होकर बोली- हां जीजू … मैं अभी जाती हूं और जल्दी से खाना बना लेती हूँ.
साली खाना बनाने चली गई.
बीवी भी बाथरूम से बाहर आकर बिस्तर पर लेट गई.
मैं किचन में आ गया और साली की मदद करने लगा.
वो मुझसे अपनी गांड घिसने लगी, तो मैं भी साली के साथ रोमांस करने लगा.
उसके टॉप में हाथ डाल कर बूब्स मसलने लगा, फिर एक दूध बाहर न
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2022-06-19 20:29:01 साली के साथ वो सात दिन की चुदाई- 2@desi_story
दोस्तो, मैं संजीव नाथ एक बार फिर आपके लंड चूत में आग लगाने के लिए अपनी साली की चुदाई के कहानी सुनाने हाजिर हूँ.
कहानी के पहले भाग
बीवी की बहन की जवानी का मजा
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरी साली सुप्रिया मेरे सामने अपनी नाइटी का सामना खोल कर नंगी हो गई थी और मैं अपनी साली के कयामत बरपाने वाले हुस्न को, उसके तने हुए मम्मों को देख रहा था.
अब आगे पोर्न साली चुदाई कहानी:
साली मेरा लंड हिला कर बोली- आप मेरे बूब्स मुँह में लेकर जी भर कर चूस लो जीजू.
मैंने उसका एक स्तन जोर से दबाया और दूसरे स्तन को मुँह में भरके चूसने लगा.
वो मादक सिसकारियां भरने लगी.
साली बोले जा रही थी- आह जीजू … मस्त चूस रहे हो … आह आई लव यू जीजू … आज से मैं आपकी दूसरी पत्नी हूं.
मैं उसका एक निप्पल खींचते हुए बोला- हां मेरी जान … आज से तुम मेरी दूसरी पत्नी हो.
मैं जोर जोर से दूध चूसने लगा.
वो अपने हाथ से अपने दोनों मम्मों को बारी बारी से मेरे मुँह में देने लगी.
कुछ मिनट बाद वो घुटनों पर बैठ गई और मेरे खड़े लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
मैं आंह करते हुए बोला- आह मेरी लवली सुप्पी … आज जी भरके लंड चूस लो. जितना मन करे, चचोर लो अपने जीजू लवड़ा.
वो भी मेरी गोटियों को सहलाती हुई लंड गले तक लेकर चूसती रही.
वो मेरे मोटे लंड को अपनी चूत में लेने के लिए पूरी तरह से पागल सी हो गई थी.
मैं बोला- जान मेरा लंड तुम्हारी चूत में जाने के लिए दस्तक दे रहा है.
वो बोली- हां जीजू, अब मेरी चूत को भी रहा नहीं जा रहा है. ये भी आपके लंड को अन्दर लेने के लिए मचल रही है. अब और मत तरसाओ.
मेरी साली सुप्रिया की चूत एकदम क्लीन शेव्ड और पिंक थी.
उसकी मस्त चूत देख कर मुझसे रहा नहीं गया.
पहले मैंने उसको किचन की पट्टी पर बिठाया और उसकी चूत को जीभ से चाटना शुरू कर दिया.
वो और भी ज्यादा पागल हो चुकी थी.
मैं चूत चाटता और चूसता रहा.
कुछ ही मिनट तक चूत को चूसा था कि वो एकदम से पागल हो चुकी थी. मुझे हटा कर खुद अपने हाथ से मेरे लंड को अपनी चूत में घुसाने की कोशिश करने लगी.
जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत में जरा सा घुसा, वो एकदम से चिल्ला दी.
मैंने झट से उसका मुँह बंद कर दिया.
उसकी आवाज से मेरी बीवी उठ गई थी.
बीवी के उठने की आहट पाकर सुप्रिया जल्दी से अपनी नाइटी ठीक करती हुई बाथरूम में चली गई.
मैंने भी जल्दी से किचन में ही अपने कपड़े पहन लिए.
मैं बाहर आया तो बीवी बोली- क्या हुआ सुप्रिया को … वो चिल्ला क्यों रही थी?
मैं बोला- कुछ नहीं … वो खाना बना रही थी. उसका हाथ गर्म बर्तन से लग गया था. खाना बन गया, वो गर्मी से परेशान थी इसलिए बाथरूम में चली गई.
बीवी बोली- ठीक है.
सुप्रिया बाथरूम में केवल अपनी तौलिया गई थी. उसने अन्दर अपनी नाइटी भी धो दी थी.
अब वो बाथरूम के अन्दर से बोल रही थी- दीदी मेरे कपड़े दे दो. मैं केवल टॉवल में हूँ.
बीवी ने अपनी एक सेक्सी नाइटी दे दी.
वो एक काटन का हाउस कोट जैसा गाउन था जिसे आप घुटनों तक आने वाली नाइटी कह सकते हैं.
ये हाउस कोट मेरी बीवी मेरे साथ सोते समय पहनती थी.
मैंने अपनी साली को वो हाउस कोट दे दिया.
उसे पहन कर मेरी साली बाथरूम से बाहर निकली.
सुप्रिया के बाहर आते ही मेरी बीबी नहाने के लिए बाथरूम के अन्दर चली गई.
साली और मैं रूम में रह गए थे.
मैंने साली से कहा- देखो, तुम्हारी दीदी ने हम दोनों को सेक्स के लिए पहले से ही तुम्हें सेक्सी ड्रेस दे दी. ताकि कपड़े खोलने में मुझे ज्यादा मेहनत करना पड़े. केवल फीता खोलो और लग जाओ.
ये कह कर मैं हंसने लगा.
साली हाउस कोट का फीता खोल कर बोली- देखो जीजू, मैंने नीचे कुछ भी नहीं पहना है.
मेरी पोर्न साली उस हाउस कोट में एकदम नंगी थी.
उसकी चिकनी चूत और रसीले मम्मे मेरी उत्तेजना में आग लगाने लगे.
मैं वासना से अपनी नंगी साली को देख कर बोला- वाओ मस्त लग रही हो जान … आई लव यू.
साली ने भी कहा- आई लव यू टू जीजू.
मैं और वो किस करने लगे. मैं उसके हाउस कोट में हाथ डालकर मम्मों को मसलने लगा और एक निप्पल मुँह में लेकर चूसने लगा.
इतने में बीवी नहा कर सेक्सी नाइटी पहन कर बाहर आने लगी.
उसकी आहट पाकर हम दोनों भी सामान्य हो गए.
अब मैं भी नहाने बाथरूम में चला गया.
जब मैं बाथरूम में घुसा तो साली की सेक्सी पैंटी टंगी थी जो उसने नहीं पहनी थी.
मैं उस मस्त पैंटी को पहचान गया कि ये सुप्रिया की पैंटी है.
उसकी लेस वाली और ट्रांसपेरेंट पैंटी को मैं हाथ में लेकर अपने लंड पर रखने लगा और लंड हिलाने लगा.
थोड़ी देर में मेरा भी नहाना हो गया. मैं केवल तौलिया में बाहर आ गया.
मैं जैसे ही अपना पैंट पहनने लगा, उसी वक्त न जाने कैसे मेरा तौलिया अचानक से खुल गया और मेरा लंड सामने लहराने लगा.
मेरे लहराते हुए लंड को मेरी साली और बीवी दोनों देखने लगीं.
बीवी बोली- पूरे बेशर्म हो क्या?
मेरी साली हंसने लगी.
मैंने जानबूझ कर तौलिया क
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2022-06-19 18:26:59 वैसे ही उसके आधे मम्मे दिख रहे थे. दो हुक और खोलने से उसके स्तन लगभग पूरे दिखने लगे थे, केवल निप्पल ही नहीं दिख रहे थे.
मैं ये देख कर दंग रह गया और सुप्रिया से बोला- सब कुछ दिख रहा है मैडम जी.
साली हंस कर बोली- हां यार जीजू, गर्मी बहुत है. आप तो जानते ही हो कि मुझसे गर्मी बर्दाश्त नहीं होती है. फिर यहां बाहर का कौन है, जो मुझे देखेगा.
मैंने लंड सहला कर कहा- मैं तो हूँ.
उसने मेरे हाथों की हरकत को देखा और होंठ दबाती हुई बोली- आप तो मेरे जीजू हैं … आपका तो मुझ पर पूरा अधिकार है …. मेरा मतलब मुझे देखने का अधिकार है.
ये बोलकर साली ने आंख दबा दी.
मैं समझ गया कि लौंडिया चुदने को मचल रही है.
मैंने कहा- तुम्हारी दीदी देख लेगी, तो मुझ पर शक करने लगेगी कि मेरा तुम्हारे साथ कुछ चल रहा है.
उसने कहा- दीदी सो रही हैं. उनको पता है कि मैं खाना बना रही हूँ और आप कुछ काम कर रहे हैं. हम दोनों के बीच थोड़ी बहुत छेड़छाड़ तो स्वाभाविक है जीजू. यदि थोड़ा बहुत कुछ कर भी लेंगे, तो दीदी को थोड़ी ना पता चलेगा.
ये बोलकर साली किचन में ही मुझसे चिपक गई और मेरे लंड को हाथ में लेकर मसलने लगी.
मेरा लंड तन कर बड़ा हो गया था.
साली लंड की लम्बाई महसूस करके बोली- इतना लंबा हो गया, दीदी को चोद कर उनका भर्ता बना देता है. मुझे सब पता है. मैं तो आपकी दीवानी उसी दिन हो गई थी, जिस दिन दीदी को आपने पहली बार में ही उन्हें बेहोश करने तक चोदा था. दीदी ने मुझे सब बताया था. मैंने भी उसी दिन सोच लिया था कि जब तक मैं अपने जीजू का मोटा तगड़ा लंड अपनी चुत में नहीं ले लूंगी, तब तक मुझे चैन नहीं मिलेगा.
जब सुप्रिया ने इतना खुल कर मेरे साथ चुदाई की इच्छा जताई तो मैंने भी कह दिया- हां सुप्पी, मैं भी तुम्हारी चुत चोदने के लिया पागल था. कब तुम मुझे मिलोगी चोदने के लिए, बस यही सोचता रहता था. आज से तुम जितने दिन यहां रहोगी, हर रात को जी भर के सेक्स करेंगे.
साली भी बोली- हां जीजू, मैं तैयार हूं.
हम दोनों किस करने लगे और मैं अपने एक हाथ से Xxx साली के बड़े दूध को दबाने लगा और मसलने लगा.
मेरी हॉट साली भी अपना एक हाथ मेरी पैंट के अन्दर डाल कर लंड मसलने लगी.
साली सेक्स के लिए बेचैन थी, बोली- अपना लंड दिखाओ ना जीजू!
मैं बोला- साली जी, तुम्हारी दीदी उठ जाएगी, तो समस्या हो जाएगी. रात को जो करना है, वो करेंगे न!
साली नहीं मानी वो बोली- नहीं, मुझे अभी देखना है.
वो मेरा लंड बाहर निकाल कर हाथ से हिलाने लगी और ऊपर नीचे करने लगी.
मुझे भी जोश आ गया.
मैं साली के दोनों स्तनों को जोर जोर से दबाने लगा.
तभी सुप्रिया ने अपनी नाइटी खोल दी और सामने से वो एकदम नंगी हो गई.
उसने नीचे पैंटी भी नहीं पहनी थी.
मस्त गोरी हूर के जैसी मेरी साली कयामत बरपा रही थी.
उसका सारा बदन पसीना से लथपथ होने से और भी ज्यादा सेक्सी लग रहा था.
हम दोनों एक दूसरे के गर्म बदन का पूरा मजा लेने लगे थे.
अगले भाग में मैं आपको हॉट साली सेक्स की घटना सुनाऊंगा. @desi_story
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