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deshi kahani

टेलीग्राम चैनल का लोगो desi_story — deshi kahani D
चैनल का पता: @desi_story
श्रेणियाँ: वयस्क सामग्री (18+)
भाषा: हिंदी
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hindi chudai kahani, deshi nonvage kahani, aantarvasna kahani
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नवीनतम संदेश 9

2022-06-11 19:11:07 करने लगा।
आआआ हह हह क्या किस कर रहा था वो मानो जन्नत!
मैंने आज तक ऐसे किस नहीं किया था।@desi_story
हम थोड़ी देर तक ऐसे ही किस करते रहे।
फिर मैंने रोक दिया क्योंकि मुझे चुदवाना भी तो था।
जैसे मैं थोड़ा पीछे हुई मुझे पता चला कि बाहर की तेज़ लाइट्स सीधा मेरे मुंह पर पड़ रही है, और आने जाने वाली गाड़ियों को मेरा मुंह दिख रहा है।
भैया ने तब तक मेरे मम्मे चूसना शुरू कर दिया, कहा- क्यों बहन की लौड़ी … किसी से चुदवाने जा रही है जो अंदर ब्रा नहीं पहनी है? इन्हें ही उछाल रही थी ना जब से तू? ला अभी इनका सारा दूध पीकर इन्हें मजा चखाता हूं।
कहकर एक मम्मे को मुंह में लेकर जोर जोर से चूसने लगे और दूसरे को हाथ से दबा दबा कर दूध निकालने लगे।
मुझे बहुत मजा आ रहा था।
मैं उनकी जांघों के बीच बैठी हुई थी। गर्म हो जाने के कारण उनके लौड़े पर आगे पीछे हो रही थी और अंदर डालने की मिन्नत कर रही थी- आआअ ह्ह्ह ओह … भैया डाल भी दो अभी अंदर! बहुत दिन की प्यासी है ये चूत! आज इसकी प्यास बुझा दो। मुझे चोदो मेरे राजा … जोर से चोदो।
भैया- साली रण्डी … नाटक तो ऐसे कर रही थी जैसे तुझे कुछ नहीं पता। पर नीचे से देखो कितनी गर्म हो रही है, पानी छोड़ रही है। क्यों बहनचोद … तुझे तो ये सब पता है ना? फिर इतना नाटक क्यों कर रही थी? तुझे तो आज मैं सड़क की रण्डी बनाऊंगा। सड़क पर चोदूंगा ताकि लोग तुझे चुदते हुए देखें, जोर जोर से चिल्लाते हुए सुनें।
ऐसा कहके उसने गाड़ी का दरवाजा खोला और पहले मुझे नीचे उतारा फिर खुद उतरा और गाड़ी के पीछे ले जाकर गाड़ी की डिक्की खोली।
मुझे वहाँ झुकाकर खड़ा किया और मेरी चूत में उंगली डालकर चोदने लगा।
और मेरे मम्मे भी दबाने लगा।
मैं जोर जोर से सिसकारियां लेने लगी।
तब उसने मुंह से मुझे चाटना शुरू कर दिया।
यहां मेरी हालत खराब होने लगी, पैर कांपने लगे।
और एक जोरदार झटके के साथ मैं उसके मुंह में ही झड़ गई।
फिर वो उठा और उसने मेरी चूत में अपना लन्ड पेल दिया।
मैं इस हमले के लिए तैयार नहीं थी और मैं चौंक गई।
पर उसने बेरहम हो कर मुझे चोदना जारी रखा।
वो ड्राईवर सेक्स करने के साथ ही मेरी गांड पर थप्पड़ भी मार रहा था।
क्या बताऊं दोस्तो … क्या चोद रहा था वो मुझे!
अलग ही मजा आ रहा था मुझे!
मैं घोड़ी बनकर चुद रही थी, आजू बाजू लोग देख रहे थे।
कोई मेरे मम्मों को देख रहा था कोई मेरी चुदाई एन्जॉय कर रहे थे।
थोड़ी देर घोड़ी स्टाइल में चोदने के बाद ड्राईवर बोला- सीधी हो जा मादरचोद … तुझे मैं आगे से भी चोदूंगा।
और उसने मुझे सीधी कर दिया।
सीधा करके उसने मेरे चूत में उसका लौड़ा डाल दिया और साथ ही साथ उंगली भी डालने लगा।
मुझे पहले पहले बहुत दर्द हुआ पर मजा भी आ रहा था।
वह उंगली और लौड़े से साथ साथ चोद रहा था।
थोड़ा देर ऐसे ही चोदने के बाद ड्राईवर का बदन अकड़ने लगा।
उसने अपना लन्ड मेरी चूत से निकाल कर मेरे मुंह में दे दिया और मेरा नाक और मुंह बंद कर दिया।
उसी के साथ एक जोर से करेंट सा पास हुआ और ड्राईवर भैया मेरे मुंह में झड़ गए।
ड्राईवर भैया- पूरा पी जा इसे। तेरा इनाम है ये। अगर एक बूंद भी बर्बाद हुआ ना तो जमीन पर से चटवाऊंगा और यहीं बीच सड़क पर यूं ही नंगी किसी खंबे से बांध कर चला जाऊंगा। फिर हर रोज अलग अलग लोग आकर तेरी चूत, गांड मारेंगे, तेरी चूचियों से खेलेंगे, अपना लन्ड चुसवाएंगे, तेरे साथ मजे करेंगे।
मैं डर गई थी पर मैंने उनका सारा वीर्य पी लिया और उनका पूरा लौड़ा चाट चाट कर साफ कर दिया।
रोड पर ड्राईवर सेक्स के बाद अब हम दोनों सामने आकर अपने अपने कपड़े पहन कर सीट पर बैठ गए।
मैं ड्राईवर भैया की गोद में बैठी थी, और भैया मेरे नीचे थे।
वो मेरे खरबूजों को मसलने का आनंद ले रहे थे, साथ ही चूत की भी सहला रहे थे।
फिर हम यों ही मजा लेते हुए अपने आगे की यात्रा के लिए निकल गए।
थोड़ी ही देर में ड्राईवर ने मुझे अंकल के ऑफिस के बाहर छोड़ा और दूसरे दिन सुबह वापस ले जाने का वादा करके वहां से चले गए।
इसके बाद जो हुआ था, आप पहले ही पढ़ चुके हैं मेरी पहली कहानी में!
मेरी अगली कहानी “कैंप में मिला दोस्त” में पढ़िए कि कैसे कॉलेज कैंप की जगह पर एक लड़के को पटाकर उसके घर पर जाकर उससे चुदवाया।
तब तक लड़को, अपने लन्ड को सहलाते रहो और लड़कियो … अपनी चूत में उंगली के साथ गाजर मूली केला और मिले तो लन्ड भी डालती रहो।@desi_story
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2022-06-11 19:09:44 चुदने जाते जाते कार में ही चुद गई ड्राईवर से@desi_story
कैसे हो मेरे दोस्तो!
उम्मीद है आपको मेरी पिछली कहानी
बस में मिले अंकल से उनके ऑफिस में चुदी
पसंद आई होगी।
आज की रोड सेक्स कहानी मैं उन अंकल से चुदने जाते वक्त ड्राइवर से किस प्रकार रोड सेक्स किया मैंने … इस बारे में है।
उम्मीद है आपको यह कहानी पसंद आएगी।
कार सेक्स कहानी शुरू करने से पहले मैं आपको अपने बारे में बता दूं कि मेरा फिगर 40-34-42 है। मेरी ऊंचाई 5.5 इंच है और वजन थोड़ा ज्यादा होने के कारण मेरा शरीर काफी गदराया हुआ दिखता है। केवल मेरे मम्मे देखकर ही लोगों का पैंट में ही पानी निकल जाता है। मेरी उम्र 24 वर्ष है।
तो देवेन अंकल की कार में उनके ऑफिस जाते हुए रास्ते में गड्ढे होने के कारण मेरे मम्मे बहुत उछलकूद कर रहे थे।
और उन्हें नजरंदाज करना किसी भी मर्द के लिए आसान काम नहीं था।
वो ड्राइवर भी अपने आप को रोक नहीं पा रहा था और मुझे हवस भरी नजरों से घूरे जा रहा था।
मुझे मजा लेने की सूझी।
मैं अपने शर्ट के ऊपर से ही अपने खरबूजों को सहलाते हुए और स्कर्ट के ऊपर से ही चूत को सहलाते हुए उनसे बात करने लगी।
मैं- भैया, मैं पीछे अकेली बोर हो रही हूँ। क्या मैं आगे वाली सीट पर बैठ सकती हूं?
वो मेरी सारी हरकतें शीशे से देख रहा था, उसको मेरे इरादे समझते देर नहीं लगी।
भैया- हां मैडम जी, बिलकुल बैठिए। आप ही की गाड़ी है। आप जहां चाहें बैठ सकती है।
यह कहकर उसने गाड़ी रोक दी और मुझे आगे आने के लिए कहा।
मैं झट से आगे वाली सीट पर आकर बैठ गई।
उसने गाड़ी वापस चालू करी और हम आगे के रास्ते पर लग गए।
मैंने अपना कार्यक्रम फिर से चालू किया और अपने मम्मे जानबूझकर ऊपर नीचे करने लगी मानो गड्ढों की वजह से ऊपर नीचे हो रहे हों।
साथ ही भैया से इधर उधर की बात करने लगी, जैसे मौसम के बारे में और गाड़ियों के बारे में इत्यादि।
पर भैया का पूरा ध्यान मेरे खरबूजों पर था … शायद मन ही मन उन्होंने चूसना शुरू कर दिया था.
मैंने सोचा क्यों न थोड़ी कार सेक्स की मस्ती की जाए?
मैं- भैया AC चालू होने के बावजूद कितनी गर्मी हो रही है! अगर आपको कोई ऐतराज न हो तो क्या मैं अपना टॉप निकाल सकती हूं?
भैया का न बोलने का कोई सवाल ही नहीं था … वो तो यही चाहते थे- जैसा आपको ठीक लगे मैडम! गर्मी तो आज काफी है। गाड़ी का AC भी काम नहीं कर रहा। आप आराम से बैठिए।
मैंने अपना टॉप निकाल कर पीछे वाली सीट पर फैंक दिया और रुमाल से अपने आप को हवा देने लगी।
साथ ही मैं अपने खरबूजों को हाथ में लेकर पसीना पौंछने लगी।
यह नजारा देखकर ड्राइवर भैया के पैंट में तम्बू होने लगा जो हाथों से गाड़ी चला रहे थे और दिमाग में मुझे चला रहे थे।
शायद सोच रहे थे कि कैसे इसे चोदूं?
मैं भोले बनने का नाटक करते हुए- अरे भैया, ये क्या हो रहा है आपके पैंट में? आपकी पैंट ऊपर को क्यों उठ रही है?
भैया- इसके अंदर की चीज बड़ी हो रही है, बाहर आना चाहती है। अगर मैंने इसे अभी बाहर नहीं निकाला तो बहोत तकलीफ होगी, मुझे उसे बाहर निकलना ही पड़ेगा.
कहते कहते उसने अपनी पैंट का ज़िप खोला और उसी के साथ उसका 6-7 इंच का काला और मोटा लन्ड तनकर खड़ा हो गया।
मैंने डरने का नाटक करते हुए कहा- ये क्या है?
उसने कहा- यह वो चीज है जो बाहर आना चाह रही थी।
मैं- पर ये इतनी बड़ी क्यों है?
भैया- क्योंकि अब वह नींद से उठ गई है और अब बैठने का नाम ही नहीं ले रही।
मैं- क्या मैं आपकी कोई मदद कर सकती हूं?
भैया- हां! आप इसको अपने हाथों से प्यार करो, ये शांत हो जाएगा।
मैं उनका बड़ा सा लन्ड हाथ में लेकर सहलाने लगी।
कुछ देर बाद मैं बोली- पर ये तो शांत ही नहीं हो रहा है! क्या मैं इसे मुंह में लेकर इसे चूस कर शांत करने की कोशिश कर सकती हूं?
भैया- हां बिल्कुल … अभी मैडम आप को कुछ करना ही होगा क्योंकि मेरे हाथ में तो स्टीरिंग व्हील है, मैं कुछ नहीं कर सकता।
मैंने भी मौके का फायदा उठाते हुए उसके लन्ड को मुंह में लिया और धीमे धीमे चूसने लगी।
वह हल्की हल्की सिसकारियां ले रहा था। वह मेरे मुंह को लन्ड पर कसकर दबाए जा रहा था और इस कारण मेरी सांसें भी फूल रही थी।
पर फिर भी मैं मजे से उसका लन्ड चूस रही थी।
मुझे काफी दिनों के बाद कोई लन्ड मिला था तो मुझे भी चूसने में काफी मजा आ रहा था।
थोड़ा आगे जाने के बाद उसने गाड़ी रोक दी।
मैंने उठ कर देखा तो उसने रास्ते के किनारे सड़क पर गाड़ी खड़ी की थी।
वो जगह पर काफी उजाला था, बहुत सारी स्ट्रीट लाइट्स थी और वहाँ से गाड़ियों को थोड़ी कम स्पीड से गुजरना पड़ रहा था।
उसने गाड़ी एक ऐसे स्पॉट पर रोका जहाँ सबसे तेज लाइट थी और सबसे कम स्पीड से गाड़ियां पास हो रही थी।
मैं समझ गई कि गाड़ी क्यों रोकी गई है!
कार सेक्स के लिए उसने खुद अपनी सीट पीछे करी और मुझे मुंह से खींचते हुए अपने आप पर बिठा लिया और किस @desi_story
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2022-06-11 14:13:39 "जहाँ कोशिशों का कद"

"बड़ा होता हैं"

"वहाँ नसीबो को भी"

"झुकना पड़ता हैं"...


कवि केहना चाहता है के हर चुदाई के बाद लण्ड ढीला हो ही जाता है @desi_story
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2022-06-09 18:15:54 ा वीर्य पी जाना चाहती हूं.
मैं जैसे ही झड़ने वाला था, मैंने अपना लंड चूत से निकाल कर भाभी के मुँह में दे दिया. मैं झड़ गया और मेरा सारा वीर्य भाभी मुस्कुराती हुई पी गईं.
फिर हम दोनों एक साथ स्नान करने लगे और एक दूसरे को नहलाने लगे.
मैं भाभी की बड़ी सी चौड़ी गांड पर साबुन लगा रहा था कि मुझे उनकी चौड़ी गांड पर दिल आ गया.
भाभी की मखमली गांड देख कर मेरा आवारा लंड फिर से खड़ा हो गया.
मैंने भाभी से कहा- मुझे आपकी गांड मारनी है.
पहले तो भाभी ने मना किया, फिर राजी हो गईं.
पर वो बोलीं- धीरे करना, मुझे गांड में लेने की आदत नहीं है.
मैंने थोड़ा बॉडी आयल मेरे लंड पर और थोड़ा भाभी की गांड पर लगाया, फिर अपना लंड पकड़ कर भाभी की गांड में सैट कर दिया.
लंड का सुपारा गांड के फूल को सहलाने लगा.
भाभी को मजा आने लगा, उनकी गांड ने लुपलुप करना शुरू कर दिया.
मैंने एक हाथ से बॉडी आयल की शीशी से भाभी की गांड में टपकाना शुरू कर दिया और उनसे कहा- भाभी, जरा मशीन में तेल डालने दो … इसको ढीली करो.
भाभी ने बेफ़िक्र होकर गांड ढीली की उसी समय मैंने एक जोर का धक्का दे मारा.
भाभी की गांड खुली थी, इस वजह से एक बार में ही पूरा लंड अन्दर चला गया.
भाभी दर्द के मारे तड़प उठीं और उनकी आंखों से भी आंसू निकल आए.
उनकी गांड से थोड़ा सा खून भी निकल आया.
मैंने अपनी मुट्ठी में भाभी के बालों को पकड़ा और उनकी गांड में धक्का मारने लगा.
अब भाभी को भी मज़ा आने लगा था.
वो भी साथ दे रही थीं और अपनी गांड को आगे पीछे आगे पीछे कर रही थीं.
बीच बीच में आवाज निकाल रही थीं- ओ यस ओम … और जोर से पेलो मजा आ गया.
इस तरह मैंने 20 मिनट तक भाभी की गांड मारी और मैं झड़ने वाला हो गया था.
मैंने भाभी से कहा- मैं झड़ने वाला हूं.
भाभी ने कहा- परवाह मत करो ओम … तुम अपने गर्म और गाढ़े वीर्य से मेरी गांड के छेद को भर दो.
मैंने भाभी की गांड के छेद को वीर्य से भर दिया.
इसके बाद हम दोनों नहा कर बाहर आ गए.
भाभी लंगड़ा कर चल रही थीं और मुस्कुरा रही थीं.
वो अपने घर चली गईं.
अब जब भी हम दोनों को मौका मिलता है, हम दोनों चुदाई की मस्ती लेने लगते हैं.
पानी की किल्लत के चलते हम दोनों ने पूरी गर्मियों भर हर दूसरे दिन न्यूड सेक्स का मज़ा लिया है.
आगे भी मजा लेते रहेंगे.
दोस्तो, देसी पड़ोसन भाभी की न्यूड सेक्स कहानी आपको कैसी लगी, मुझे जरूर बताएं.@desi_story
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2022-06-09 18:15:54 भी और ज्यादा उत्तेजित हो गईं और मेरे बालों को नौंचने लगीं; मेरे माथे को जोर से दबा कर अपनी चूत में दबाने लगीं.
भाभी बोलने लगीं- आंह जानू … मुझे और मत तड़पाओ … प्लीज़ अब जल्दी से चोद दो मुझे.
अब मैं भी पूरी तरह नंगा हो गया और मेरा लंड भाभी के सामने अजगर सा फुंफकारने लगा.
मैंने उन्हें इशारा किया तो भाभी नीचे बैठ गईं और उन्होंने अपने मुँह में मेरा लंड ले लिया.
भाभी मस्त होकर मेरा लंड चूसने लगीं.
भाभी की गर्म जीभ के स्पर्श से मेरा लंड और ज्यादा सख्त हो गया.
मैंने भाभी की दोनों चुचियों के बीच में लंड लगा दिया और उनके चूचों को चोदने लगा.
भाभी आंख बन्द करके बार बार बोल रही थीं- आह मेरी जान … जल्दी से चोद दो मुझे … नहीं तो मैं मर जाऊंगी.
मैंने भाभी को बाथरूम में फर्श पर ही लेटा दिया और अपना लंड भाभी की चूत के द्वार पर रख दिया.
मैं अपने लंड के सुपारे को भाभी की बहती चूत की फांकों में रगड़ने लगा.
भाभी गांड उठाने लगीं.
उसी समय मैंने एक जोर का धक्का दे मारा. मेरा आधा लंड भाभी की चूत में अन्दर घुस गया.
एकदम से लंड घुसा तो भाभी की चीख निकल गयी.
मैं नहीं रुका और मैंने दुबारा धक्का दे मारा.
इस बार मेरा पूरा लंड चूत के अन्दर चला गया.
भाभी की चूत बहुत टाईट थी. भाभी की आंख से आंसू निकल आए.
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ये देख मैंने भाभी के गाल और माथे को चूमते हुए पूछा- क्या हुआ?
भाभी ने कहा- तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है … मेरी बुर फट जाएगी, जरा धीरे करो. तुम्हारा भैया का लंड इसका आधा भी नहीं है.
अब मैं भाभी के होंठों को चूसते हुए हल्के हल्के धक्के मारने लगा.
पूरा बाथरूम फच फच फच की मधुर आवाज से गूंज रहा था.
कुछ देर बाद भाभी भी पूरी तरह साथ देने लगी थीं; उनकी दोनों टांगें हवा में उठ गई थीं.
भाभी बहुत जोर जोर से आह आह कर रही थीं और अपने दोनों पैरों से मेरे कमर को जकड़ कर गांड उठा रही थीं.
भाभी मुझसे बोल रही थीं- आंह मेरी जान … बड़ा मजा आ रहा है … और जोर जोर से चोदो मुझे … मेरी चूत फाड़ दो … आंह जिन्दगी में इतना मज़ा मुझे कभी नहीं आया.
इस तरह हम दोनों ने काफी देर तक न्यूड सेक्स का मजा लिया.
फिर मैंने भाभी को डॉगी बनाकर चोदना शुरू किया.
भाभी बाथरूम में बेसिन पकड़ कर कुतिया बनी हुयी थीं और मैं पीछे से भाभी की चूत में धक्का दिए जा रहा था.
इस आसन में चुदाई से भाभी की खरबूजे जैसी चूचियां मस्त झूल रही थीं.
यह सीन देख मेरी कामोत्तेजना और बढ़ रही थी.
मैं दोनों हाथों से भाभी की चुचियों को बारी बारी से मसल रहा था.
भाभी की सफेद चूचियां ज्यादा मसलने के कारण लाल हो चुकी थीं.
मैं भाभी को ताबड़तोड़ चोदे जा रहा था और भाभी की चूत भी पूरी तरह गीली हो चुकी थी जिससे उन्हें चोदने में और ज्यादा मज़ा आ रहा था.
भाभी जोर जोर से सिसकारियां भरने लगीं और कहने लगीं- आंह ओम … और जोर जोर से चोदो मेरे राजा … मैं झड़ने वाली हूं.
मैं भी फ्रंटियर मेल की स्पीड से भाभी को चोदने लगा.
फिर हम दोनों एक साथ झड़ गए.
मैं भाभी की चूत में ही झड़ गया था. भाभी की चूत को मैंने अपने गर्म वीर्य से नहला दिया था.
कुछ देर तक हम एक दूसरे के साथ चिपके रहे, फिर मैं भाभी को चूमने लगा और उनके मम्मों को मसलने लगा.
मैं तेज तेज हांफ रहा था और उनकी बगलों को सूंघ रहा था.
मुझे उनका पसीना इतना नशा दे रहा था कि मैं अपनी जीभ से उनकी कांख के बालों को चूसने लगा.
साथ ही साथ अपने हाथों से मैं उनके मम्मों को दबाने लगा.
एक स्तन के निप्प्ल को मैं मींजने लगा.
पसीना से भीगी बगल की महक मुझे फिर से कामांध करने लगी थी.
लगातार चूमने और चाटने के कारण मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.
भाभी लंड खड़ा देख कर बोलीं- इस बार मैं तुम्हें चोदूंगी.
मैं लंड खड़ा किए हुए फर्श पर लेट गया और भाभी मेरी तरफ मुँह करके अपनी दोनों जांघों को खोल कर मेरे लंड के ऊपर बैठ गईं.
मेरा पूरा लंड एक बार में चूत की जड़ के अन्दर भाभी की बच्चेदानी तक घुस गया.
भाभी ने कामुकता के साथ आह की आवाज निकाली और मेरे लंड को अपनी बुर में हजम कर लिया.
लंड लेकर भाभी ऊपर नीचे, ऊपर नीचे होने लगीं और ‘आह आह उई मां मैं मर गयी …’ की आवाजें निकालने लगीं.
भाभी जोर जोर से आहें भरने लगी थीं.
ऐसा लग रहा था कि मेरा लंड भाभी की चूत को चीर रहा था.
भाभी मेरी छाती पर झुकी थीं, तो मैं बारी बारी से उनके दोनों चूचों को दबाने और चूसने लगा.
चुदाई की फक फक फक की आवाज से पूरा बाथरूम गूंजने लगा.
भाभी अब जोर जोर से चिल्लाने लगीं- आंह ओम जोर जोर से करो … मैं झड़ने वाली हूं.
मैं और जोर जोर से भाभी को चोदने लगा.
कुछ ही पलों में भाभी झड़ गईं और उनकी चूत ने मेरे लंड को कामरस से नहला दिया.
अब भाभी की गीली चूत को चोदने में बहुत मज़ा आ रहा था. कुछ देर बाद मैं भी झड़ने वाला था.
भाभी ने कहा- ओम इस बार तुम मेरे मुँह में झड़ो … मैं तुम्हारा सार
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2022-06-09 18:15:53 पड़ोसन भाभी के साथ नहाते वक़्त मस्त चुदाई@desi_story
दोस्तो, मेरा नाम ओमप्रकाश है और ये मेरी पहली न्यूड सेक्स कहानी है.
मेरी उम्र 29 साल है और मेरा कद 5 फुट 9 इंच का है.
मैं हर रोज जिम करता हूं जिसके कारण मेरा शारीरिक सौष्ठव भी मस्त है.
कोई भी लड़की मुझे देखते ही मेरे बारे में सोच कर अपनी चूत गीली कर लेती है.
मैं राँची में जॉब करता हूं और किराए के मकान में रहता हूं.
मेरे पड़ोस में एक मस्त भाभी रहती हैं. उनका नाम अनिमा भाभी (काल्पनिक नाम) है.
भाभी की फिगर की बात कहूँ तो उनका 38-32-40 का मदमस्त बदन देख कर किसी का भी सोता हुआ लंड तुरंत खड़ा हो जाएगा.
भाभी का भरा भरा कातिल फिगर और ऊपर से उनका दूध जैसा गोरा बदन आंह… उनके बारे में सोचते ही मैं उत्तेजित हो जाता हूं.
दो बच्चे की मां होने के बाद भी भाभी की चूचियां एकदम सुडौल और तनी हुई हैं.
मैं हमेशा सोचता रहता हूं कि भाभी को कैसे चोदूं. भाभी के नाम से मैंने हजार बार से भी ज्यादा बार मुठ मारी होगी.
एक दिन मेरी किस्मत खुल गई.
दरअसल हमारे यहां हमेशा पानी की दिक्कत रहती है.
पिछले चार दिन से भाभी के बाथरूम में पानी नहीं आ रहा था.
इस कारण से भाभी हर रोज मेरे बाथरूम में नहाने आ रही थीं.
एक दिन भाभी बाथरूम में झुक कर कपड़े धो रही थीं. उस समय भाभी के दोनों बड़ी बड़ी चूचियां ऐसे तनी हुई दिख रही थीं … मानो वो भाभी की नाईटी को फाड़ कर बाहर आ जाना चाह रही हों.
इस नजारे को देखते ही मेरा लंड एकदम रॉड बन गया.
तभी अचानक से भाभी की नजरों ने मेरी नजरों को भांप लिया और उनको पता चल गया कि मैं उन्हें निहार रहा हूं.
फिर मेरा खड़ा लंड देख कर भाभी शर्मा गईं और जल्दी जल्दी नहाकर मेरे घर से चली गईं.
मैं भी बाथरूम में आ गया और उस दिन मैंने भाभी के नाम से एक बार नहीं, तीन बार मुठ मारी. तब जाकर मेरा लंड शान्त हो पाया.
दूसरे दिन भाभी कल के जैसे ही बाथरूम में झुक कर कपड़े धो रही थीं और उसी समय मुझे मूतने जाना था.
मैंने उनसे कहा, तो भाभी उठ कर खड़ी हो गईं और मैं उनके बाजू से अन्दर जाने लगा.
जगह कम होने के वजह टॉयलेट में अन्दर जाते वक़्त भाभी की गांड के बीच मेरा लंड रगड़ गया. भाभी की कोमल गांड के स्पर्श से मेरा लंड खड़ा हो गया.
भाभी सीधी खड़ी हो गईं और शर्म के मारे लाल हो गईं, फिर वो बाहर आ गईं.
मैं दिन भर सोचता रहा कि भाभी को कैसे चोदा जाए. जब तक मैं भाभी की चूत न चोद लूं, तब तक मेरे लंड को आराम नहीं मिलने वाला था.
दूसरे दिन मैं जब नहा रहा था, उसी वक्त मुझे किसी की आवाज सुनाई दी- ओम जरा इधर आइए ना!
ये आवाज भाभी की थी.
मैंने जाकर देखा कि मेरे दूसरे बाथरूम में भाभी पूरी तरह नंगी बैठी थीं और बाहर की तरफ पीठ करके भाभी नहा रही थीं.
भाभी ने मुझसे कहा- ओम … जरा मेरी पीठ को रगड़ दो … मेरा हाथ पीठ तक नहीं पहुंच रहा है.
ये सुनकर मेरे तो मानो होश ही उड़ गए थे.
मैंने मन ही मन सोचा कि आज तो जन्नत का दीदार हो गया.
मैं धीरे धीरे भाभी की नंगी पीठ पर हाथ फेरने लगा.
आह … कितनी कोमल और चिकनी पीठ थी.
उनकी त्वचा एकदम रेशम सी लग रही थी.
भाभी की पीठ में हाथ फेरते ही मेरे तन बदन में करंट दौड़ गया था और मेरा लंड बिजली के खंभे जैसा हो गया.
भाभी मुझसे कहने लगीं- बड़ा अच्छा लग रहा है ओम … मेरी पूरी पीठ को ऐसे ही सहलाते रहो, बड़ा अच्छा लग रहा है.
भाभी की पीठ को सहलाते सहलाते मैं खुद को रोक नहीं पाया और मैंने अपना हाथ भाभी की बगल से आगे ले जाकर उनकी एक चूची को धीरे से प्यार से दबा दिया.
भाभी कुछ नहीं बोलीं और आंख बन्द करके मादक सिसकारी भरने लगीं.
इससे मेरी भी हिम्मत बढ़ गयी.
मैंने दोनों हाथों से भाभी की बड़े बड़े चूचों को हौले हौले दबाना शुरू कर दिया.
बीच बीच में मैं भाभी के निप्पलों को भी मसल रहा था.
इससे भाभी और ज्यादा उत्तेजित होने लगीं.
मेरा लंड लोहे की रॉड से भी ज्यादा सख्त हो गया था जो भाभी की पीठ को चुभ रहा था.
भाभी ने सिसकारी लेते हुए मुझे ‘आई लव यू ओम …’ बोला.
इससे मेरे तनबदन में जोश सा भर गया और मैंने भाभी को अपनी ओर घुमा लिया.
अगले ही पल मैंने भाभी के गुलाबी होंठों को चूम लिया.
भाभी ने भी प्रतिक्रिया देते हुए मेरे होंठों को चूम लिया.
मैं भाभी की जीभ को चूसने लगा.
हम दोनों ही बड़ी बेताबी से एक दूसरे की जीभ को चूसने लगे.
फिर मैं भाभी के गालों को चूमते हुए उनकी गर्दन को चूसने लगा.
भाभी के फुटबॉल जैसे दो बड़े बड़े चुचों को बारी बारी से चूसने और चूमने लगा.
इससे भाभी उत्तेजना के चरम शिखर पर पहुंच गई थीं.
भाभी जोर जोर से सांस ले रही थीं और वो पूरी तरह गर्म हो चुकी थीं.
उन्होंने पूरी तरह से खुद को मुझे सौंप दिया था.
मैं धीरे धीरे भाभी की नाभि को चूमते हुए नीचे आ गया और उनकी ट्रिम की हुई झांटों से सजी उनकी मक्खन चूत को चाटने लगा.
कामरस से भाभी की चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी.
मैं अपनी जीभ से भाभी की बुर के दाने को चाटने और कुरेदने लगा.
इससे भा
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ओपन / कमेंट
2022-06-09 17:34:30
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ओपन / कमेंट
2022-06-08 14:52:38 एक लड़की की नयी-नयी शादी हुई तो उसकी सहेली ने कहा,
“2 नैनो से 2 नैना लड़े, नैनो के बीच लगा कजरा.
उस रात की बात बता सजनी जब 2 टाँगो के बीच हुआ झगड़ा.
“सजनी शरमाई ओर बोली-“लहंगा फट गया चोली उड़ गयी और माँ चुद गई दामन की, उस रात में ऐसे चुदी जैसे लंका लुट गई रावण की. |@desi_story
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2022-06-07 18:24:10 हुआ.
वो बोली- थोड़ा आराम से करो, तुम्हारा मोटा है.
मैं थोड़ी देर रुका और उसके होंठों को चूसता रहा.
उसके बाद मैंने एक और झटका दिया और पूरा लन्ड उसकी चूत की दीवारों को फाड़ता हुआ अंदर चला गया.
मजे से या दर्द से उसकी आंखें बंद हो गई और उसकी आवाज आई- आह उम्म्ह …
उसकी मादक सिसकारियां मुझे ज्यादा उत्तेजित कर रही थी.
मैंने धक्के लगाना शुरू किया और दे दनादन चुदाई का दौर चला.
वो मादक आवाजें निकालती रही जिससे माहौल ज्यादा ही रोमांचक लग रहा था.
काफी देर इस पोज में चुदाई करने के बाद मैंने उसे अपने ऊपर आने को बोला.
वो झट से ऊपर आ गई.
मैंने उसको अपने लन्ड पर बिठाया और उसे बोला- थोड़ा वजन अपने पैरों पर रख जिससे धक्के लगाने में दिक्कत न हो.
दोस्तो, इस पोज में लन्ड चूत की पूरी गहराई तक जाता है. अगर लड़की अपना पूरा वजन आपके लन्ड पर कर देगी तो धक्के लगाने में टाइम लगता है और सही मजा नहीं आता.
लेकिन मैं पूरा खिलाड़ी था, मुझे इन सब चीजों के बारे में पता था तो मैंने अपने ज्ञान का सही इस्तेमाल किया और धक्के लगाने लगा.
अब हम दोनों चुदाई के प्रहार के हर एक पल को ऐसे एंजॉय कर रहे थे जैसे इससे अच्छा कुछ नहीं है दुनिया में!
फिर वो बड़बड़ाती हुई मुझसे बोली- क्या तुम मुझे कुतिया बनाकर चोदना चाहोगे?
मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा क्योंकि मैं खुद उसे अब कुतिया बनाकर चोदना चाहता था और मैं समझ रहा था कि यह कॉल गर्ल पोर्न वीडियो देखती होगी.
मैंने उसे कमर से पकड़ा और बेड पर लिटाया और उल्टा कर दिया.
अब मैं उसके चूतड़ों पर स्पैंक (थप्पड़ मारना) करने लगा जिससे वो और गर्म होने लगी.
मैंने उसको चूचों के बल झुकाया जिससे उसकी चूत मेरे लन्ड के प्रहार के स्वागत में एकदम खुली हुई दिखे.
और मैंने लन्ड उसकी चूत में डाल दिया और धक्के मारने लगा.
इससे आवाज ज्यादा होने लगी क्योंकि उसके चूतड़ बड़े बड़े थे तो जब मैं पूरा लन्ड डालता तो मेरी बॉडी उसके चूतड़ों पर टकरा रही थी.
जिससे बेड भी हिलने लगा तो वो मुझसे बोली- आस पास सबको बताना है क्या कि यहां चुदाई हो रही है? आवाज को थोड़ा कंट्रोल करो.
फिर मैं सॉफ्ट सेक्स की तरफ चला गया और धक्के लगाने लगा.
इतने में वो झड़ गई और मुझसे बोली- तुम कब आओगे?
तो मैं जल्दी जल्दी शॉट मारने लगा.
चिपचिप ज्यादा हो रही थी क्योंकि वो झड़ चुकी थी.
फिर कुछ देर में मैं भी झड़ गया और लन्ड उसकी चूत से बाहर निकाला.
हम दोनों नंगे ही लेट गए.
फिर उसने मेरे लन्ड से कंडोम निकाला और उसे साफ किया.
हम दोनों बात करने लगे.
तब उसने बताया- तुमने मेरा सेक्स भी पूरा कर दिया.
उसका मतलब था कि तुमने मुझे संतुष्ट कर दिया.
यह सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई कि मैंने एक कॉलगर्ल को संतुष्ट कर दिया!
और ऐसे ही बातों बातों में मैं उसके चूचे दबाने लगा जिससे हम दोनों गर्म हो गए और वो फिर से मेरा लन्ड चूसने लगी.
तब हमने फिर एक बार चुदाई की.
और इस बार बिल्कुल ऐसे हुआ जैसी वो मेरी गर्लफ्रेंड हो.
क्योंकि वो मुझसे खुश थी.
उसने मुझे बताया कि वो कॉलेज में पढ़ती है. कोटा में कोचिंग लेने आयी हुई है.
हमने एक दूसरे के कॉन्टैक्ट नंबर लिए.
फिर मैंने उसे टिप दी और किस करके उसे बाय बोला.
दोस्तो, यह थी मेरी एक कॉल गर्ल के साथ चुदाई की कहानी!
उम्मीद करता हूँ कि आप सबको यह कॉल गर्ल पोर्न कहानी पसंद आएगी.@desi_story
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2022-06-07 18:23:52 कोटा में कॉलेज़ गर्ल को चोदा पैसे देकर@desi_story
नमस्कार दोस्तो, मैं समर शर्मा हाजिर हूं अपनी कहानी लेकर!
यह कॉल गर्ल पोर्न कहानी उन दिनों की है जब मैं कोटा में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहा था तो अपनी गर्लफ्रैंड से मिल नहीं सकता था जो जयपुर रहती थी.
मैं उसके साथ सेक्स भी कर चुका था जिसकी वजह से मुझे सेक्स की तलब होने लग जाती थी.
सेक्स की तलब के चलते मैं चूत चुदाई का जुगाड़ ढूंढने लगा.
वैसे कोटा में चूत मिलना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था.
इसलिए मैंने इंटरनेट पर सर्च किया फीमेल फॉर सेक्स इन कोटा तो उसमे कई दलालों के फोन नंबर आए.
लेकिन ज्यादातर फर्जी थे, एडवांस में पैसे मांग रहे थे.
फिर मुझे एक लड़का जो वहीं का लोकल था, उसके नंबर मिले, मैंने उसे मेसेज किया.
तब उसने मुझे कुछ लड़कियों की पिक्स भेजी.
उनमें से मैंने एक लड़की पसंद की जिसके चूचे बड़े बड़े थे क्योंकि मुझे बड़े चूचे वाली लड़कियां और भाभियां ज्यादा पसंद हैं.
उसके बाद मैं पूरी प्लानिंग करके वहाँ चला गया.
मैं वहा एक कमरे में गया तो वहाँ वो लड़की आई.
उसे देखकर मुझे यकीन नहीं हुआ कि कोई रण्डी इतनी अच्छी भी दिखती होगी.
ऐसा भरा पूरा गदराया बदन देखकर किसी बूढ़े का लन्ड भी सुनामी लाने को तैयार हो जाए.
ऐसी कातिल हसीना थी वो!
36 के चूचे, 30 की कमर और 34 की गांड और एकदम मक्खन जैसी सफेद, इतनी गोरी, मैं तो उसे घूर घूर कर देखता ही रह गया!
फिर मैंने थोड़ा खुद पर कंट्रोल किया और सोचा कि मैं इसकी लेने ही तो आया हूँ.
मैंने उससे बैठने को बोला और उससे बात करने लगा.
दोस्तो, जब भी तुम किसी रण्डी या कॉल गर्ल को चोदने जाओ तो उसे पहले थोड़ा अपनापन जरूर दिखाना. नहीं तो वो सही से नहीं चुदवाएगी, सीधे टांगे चौड़ी करके बैठ जाएगी जिससे तुम्हें मजा नहीं आयेगा.
मैं पहले भी अपनी जीएफ की चुदाई कर चुका था तो ये सब जानता था.
मैंने उससे सामान्य बातें की जैसे कहाँ से हो … ये और वो!
उसके बताने पर मुझे पता चला कि वो कोलकाता से है.
उसकी उम्र 19 साल थी लेकिन उसकी शादी जल्दी हो गई थी तो उसका एक छोटा सा बच्चा था.
फिर मैं बातों ही बातों में उसके कपड़े उतारने लगा.
कपड़े उतारने के बाद मैंने उसे देखा तो लगा कि खुदा ने बड़ी मेहनत से उसका बदन तराशा था.
एकदम दूध जैसा सफेद, कटीले चूचे … मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता … इतना कामुक नजारा था मेरे सामने!
अब वो मेरे कपड़े उतारने लगी तो मेरा नाग फनफनाता हुआ उसके चेहरे पर टकराया.
मैंने उसे लंड चूसने के लिए बोला तो वो नखरे करने लगी.
फिर मैंने उसे लालच दिया कि मैं उसे टिप दूंगा तो फिर जाकर वो मेरा लंड चूसने लगी.
क्या गजब लन्ड चूस रही थी वो … मैं सातवें आसमान की ऊंचाइयों में खो सा गया.
उसके चूसने की वजह से मेरा लन्ड रोड जैसा सख्त हो गया,
फिर मैंने उसके चूचे दबाना चालू किया, पहले धीरे धीरे दबाने लगा और फिर मुंह में लेके चूसने भी लगा,
जैसे ही मैंने उसके बूब्स जोर से दबाए तो उनमें से दूध की पिचकारी निकलने लगी क्योंकि उसका बेटा अभी दूध पीता था.
तभी वो मुझसे बोली- मेरा दूध पीना है तो पी लो … लेकिन ज्यादा जोर से मत दबाना!
लेकिन फिर मैं कहाँ मानने वाला था … मैंने हाथ से उसके चूचे दबाए और खूब सारा दूध पिया, साथ साथ उसके होंठों पर गुलाबी लिपस्टिक लगी हुई थी, उसे चूस चूस कर साफ़ कर दिया.
अब वो गर्म हो गई उस पर सेक्स हावी होने लगा तो बोली- अब करो ना!
तो मैंने बोला- पहले मेरा लन्ड चूसो.
वो थोड़ी ना नुकुर करने के बाद मान गई और मेरा लन्ड चूसने लगी.
दोस्तो, वैसे तो कई लड़कियों ने मेरा लन्ड चूसा लेकिन उसके चूसने में कुछ अलग ही मजा था क्योंकि उसके नीचे वाला होंठ उपर वाले से थोड़ा बड़ा था जिसकी वजह से जब वो लन्ड को चूसती तो उसके नीचे के होंठ का दबाव लन्ड पर थोड़ा सही से होता और इतना नर्म दबाव तो मैं आनंद की अलग दुनिया में था.
मैं उस मजे को शब्दों मै बयां नहीं कर सकता.
वैसे मुझे चूत चाटना बहुत पसंद है लेकिन वो एक कॉ गर्ल थी तो मैंने उसकी चूत नहीं चाटी.
फिर उसने मेरे लन्ड के उपर कंडोम पहनाया, म्यूचुअल क्लाइमैक्स फ्लेवर का जो मैं खुद लेकर गया था.
उसके बाद मैंने उसे लिटाया और अपना लन्ड उसकी चूत पर रगड़ने लगा जिससे उसके जिस्म की गर्मी और ज्यादा बढ़ने लगी.
काफी देर तक ऐसे करने से वो खुद मेरे लन्ड को पकड़ने लगी और उसे चूत में डालने लगी.
ऐसा करने में मुझे मजा तो आ रहा था लेकिन कंट्रोल मुझसे भी नहीं हो रहा था.
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फिर मैंने उसकी चूत में अपना लन्ड डाला; आधा लन्ड ही अंदर गया था कि उसे थोड़ी मुश्किल होने लगी, क्योंकि मेरे लन्ड की लंबाई तो सामान्य है लेकिन उसकी मोटाई बहुत ज्यादा है तो उसकी वजह से उसे दर्द @desi_story
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