2022-05-28 18:30:16
इधर उधर की बातें करते करते बस में काफी अंधेरा हो गया था और बस की लाइट्स भी बंद थी।
तो मैं अपने मोबाइल में कोरियन सीरीज लगाकर देखने लग गई।
कुछ देर बाद उन अंकल ने कहा- मैं ऐसे अकेले बोर हो रहा हूँ, तुम जो देख रही हो वो मुझे भी दिखाओ।
मैंने एक हेडफोन निकालकर अंकल को दे दिया।
अब हम दोनों सीरीज देखने लग गए।
उस बस की सीटें छोटी थी तो अंकल और मेरे बदन एक दूसरे को छू रहे थे।
उस छुअन से मैं गर्म हो रही थी और शायद अंकल भी!
मैं उनके बदन से सटी हुई थी, उनके हाथ से मेरा हाथ लग रहा था।
और अचानक उन्होंने अपना हाथ मेरे हाथ पर फिराना शुरू कर दिया।
मुझे अच्छा लग रहा था तो मैंने मना नहीं की।
उससे उनकी हिम्मत बढ़ी और वो मेरे बड़े बड़े मम्मों को अपनी कोहनी से दबाने लगे।
और चूंकि मैं ब्रा नहीं पहनती, उन्हें इस बात का पता चल गया; वो अपनी कोहनी से और जोर जोर से मेरे मम्मे दबाने लगाने।
मैंने स्लीवलेस और गहरे गले का टॉप पहना था।
उन्होंने पहले शर्ट के ऊपर से ही मेरे मम्मे हाथ में लिए।
मेरा खरबूजा उनके एक हाथ में पूरा नहीं आ रहा था, फिर भी उन्होंने कस के मसल दिया।
मैं कराह उठी।
पर बस में होने के कारण किसी ने गौर नहीं किया।
यह देख कर उनकी हिम्मत और बढ़ गई और वो एक मम्मे को एक हाथ में और दूसरा अपने मुंह में लेकर चूसने लगे।
मैं अभी तक बहुत गर्म हो चुकी थी।
उन्होंने मेरा एक हाथ लेकर अपने पैंट के ऊपर रख लिया।
उनकी पैंट में बना तंबू देखकर में गीली होने लगी और अपना दूसरा हाथ मैंने अपने पैंट में डालकर मेरी चूत को सहलाने लगी।
यह देखकर अंकल जी को और जोश आया और वो मेरा चूचा छोड़कर मेरी चूत पर टूट पड़े।
उन्होंने एकदम से मेरी चूत में उंगली डाली तो मैं और गीली होने लगी।
वो वैसे ही मेरी चूत में उंगली अंदर बाहर कर के मुझे मजा दे रहे थे।
कभी 2 कभी 3 कभी 4 उंगली डालकर वो मुझे उंगलियों से चोद रहे थे।
और साथ ही मेरे मम्मे भी मसल रहे थे, चूस भी रहे थे।
इतने में कोई बस स्टॉप आया और कंडक्टर जोर से चिल्लाते हुए लाइट लगाने के लिए बढ़ने लगा।
हम एक दूसरे से अलग होकर बैठ गए।
उनका स्टॉप मेरे स्टॉप से पहले था।
जगह के कमी के वजह कुछ न कर पाने से उन अंकल ने अपना विजिटिंग कार्ड मुझे दिया और चोदने की इच्छा जाहिर करके अपने ऑफिस में बुलाया।
फिर वे अगले ही स्टॉप पर उतर गए।
मैंने उनका कार्ड तो ले लिया पर मुझे मौका कब मिलेगा ये सोचते सोचते मेरा स्टॉप आ गया और मैं उतर गई।
इसके बाद कॉलेज में शिक्षकों और गार्ड्स से चुदवाते चुदवाते मैं इस घटना के बारे में भूल गई।
मुझे अगली बार जब फिर कैंप के लिए जाना पड़ा. तब अचानक से मुझे उन अंकल की याद आई और मैंने उनका नंबर घुमाया।
वो उनकी ऑफिस का था।
उनकी सेक्रेटरी ने फोन उठाया- हेलो, विराज आर्किटेक्ट्स! जी मैं आपकी कैसे मदद कर सकती हूँ?
मैं- क्या मैं देवेन जी से बात कर सकती हूं?
सेक्रेटरी- सर अभी जरूरी मीटिंग में हैं. अगर कुछ मैसेज हो तो आप यहां छोड़ सकती हैं।
मैं- नहीं शुक्रिया. कब तक फ्री होंगे देवेन जी?
सेक्रेटरी- आधे घंटे में सर फ्री हो जायेंगे।
मैं- ठीक है। वो जैसे ही फ्री होते हैं, आप मुझे तुरंत कॉल करिए प्लीज!
सेक्रेटरी- ओके ठीक है … आपका नाम?
मैं- मिस मधु … उनसे कहिए कि नागपुर से लौटते हुए बस में की हुई डील के बारे में बात करनी है।
कॉल होने के बाद मैं उनके कॉल का वेट कर रही थी।
और वेट करते करते मुझे कब नींद लग गई पता ही नहीं चला।
काफी देर बाद जब नींद खुली तो देखा कि मेरे मोबाइल पर देवेन जी के काफी सारे मैसेजेस और मिस्ड कॉल्स हैं।
मैंने तुरंत उन्हे ऑफिस के नंबर पर कॉल किया।
यह कॉल देवेन जी ने उठाया।
मैंने अपना परिचय दिया- हेलो देवेन जी।
देवेन- अरे डार्लिंग, तुम कहां थी? कब से तुम्हारी कॉल का इंतजार कर रहा था मैं!
127c8c61244498f7e27e482c11bd9b…
मैं- मिस्टर देवेन, बस आप ही के बारे में सोच कर अपनी चूत को उंगली किए जा रही थी। क्या मुझे चोदने का ऑफर अभी भी चालू है?
देवेन- अरे मेरी रानी, तुम्हें चोदने के लिए तो कब से बेताब हूं। तुम्हारे नर्म नर्म मम्मे जोर जोर से दबाना चाहता हूं। तुम्हारी चूत में अपना लौड़ा देकर जमकर चोदना चाहता हूँ।
तुम्हारे रसीले होठों से मेरा लौड़ा चुसवाना भी चाहता हूं। बोलो डार्लिंग कब मिलोगी?
मैं- आज मिलें? वैसे भी मुझे चुदे काफी समय हो गया है।
देवेन- ठीक है, मेरे ऑफिस में आ जाओ। 10 बजे तक मेरी एक मीटिंग है। उसके बाद हम खूब मजे करेंगे। तुम 10 बजे तक मेरी ऑफिस में पहुंच जाना। मैं तुम्हें लेने के लिए तुम्हारे हॉस्टल पर कार भेज दूंगा।
मैं- ओके देवेन जी, मिलते हैं रात में!
अब चूंकि मैं हॉस्टल में रहती थी, मुझे रात में बाहर रहने में कोई आपत्ति नहीं थी।
और साथ ही मैंने अपने रूम मेट को इस बारे में बता दिया था तो किसी भी चीज की कोई दिक्कत नहीं थी।
मैं रात को मस्त सेक्सी सा लाल रंग का टॉप और ब्लैक स्कर्ट पहनकर तैयार हो गई और कार का इंतजा
1.2K views15:30