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deshi kahani

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चैनल का पता: @desi_story
श्रेणियाँ: वयस्क सामग्री (18+)
भाषा: हिंदी
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नवीनतम संदेश 21

2022-04-28 18:40:08 वो मेरे पास आयी और मेरे ऊपर साबुन लगाने लगी. उसने सबसे ज्यादा साबुन मेरे लंड पर लगाया.
मेरे लंड पर उसका हाथ पड़ते ही मेरा फिर से मूड बनने लगा.
वो तो थी ही उत्तेजित, फिर वो पीछे को हुई और अपने जिस्म पर साबुन लगाने लगी.
वो ऊपर अपने मम्मों पर साबुन लगाती हुई अपनी चूत तक आयी और रुक गयी.
मैं बस उसे ही देख रहा था.
तभी वो बोली- मेरी चूत को साफ़ कर दो, मुझसे इसकी सफाई नहीं हो रही है.
मैं आगे हुआ और समझ गया था कि ये फिर से चुदवाना चाहती है.
मैंने जानबूझ कर साबुन अपने हाथों पर लिया और उसकी चूत में लगाने लगा.
वो एकदम से बोली- मैंने तुम्हारे लंड पर इतना साबुन इसीलिए लगाया है कि तुम इससे मेरी चूत साफ़ करो, पर तुम तो बस हाथ से लग गए.
मैंने उसकी तरफ एक स्माइल दी और उसका हाथ पकड़ लिया.
फिर उसे अपने से चिपका लिया. हमारे मिलते ही एक छप्पपाआक से आवाज आयी और काम हो गया.
मैं उसके शरीर पर हाथ फिराने लगा और वो मेरे लंड को अपनी चूत में लेने की कोशिश कर रही थी.
पर मैंने उसे पकड़ा हुआ था.
फिर मैंने उसे पीछे को करके दीवार से लगा दिया. उसने अपनी दोनों टांगें खोल दीं, तो मैं थोड़ा नीचे हुआ और उसकी चूत पर लंड रख कर दाब दे दी.
मेरा लंड एकदम से उसकी चूत में फिसलता हुआ अन्दर घुस गया.
उसकी बस एक ‘आह …’ निकली.
उसी वक्त उसने शॉवर चालू कर दिया. मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रखे और एक हाथ से उसके मम्मों को दबाने लगा.
लंड घुस चुका था तो मैंने उसकी एक टांग अपने हाथ में उठायी और उसे धक्के मारने लगा.
हर धक्के पर पानी से छप-छप की आवाज आने लगी.
वो मस्ती में अपने मम्मों को दबाने लगी और मुझे किस करने लगी.
उसके जिस्म पर ठंडा पानी गिर रहा था जिससे उसके मम्मे और भी टाइट होते जा रहे थे व मेरी छाती में गड़े जा रहे थे.
कुछ देर धक्के मारने के बाद उसका स्खलन होने लगा और वो ऐसे ही आआह ऊह्ह करती हुई झड़ गयी, पर रुकी नहीं.
मैं भी धक्के मारता रहा, फिर मेरा भी पानी उसकी चूत में निकल गया और मैं शांत हो गया.
फ़लक की चूत चुदाई की इस मस्त Xxx पेनफुल सेक्स कहानी पर आपके मेल का स्वागत है.
अभी फ़लक की चूत गांड की चुदाई में बहुत रस आना बाकी है.@desi_story
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2022-04-28 18:40:08 लगा लिया और बाथरूम में चले गए.
वो सोच रही थी कि मैं बाथरूम में उसकी चूत चुदाई करूंगा पर मेरे मन में तो उसकी वो मटकती गांड ही दिख रही थी.
मेरा दिल उसकी गांड पर आ गया था.
बस मैं तो यही सोच रहा था कि इन 3 दिनों में तो इसकी गांड फाड़ कर रहूँगा.
फिर उसने मेरे ऊपर थोड़ा पानी डाला, जिससे मैं अपनी सोच से बाहर आया. @desi_story
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2022-04-28 18:40:08 मैंने ड्रेस चेंज की और फ़लक बिना कुछ बोले वही ड्रेस पहने लेट गयी.
हम सोने लगे तो फ़लक ने पहले कुछ सोचा और उसने मेरी तरफ कातिलाना नजरों से देख कर एक स्माइल दी और मुझे किस करके मेरी छाती पर सर रख कर लेट गयी.
मैं सोचने लगा कि इसे क्या हुआ … अभी तो नाराज थी और अभी ऐसे स्माइल कर रही है.
कुछ देर बाद मुझे नींद आ गयी.
तब 11 बजे थे.
फिर लगभग 12:30 बजे मुझे कुछ हलचल महसूस हुई और मेरा लंड काफी उत्तेजित हो रहा था.
मैंने आंखें खोली तो देखा फ़लक मेरा लंड चूस रही थी.
उसने मुझे देखा और एक स्माइल करके फिर से लंड चूसने लगी.
वो बोली- अब बचो मेरे वार से … बहुत नींद आ रही थी ना … अब सो कर दिखाओ.
उसने मेरे लंड पर जीभ लगानी शुरू कर दी.
कुछ देर तक मेरे लंड पर जीभ फिराने के बाद उसने मेरे लंड का सुपारा चाटना शुरू कर दिया.
मैं और भी ज्यादा उत्तेजित हो गया.
उसने मेरा पूरा लंड अपने मुँह में ले लिया.
अब मैंने भी उसका सर पकड़ा और अपने लंड पर दबाने लगा.
उसने कुछ देर ऐसे ही मेरा लंड अपने गले तक ले लिया.
मुझे उसका गला अपने लंड पर महसूस हुआ.
फिर उसकी जब सांस घुटने लगी तो एकदम मेरा लंड बाहर निकाला और सांस लेने लगी.
वो उठी तो मैंने देखा कि वो पूरी नंगी थी. वो मेरे लंड के ऊपर आकर बैठ गयी और मेरा लंड हाथ से पकड़ कर अपनी चूत पर लगा लिया. वो लौड़े पर बैठने लगी.
अभी मेरा आधा ही लंड उसके अन्दर गया था कि वो एकदम से चिल्लाई और अपने मुँह पर हाथ रख लिया.
मैंने उसके दोनों मम्मों को दबाना शुरू कर दिया और मसलने लगा.
वो मेरे आधे लंड पर ही हल्का हल्का ऊपर नीचे होने लगी और सिसकारियां लेने लगी.
मैंने एक हाथ उसकी कमर पर रखा और दूसरे हाथ से उसके मम्मों को दबाने लगा.
फिर वो एकदम मेरे लंड पर तेजी से नीचे हो गई जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया.
वो जोर से चिल्लाई- अअअई ईईई आआह … मेरी चूत में मूसल घुस गया … आउउच … आह!
मैं हंस कर रुका और उसके मम्मों को दबाने लगा, फिर थोड़ा सा ज्यादा उठ कर उसे किस करने लगा.
उसका दर्द जब कम हुआ तो वो अपनी गांड ऊपर नीचे करने लगी और सिसकारियां लेने लगी ‘आह्ह ऊऊह्ह …’
मैंने भी अपने दोनों हाथों से उसकी कमर पकड़ी और उसे लंड पर उछालने लगा, नीचे से गांड उठा कर उसकी चूत में धक्के मारने लगा.
थोड़ी ही देर में वो अकड़ने लगी. मुझे अपने लंड पर कसावट महसूस होने लगी पर मैंने धक्के मारने जारी रखे.
तभी एक दो धक्के के बाद वो झड़ गयी और मेरे ऊपर ही गिरने को हो गई.
मैंने उसे पकड़ा और आराम आराम से धक्के मारता रहा.
जब मुझे महसूस हुआ कि उसकी चूत की कसावट कम हो गयी है तो मैंने अपने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी.
वो ‘आह्ह ऊह्ह्ह आ गयीई ओहह्ह …’ की आवाजें निकालने लगी.
इसी के साथ ही वो ‘यस्स आअह उउउह … फक मी …’ की आवाजें निकालती रही और मुझे किस करती रही.
कुछ देर में मुझे लगा कि मेरा होने वाला है, तो मैंने उससे कहा कि मेरा होने वाला है.
वो बोली- हां बस मेरा भी होने वाला है … और तुम मेरे अन्दर ही अपना निकाल दो, मैं तुम्हारा पानी अपने अन्दर फील करना चाहती हूँ.
मैंने ओके बोला और अपने धक्कों की स्पीड और बढ़ा दी.
वो तेजी से आवाज निकालती हुई उछलने लगी.
इसी के साथ वो और मैं दोनों एक साथ झड़ गए.
हमने एक दूसरे को कसके जकड़ लिया और हमारा सारा पानी निकल गया.
वो मेरे ऊपर ऐसे ही लेटी रही. मेरा लंड अभी भी उसकी चूत में ही था.
कुछ देर बाद हम दोनों अलग हुए और वो मेरी साइड में लेट गयी.
हम दोनों ऐसे ही नंगे लेटे रहे.
फिर न जाने हमें कब नींद आ गयी, कुछ पता ही नहीं चला.
दूसरे दिन सुबह 9 बजे के लगभग मुझे अपने होंठों पर कुछ गीला गीला महसूस हुआ.
मुझे कोई अलग ही मादक सी खुशबू आने लगी.
मैंने आंख खोलीं, तो देखा फ़लक मेरे ऊपर है और मुझे लगातार किस किए जा रही है.
इससे मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा.
पर हम दोनों ही कल की चुदाई से थके हुए थे … तो मैंने कुछ करना सही नहीं समझा और बस किस करता रहा.
मैंने उसे कसके गले लगा लिया. उसके होंठ मेरे होंठों पर … और उसके मम्मे मेरी छाती पर दब गए.
उसे मेरे खड़े लंड का अपनी चूत पर अहसास होने लगा.
उसने तब एक बाथरोब पहना था, तो मैं उसे ऐसे ही गले लगा कर लेटा रहा.
फिर आधे घंटे बाद हम दोनों उठ गए.
मैंने उससे पूछा- ये क्यों पहना है?
वो बोली- ऐसे ही.
ये कहते हुए उसने अपना बाथरोब उतार दिया और उसे नंगी देखते ही मेरा लंड और ज्यादा कड़क होने लगा.
वो मेरे पास अपनी गांड मटकाती हुई आयी और मेरे गले में हाथ डाल कर बोली- अब सही है सर!
मैंने कहा- परफेक्ट मैम … एकदम मस्त लग रही हो.
मेरा लंड बार बार उसकी चूत को टच कर रहा था और वो अपने हाथ अपने मम्मों पर फिरा रही थी.
कभी वो अपना हाथ मेरे ऊपर भी फिरा देती.
हम दोनों नहाने जाने लगे.
वो मेरे आगे चल रही थी तो मैंने उसके नंगे चूतड़ों पर एक चपत मारी.
‘पट …’ की आवाज आई.
वो एकदम से ‘आउच …’ बोली और मुड़ कर मुझे देखने लगी.
फिर मैंने उसे एकदम से गले
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2022-04-28 18:40:08 मेरी सेक्स कहानी से मिली मुझे एक मस्त आइटम- 3@desi_story
साथियो, मैं अगम एक बार फिर से आपके सामने अपनी प्रेयसी फ़लक के साथ हाजिर हूँ.
कहानी के पिछले भाग
होटल में NRI भाभी संग मस्ती
में अब तक आपने पढ़ा था कि हम दोनों ने मस्त सेक्स का मजा ले लिया था और थक कर सो गए थे.
अब आगे Xxx पेनफुल सेक्स कहानी:
फिर हम दोनों तक़रीबन 6:30 बजे उठे.
मैंने फ़लक से कहा- चलो जल्दी से फ्रेश हो लो. फिर हम कहीं चलते हैं.
वो उठने लगी, पर उससे खड़ा नहीं हुआ गया. उसे बहुत दर्द हो रहा था. वो कुछ बोल भी नहीं रही थी.
मैंने उससे कहा- तुमको तो बहुत दर्द हो रहा होगा, पर तुमने बताया क्यों नहीं?
वो बोली- कुछ नहीं.
मैंने कहा- कुछ नहीं क्या … तुमसे तो खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा है.
वो कुछ नहीं बोली.
मैंने कहा- रुको, तुम जरा बैठो.
वो बोली- क्या हुआ?
मैंने कहा- बैठो.
फिर मैं बाथरूम में गया और वहां से गर्म पानी और टॉवल लेकर आ गया. मैंने उसकी चूत की सिकाई की, जिससे उसे थोड़ा आराम मिला.
कोई 20-25 मिनट सिकाई के बाद उसका दर्द काफी कम हो गया.
अब हम दोनों नहाने चले गए.
मैंने बाथरूम में उसके साथ कुछ नहीं किया हालांकि वो तो रेडी थी पर उसे दर्द तो हो ही रहा था.
मैंने सोचा चुदाई से उसे ज्यादा दर्द हो सकता है.
तब बस हम साथ में नहाये और बाहर आ गए.
हम जब कपड़े पहनने लगे तो वो बोली- ऐसा करो, तुम मुझे कपड़े पहनाओ … और मैं तुम्हें पहनाऊंगी.
मैंने उससे ओके कहा.
उसने मुझे अंडरवियर पहनाया और फिर जींस, टी-शर्ट पहना दी.
मैंने उसे ब्लैक कलर की ब्रा पहनाई और पैंटी पहनाई.
ये वो ही बिकिनी थी, जो मैं उसके लिए लाया था. वो इसमें मुझे काफी अच्छी लग रही थी.
मैं उसे देखता रहा.
वो बोली- बस देखते ही रहोगे?
मैंने कहा- हां.
तो वो बोली- ये तुमको ही उतारनी है … बाद में देख लेना.
मैंने स्माइल दी और उसे जींस पहना दी.
फिर टॉप पहनाया.
हमने कैब बुक की हुई थी तो उसका कॉल आ गया.
हम दोनों बाहर आ गए और थोड़ा घूमने के बाद हमने कुछ शॉपिंग भी की.
फिर हमने एक अच्छे रेस्टोरेंट में डिनर किया.
तब तक 10 बज गए थे.
रास्ते में मैंने उससे पूछा- फ़लक एक बात बताओ, आज तुमको इतना दर्द क्यों हुआ … और तुम्हारा खून भी निकला.
वो बोली- कैसा खून … साफ़ साफ़ बताओ?
उसने मेरी तरफ देख कर स्माइल की.
तो मैंने कहा- आज जब तुम्हारी ठुकाई कर रहा था, तो तुम्हारी चूत से खून आया था. अब समझ में आ गया कि कैसा खून!
वो बोली- अच्छा ऐसे बोलो न … तुम्हारी बात अब समझ आयी.
वो हंसने लगी, फिर बोली- मैंने काफी टाइम से सेक्स नहीं किया था.
मैंने पूछा- क्यों?
वो बोली- मेरा बस तुम्हारे साथ सेक्स करने का मन था तो जब से मेरा इंडिया आना पक्का हुआ, मैंने सेक्स ही नहीं किया. और सेक्स करके भी क्या फायदा होना था … मजा तो कुछ आता नहीं. बस मेरे पतिदेव ही हिलते रहते हैं, उनका लंड कुछ करता ही नहीं है.
इस पर हम दोनों हंसने लगे.
फिर वो बोली- मैं कुछ क्रीम भी इस्तेमाल करती हूँ, जिससे मेरी चूत इतनी टाइट हो गयी, जैसे कोई सील पैक लड़की की हो.
मैंने पूछा- ऐसा क्यों?
तब वो बोली- तुमको भी तो ऐसा लगना चाहिए कि तुम्हारी फ़लक की सील तुमने ही तोड़ी हो.
हम ऐसे ही बात कर रहे थे तो मैंने उससे पूछा- तुम मुंबई कब जाओगी?
वो बोली- प्लान तो कल का था, पर अभी घर से कॉल आयी थी. मेरी कजिन की शादी है, तो वो कुछ काम से दिल्ली आएगी. उसका यहां कुछ सामान भी है, तो बस उसी के साथ जाऊंगी. अब मैं इधर 3 दिन एक्स्ट्रा रुकूंगी, फिर जाऊंगी.
मैंने उसे कस के गले लगा लिया.
वो एकदम से अलग हुई और बोली- कोई देख लेगा?
फिर हम हंसते हुए चल पड़े.
वैसे फ़लक ने घर पर यह बहाना बनाया था कि वो इतने टाइम बाद इंडिया आ रही है, तो उसकी सहेली ने उसे अपने यहां दिल्ली में बुलाया है.
मैंने उससे कहा कि अच्छा हुआ कि तुम्हारी कजिन की शादी है. अब हमें और टाइम मिल जाएगा.
उसी समय मेरे घर से कॉल आया और घर वालों ने पूछा- घर कब आओगे?
मैंने कहा- अभी तो एग्जाम 3 दिन डिले हो गए हैं. उसके बाद ही आऊंगा.
फोन कट गया.
फिर हम चल दिए. वहां से होटल अब ज्यादा दूर नहीं था. हम चलते हुए होटल आने लगे.
रास्ते में एक आईसक्रीम की शॉप थी.
फ़लक ने कहा कि मुझे आईसक्रीम खानी है.
मैंने मजाक में बोल दिया कि कल खाएंगे.
इस पर वो किसी बच्ची की तरह जिद करने लगी और बोली- अच्छा नहीं होगा अगर मना किया तो.
मैंने कहा- मजाक कर रहा हूँ बाबा … गुस्सा मत हो.
हमने वहां पर आईस क्रीम खायी, फिर हम होटल आने लगे.
हम रास्ते में एक दूसरे के हाथ में हाथ डाल कर आ रहे थे और ऐसा लग रहा था जैसे वो मेरी गर्लफ्रेंड हो.
होटल पहुंच कर मैंने कहा- यार काफी थक गए हैं, थोड़ा आराम कर लेते हैं.
इस पर फ़लक ने मुँह फुला लिया. @desi_story
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2022-04-27 19:31:01 आज तक भी मैं उस रात को नहीं भूल पाई हूं।
मैं ये भी नहीं जानती कि वो लोग कौन थे, कहां से आए थे और कहां चले गए।
लेकिन वो मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी चुदाई की रात थी।
मेरी चूत कई दिनों तक दुखती रही।
पति को लगा कि उनकी चुदाई से मेरी चूत की ये हालत हुई है इसलिए वो मेरी सेवा में लगे रहते थे।
उन पांचो की चुदाई से मैं प्रेग्नेंट हो गई थी। उन पांच की कठोर चुदाई ने मुझे बेटा दिया है। जिसकी शक्ल उनमें से ही किसी एक से मिलती है।
मैंने अपने बेटे का नाम भी पंचकुमार रखा है।
यह थी मेरी ग्रुप चुदाई की कहानी।
आपको ये मेन सेक्स कहानी कैसी लगी मुझे जरूर बताना। @desi_story
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2022-04-27 19:31:01 अब दूसरे ने मुझे अपने लंड पर बिठाया और चोदने लगा।
मेरी चूत में भी लंड था और मुंह में भी लंड था।
दो आदमी मेरे बूब्स को दोनों ओर से दबाने में लगे हुए थे और मेरे हाथों को पकड़ कर अपने लंड की मुठ मरवा रहे थे।
नजारा ऐसा था कि मैं चारों ओर से लंडों से घिरी हुई थी।
आगे जो हुआ उसकी मुझे उम्मीद नहीं थी।
मेरे मुंह से लंड निकाल कर वो आदमी आगे की ओर आकर बेड पर चढ़ गया।
उसने नीचे लेटे आदमी को रुकने के लिए कहा।
चूत में पहले से ही लंड था और अब उस दूसरे आदमी ने भी मेरी चूत में लंड लगाकर धकेलना शुरू कर दिया।
मैं समझ नहीं पाई कि हो क्या रहा है।
वो जोर लगाने लगा और मेरी चूत फटने लगी।
उसने मेरे होंठों को अपने होंठों में जकड़ लिया और मेरी चूत में दो दो लंड घुसने लगे।
मेरी चूत फट गई और उससे खून निकलने लगा लेकिन वो आदमी लंड घुसाता चला गया।
मैं बस बेहोश होने वाली थी कि उसने लंड को रोक दिया।
वो सारे के सारे फिर से मेरे पास आ गए और मेरे नंगे जिस्म को सहलाने लगे।
कोई बूब्स को तो कोई पीठ को सहलाने लगा; कोई मेरे होंठ चूसने लगा तो कोई गर्दन।
अगले पांच मिनट में ही मेरा सारा दर्द गायब हो गया।
अब धीरे धीरे मेरी चुदाई दो लंडों से शुरू हुई।
शुरू में तो बर्दाश्त नहीं कर पाई लेकिन फिर धीरे धीरे मजा आने लगा।
हालांकि उन दोनों के लंड मेरी चूत के खून में लथपथ हो चुके थे।
अब दोनों आदमी मेरी चूत को पूरा चोद रहे थे। बाकी के तीन बारी बारी मेरे मुंह में लौड़ा डाल रहे थे।
मैं झड़ने वाली थी।
बेशर्म होकर मैंने कहा- जोर से चोदो … आह्ह … और फाड़ो इसे!
मैं जैसे पूरी रंडी बन गई थी।
फिर उन्होंने स्पीड बढ़ा दी।
अगले कुछ सेकेंड्स में ही मेरी चूत से फिर पानी बह निकला।
फिर मैं बेड पर कुतिया बना दी गई।
अब दो लोग और बचे थे जिनको मेरी चूत की चुदाई करनी थी।
कुतिया बनकर मैं चुदने लगी और बारी बारी से दोनों ने मेरी चूत को उसी स्टाइल में चोदा।
एक बार फिर से मैं झड़ गई।
चुदाई को चलते हुए आधा घंटा हो गया था। मेरी चूत का बुरा हाल था।
मैंने सोचा कि चुदाई खत्म हो गई। पांचों का पानी निकल चुका है।
लेकिन मैं भूल गई थी दो लोगों का पानी छूटे आधे घंटे से ऊपर हो गया था और अब उनके लंड फिर से मेरे सामने तने खड़े थे।
वो मेरी गांड मारने की बातें करने लगे।
मैंने उनको मना किया लेकिन वो नहीं माने।
वैसे मैंने आज तक गांड की चुदाई भी नहीं करवाई थी तो मैंने सोचा कि गांड में लंड डलवा कर भी देखती हूँ.
तो मैं गांड चुदवाने के लिए तैयार हो गई।
अब उन्होंने मुझे फिर से कुतिया बना लिया और एक ने थूक लगाकर लंड मेरी गांड पर रख दिया।
दो ने मुझे आगे से पकड़ रखा था।
उसने जोर से धक्का लगाया और लंड मेरी गांड में घुस गया।
मैं तड़पने लगी।
चार आदमियों ने मुझे जोर से पकड़ रखा था। मैं कुछ नहीं कर सकती थी। मेरी गांड फट चुकी थी। वो आदमी मेरी गांड चोदने लगा और धीरे धीरे मुझे मजा आने लगा।
जब उसका पानी मेरी गांड में निकला तब तक मेरी गांड खुल चुकी थी और मेरी चूत में फिर से चुदाई की इच्छा जाग चुकी थी।
अब दूसरे आदमी ने मेरे ऊपर चढ़ाई कर दी।
इस बार लंड मेरी चूत में उतारा गया।
वो मुझे चोदने लगा तो तीसरे ने रोक लिया और अपने लंड को मेरी गांड पर टिका कर धक्का दे दिया।
मेरी गांड के छेद ने अब दूसरे लंड का स्वागत आराम से किया।
अब मेरी चूत में भी लंड था और गांड में भी।
दर्द तो बहुत हो रहा था लेकिन मजा भी बहुत आ रहा था।
पांचों ने मेरी गांड और चूत खूब चोदी।
वो मुझे बेड पर खड़ी करके मेरी चूत और गांड एक साथ मार रहे थे।
पांचो ने बारी बारी से चोदते हुए मेरी चूत में ही पानी निकाला।
मेरी चूत उनके वीर्य से भर गई।
मैं कुछ देर टांगें फैला कर पड़ी रही।
जब मैं उठने लगी तो मेरे से उठा नहीं जा रहा था। मेरी टांगें कांप रही थीं।
मेरी बहुत चुदाई हो चुकी थी।
मेरे से चला भी नहीं जा रहा था।
बेड की चादर खून से खराब हो चुकी थी।
मैंने उन सब की मदद से बेड में से नई चादर निकाल कर बिछा दी।
अब मेरे से एक कदम भी नहीं चला जा रहा था।
मैंने कहा कि मुझे मेरे बेडरूम में छोड़ दो तो एक ने मुझे उठा लिया और मेरे बेडरूम में बेड पर छोड़ दिया।
मेरे पति सोए हुए थे। तीन घन्टे तक पांचों ने मुझे रंडी की तरह चोदा था।
उस बीच मैं कई बार झड़ गई।
सुबह मेरे से उठा नहीं जा रहा था। मेरे पति ने उन पांचों को चाय पिलाई और वो चले गए। @desi_story
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2022-04-27 19:30:42 धीरे से उसने मेरे कान में कहा- मैम प्लीज, शोर मत मचाना, मैं आपको कुछ देर पहले देख रहा था। मुझसे नहीं रुका जा रहा है, मैं ऐसे आपको परेशान नहीं करना चाह रहा था।
उस आदमी का लंड मेरी जांघों पर टकरा रहा था।
मुझे बहुत अच्छा लग रहा था।
उसका लंड मेरे पति से काफी मोटा लम्बा था और एकदम से गर्म हुआ पड़ा था।
मैंने कहा- आप कुछ देर रुको, मैं ऐसे अभी नहीं रह सकती यहां! पति को देखकर आती हूं।
मैं अंदर गई और दस मिनट तक पति से चिपक कर लेटी रही।
जब मुझे लगा कि वो गहरी नींद में चले गए हैं तो मैं चुपचाप से उठकर बाहर आ गई और दरवाजे को बंद कर दिया।
मगर अब तक वो आदमी जा चुका था।
मैं उनके बेडरूम की ओर गयी तो दरवाजा खुला हुआ था और वो आदमी बेड पर बैठा हुआ था, उसके बाकी साथी सो रहे थे।
मैंने उसको बाहर आने का इशारा किया तो उसने मुझे अंदर बुला लिया, कहने लगा कि सब गहरी नींद में हैं कोई नहीं उठेगा।
ये बोलकर उसने मुझे वहीं दीवार से लगा लिया और अपना लंड मेरे हाथ में दे दिया।
उसके गर्म मोटे लंड को हाथ में लेकर मैं सहलाने लगी।
वो मेरे होंठों को चूसने लगा और मेरी चूत को सहलाने लगा।
मुझे चूत पर हाथ से मसलवाते हुए बहुत मजा आ रहा था क्योंकि मैं अभी कुछ देर पहले ही अपने पति के लंड के चुदवाकर आई थी और चूत में हल्का सा मीठा मीठा दर्द भी हो रहा था।
अब उसने मुझे जमीन पर लिटा लिया और मेरे बूब्स दबाने लगा।
फिर उसने मेरी टांगें फैलाकर अपना मुंह मेरी चूत पर रख दिया और चूत चाटना शुरू कर दिया।
मैं जोर जोर से सिसकारियां लेने लगी। मुझे बहुत मजा आ रहा था।
फिर उसने कुछ देर चाटने के बाद अपना लंड मेरे होंठों पर फिराना शुरू कर दिया।
मैंने मुंह खोल लिया और उसने लंड को मेरे मुंह में दे दिया और चोदने लगा।
उसका लंड काफी लम्बा लग रहा था। मैं जान गई थी कि आज सच में ये मेरी चूत को फाड़ देगा।
मेरी चूत से पानी निकल रहा था।
अब उसने अपना लंड मेरी चूत पर रख कर जोर से धक्का लगाया तो लंड मेरी चूत को चीरता हुआ आधा अन्दर घुस गया।
मेरी चूत ज्यादा खुली नहीं थी क्योंकि मैंने अपने पति के सिवाय किसी और से सेक्स सम्बन्ध नहीं बनाए थे।
मेरी चूत में आधा लंड जा चुका था।
उसका लंड मोटा होने की वजह से चूत में पूरा नहीं जा रहा था।
फिर उसने एक जोर का धक्का लगाया, लंड पूरा मेरी चूत में घुस गया।
मेरी जोर से चीख निकली।
चीख सुनकर उसका दोस्त जाग गया और वो हमको ऐसे देखकर हैरान हो गया।
फिर बाकी लोग भी उठ गए।
मैं सबके सामने नंगी अपनी चूत में लंड लिए पड़ी थी।
एकदम मैं उठकर एकदम से जाने लगी तो उन्होंने मुझे वहीं पर रोक लिया और बाहर नहीं जाने दिया।
वो सब केवल अंडरवियर में थे और इतनी देर में सबके लौड़ों में तनाव आ चुका था।
दो के लंड तो कच्छे को फाड़ने पर उतारू हो चुके थे।
इतने सारे मर्द एक साथ देखकर मेरे अंदर भी और ज्यादा चुदास उठने लगी।
मैंने सोचा कि ऐसा मौका फिर शायद नहीं मिलेगा। मैंने कभी पराये लंड का स्वाद नहीं चखा था और आज मेरे पास पांच पांच लंड थे।
मन में मैंने सोच लिया कि आज जो होगा देखा जाएगा, मैं अपनी चूत की प्यास को ऐसे अधूरी नहीं छोड़ सकती।
इतने में ही उन्होंने मुझे बेड पर लिटा लिया।
नंगी तो मैं पहले ही थी।
सभी ने मुझे चारों ओर से घेर लिया और दो लोगों ने मेरे बूब्स दबाने शुरू कर दिए। बाकी तीन लोग मेरे बदन को चूमने लगे।
अब सभी ने अपने अंडरवियर निकाल दिए।
वो पांचों पूरे नंगे हो चुके थे। सभी के लंड बहुत बड़े थे। मुझे बहुत डर लग रहा था कि अब मेरा क्या होगा।
फिर पांचों ने मुझे अपना लंड चूसने को कहा।
मैं सब का लंड बारी बारी चूसने लगी।
पांचों मेरे बदन पर हाथ फिरा रहे थे।
9ff1e5242bf23892191894f1f17997…
कुछ देर बाद मुझे दोबारा बेड पर गिरा लिया गया और वो मेरे बदन को चूमने लगे।
कोई मेरी चूत में उंगली कर रहा था तो कोई मुंह में लंड दे रहा था।
कोई मेरी गांड को दबा रहा था और कोई उसमें उंगली देने की कोशिश कर रहा था।
इतने सारे मर्दों का स्पर्श अपने बदन पर पाकर मैं जैसे मदहोश हुई जा रही थी।
मुझे ये सब इतना अच्छा लग रहा था कि मैं बता नहीं सकती।
ये मेरा पहला अनुभव था। मेरी चूत लगातार पानी छोड़ रही थी।
अब पांचों मुझे चोदने को तैयार थे।
एक आदमी बेड पर लेट गया, फिर दो लोगों ने मुझे उठाकर उसके लंड पर बिठा दिया।
मेरी चूत इतनी गीली हो गई थी कि उसका लंड मेरी चूत में पूरा घुस गया।
वो नीचे से मुझे चोदने लगा और तीन आदमी मेरे सामने लंड खड़ा करके बारी से मेरे मुंह में डालने लगे और एक मेरे जिस्म से खेलने लगा।
दो मिनट में ही मेरी चूत ने पानी फेंक दिया।
मैं इतने मजे को सहन नहीं कर पाई।
फिर दो मिनट के बाद वो पहला आदमी झड़ गया।@desi_story
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2022-04-27 19:30:42 घर आए मेहमानों ने मुझे आगे पीछे से चोदा@desi_story
दोस्तो, मेरा नाम पूजा है। मेरी उम्र 22 साल है।
ये बात तब की है जब मेरी शादी को करीब तीन महीने हुए थे। उस समय मेरी उम्र 19 साल थी।
एक बार हम पति पत्नी घर पर अकेले थे। मेरी सास उसी दिन मेरी ननद से मिलने गई हुई थी।
हमारी शादी हुए करीब तीन महीने हुए थे। रात के ग्यारह बज रहे थे। मैं ओर मेरा पति बेडरूम में बेड पर होंठों में होंठ डालकर पूरे मदहोश हुए पड़े थे।
तभी किसी ने दरवाजा खटखटाया।
मेरे पति दरवाजा खोलने चले गए।
जब उन्होंने दरवाजा खोला तो क्या देखा कि दरवाजे पर पांच आदमी खड़े हुए थे।
मैं भी अपने पति के पीछे चली गई। मैंने काले रंग की पैंटी पहनी हुई थी। मैं छिपकर पीछे खड़ी हुई उनकी बातें सुन रही थी।
वो कहने लगे कि दूर जाना है लेकिन अब रात को बस, टैक्सी या होटल कुछ भी नहीं मिल रहा है। खाने के लिए भी कुछ नहीं मिल रहा है, यहां कुछ खाने को मिल सकता है क्या?
पहले तो मेरे पति सोचने लगे लेकिन फिर बाद में उनको उन भूखे प्यासे लोगों पर तरस आ गया।
वो अंदर आकर बैठ गए और मैंने उनके लिए खाना बनाना शुरू कर दिया।
मेरे पति उनके पास ही बैठ गए।
खाना खिलाकर हमने उनके सोने का इंतजाम भी कर दिया।
वो पांचों सोने के लिए चले गए।
उनके जाने के बाद पति ने फिर से मेरी मैक्सी उतार दी और मैं काली पैंटी में फिर से काफी सेक्सी लग रही थी।
मेरे पति मेरे ऊपर टूट पड़े और आधे घंटे तक मेरे जिस्म को काटते और नोंचते रहे। हम दोनों ही नंगे थे, बस एक दूसरे चूसे चाटे जा रहे थे।
फिर उन्होंने मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया।
मुझे बहुत मजा आ रहा था।
फिर मेरे पति ने अपना 6 इंच का लंड मेरे मुंह में डाल दिया।
मैंने भी लंड को खूब चूसा।
अब हम दोनों से ही चुदाई शुरू करने के लिए इंतजार नहीं किया जा रहा था।
मैं पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी।
पति ने मेरी चूत पर लंड को रखा और जोर से झटका लगा दिया। एक बार में ही उनका लंड मेरी चूत में फंस गया।
मेरी जोर से चीख निकली ऐसा लग रहा था कि जैसे लंड में से आग निकल रही हो।
वो मुझे चोदने लगे। वो धक्के लगा रहे थे और मैं दर्द में तड़पती हुई चिल्ला रही थी।
चुदते हुए मेरी नजर दरवाजे पर पड़ी तो एक आदमी हमें देख रहा था।
दरवाजा हल्का सा खुला हुआ था। शायद मेरे पति सेक्स की आग में दरवाजे को लॉक करना भूल ही गए थे। मैं चुदाई के दर्द में इतना आनंद ले रही थी कि मैंने पति को बताना ठीक नहीं समझा और ऐसे ही मजे लेकर चुदती रही।
फिर मैंने देखा कि वो अपने लंड को हाथ में लिए हुए सहला रहा था।
उसका लंड पूरा खड़ा हुआ था और वो हम पति पत्नी की लाइव चुदाई देखकर मुठ मार रहा था।
चार पांच मिनट के बाद मेरे पति मेरी चूत में झड़ गए और थक कर एकतरफ लेट गए।
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मेरी चूत का पानी अभी नहीं निकला था और मैं चाह रही थी कि इसकी प्यास भी झड़कर शांत हो जाए!
लेकिन पति का काम तो पूरा हो चुका था, वो तो पांच मिनट के बाद ही खर्राटे लेने लगे।
मैं भी हांफ रही थी और पड़ी हुई थी।
फिर मैं उठी और दरवाजा ढालकर बाथरूम में चली गई।
शायद वो आदमी चला गया था।
मैं अपनी चूत को धोकर वापस आई।
पति के पास वापस जाने से पहले मैंने सोचा कि बाहर देखकर आती हूं कि कोई और तो नहीं खड़ा है।
मैं बाहर गई तो बाहर पूरा अंधेरा था और कोई दिखाई नहीं दे रहा था। मैं थोड़ा और आगे गई तो उस आदमी ने मुझे पीछे से पकड़ लिया और मेरे मुंह पर हाथ रख लिया।@desi_story
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2022-04-27 17:57:46 मैंने कहा- ओके जान … मैं एक नयी पोजीशन में करता हूँ. जिससे तुम सिर्फ चीखोगी.
वो बोली- तुम ऐसा कुछ नहीं कर पाओगे.
मैंने उसे अपनी गोदी में उठा लिया. उसका एक पैर बेड पर और एक पैर मेरे हाथ में रख कर खड़ा कर दिया. साथ ही उसकी कमर दीवार से अड़ा दी. फिर उसे किस करते हुए इतना नीचे किया, जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया.
अपनी चुत में लंड घुसवाते ही वो थोड़ा चिल्लाई मगर मैंने उसकी आवाज को अनसुना करते हुए धक्के मारने शुरू कर दिए.
उसकी गांड जबरदस्त उछल रही थी और उसके मम्मे तो ऐसे उछल रहे थे जैसे निकल कर कहीं भाग ही जाएंगे.
मैं उसे किस करने लगा पर उसे बहुत दर्द हो रहा था.
वो कराहती हुई बोली- जान, मुझे बहुत दर्द हो रहा है.
मैंने उससे कहा- क्यों अब क्या हुआ कुतिया कमीनी, तुझे ही नयी पोजीशन ट्राई करनी थी … साली रंडी अब दर्द हो रहा है.
इस पर वो मायूस हो गई.
मैंने उसकी ओर देखा और पूछा- क्या हुआ?
तो वो बोली- तुमने मुझे रंडी क्यों कहा, मैंने तुम्हारे साथ सेक्स किया तो तुम मुझे रंडी बोलोगे?
मैंने उससे कहा- रंडी का काम क्या होता है … सेक्स करना. पर वो सबके साथ सेक्स करती है, जबकि तुम मेरे साथ करती हो … इसलिए तुम सिर्फ मेरी ही रंडी हो.
इस पर वो थोड़ा मुस्कुराई और मुझे किस करके अच्छे से चुदने लगी.
जैसे ही उसकी चूत में मेरा लंड जाता, वो उछलती और दर्द से कराह उठती ‘आहह हह आअ ह्हह ऊऊह्ह …’
उसकी आवाज मेरे कानों में मिश्री सी घोलती.
कुछ देर बाद वो फिर से झड़ गयी और मेरे ऊपर गिर गयी.
मैंने उसे संभाला, मैं बोला- बस मेरा भी होने वाला है … जल्दी से बताओ … मैं कहां निकालूं?
वो बोली- मुझे अपने मुँह में झड़वाना है.
मैंने उससे ओके कहा और उसकी चूत से लंड निकाल लिया.
वो झट से घूम कर बेड पर बैठ गई और मेरा लंड चूसने लगी.
वो अबकी बार और भी ज्यादा मजे से मेरा लंड चूस रही थी.
कुछ देर आराम करने के बाद हमारे बीच फिर से घमासान चुदाई हुई.
मेरा लंड फिर से उसके मुँह में झड़ गया और उसी के ऊपर बेड पर लेट गया.
वो मेरा सारा पानी पी गयी और उसने मेरा पूरा लंड चाट कर साफ़ कर दिया.
फिर मैं सीधा लेट गया और वो मेरे ऊपर अपना सर रखकर मुझसे लिपट कर लेट गयी.
तब लगभग 3:30 बज रहे थे.
वो बोली- जान तुमने मुझे आज खुश कर दिया. मैं बहुत खुश हूँ.
मैंने कहा- तुमको दर्द भी तो हो रहा था.
वो बोली- इस खुशी के सामने दर्द कुछ नहीं था.
मैंने उसके माथे पर एक किस किया और उससे चिपक गया.
वो बोली- एक बात बताओ, तुमने मुझे इतनी देर तक कैसे चोदा? इतनी देर तक तो किसी की टाइमिंग नहीं होती.
मैंने उससे कहा- यही तो तुम्हारा दूसरा सरप्राइज है. मैंने ख़ास तुम्हारे लिए टेबलेट ली थी, जिससे टाइमिंग बहुत ज्यादा बूस्ट हो जाती है. कैसे लगे दोनों सरप्राइज?
वो बोली कि ये इस दुनिया के सबसे अच्छे सरप्राइज थे जान … आई लव यू. आज मैं बहुत खुश हूँ. आज जो तुम बोलोगे, मैं वो करूंगी. तुमको जो भी चाहिए, मुझे बताओ.
मैंने कहा- मुझे तुम चाहिए.
वो बोली- मैं तो तुम्हारी ही हूँ.
इस पर हमने एक दूसरे को फिर से किस किया और लेट गए.
फिर वो बोली- आज तुम मुझसे कुछ भी मांग लो.
मैं बोला- ठीक है, जब मेरा मन होगा, मैं खुद ही मांग लूंगा.
हम दोनों लेटे रहे, फिर चिपक कर सो गए.
दोस्तो, फ़लक के साथ चुत चुदाई का मजा अभी तो शुरू हुआ है. आगे किस तरह से फ़लक ने मुझे अपनी चुत और गांड चुदाई का मजा दिया, वो आपके सामने लिखूँगा. @desi_story
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2022-04-27 17:57:18 में चला गया.
उसे हल्का सा दर्द भी हुआ, उसके मुँह से आह निकली.
वो थोड़े नकली से नखरे करती हुई बोली- प्लीज़ रुक जाओ, मेरी फट जाएगी.
मैंने कहा- बेबी क्या हुआ … तुम्हारी तो पहले से ही फटी हुई है. बस ये अब थोड़ी और बड़ी हो जाएगी.
इस पर उसने कुछ नहीं बोला, वो तो चुदने को पूरी तैयार पड़ी थी, बस जानबूझ कर बोल रही थी.
वैसे मुझे उसकी चुदाई की तेज आवाजों की कोई दिक्कत नहीं थी क्योंकि हम होटल में थे और रूम से आवाज बाहर जाने वाली नहीं थी.
मैंने उसे किस करते हुए एक जोर से धक्का मारा, जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया.
वो बहुत तेज चिल्लाई- आआ अह्ह … मर गई … आह मेरी फट गयी … मैं मर गयी … बाहर निकालो इसे … आह मैं मर जाऊंगी.
उसे बहुत दर्द हो रहा था तो मैं ऐसे ही रुक गया और उसे किस करने लगा, उसके मम्मों को दबाने लगा.
कुछ पल बाद उसका दर्द कम हुआ तो वो खुद ही थोड़ा ऊपर नीचे होने लगी.
जब मैंने उसे ऐसे करते देखा तो मैं समझ गया कि इसका दर्द कम हो गया है.
मैंने धीरे धीरे धक्के मारने शुरू कर दिए.
वो ‘आअह ऊऊह आहह हह …’ की मादक सिसकारियां लेने लगी.
फिर वो कुछ देर बाद बोली- आह मजा आ रहा है … अब थोड़ा तेज तेज करो.
मैंने अपनी स्पीड एकदम से बढ़ा दी जिससे उसे फिर से दर्द होने लगा.
वो बोलने लगी- बाबू इतनी भी तेज नहीं … तुम आराम से ही कर लो.
पर मैंने अब उसकी एक न सुनी और वो चिल्लाती रही- आअह हईई हह्ह आययी ईइ!
उसकी मीठी आवाजें निकलती रहीं और मैं बस तेजी से धक्के मारता रहा.
फिर वो अगले कुछ ही पलों में अकड़ने लगी और झड़ गयी.
वो झड़ कर ऐसे ही निढाल लेटी रही.
मुझे उसकी चूत की अकड़न अब भी महसूस हो रही थी. उसकी चूत टाइट होती जा रही थी और पानी बाहर निकल रहा था.
मैं दो मिनट रुका और जब उसे होश सा आया तो वो मेरी आंखों में वासना भरी निगाहों से देखने लगी.
मैंने अपना लंड बाहर निकला और देखा कि उसकी चूत से पानी आ रहा है और साथ ही हल्का सा खून भी निकल रहा था.
मैंने देखा कि मेरे लंड पर भी खून लगा हुआ था. सच में उसकी चूत काफी टाइट थी जो आज फ़ट गयी थी.
फिर मैंने अपने लंड से और उसकी चूत से खून साफ़ किया.
वो बोली- क्या खून आ रहा है?
मैंने कहा- अरे कुछ नहीं बाबू … सब सही है.
वो फिर से कुछ बोलती, उससे पहले मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से बंद कर दिए.
फिर जब वो रिलैक्स हुई तो मैंने उसे कुतिया बनने को कहा.
वो झट से डॉगी बन गयी.
मैं उसके पीछे आ गया, मैंने उसको कमर से पकड़ा और आराम से अपना पूरा लंड धीरे धीरे करके उसकी चूत में पेल दिया.
उसे दर्द हुआ पर वो कुछ न बोली.
फिर मैंने धक्के मारने शुरू कर दिए और शनै: शनै: उसकी चूत में धक्के तेज करता गया.
केवल 5 मिनट बाद वो बोली- ये पोजीशन तो मैंने पहले भी की है, कोई नयी पोजीशन में मेरी ठुकाई करो न!
मैंने पूछा- तुमने कौन कौन सी पोजीशन में सेक्स किया है?
वो बोली कि वैसे तो काफी सारी पोजिशन में सेक्स किया है, पर सबसे ज्यादा बार सीधे लेट कर और एक डॉगी स्टाइल में ही किया है. तुम इसके अलावा कुछ और तरह से करो. @desi_story
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