2022-05-18 18:50:27
मैंने उससे पूछा- हाथ पैर भी दर्द कर रहे हैं?
दीदी ने कहा- हां हाथ पैर में एकदम दर्द कर रहा है.
मैंने दीदी से कहा- मैं तुम्हारी मालिश कर दूं?
दीदी ने मना किया तो मैंने जोर दिया- इतनी तबीयत खराब है, ऐसे थोड़ी चलेगा. रात में तबीयत ज्यादा खराब हो गई, तो और दिक्कत हो जाएगी. चलो मैं तुम्हारे हाथ पैर में मालिश कर देता हूं. उससे तुमको नींद भी आ जाएगी.
ऐसा बोल कर मैं तेल लेकर आया और दीदी को बोला- तुम अपने हिसाब से लेट जाओ. मैं तुम्हारी मालिश कर दूंगा.
मैंने अपने हाथ से दीदी की मालिश करना चालू कर दी.
आधा घंटा तक मैंने हाथ से मालिश की तो दीदी ने कहा- भाई बड़ा मजा आ रहा है. मेरे पैर में भी मालिश करो ना!
मैं उसके पैर में मालिश करने लगा. मैं मालिश भी कर रहा था और पैर दबा भी रहा था.
आधा घंटा तक मैंने बहन के पैरों की मालिश की और दबाए.
फिर मैंने दीदी से कहा- तुम्हारा सर दबा दूं?
दीदी ने तुरंत हां कह दी.
फिर मैं उसका सर अपनी गोद में उठाकर दबाने लगा.
दीदी को बहुत मजा आ रहा था.
मेरा लौड़ा दीदी के सर को छू रहा था.
दीदी ने कहा- भैया, अब बहुत अच्छा लग रहा है.
मैंने उससे कहा- हां सर दबाने से तुमको नींद भी आ जाएगी.
दीदी ने कहा- तुम बुरा ना मानो तो एक बात कहूं?
मैंने कहा- हां बोलो न!
“मैं सो रही हूं, आप धीरे-धीरे करके मेरे हाथ पैर और सर दबाते रहो. मुझको नींद आ जाए, तब तक.”
मैंने कहा- हां कोई बात नहीं, तुम सो जाओ. मैं दबा देता हूं.
मैं उसके सर को अपने हाथ से दबाने लगा, फिर उसके हाथ दबाए.
कुछ मिनट बाद मैं पैर दबाने लगा.
दीदी बोलने लगी- भैया, मेरा आधा दर्द चला गया. अब तुम सो जाओ.
मैंने कहा- वैसे भी मुझे नींद नहीं आ रही है, तुम सो जाओ. मैं तुम्हारे पैर दबाता रहूंगा.
वो कुछ नहीं बोली.
कुछ पल बाद मैंने दीदी से कहा- दीदी, तुम अपनी कैपरी को थोड़ा ऊपर कर लो, तो मैं और ऊपर तक दबा देता हूं.
उसने अपनी कैपरी को घुटनों के ऊपर कर ली और सो गई.
बीस मिनट तक दबाने के बाद दीदी उल्टी हो कर सो गई.
मैंने उसको फिर से दबाना चालू किया और मालिश करना चालू कर दिया.
अपनी दीदी की गांड देखकर मेरा लौड़ा खड़ा होने लगा और मेरे दिमाग में बुरे ख्याल आने लगे.
मैंने धीरे धीरे दबाना चालू रखा.
फिर मैंने उसको आवाज देकर पूछा- क्या हुआ, सो गई या नहीं?
दीदी ने कहा- सोई नहीं हूं लेकिन अभी नींद आ जाएगी.
मैंने उससे कहा- मैं तुम्हारी पूरी बॉडी को दबा कर मसाज दे दूं?
उसने हां कहा तो मैं उसके बदन को दबाने लगा, उसकी गांड को भी दबाने लगा, उसकी पीठ को भी दबाया.
इससे मेरी दीदी को मजा आ रहा था.
मैं भी बीच-बीच में पूछता जा रहा था कि दीदी मजा आ रहा है?
दीदी हां बोल कर सर हिला देती और मैं उसके बदन की मालिश करने में लगा रहता.
मैं दीदी के सारे बदन को एक घंटे तक अच्छे से दबाता रहा.
उसको भी मजा आ रहा था.
मैंने उससे कहा- दीदी अब तुमको नींद आ जाएगी … तो मैं भी सोने जाऊं?
दीदी ने कहा- हां अब तुम सो जाओ.
मैं खड़ा हुआ और अपने कमरे में चला गया.
उस दिन मैंने यह सब दीदी को छूकर एक अलग सा अहसास किया था. मेरा लौड़ा खड़ा हो गया था.
जब मैं अपने कमरे में आ गया, तब भी मुझसे रहा नहीं जा रहा था.
मैंने सोचा कि आज एक बार दीदी के नाम की मुठ मार लेता हूं.
मैं अपना लौड़ा हिलाने लगा और फोन में एक ब्लू-फिल्म देख रहा था.
कुछ देर बाद लंड झड़ गया तो मैं लेट गया.
आधा घंटा बाद दीदी का मैसेज आया- सो गए क्या?
मैंने कहा- नहीं, अभी सोया नहीं हूं.
दीदी बोली- तुम मेर बदन दबा रहे थे, तो बड़ा अच्छा लग रहा था. पर अब फिर से दर्द होने लगा है.
मैंने दीदी से कहा- तो फिर से आकर दबा दूं क्या?
दीदी ने कहा- हां दबा दो ना … मेरा दर्द कम हो जाएगा.
इधर मेरे अन्दर तो आग लग चुकी थी.
मैंने दीदी से डबल मीनिंग में बात करते हुए पूछा- कहां कहां दबवाना है?
दीदी ने भी कुछ ऐसे ही कहा- पूरा बदन ही दबा दो ना भाई … अच्छा लग रहा था.
ऐसे व्हाट्सएप में हम चैट कर रहे थे.
मैंने फिर से डबल मीनिंग में कहा- दबाने से ज्यादा अच्छा रहेगा कि तुम पूरी बॉडी की मालिश ही करवा लो.
दीदी ने कहा- हां वह भी सही है.
उसने आखिरी में कहा- तुम जो भी करो, कर दो … लेकिन मेरा दर्द कम होना चाहिए.
मैंने कहा- दीदी, मेरे हाथ में इतना जादू तो है ही कि तुम्हारे दर्द को भुला दूंगा.
दीदी ने कहा- तो फिर आ जाओ. मैं भी रेडी हूँ.
मुझे लग रहा था कि दीदी भी डबल मीनिंग में ही बात कर रही थी.
दीदी भी गर्म हो चुकी थी, ऐसा मुझे लगने लगा था.@desi_story
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