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ℍ𝕚𝕟𝕕𝕚 & 𝔼𝕟𝕘𝕝𝕚𝕤𝕙 𝕊𝕖𝕩 𝕊𝕥𝕠𝕣𝕪

टेलीग्राम चैनल का लोगो hindi_chudai_kahani — ℍ𝕚𝕟𝕕𝕚 & 𝔼𝕟𝕘𝕝𝕚𝕤𝕙 𝕊𝕖𝕩 𝕊𝕥𝕠𝕣𝕪
चैनल का पता: @hindi_chudai_kahani
श्रेणियाँ: वयस्क सामग्री (18+)
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 5.46K
चैनल से विवरण

𝑾𝒆𝒍𝒄𝒐𝒎 𝑻𝒐 𝑺𝒆𝒙 𝑺𝒕𝒐𝒓𝒚 𝑪𝒉𝒂𝒏𝒏𝒆𝒍 𝑾𝒉𝒆𝒓𝒆 𝒚𝒐𝒖 𝒄𝒂𝒏 𝑹𝒆𝒂𝒅 𝒂𝒘𝒆𝒔𝒐𝒎𝒆 𝒔𝒆𝒙 𝒔𝒕𝒐𝒓𝒚 𝑰𝒏 𝑯𝒊𝒏𝒅𝒊 & 𝑬𝒏𝒈𝒍𝒊𝒔𝒉
𝑷𝒍𝒛 𝑺𝒉𝒂𝒓𝒆 & 𝑺𝒖𝒑𝒑𝒐𝒓𝒕 𝑼𝒔

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नवीनतम संदेश 27

2021-04-18 22:04:37 मैंने पूछा- गुस्सा क्यों हो रही हो?
वो बोली- बियर के लिए आपने मुझसे क्यों कहा … वहां पर लाइन में सब लोफर लोग थे. पीछे वाले ने मेरी गांड के अन्दर हाथ डाल दिया और मेरी गांड के अन्दर उंगली डालने लगा था. तब मैंने आगे वाले को बोला कि वो मुझे आगे आने दे, उसने हां बोला, तब मैं उसके आगे आ गई. उस साले ने भीड़ होने का फायदा उठा कर अपने लंड को मेरी गांड पर लगा दिया था और लंड रगड़ने लगा था. मैं कुछ समझ पाती कि वो तो धक्का देने लगा था.

मैंने अपनी हंसी रोकी और संजीदा होकर उससे पूछा- अरे फिर?
मैं रानी के साथ हुई धक्कामुक्की का मजा लेने के मूड में था, इसलिए पूरी कहानी बताने के लिए उसको उकसाने लगा.

इस हनीमून सेक्स कहानी के अगले भाग में मैं आपको बताऊंगा कि मेरी नवविवाहिता पत्नी रानी के साथ नैनीताल में हनीमून के दौरान क्या क्या हुआ. उसकी चुदाई की कहानी का पूरा मजा लेने के लिए आप मेरी इस सेक्स कहानी का अगला भाग पढ़ना न भूलें.
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2021-04-18 22:04:31 रानी ने अपनी ड्रेस की तरफ देखा, तो उसकी नंगी चुत सामने से साफ़ दिखने की स्थिति में थी. ये सब देख कर रानी वॉलेट लेकर शर्माते हुए रूम की ओर चल दी. मैं ये सब जीने से देख रहा था.

कुछ पल बाद रानी कमरे में आ गई हम दोनों ने शॉवर लिया और सो गए.
नींद ऐसे गहरी लगी कि हम दोनों जाकर लंच टाइम पर ही उठे.

उसी समय रूम की बेल बजने की आवाज़ आई. रानी एक शॉर्ट ड्रेस में थी, जिसमें से उसकी आधी चूचियां ड्रेस से बाहर निकली हुई थीं. मैंने दरवाजा खोला, तो देखा कि मैनेजर और सुबह वाला बुड्डा वेटर सामने हम दोनों को लंच के लिए इन्वाइट करने आए हुए थे.

वो दोनों रानी की इस हालत में देख कर मुस्कुरा रहे थे. दरअसल वे दोनों रानी को देखने ही आए थे. मैनेजर ने हम दोनों को 30 मिनट बाद लंच के लिए इन्वाइट किया और दोनों चले गए.

हम दोनों लंच के लिए तैयार हो गए. मैंने पैन्ट और शर्ट पहनी और रानी ने बैकलैस ब्लाउज और साड़ी पहनी.
उसकी इस साड़ी में से उसकी नाभि साफ़ दिख रही थी. मजेदार बात तो ये थी कि रानी ने अपनी नाभि में एक सोने की रिंग डाली हुई थी. उसकी पूरी कमर दिख रही थी. चुस्त लपेटी हुई साड़ी के साथ ही उसकी हाई हील की सैंडिलें भी उसकी गांड को कुछ ज्यादा ही बाहर निकाल रही थीं.

फिर हम लोग लंच पर गए. हमने वहां देखा कि मैनेजर भी लंच रूम में था. रूम में 50 से 60 की उम्र के आदमी थे, जिसमें अधिकतर आदमी रानी के हुस्न को देख रहे थे. सच में रानी इस समय एक सेक्सी हॉट लेडी दिख रही थी. मैं और रानी वहां पर एक अकेले नए शादी शुदा कपल थे थे.

लंच से पहले अनाउंस हुआ और बताया गया कि जिन दो पर्सन पर स्पॉट लाइट आएगी. उनको साथ में डांस करना होगा. इसका गिफ्ट ये होगा कि उसका और उसके पार्ट्नर का लंच और डिनर आज के लिए फ्री होगा.

इस घोषणा के ठीक बाद म्यूजिक शुरू हो गया और हॉल में रोशनी का फिंकना शुरू हो गया.

एक मिनट बाद स्पॉट लाइट अचानक से रानी पर आ गई और वो खड़ी हो गई.
स्पॉट लाइट का फिर से घूमना शुरू हुआ और इस बार ये होटल मैनेजर पर आ गई.
दोनों खड़े हो गए.

रानी ने मुझसे पूछा- क्या मैनेजर के साथ डांस करना ठीक रहेगा?
तभी सब लोग ताली बजाने लगे.
मैंने रानी से बोला- कोई बात नहीं, यार डांस का मजा कर लो … उसमें क्या है.

मैनेजर हमारे पास आकर कुछ तेज आवाज में बोला- शायद मैडम नाज़ुक हैं और मेरे साथ डांस के लिए डर रही हैं.
उसकी ये बात सुन कर सब हंसने लगे. इस पर रानी को गुस्सा आ गया और वो डांस फ्लोर पर चली गई.

उन दोनों के फ्लोर पर आते ही एक सेक्सी रोमांटिक गाना बजना शुरू हो गया.

रानी और मैनेजर पास पास आ गए. मैनेजर ने एक हाथ रानी की कमर पर रखा और दूसरे हाथ से रानी का हाथ पकड़ कर उसे कस लिया. ऐसा करने से रानी के चूचे मैनेजर की छाती से दब कर ब्लाउज से निकलने को होने लगे.

मैनेजर रानी के जिस्म का पूरा मज़ा ले रहा था और रानी को भी उसकी पकड़ से मज़ा आ रहा था. इसलिए वो भी उसका पूरा साथ दे रही थी.

कोई 15 मिनट तक डांस के बाद हम दोनों ने लंच किया. रानी बहुत खुश थी.

फिर मैनेजर ने हमारी टेबल पर आकर रानी और मुझे थैंक्स कहा और अपना परिचय दिया. उसका नाम ब्रून था क्योंकि उसकी माँ इंडियन और पिता नाइजीरियन थे. इसलिए वो लम्बा था और उसका रंग काला था.

हम दोनों रूम में आ गए कुछ देर आराम करने के बाद जब शाम हुई, तो हमने कपड़े बदल लिए. रानी ने एक चुस्त लेगिंग्स और टॉप पहन लिया, जिसमें से उसकी चुत और गांड ऐसे लग रही थे, जैसे कि वो नंगी हो. हम लोग शहर घूमने निकल गए. उधर सब लोग रानी को ही देख रहे थे. उसकी चुस्त लेगिंग्स के वज़ह से वो सभी को नंगी सी लग रही थी.

ये नजारा देख कर मैंने उससे बोला- सब तुम्हारी चुत और गांड के उभार देख रहे हैं.
वो बोली- मेरी चुत और गांड की जरूरत का आपका लंड मेरे पास है इसलिए बाकी सबको देखने दो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता.
उसकी बात सुन कर मैं मुस्कुरा दिया.

मैंने कहा- चलो बियर पीते हैं.
तो बोली- नहीं, मैंने कभी नहीं पी है.
मैंने बोला- तो क्या हुआ … आज से शुरू कर लो.
उसने ओके कहते हुए बोला कि दो बियर ले लो.

मैं बोला- बियर शॉप पर भीड़ है, तुम लेने चली जाओ.
रानी बोली- नहीं मैं नहीं जा सकती, वहां सब पियक्कड़ लोग हैं.
मैंने उसको एक तेज नशे वाली बियर का नाम बताते हुए कहा- मुझे पता है … इसी लिए तो बोला.

फिर वो मेरी आंखों के हरामीपन को समझ गई और जाकर लाइन में लग गई. उसके पीछे एक 50 साल का आदमी लग गया. लाइन बड़ी होती चली गई. शाम के समय उधर बियर के ग्राहक बहुत थे. भीड़ और बढ़ती चली गई.

कोई 20 मिनट बाद वो बियर लेकर आ गई और मुझ पर गुस्सा होने लगी.
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2021-04-18 22:04:23 लव मैरिज से पहले ही हम खूब चुदाई कर चुके थे. शादी के बाद हम हनीमून के लिए नैनीताल गए तो मेरी बीवी ने वहां पर खूब सेक्सी अदाएं दिखायी. आप भी मजा लें.

दोस्तो, मेरा नाम योगी है और मेरी पत्नी का रानी है. रानी का फिगर 34-32-36 का है. हमारी शादी लव मैरिज है. हम दोनों ने शादी से पहले लगातार दो साल तक चुदाई की थी. इसलिए रानी को रोज चुदाई की लत लग गई थी. मेरे लंड का साइज़ 18 सेंटीमीटर है.

शादी के बाद हम हनीमून के लिए नैनीताल गए. नैनीताल में हम दोनों को मधुबन होटल में स्टे करना था. जब हम होटल पहुंचे, तब रिसेप्शन पर गए. उधर जाकर मैंने मैनेजर से रूम के लिए कहा.

मैं एक मिनट के लिए दूसरी तरफ देखने लगा, पर जब अचानक से मैंने पलट कर देखा तो पाया कि मैनेजर और उसका स्टाफ मेरी पत्नी रानी की देख रहे थे.
उसका कारण ये था कि रानी ने एक सिंगल पीस वाली शॉर्ट ड्रेस पहनी हुई थी जिसमें उसकी मोटी मोटी जांघें साफ़ दिख रही थीं.

रानी को ये पता चल गया था कि होटल का स्टाफ उसको वासना भरी निगाहों से देख रहा है, तो वो मेरे पास को आ गई और उसने अपना वॉलेट टेबल पर रखने का ड्रामा किया. तभी उसका फोन ज़मीन पर गिर गया. जब वो फोन उठाने के लिए नीचे झुकी, तो होटल स्टाफ की आंखें फटी की फटी रह गई थीं. क्योंकि उसकी लाल रंग की फैंसी पैंटी उसकी चुत खुद को छुपाने की नाकाम कोशिश कर रही थी, होटल स्टाफ को चुत साफ़ दिख रही थी.

Chalu Biwi Upskirt

फिर वो इठलाते हुए उठी और मुस्कुरा कर रूम के लिए चल दी. मैं भी एक वेटर के साथ सामान उठवा कर उसके पीछे चल दिया.

जब हम रूम में गए, तो रानी बेड पर आराम करने के मूड में एकदम से चित होकर लेट गई. उसने अपनी आंखें बंद कर लीं.
मैंने उसको देखा और कहा- हनी, तुम्हारी शॉर्ट ड्रेस ऊपर हो गई है, जिसमें से तुम्हारी चुत साफ़ दिख रही है.
उनसे मेरी इस बात पर कोई तवज्जो नहीं दी और वैसे ही लेटी रही.

फिर मैं फ्रेश होने के लिए टॉयलेट में गया.

फ्रेश होने के बाद जब मैं रूम में वापस आया तो मैंने देखा कि एक वेटर जो कि 60 साल का बुड्डा था, वो कोई सामान रखने रूम में आया हुआ था और उधर ही खड़ा होकर रानी की चुत देख रहा था. उस बुड्डे की कमीनी निगाहें ऐसे चुत को देख रही थीं मानो वो रानी को चोदना चाहता है.

उसने जैसे ही मुझे देखा, तो वो सकपका गया और अगले ही पल वो कमरे से बाहर निकल गया.

मैंने रानी को उठाया और उसे बुड्डे वाली बात बताई.
वो बोली- कोई बात नहीं जान … वो 60 साल का बुड्डा है … उसका तो लंड भी नहीं खड़ा होता होगा. उसको इस उम्र में एक जवान चुत के दीदार तो करने को मिल गए. आज वो पूरी रात मेरी चुत को याद करके अपना लंड हिलाएगा.

ये कह कर रानी मुस्कुराने लगी और उसने मुझसे अपनी चुत की तरफ फिंगर करके चुत चोदने के लिए बोला.

क्योंकि लम्बी यात्रा की वजह से वो 2 दिन से चुदी नहीं थी.

मैं भी उसकी चुत देख कर गर्म हो गया था. मैंने अपना लंड निकाला और पोजीशन बना कर उसकी लाल चुत में घुसा कर उसे ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा. कोई 20 मिनट तक चुत चोदने के बाद मैं उसकी चुत में ही झड़ गया और हम दोनों थक कर बेड पर लेट गए.

तभी उसको याद आया कि वो अपना वॉलेट रिसेप्शन पर भूल आई है. उसने मुझसे वॉलेट लाने को बोला तो मैंने कहा- यार, मैं तुम्हारी चुदाई करके थक गया हूँ … इसलिए रिसेप्शन पर फोन करके यहीं मंगवा लो.

तो रानी बेड से उठी और बिना पैंटी के ड्रेस ठीक करके वो खुद रिसेप्शन पर चली गई. मैं भी चुपचाप उसके पीछे आ गया कि देखूँ रानी क्या करती है.

उसने मैनेजर को वॉलेट के लिए बोला, तो मैनेजर ने उसको ऊपर से नीचे तक देखा और मुस्कुरा कर कहा- हां मेम, आप रुकिए, मैं वॉलेट अन्दर से लाता हूँ. आप प्लीज़ चेयर ले लो.

चेयर फ्लॉटिंग टाइप की थी, जिस पर बैठ कर फ्लॉटिंग करते है … यानि आगे पीछे रेस्ट करते हुए आराम की मुद्रा में बैठते हैं.
चुदाई के कारण रानी थकी हुई थी. वो चेयर पर पसर कर बैठ गई और टांगें घुटनों से उठा कर लेट कर आराम करने लगी. उसने इस समय अपनी आंखें बंद कर रखी थीं.

कोई 5 मिनट बाद उसने आंख खोलीं, तो देखा कि मैनेजर उसके सामने खड़ा है और मुस्कुरा रहा है.

तभी अचानक से रानी को चुत से पानी रिसता सा महसूस हुआ, जिससे उसकी आंखें खुल गईं. उसकी चुत से मेरे लंड का पानी निकल रहा था. उसे याद आया कि उसने पैंटी नहीं पहनी है.

रानी ने उठ कर देखा, तो सामने मैनेजर एक कैजुअल पैन्ट में खड़ा था. जिसमें से उसका लंड पैन्ट में टेंट बनाए हुए था.

मैनेजर ने रानी को आंख खोलते हुए देख, तो उसने वॉलेट देते हुए कहा- मैंने आपको जगाया नहीं था मेम … मुझे लगा कि आप काफी थकी हुई हैं और आपके आराम में खलल डालना मुझे ठीक नहीं लगा.
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2021-04-18 22:04:15 उसकी गान्ड अब बराबर लंड का जवाब देने लगी। मामी की सिसकारी निकल रही थी- आहह आहह आहह राज और तेज़ आहह! मैं और तेज़ तेज़ झटके मारने लगा। अब घमासान चुदाई से घर में हलचल मच गई थी। आज हमें रोकने वाला कोई नहीं था। लंड को डाले डाले में नीचे आ गया और मामी मेरे लंड पर कूदने लगी। मैंने उसकी चूचियों को पकड़ लिया और जोर जोर से दबाने लगा. वो मस्त हो कर मेरे लंड पर उछल उछल कर चूत चुदाई का मजा ले रही थी। अब उसने अपनी रफ़्तार बढ़ा दी और चूत से लंड को चोदने लगी। उसकी रफ़्तार बढ़ती जा रही थी और लंड के घोड़े पर सरपट दौड़ रही थी। अब उसकी चूत कसने लगी और लंड पर दबाव बनाने लगी। उसके चेहरे का रंग लाल हो गया और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया. मेरा लन्ड गीला हो गया अब मैं नीचे से तेज़ी से झटके मारने लगा। चूत लंड के बीच में पानी से फच्च फच्च फच्च फच्च फच्च की आवाज तेज होने लगी। मैंने मामी को उतार दिया और उसके होंठों को चूसने लगा। मैं उसके बूब्स मसलने लगा। फिर मैंने उसे बिस्तर पर नीचे लिटाया और उसके ऊपर चढ़ गया। मैं मामी की चूत में लन्ड रगड़ने लगा. लंड को चूत के दरवाजे पर में सेट करके अंदर घुसा दिया और तेज़ तेज़ झटके मारने लगा। अब मामी जोर जोर से चिल्लाने लगी- फ़ाड़ दे मेरी! पूरा लंड घुसा दे मेरे अंदर! आहह आहह आहह और तेज़ तेज़! मैंने अपने लौड़े की रफ्तार बढ़ा दी। अब दोनों खूब गर्म हो गए अब जोरदार चुदाई का खेल शुरू हो गया. कभी वो झटके मारती ... कभी मैं लंड को तेज़ कर देता। तब मैंने मामी की गांड के नीचे तकिया लगाया और उनके पैर खोल दिया. अब लंड और अन्दर तक जाने लगा। अब मेरा लौड़ा बच्चादानी में टकराने लगा। मामी आनन्द से भरी की चीख से कमरा गूंजने लगा. मैं लंड से तेज तेज झटके मारने लगा। अब तक मामी की चूत लाल हो गई थी क्योंकि मेरा लौड़ा बिना रुके अंदर बाहर अंदर बाहर हो रहा था। मामी जैसे स्वर्ग का मज़ा ले रही थी उसकी चूत के पास मेरे लौड़े का कोई जवाब नहीं था। अब उसकी आवाज तेज हो गई और शरीर अकड़ने लगा. उसकी चूत ने फिर से पानी छोड़ दिया. मैं तेज तेज झटके मारने लगा और मेरे लंड ने पानी छोड़ दिया. थोड़ी देर बाद मैं ऊपर गिर गया और मैं शांत हो गया। कुछ देर बाद मेरा लंड मामी की चूत से निकल गया. मैंने कंडोम अलग कर दिया और लंड को मामी के बूब्स में रगड़ के साफ करके लेट गया. हम दोनों पसीने से लथपथ हो गये थे। 20 मिनट बाद मेरा लौड़ा खड़ा हो गया और मामी की गांड में घिसने लगा। वो पलट गई और लंड को मसलने लगी। मैं बोला- मामी, इसे आपकी गांड पसंद आ गई है. वो बोली- नहीं ... पीछे नहीं। मैंने लंड को मामी के मुंह में डाल दिया और झटके मारने लगा. मैं उनके मुंह को चोदने लगा। फिर मैंने कंडोम मामी को दिया उसने लंड को पहना दिया। मैंने तेल की शीशी उठाई और मामी को उल्टा कर दिया तेल की धार गांड में गिराने लगा। अब मैं मामी की गांड के छेद को चौड़ा करने लगा. वो चिल्लाने लगी. मैं धीरे धीरे उंगली से चोदने लगा। अब छेद थोड़ा खुला तो मैंने थोड़ा तेल गांड में और डाल दिया। मामी के दोनों पैरों को मोड़कर मैंने उसे आगे को झुका दिया और उसकी गान्ड में लन्ड रगड़ने लगा। अब मैंने उसकी गान्ड के छेद पर लंड का सुपारा टिकाया। और जैसे ही मैंने दबाव बनाया, मामी चीख उठी- ऊईईई ऊईईई मां ... मां मर गई। मैंने एक और जोर का धक्का मारा ऊईईई ऊईईई ऊईईई सीईईई ईईई की आवाज से पूरा कमरा गूंजने लगा। अब मैं लंड को अंदर बाहर करने लगा. उसकी चीख अब सिसकारियों में बदल गई. अब मैं उसे जमकर चोदने लगा। मामी की गान्ड का छेद खुल गया और लन्ड सटासट सटासट अंदर बाहर होने लगा। अब चुदाई ऐसे हो रही थी जैसे रंडी चोद रहा हूं. वो चिल्लाती रही ... मैं अपने झटकों की रफ्तार तेज करने लगा। अब वो गांड मटकाने लगी और खुद आगे पीछे करने लगी। उसकी गान्ड चोदने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। मैं पहली बार किसी की गांड चोद रहा था वो भी मेरी मामी की! अब मैंने लंड निकाल लिया और उसे बेड के नीचे किया। मैंने उसे बेड पे ऐसे लिटाया कि वो लटक रही हो और पीछे से लंड घुसा कर चोदने लगा। मेरा लौड़ा जैसे ही झटका मारा उसकी चीख निकल पड़ी. मैंने उसे बिस्तर पर दबा दिया और तेज़ तेज़ झटके मारने लगा. वो चिल्लाती रही ... मैं मामी की गांड चोदता रहा। अब मेरा लौड़ा उसे ऐसे चोद रहा था जैसे कोई घोड़ा घोड़ी चोद रहा हों। पलंग ऐसे हिल रहा था जैसे भूकंप आ रहा हो। अब तक मामी बेहाल हो गई थी. पर मैं अपने लंड को गांड में अंदर बाहर अंदर बाहर करता रहा. मामी की गान्ड से फक्क फक्क की आवाज आ रही थी। मैं झड़ने वाला था तो मैंने अपना लंड मामी की गांड से निकाल लिया और कंडोम उतार दिया. तब मैंने मामी की चूचियों पर थूक लगाया और लंड को चूचियों में दबाकर चोदने लगा। मैं झटके मारने लगा और एकदम से मेरा शरीर अकड़ने लगा.
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2021-04-18 22:04:11 फैमिली सेक्स की कहानी में पढ़ें कि मैं अपनी मामी की चूत का मजा ले रहा था. मामी भी मेरे साथ खूब मजा लेती थी चुदाई का. एक दिन मैंने मामी की गांड मारी.

नमस्कार दोस्तो, मैं आपका राज शर्मा आपका हिन्दी सैक्स कहानी पर स्वागत करता हूं।

जैसा कि आपने कहानी के पहले भाग
सगी मामी के साथ सेक्स की शुरुआत
में पढ़ा कि मेरे मामा के फील्ड जाते ही मैं अपनी मामी को चोदने लग जाता हूं।

>सुबह जब मेरी नींद खुली तो 10 बज चुके थे.
मामी भानजा दोनों नंगे बदन एक दूसरे से लिपट कर सोए हुए थे।
मैं उठा और मामी के होंठों को चूम कर मामी को जगा दिया।

उस दिन हम दोनों साथ साथ नंगे नहाये।

चुदाई के लालच में शाम को सारे काम जल्दी करके हम बिस्तर पर आ गए और रात भर चुदाई की।
फिर हम कभी कभी दिन में भी राउंड लगा देते।

दोस्तो, उसके बाद जब भी मामा फील्ड पर जाते तो मैं मामी को मामा के लंड की कमी नहीं होने देता और अपने लंड से उनकी सेवा करता।< अब मैं और मामी चुदाई का मजा लेने का मौका देखते रहते हैं। अब मैं आगे की कहानी पर आता हूं। मामा के आफिस से उनको फील्ड मैं इस बार श्री गंगानगर जिला भेजा गया। अब घर में मैं और मामी दोनों ही थे; अब हमें रोकने वाला कोई नहीं था। मामी बोली- राज मॉल चलो मुझे कुछ सामान लेना है। मैंने कहा- चलो मामी. तो मैंने तैयार होकर बाइक निकाली और हम दोनों मॉल पहुंच गए। वहां मामी लेडीज स्टोर में गई उसने अपने लियी ब्रा पैन्टी और नाईटी खरीदी। मैंने भी अपने लिए हाफ पैंट लिया और मामी का फेवरेट बनाना फ्लेवर का कंडोम का पैकेट ले लिया। फिर हमने नीचे से खाने का कुछ सामान लिया और घर आ गए। उस दिन गर्मी बहुत थी तो घर आते ही मैंने अपने कपड़े उतार दिए. अब मैं बनियान और हाफ पैंट मैं था। मामी ने भी अपने कपडे बदल कर नाईटी पहन ली। मैंने मामी को दीवार से लगा दिया और उसके होंठों को चूसने लगा। साथ ही मैंने अपना हाथ मामी की पैंटी में घुसा दिया और मामी की चूत को सहलाने लगा। मामी ने मुझे अपने जिस्म से अलग किया बोली- राज, अभी नहीं! अभी खाना तैयार करना है. फिर हमारे पास पूरी रात पड़ी है. मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूं। इतना बोल कर वो रसोई में चली गई और मैं अनमना सा होकर टीवी देखने लगा। फिर हमने खाना खाया और मामी रसोई का काम निपटा कर दो गिलास दूध लेकर रूम में आई। मामी ने नाईटी के अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी उनके बूब्स साफ़ दिख रहे थे। घर में कोई नहीं था तो हमने दरवाजा को बंद नहीं किया। फिर हम दोनों ने दूध पिया और बिस्तर पर आ गए। मैंने मामी को अपनी ओर खींचा और उसके होंठों को चूसने लगा वो भी मेरा साथ देने लगी। चूमाचाटी करते करते मैंने धीरे धीरे उसकी नाईटी उतार दी। फिर मैं मामी के तने हुए बूब्स को मसलने लगा और दोनों एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे। अब मामी को लंड की जरूरत थी तो उन्होंने मेरे लौड़े को सहलाते हुए मेरा पैंट नीचे कर दिया और लंड बाहर निकाल लिया। मैंने मामी को बिस्तर पर लिटा दिया और उसकी पैन्टी उतार दी। अपने कपड़े उतार कर मैं ऊपर आ गया। मैंने अपने लौड़े को मामी के दोनों बूब्स पर रख कर थूक लगाया और मसाज करने लगा। इससे मेरा लौड़ा पूरा खड़ा हो गया और गर्म हो गया। मैंने लंड को मामी के मुंह में घुसा दिया और झटके मारने लगा। वो भी मेरे लंड को मजे से चूसने लगी और लंड को अंदर बाहर करने लगी। अब मैं मामी को 69 अवस्था में किया और उसकी चिकनी गुलाबी चूत को चाटने लगा। मैं जैसे ही जीभ मामी की चूत में घुसाता, वो मेरे लंड को दांतों से दबा देती। मैंने अपनी जीभ पूरी चूत में घुसा दी और जोर से चूसने लगा. मामी मेरे लंड को तेज़ तेज़ गपागप चूसने लगी। अब मैंने कंडोम निकाला और मामी को दिया. उन्होंने मेरे लौड़े को कंडोम पहना दिया। मैंने मामी की चूत में थूक लगाया और चूत के छेद पर टिका कर एक झटके में पूरा लंड घुसा दिया मामी की गीली गर्म चूत में! मामी चीख पड़ी- ऊईईई ऊईईई आहह आहह ... मैं मर जाऊंगी राज ... ऊईईई ऊईईई उम्म्हा! मैंने उसकी एक ना सुनी और लन्ड के तेज़ तेज़ झटके मामी की चूत में मारने लगा। अब उसकी आवाज तेज होने लगी. मेरा लौड़ा अब जोश में आकर तेज तेज झटके मारने लगा। अब वो भी गर्म हो गई और लंड को मजे से चूत में लेने लगी। मैं उसकी चूचियों को दबाने लगा और उसकी चूत को ऊपर से सहलाने लगा। अब हम दोनों चुदाई का मज़ा लेने लगे। मामी बोली- राज आज से 7 दिन मैं तेरे लंड की गुलाम हूं. मुझे जम कर चोदो। अब मैं जोश में आ गया और लन्ड की रफ्तार बढ़ा दी. अब गपागप गपागप लंड चूत के अंदर बाहर करने लगा। मैंने मामी को घोड़ी बनाया और अपना लौड़ा उसकी चूत में डाल दिया और तेज़ तेज़ लंड से झटके मारने लगा। मामी अपनी गांड को आगे पीछे करने लगी और लंड लेने लगी.
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2021-04-18 22:04:03 मैं थोड़ी देर रूका और उसे सहलाने लगा. उसका दर्द कम हुआ, तो मैंने फिर से जोर से धक्का मारा. अबकी बार मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चुत में सरसराता हुआ घुस गया.

उसे बहुत दर्द होने लगा. उसकी आंख से आंसू बहने लगे और वो मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी. मैंने भी उसको कसके पकड़ लिया.

थोड़ी देर बाद उसको भी अच्छा लगने लगा. वो भी अब गांड उठा कर मेरा साथ देने लगी.

अब मैं जोर जोर उसकी चुत में लंड पेल रहा था.
जया भी मजे से ‘और तेज करो … आम्म अहम … आह ऐसे ही करो .’ बोल कर मेरा उत्साह बढ़ा रही थी.

मैं भी उत्साह में आकर बहुत तेजी से पेल रहा था.

दस मिनट के बाद जया अकड़ने लगी और झड़ गई.
मैं अभी भी जोर जोर से आगे पीछे धक्का दिए जा रहा था.

कुछ देर के बाद मैं भी जया की चुत में ही झड़ गया.
वो भी मुस्कुराने लगी.

मैंने उसे चूमा और हम दोनों ने बाथरूम में जाकर खुद को साफ़ किया.

उधर हम दोनों फव्वारे के नीचे खड़े होकर नहाये और बाहर आ गए.

कमरे में आकर उसने मुझे एक किस किया और बोली- दो दिन बाद मेरे मम्मी पापा, मामा के घर दो दिन के लिए जाने वाले हैं. तुम उन दिनों रात को घर पर भी रुक जाना.

मैंने उसकी बात समझ ली कि इसको मुझसे खुल कर चुदना है.

उस दिन जया की चुदाई की कहानी कैसे लिखी गई. ये सब मैंने बाद में सुनाऊंगा. मैंने दो दिन में उसकी चुत का भोसड़ा कैसे बनाया, इसका बहुत ही गर्म मजा आपको अगली सेक्स कहानी में पढ़ने को मिलेगी.
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2021-04-18 22:03:57 अब मैं डरते डरते उसके घर पहुंचा, तो घर पर जया अकेली थी.

मुझे देखकर वो डांटने वाली भाषा बोलने लगी- दो दिन से कहां था … घर पर क्यों नहीं आया?

मैं कुछ बोलता, उसके पहले ही जया ने मुझे गले से लगा लिया और किस करने लगी.
उसके चुम्बनों के साथ उसकी रोने की आवाज भी आने लगी.

मैंने पहले से ही सहमा हुआ था. ये सब देख कर तो मेरी हक्की-बक्की गोल थी कि अब ये सब क्या है.
मैंने पूछा- क्या हुआ?
जया- मैंने आपको गलत समझा था लेकिन दो दिन तुमको नहीं देखा, तो मुझे पता चल गया कि मुझे भी तुमसे प्यार हो गया है.

इतना बोल कर जया ने मुझे फिर से गले लगा लिया और हम दोनों एक दूसरे की बांहों में जकड़ कर किस करने लगे.

पांच मिनट तक किस करने के बाद मैंने उसके कुरते को ऊपर कर दिया और उसके रसभरे मम्मों को पकड़ कर दबाने लगा.

आह क्या मुसम्मियां थीं … छोटी छोटी लेकिन एकदम गोल और मक्खन की तरह मुलायम.
मैंने एक को मुँह में भर लिया और दूसरे को जोर से दबाने लगा.

जया को मजा आने लगा और वो मादक सीत्कार भरते हुए मेरे साथ देने लगी.

थोड़ी देर बाद जया बोली- बस अब रूक जाओ. मम्मी पापा अभी आने ही वाले हैं. तुम कल सुबह 10 बजे के बाद आना. उस समय मैं अकेली रहूँगी.
मैं उसकी बात से खुश होकर चला गया.

सारी रात उसके बारे में सोचने और जया के नाम की मुठ मार कर मैं सो गया.

सुबह जल्दी उठ कर नहा धो तैयार हुआ, लंड की झांटों की सफाई की. अपने लंड पर खुशबूदार क्रीम लगाई और उसे खड़ा करके भी देखा.

इसके बाद मैं जया के घर जाने के लिए तैयार ही गया. आज मैं बहुत खुश था, तो मेरी सगी बहन ने मुझे पूछ लिया कि भाई क्यों आज इतना खुश क्यों हो?
मैंने कहा- कुछ नहीं … बस यूं ही.

मैं जया के घर की ओर निकलने लगा. अभी मैं उसके घर पहुंचा ही था कि सामने से चाचा चाची मिल गए.

चाचा ने मुझसे देखते हुए कहा- तू अच्छा आ गया. जा घर पर चला जा, जया अकेली है. तुम घर जाकर उसका ध्यान रखना. हम दोनों खेत जा रहे हैं और शाम तक ही आ पाएंगे.

मैंने हां बोला और चाचा के घर चला गया.
मैं भी सोच रहा था कि चाचा आज आपके घर मुझे खेत में हल चलाना है.

उसके घर जा कर मैंने देखा तो जया एकदम तैयार होकर खड़ी थी. मैंने उसे देखा, तो देखते ही रह गया … क्या माल लग रही थी.

मैंने दरवाजा बंद कर दिया और जाकर उसको पकड़ कर किस करने लगा, वो भी बड़ी बेताबी से मुझे किस करने लगी.

किस करते करते मैंने उसको उठा कर बिस्तर पर ले गया और उसके मम्मों को ऊपर से ही दबाने लगा.

वो बिस्तर पर बिंदास फ़ैल कर मेरे हाथों से अपने मम्मों की मालिश का मजा लेने लगी.

फिर मैंने उसकी कुर्ती को निकाल दिया. अन्दर उसने ब्रा नहीं पहनी थी.
मैंने उसके दोनों मम्मों को एक एक करके मुँह में भर कर चूसना शुरू कर दिया.

उसके बाद मैंने उसकी लैगीज को निकाल फैंका. जया अब मेरे सामने सिर्फ पैंटी में पड़ी थी.

मैं उसे देखा और आंख मारी, तो वो मुस्कुरा कर उठ गई.
उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए.

मैं अब उसके सामने नंगा था.

जया ने मेरा 7 इंच का खड़ा लंड देखा, तो डर गई और बोली- ये तो कितना बड़ा मोटा है … अन्दर कैसे जाएगा!
मैंने कहा- आराम से डालूंगा … तो चला जाएगा.

वो कुछ ना बोली.

मैंने उसके होंठों पर अपना होंठ रख कर किस करने लगा.

जया तो पहले से ही चुदने का मूड बनाए हुए थी. कुछ ही पलों के चुम्बनों के बाद वो भी गरम हो गई थी. वो मुझसे ज्यादा जोर से मेरे होंठ खाने लगी.

मैंने फिर से उसके मम्मों को बारी बारी से अपने मुँह में लेकर चूसने लगा और एक हाथ उसकी चुत पर रखकर रगड़ने लगा.

जया की चुत ने पानी छोड़ दिया था, उसकी चुत गीली हो चुकी थी.

क्या चुत थी जया की … आह बिना बाल की उसकी चिकनी चूत देखकर मैं तो पागल सा हो गया और टांगें फैलाते हुए चुत को पसार दिया.

उसने समझ लिया और अपनी चुत को एकदम से उठा दिया, उसी पल मैं उसकी चुत पर मुँह रखा और चुत चाटने लगा.

मैं बेतहाशा चुत चाटे जा रहा था.

इससे जया भी अब ‘आहह ओहह ओइ मांआआ .’ करने लगी और बोलने लगी- आह अज्जू अब रहा नहीं जा रहा है … फाड़ दो मेरी चुत को … आह घुसा दो अपना पूरा का पूरा लंड मेरी चुत में पेल दो.

मैंने जरा सी भी देर न करते हुए उसकी चुत पर लंड रख कर रगड़ने लगा.

वो बोली- साले अब और न तड़पा … आ जाओ ना अन्दर मुझे पेल दो.

मैंने लंड उसकी चुत पर सैट किया और जोर से धक्का दे मारा.
उसकी चुत सील पैक थी इसलिए मेरा लंड फिसल गया.

मैंने दूसरी बार लंड चुत की फांकों में सैट किया और एक हाथ से धीरे से धक्का मारा, तो मेरा लंड का टोपा ही अन्दर जा सका.

वो लंड के टोपे से ही चिल्ला उठी. मैंने जोर से धक्का मारा, तो आधा लंड उसकी सील तोड़ता हुआ अन्दर घुस गया.

मेरी बहन रोने लगी और चिल्लाने लगी- उई मां मर गई रे … आह मुझे बहुत दर्द हो रहा है … निकाल ले साले.
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2021-04-18 22:03:52 इंडियन सिंपल गर्ल सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मेरे चाचा की बेटी बहुत खूबसूरत माल जैसी है. पर वो सादगी से रहती थी. मेरा दिल उसके जिस्म का भोग लगाने को हुआ.

हैलो फ्रेंड्स, मैं अज्जू गुजरात के छोटे से गांव का रहने वाला हूँ.
मैंने अपने दूर के चाचा की लड़की की चुदाई की कहानी लिखी है. ये सब कैसे हुआ, इंडियन सिंपल गर्ल सेक्स स्टोरी पढ़कर आप भी मस्त हो जाएंगे.

ये बात आज से एक साल पहले की उस समय की है, जब मैं बीकॉम के दूसरे वर्ष का छात्र था. मेरे घर में मेरी मां, बड़ी बहन और मैं ही थे. मेरी हाइट 6 फुट है और दिखने में मैं अच्छा हूँ.

मेरे चाचा की लड़की का नाम जया है और वो 21 साल की बहुत ही सेक्सी खूबसूरत माल जैसी लड़की है.

उसका फिगर साईज बड़ा ही जानलेवा है. आप समझ लीजिएगा कि यही कोई 34-30-36 का फिगर है. तनी हुई चूचियां और ठुमकती हुई गांड किसी का भी दिल मचला दे.

उसके इस नाप से आपको समझ आ गया होगा कि जया कितनी बड़ी सेक्सी बॉम्ब है.

उन दिनों जब मैं कॉलेज जाता था, तब मेरे चाचा की लड़की लेडीज ड्रेस आदि की सिलाई का काम करती थी.
वो अपने इस काम के लिए धागे, डोरी, जरी वगैरह चीजें मुझसे ही बाजार से मंगवाती थी.

वह मुझसे बड़ी खुली हुई थी और मैं भी उससे खूब बात करता था.

शुरू में तो मेरी नजरों ने उसे अपनी बहन की तरह ही देखा था.
मगर जब धीरे धीरे उसके गहरे गले से झांकती चूचियों ने मेरे सामने अपना जलवा दिखाना शुरू किया तो दिल बेईमान होता चला गया.

मैं उसको छिपी हुई नजरों से ताड़ने लगा था और अपनी आंखों से ही उसे चोदने लगा था.

एक दिन की बात है, जब मैं उसकी मंगाई हुई चीजें लेकर उसके घर गया, तो जया अपना सिलाई का काम कर रही थी.

उसके सीने पर दुपट्टा नहीं था और मशीन का हैंडल चलाते हुए उसकी चूचियां एक मदमस्त लय के साथ हिल रही थीं.
उसका ध्यान अपनी सिलाई पर लगा था, जिससे वो कुछ झुकी सी थी. इससे उसकी दूधिया चूचियां बड़ा आतंक फैला रही थीं.

उसकी मदमस्त चूचियों को हिलते देख कर मेरा लंड तनतनाने लगा.

मैंने देखा कि जया के कुरते में से उसके चुचे लगभग एक तिहाई साफ साफ दिख रहे थे. उसने अपनी कुर्ती के अन्दर ब्रा भी नहीं पहनी थी. वैसे भी गांव की ज्यादातर लड़कियां ब्रा कम ही पहनती हैं.

अपनी बहन के भरे हुए चुचे देखे मैंने तो मेरा 7 इंच का लंड उठकर टाइट हो गया.
मैं ठगा सा खड़ा अपनी बहन की चूचियों का दीदार करता रहा.

एक मिनट तक ये सिलसिला चलता रहा.
तभी उसकी तन्द्रा टूटी और उसने सर उठाकर मुझे देखा. मैं अभी भी उसकी जवानी को अपनी नजरों से चोद रहा था.

फिर उसकी नज़रों ने मेरी नजरों का पीछा किया और खुद की चूचियों को चुदता देखा.
अगली नजर में उसने मेरे लंड पर नजर फैंकी, तो वो शर्माकर अपने शर्ट को व्यवस्थित करके अपने काम में लग गई.

उसकी हरकतों से मैं भी एकदम से होश में आ गया और बिना कुछ कहे उसकी चीजें उसे देकर मैं अपने घर आ गया.

मैंने पहली बार किसी लड़की के चूचे इतनी नजदीक से देखे थे.

मैं पूरी रात उसके मदमस्त जोबन और भरे हुए चुचों के बारे में सोचते सोचते दो बार मुठ मारकर सो गया.

अब मैं उसको गंदी नज़र से देखने लगा था.
जब भी मैं उसके घर जाता, तो उसके चुचे देखने की कोशिश करने लगता.
मौका मिलने पर मैं उसको छू देता हूँ और कभी कभी गलती जताते हुए उसकी जांघ पर हाथ रख कर सहला भी देता था.

मेरा ये काम अब लगभग रोज का सा हो गया था.
बिना उसको छुए या उसके शरीर पर हाथ ने रखे, मुझे चैन ही नहीं मिलता था.

जया भी अब ये सब समझ रही थी लेकिन वो मुझसे कुछ नहीं कहती थी. इससे मेरी भी हिम्मत बढ़ने लगी थी.

मैं अब ज्यादा टाइम उसी के घर रहने लगा था और उसके साथ कुछ ज्यादा ही मस्ती करते हुए उसको छूने लगा था.

अब जया भी मजा लेने लगी थी. वो भी खुल कर मेरे साथ मस्ती करने लगी थी. कभी वो मेरा हाथ पकड़ लेती, तो कभी गाल खींच देती.

एक दिन मैंने हिम्मत करके उसके मम्मों को पकड़ लिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख कर चुम्बन कर लिया.

इससे वो घबरा गई और मुझे धक्का दे कर अलग भाग गई.
फिर वो अपना काम करने लगी.

मैं भी खुद को सयंत कर चुका था और मुझे अपराधभाव सा महसूस होने लगा था.

उसके घर से निकलने को हो गया मैं … और सोचने लगा कि ये क्या हो गया … कहीं कुछ बवाल न हो जाए. बवाल की सोच कर मेरी गांड भी फटने लगी थी.

मैंने उससे धीरे से सॉरी बोला और कहा- जया मुझसे गलती से हो गया.
लेकिन वो कुछ नहीं बोली.

मैं घर आ गया और घबरा रहा था कि अब क्या होगा. जया चाची को बता देगी तो क्या होगा?

उसके बाद दो दिन तक मैं उसके घर नहीं गया.

तीसरे दिन शाम को उसका छोटा भाई मुझे बुलाने आया और बोला- दीदी बुला रही हैं आपको.

मैं तो डर गया और सोचने लगा कि आज तो मैं गया.

मैंने छोटू से पूछा- क्यों बुलाया है, क्या काम है?
वो बोला- मुझे क्या पता … जाकर पूछ लो.

ये बोलकर वो खेलने चला गया.
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2021-04-18 22:03:48 फिर मैं कंडोम निकाल कर लंड को जांघों में रगड़ने लगा.

और थोड़ी ही देर में हम दोनों को नींद आ गई।

सुबह जब मेरी नींद खुली तो 10 बज चुके थे.

मामी भानजा दोनों नंगे बदन एक दूसरे से लिपट कर सोए हुए थे।

मैं उठा और मामी के होंठों को चूम कर मामी को जगा दिया।

उस दिन हम दोनों साथ साथ नंगे नहाये।

चुदाई के लालच में शाम को सारे काम जल्दी करके हम बिस्तर पर आ गए और रात भर चुदाई की।

फिर हम कभी कभी दिन में भी राउंड लगा देते।

दोस्तो, उसके बाद जब भी मामा फील्ड पर जाते तो मैं मामी को मामा के लंड की कमी नहीं होने देता और अपने लंड से उनकी सेवा करता।

बाद में मैंने मामी को बिना कंडोम के भी चोदा और उसकी गान्ड में भी लंड घुसाया।
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2021-04-18 22:03:42 मैंने उनके होंठों पर होंठ रख दिए और झटके मारने लगा।
उनकी आवाज घूघूघूघू करके आवाज दब गई और अब मेरे लौड़े के झटकों की रफ्तार तेज होने लगी।

अब मामी की चूत लंड को लेने लगी और आह उहह हह ओहह करने लगीं। वे मेरी पीठ पर नाखून गड़ाने लगी.
मैं और जोर जोर से धक्का मारने लगा।

अब हम दोनों को चुदाई का मज़ा आने लगा और कमरा चूत लंड की आवाज से थप थप थप थप गूंजने लगा।

मामी बोली- राज तुम क्या मस्त चोदते हो। कहां से सीखा?
मैंने कहा- आपसे!
वो बोली- झूठे कहीं के!

मैंने कहा- मैं सपने में आपको ही चोदता था रात में!
मामी बोली- आज सपने में नहीं … सच में देख तेरा लौड़ा मेरी चूत में है। आज जमकर चोद दे अपनी इस मामी को! आहह उम्महह चोद चोद मुझे आह!

अब मैं उठ गया और बेड पे लेट गया; मामी को लंड पर आने को कहा

वो मेरे लंड पर बैठ गई, मेरा लंड सट्ट से मामी के अंदर चला गया.
मामी ‘आह अह उम्माह उई ईईई सीईई आह हह’ करने लगी.

मैं झटके मारने लगा.
मेरा लंड मामी की चूत के अंदर-बाहर हो रहा था।

मैं मामी की चूचियों को मसलने लगा और वो लंड पर उछल उछल कर चुदवाने लगी।

हम दोनों बहुत गर्म हो गये थे, मुझे मामी को चोदने में बहुत मज़ा आ रहा था।

अब मामी की चूत लंड को कसने लगी और वो चूत का पानी छोड़ने लगी.
मेरा लंड चूत रस से भीग गया; फच्च फच्च … फच्च फच्च … करके लंड अंदर बाहर होने लगा।

अब मैंने मामी को अपने ऊपर से उतरने का कहा और उनके मुंह में लंड डालकर घुसाने लगा.
मामी गपगप करके लंड को चूसने लगी।

अब मैंने मामी को लिटा कर दोबारा अपना लंड उनके अंदर घुसा दिया और झटके मारने लगा.
अब वो दोबारा गर्म हो गई थी और ‘आआह हह आहह और तेज़ तेज़ राज आहह’ करके मुझे चूमने लगी।

हम दोनों मस्ती में आ गए और चुदाई का तूफान बिस्तर पर मचल बैठा।

मामी की चिकनी चूत में लन्ड ऐसे अंदर बाहर हो रहा था जैसे कोई पिस्टन चल रहा हो.

आज मामी मेरे लौड़े को लेकर मामा के लंड को भूल गई थी।
मामी बहुत खुश थी क्योंकि उनकी चूत में मेरा लौड़ा तूफान मचा रहा था।

अब मैंने झटकों की रफ्तार और बढ़ा दी अब मेरा लौड़ा पूरा अन्दर तक जाने लगा और मामी की सिसकारियां चीखों में बदलने लगी।
उसकी चीख से मेरे लौड़े को जोश आ रहा था और वो चूत को चीरता हुआ बच्चादानी में ठोकर मारने लगा।

अब मेरा शरीर अकड़ने लगा और झटके की रफ्तार कम होने लगी और लंड ने पानी छोड़ दिया।
मैंने लंड को बाहर किया और कंडोम उतार दिया लंड को चूचियों पर रगड़कर साफ करने लगा।

अब दोनों के शरीर पसीने से लथपथ हो गये थे और हम दोनों बिस्तर पर अलग अलग होकर लेट गए।
दोनों को नींद आ गई और सो गए।

सुबह 4 बजे में पानी पीने के लिए उठा। पानी पीकर रूम आया तो देखा मामी दोनों टांगों को चौड़ा करके सो रही थी।

मेरा लौड़ा खड़ा होने लगा और उसकी चिकनी गुलाबी मखमली चूत को चाटने का मन हो गया।
मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ घुसा दी और चूसने लगा।

मामी जाग गई और ऊईईई ऊईईई आहह करके चूत में मेरा मुंह दबाने लगी।

मैंने चूत को चूस कर लाल कर दिया और अब मामी के मुंह पर लंड को रख दिया वो लंड चूसने लगी।

वो लंड बहुत मस्त चूस रही थी लंड को अंदर तक ले जाती फिर बाहर करती.
फिर अंदर लंड को गीला करके बोली- राज अब तड़पाओ न चोदो मुझे!

मैंने मामी को लिटा दिया और चूत में लन्ड घुसा कर झटके मारने लगा.
वो भी मस्त होकर लंड लेने लगी।

अब दोनों जबरदस्त तरीके से चुदाई करने लगे.
मामी ने अपनी बांहों में कस लिया और बोली- राज चोदो मुझे!
चिल्लाने लगी- आहह … आज मेरी चूत को फ़ाड़ दो!

मैं जोश में आ गया और लंड को अंदर बाहर करने लगा। मैंने झटकों की रफ्तार बढ़ा दी.
अब दोनों तरफ से झटके लगने लगे थे।

मामी जोर जोर से चिल्ला रही थी- आहह क्या मस्त लौड़ा है और चोदो आहह आहह उम्मह!
मैं जोर जोर से लंड को अंदर बाहर करने लगा।

मामी बोली- राज, जब तक तेरे मामा नहीं आते, तू मुझे रोज ऐसे ही चोदना।

वे बोली- तेरे मामा बस एक तरीके से चोदते हैं और पानी निकल गया तो सो जाते हैं।
मैंने कहा- हां मैं जानता हूं!
वो चौंक गई- कैसे?
मैंने बताया- दरवाजे से मैं रोज चुदाई देख कर लंड हिला कर सोता था।

अब मामी जोश में आ गई, बोली- राज तुम बहुत कमीने हो मामा मामी की चुदाई देखते हो।
मैंने जोर का धक्का लगाया और बोला- तभी तो आज तुम मेरा लौड़ा ले रही हो।

अब लंड चूत के घोड़े पर सरपट दौड़ रहा था.
‘आहह आहह आहह आहह ऊऊह आऊऊऊ’ की आवाज से पूरा कमरा गूंज उठा था।

अब धीरे धीरे उजाला होने लगा था।

मामी के होंठ मेरे होंठों को चूसने लगे और उसने मुझे अपनी बांहों में जकड़ लिया।
अब मामी की चूत ने पानी छोड़ दिया और वो मुझसे लिपट गई.

मैं अपने लंड को जोर जोर से मामी की चूत में अंदर बाहर करने लगा।
फच्च फच्च फच्च फच्च की आवाज लंड की रफ्तार से तेज़ी से आ रही थी।

अब मेरे शरीर ने लंड का साथ छोड़ दिया और मेरा पानी निकल गया।
थोड़ी देर मैं नंगी मामी के गर्म बदन के ऊपर ही लेटा रहा।
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