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इंडियन सिंपल गर्ल सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मेरे चाचा की बेटी ब | ℍ𝕚𝕟𝕕𝕚 & 𝔼𝕟𝕘𝕝𝕚𝕤𝕙 𝕊𝕖𝕩 𝕊𝕥𝕠𝕣𝕪

इंडियन सिंपल गर्ल सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मेरे चाचा की बेटी बहुत खूबसूरत माल जैसी है. पर वो सादगी से रहती थी. मेरा दिल उसके जिस्म का भोग लगाने को हुआ.

हैलो फ्रेंड्स, मैं अज्जू गुजरात के छोटे से गांव का रहने वाला हूँ.
मैंने अपने दूर के चाचा की लड़की की चुदाई की कहानी लिखी है. ये सब कैसे हुआ, इंडियन सिंपल गर्ल सेक्स स्टोरी पढ़कर आप भी मस्त हो जाएंगे.

ये बात आज से एक साल पहले की उस समय की है, जब मैं बीकॉम के दूसरे वर्ष का छात्र था. मेरे घर में मेरी मां, बड़ी बहन और मैं ही थे. मेरी हाइट 6 फुट है और दिखने में मैं अच्छा हूँ.

मेरे चाचा की लड़की का नाम जया है और वो 21 साल की बहुत ही सेक्सी खूबसूरत माल जैसी लड़की है.

उसका फिगर साईज बड़ा ही जानलेवा है. आप समझ लीजिएगा कि यही कोई 34-30-36 का फिगर है. तनी हुई चूचियां और ठुमकती हुई गांड किसी का भी दिल मचला दे.

उसके इस नाप से आपको समझ आ गया होगा कि जया कितनी बड़ी सेक्सी बॉम्ब है.

उन दिनों जब मैं कॉलेज जाता था, तब मेरे चाचा की लड़की लेडीज ड्रेस आदि की सिलाई का काम करती थी.
वो अपने इस काम के लिए धागे, डोरी, जरी वगैरह चीजें मुझसे ही बाजार से मंगवाती थी.

वह मुझसे बड़ी खुली हुई थी और मैं भी उससे खूब बात करता था.

शुरू में तो मेरी नजरों ने उसे अपनी बहन की तरह ही देखा था.
मगर जब धीरे धीरे उसके गहरे गले से झांकती चूचियों ने मेरे सामने अपना जलवा दिखाना शुरू किया तो दिल बेईमान होता चला गया.

मैं उसको छिपी हुई नजरों से ताड़ने लगा था और अपनी आंखों से ही उसे चोदने लगा था.

एक दिन की बात है, जब मैं उसकी मंगाई हुई चीजें लेकर उसके घर गया, तो जया अपना सिलाई का काम कर रही थी.

उसके सीने पर दुपट्टा नहीं था और मशीन का हैंडल चलाते हुए उसकी चूचियां एक मदमस्त लय के साथ हिल रही थीं.
उसका ध्यान अपनी सिलाई पर लगा था, जिससे वो कुछ झुकी सी थी. इससे उसकी दूधिया चूचियां बड़ा आतंक फैला रही थीं.

उसकी मदमस्त चूचियों को हिलते देख कर मेरा लंड तनतनाने लगा.

मैंने देखा कि जया के कुरते में से उसके चुचे लगभग एक तिहाई साफ साफ दिख रहे थे. उसने अपनी कुर्ती के अन्दर ब्रा भी नहीं पहनी थी. वैसे भी गांव की ज्यादातर लड़कियां ब्रा कम ही पहनती हैं.

अपनी बहन के भरे हुए चुचे देखे मैंने तो मेरा 7 इंच का लंड उठकर टाइट हो गया.
मैं ठगा सा खड़ा अपनी बहन की चूचियों का दीदार करता रहा.

एक मिनट तक ये सिलसिला चलता रहा.
तभी उसकी तन्द्रा टूटी और उसने सर उठाकर मुझे देखा. मैं अभी भी उसकी जवानी को अपनी नजरों से चोद रहा था.

फिर उसकी नज़रों ने मेरी नजरों का पीछा किया और खुद की चूचियों को चुदता देखा.
अगली नजर में उसने मेरे लंड पर नजर फैंकी, तो वो शर्माकर अपने शर्ट को व्यवस्थित करके अपने काम में लग गई.

उसकी हरकतों से मैं भी एकदम से होश में आ गया और बिना कुछ कहे उसकी चीजें उसे देकर मैं अपने घर आ गया.

मैंने पहली बार किसी लड़की के चूचे इतनी नजदीक से देखे थे.

मैं पूरी रात उसके मदमस्त जोबन और भरे हुए चुचों के बारे में सोचते सोचते दो बार मुठ मारकर सो गया.

अब मैं उसको गंदी नज़र से देखने लगा था.
जब भी मैं उसके घर जाता, तो उसके चुचे देखने की कोशिश करने लगता.
मौका मिलने पर मैं उसको छू देता हूँ और कभी कभी गलती जताते हुए उसकी जांघ पर हाथ रख कर सहला भी देता था.

मेरा ये काम अब लगभग रोज का सा हो गया था.
बिना उसको छुए या उसके शरीर पर हाथ ने रखे, मुझे चैन ही नहीं मिलता था.

जया भी अब ये सब समझ रही थी लेकिन वो मुझसे कुछ नहीं कहती थी. इससे मेरी भी हिम्मत बढ़ने लगी थी.

मैं अब ज्यादा टाइम उसी के घर रहने लगा था और उसके साथ कुछ ज्यादा ही मस्ती करते हुए उसको छूने लगा था.

अब जया भी मजा लेने लगी थी. वो भी खुल कर मेरे साथ मस्ती करने लगी थी. कभी वो मेरा हाथ पकड़ लेती, तो कभी गाल खींच देती.

एक दिन मैंने हिम्मत करके उसके मम्मों को पकड़ लिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख कर चुम्बन कर लिया.

इससे वो घबरा गई और मुझे धक्का दे कर अलग भाग गई.
फिर वो अपना काम करने लगी.

मैं भी खुद को सयंत कर चुका था और मुझे अपराधभाव सा महसूस होने लगा था.

उसके घर से निकलने को हो गया मैं … और सोचने लगा कि ये क्या हो गया … कहीं कुछ बवाल न हो जाए. बवाल की सोच कर मेरी गांड भी फटने लगी थी.

मैंने उससे धीरे से सॉरी बोला और कहा- जया मुझसे गलती से हो गया.
लेकिन वो कुछ नहीं बोली.

मैं घर आ गया और घबरा रहा था कि अब क्या होगा. जया चाची को बता देगी तो क्या होगा?

उसके बाद दो दिन तक मैं उसके घर नहीं गया.

तीसरे दिन शाम को उसका छोटा भाई मुझे बुलाने आया और बोला- दीदी बुला रही हैं आपको.

मैं तो डर गया और सोचने लगा कि आज तो मैं गया.

मैंने छोटू से पूछा- क्यों बुलाया है, क्या काम है?
वो बोला- मुझे क्या पता … जाकर पूछ लो.

ये बोलकर वो खेलने चला गया.