2022-06-17 05:30:27
मैं दिल्ली में नौकरी करने के लिए गया तो एक कमरा किराए पर लिया. मकान मालकिन मदमस्त सेक्सी थी. मैं उसे चोदना चाहता था. तो मैंने क्या किया?
दोस्तो, मेरा नाम विक्की है। मेरी उम्र 28 साल है। मैं चंडीगढ़ का रहने वाला हूं। अंतर्वासना में कहानियां पढ़ने के बाद मैंने भी सोचा कि मैं भी आपको अपनी एक रियल स्टोरी आपके साथ शेयर करो। इसलिए दोस्तों में अपनी कहानी लेकर आया हूं
मैं देखने में ठीक ठाक ही था। मेरा कद 5 फुट 7 इंच है। मेरा रंग गोरा है। तो कहानी शुरू होती है दिल्ली से जब मैं दिल्ली में नौकरी करने के लिए गया। मेरी नौकरी एम एन सी कंपनी में लगी थी। शुरू में मुझे कंपनी ने एक होटल में ठहरा ताकि मैं वहां आसानी से एडजस्ट हो सकू। मेरे पास 1 सप्ताह का ही टाइम था। जिसमें मुझे अपने लिए एक रूम ढूंढना था
मैं भी रूम ढूंढने की कोशिश कर रहा था। देखते ही देखते सप्ताह बीतने लगा। मैंने अखबार में इश्तेहार दिखा जिसमें एक रूम किराए के लिए खाली था। मैंने उस दिए हुए इश्तिहार के नंबर पर फोन किया। फोन मिलते ही वहां किसी औरत ने फोन उठाया।
फोन उठाते ही मैंने उनसे पूछा- आपके यहां रूम खाली है?
तो वहां से एक मदमस्त आवाज आई और उन्होंने कहा- हां जी, रूम खाली है।
मैंने उनसे रूम दिखाने को कहा तो उन्होंने कहा- आज शाम को आप रूम देख सकते हो।
मैं ऑफिस का काम खत्म करके शाम को रूम देखने वहां पहुंच गया.
मैं वहां पहुंच गया और पहुंचने पर मैंने पहले डोर बेल बजाई. डोरबेल बजाते ही अंदर से एक औरत बाहर निकलकर आई। जब मैंने उन्हें देखा तो मेरी आंखें खुली की खुली ही रह गई। क्या मदमस्त जिस्म था उनका देखने में एक मॉडल की तरह थी। जब मैंने उसे ऊपर से नीचे तक देखा तो देखता ही रह गया। उसका फिगर 36 32 40 होगा। उसके मोमों का साइज 38 डी होगा। उसके स्तन बड़े बड़े और भरे हुए थे और कमर एकदम पतली और गांड भी एकदम भरी भरी थी.
उन्होंने मुझे देखते ही कहा- हां जी क्या चाहिए?
तो मैंने उन्हें कहा- मैंने आपको रूम के लिए फोन किया था।
तो उसने कहा- आइए, मैं आपका रूम दिखा देती हूं।
वह मुड़कर चलने लग पड़ी.
और मैं उसके पीछे चलने लग पड़ा।
जब वह चल रही थी उसकी गांड पेंडुलम की तरह हिल रही थी. यह नजारा देखकर मैं तो हिल गया.
Vasna Aur Pyar
उसने मुझे रूम दिखाए. रूम काफी अच्छे बने हुए थे। मैंने उनसे कहा कि मुझे रूम पसंद है।
फिर हम दोनों ने एक दूसरे को अपना परिचय दिया. मैंने उस अपना नाम बताया और उसने मुझे अपना नाम बताया.
उसका नाम बरखा था. उसका नाम भी उसकी तरह खूबसूरत था.
फिर हमने सभी फॉर्मेलिटीज पूरी की और मैं अगले दिन से वहां रहने आ गया.
मैं वहां सामान सेट कर रहा था कि तभी बरखा भी वहां आ गयी वो मुझे पूछने लगी कि मैं कहां से हूँ.
तो मैंने उनको बताया- मैं चंडीगढ़ से हूँ.
तब वो मुझे कहने लगी- तुम खाना अपने आप बनाते हो?
तो मैंने कहा- नहीं, मैं खाना बाहर खा लिया करूंगा।
तब वो कहने लगी- मैं तुमको खाना बना कर दे दिया करूंगी.
मैंने भी हां कह दिया क्योंकि मुझे भी घर का खाना मिल रहा था.
तभी वहाँ एक आदमी आया और वो बरखा से मेरे बारे मैं पूछने लगा. वो बरखा का पति था. दोनों की उम्र में काफी गैप लग रहा था. बरखा देखने मैं 32-34 साल की होगी और उसके पति की 45 के आसपास लग रही थी.
बरखा ने अपने आप को काफी मेंटेन करके रखा हुआ था.
अब मुझे वहां रहते हुए एक दो महीने हो गए थे. बरखा और मेरी काफी अच्छी बनती थी. बरखा काफी अच्छा खाना बनाती थी. मैं उसके खाने की और उसकी कभी कभी तारीफ कर दिया करता था तो हंस कर कहती- तुम बहुत अच्छे हो.
एक दिन बरखा के घर से काफी शोर आने लगा। बरखा और उसका पति आपस में लड़ रहे थे. वो शराब पीकर बरखा से काफी लड़ाई कर रहा था. दोनों पति पत्नी के बीच काफी बहस हुई.
वे अक्सर आपस में लड़ते रहते थे पर उस दिन कुछ ज्यादा ही आपस में लड़े. आसपास के लोग भी काफी इकट्ठे हो गए थे.
मैंने वहां जाकर उनके घर की बेल बजाई और तभी बरखा रोते-रोते घर के बाहर आई.
तभी उसने देखा कि बाहर काफी लोग हैं.
तब उसने मुझसे कहा- विक्की सॉरी, आज मैं तुम्हें खाना नहीं दे पाऊंगी.
और उसने जोर से दरवाजा बंद कर लिया.
मैं वापस अपने रूम में चला गया.
कोई दस पंद्रह दिन तक ऐसा ही चलता रहा. ना ही उसने मुझे खाना दिया और ना ही वह मुझे दिखाई दी.
पर उसके घर से मुझे लड़ने की आवाजें सुनाई देती थी.
फिर कुछ दिन से उसके घर से कोई लड़ने की आवाज नहीं आ रही थी. छुट्टी के दिन अपने घर पर लेटा हुआ था कि तभी मेरे रूम की बेल सुनाई दी. मैंने देखा तो दरवाजे पर बरखा खड़ी हुई थी. मैं एकदम से चौंक गया क्योंकि बरखा मुझे काफी दिनों बाद दिखाई दी थी.
1.6K viewsI AM IN MY MOOD AND MY MOOD IS ALWAYS GOOD, 02:30