2022-06-10 10:31:06
आर्ट ऑफ़ सेक्स प्लेज़र सीखी मैंने एक आंटी के सेक्स कोचिंग सेंटर में! एक महीने की ट्रेनिंग में हमें क्लाइंट को मजा देने के तरीके सिखाये गए. उसके बाद 5 दिन हमारे टेस्ट चले.
साथियो … सेक्स कहानी के पिछले भाग
ग्राहक को खुश कैसे करें चुदाई में
में आपने पढ़ा था कि कॉल बॉय/कॉल गर्ल बनने की ट्रेनिंग के बाद हम आठ लोगों की 5 दिन की परीक्षा होने वाली थी.
अब आगे आर्ट ऑफ़ सेक्स प्लेज़र:
पहली परीक्षा का दिन आ गया.
सुबह कसरत के बाद हॉल में हुई, जहां 8 पलंग थे, जिन पर रात को हम आठों सोते थे.
हॉल में परीक्षण के लिए 4 लड़के और 4 लड़कियां आए.
ट्रेनर ने सबका परिचय कराया.
परीक्षा लेने आए आठों, आंटी से सीख कर अपना काम सफलता पूर्वक कर रहे थे.
ट्रेनर बोला- लड़कों को, परीक्षा लेने आई लड़कियों को अपना ग्राहक समझकर उनको खुश करना है … और लड़कियों को, परीक्षा लेने आए लड़कों को अपना ग्राहक समझकर उनको खुश करना है.
आठ जोड़े बन गए, एक दूसरे को चूमने लगे.
सीखने वाले/वाली जब अपने होंठ जीभ चूसने देते, तो परीक्षक बताते कि होंठ, जीभ चूसने देने से कैसे बचना है.
फिर काम क्रीड़ा शुरू हुई.
ग्राहक की ज़रूरत समझ कर उसको कैसे खुश करना है, इसका अभ्यास कराया गया.
जहां ग़लती होती, परीक्षक बताते.
धीरे धीरे सभी के कपड़े उतरने लगे. ट्रेनर सब देख रहा था.
अब लंड/चूत चूसने की बारी थी. जब सीखने वाले/वाली बिना कंडोम/डेंटल डॅम के लंड/ चूत चूसने की कोशिश करते, तो परीक्षक उनको रोकते.
उसके बाद अलग अलग आसनों में चुदाई शुरू हुई.
सीखने वाले/ वालियों को अभिनय करना था कि उन्हें मज़ा आ रहा है, साथ ही ग्राहक के मज़े का ख्याल रखना था.
दो सीखने वाले लड़के जल्दी झड़ गए.
चुदाई के बाद सब लड़कों को बताया गया कि यदि तुमको झड़ना रोकना है तो चुदाई रोककर लंड को बाहर निकालो, लंड की जड़ के पास कस कर पकड़ लो और लंबी लंबी सांस लो, झड़ना टल जाएगा.
शाम को 4 बजे फिर से परीक्षा शुरू हुई.
ट्रेनर बोला- ग्राहक क्या कहता है, वो ध्यान से सुनो, उसके अनुसार अभिनय/व्यवहार करो.
नये आठ जोड़े बने.
परीक्षक पुरुषों ने सीखने वाले लड़कों के साथ जोड़ी बनाई. परीक्षक स्त्रियों ने सीखने वाली लड़कियों के साथ.
अब गे, लेस्बियन की परीक्षा शुरू हुई.
परीक्षक पुरुषों ने लड़कों से कहा कि आज तुम्हारी गांड फाड़ देंगे, कुछ दिन ठीक से चल नहीं पाओगे.
परीक्षक स्त्रियों ने स्ट्रॅप ऑन डिल्डो पहना और लड़कियों से कहा- आज तुम्हारी गांड और चूत फाड़ देंगे.
यह सुनकर सीखने वाले लड़के, लड़कियां मुस्कुराने लगे.
परीक्षक ने कहा- तुम लोगों ने ठीक से नहीं सुना, हम क्या कह रहे थे. जब ग्राहक गांड चूत फाड़ने की बात कहता है, तुम लोगों को डरने का अभिनय करना है. चुदाई के समय दर्द हो रहा है, ऐसा दिखाना है.
सब सीखने वाले लड़के लड़कियों ने डरने का अभ्यास किया. चुदाई के समय तड़फे और दर्द हो रहा है, ऐसा जताया.
रात के खाने के बाद सभी की मेकअप करने की परीक्षा हुई.
लड़कियों को नौकरानी, कोरियर वाला लड़का, इलेक्ट्रीशियन लड़के आदि का मेकअप करने को कहा गया.
उन्हें लड़कों के समान चलना बोलना था.
लड़कों को लड़की का मेकअप और लड़कियों के समान चलना, बोलना था.
जहां ग़लती होती, परीक्षक अभिनय करकर बताते.
अगला दिन.
ट्रेनर- बी डी एस एम … इसमें तुमको ग्राहक का गुलाम बनने का अभिनय करना है. ग्राहक तुमको तकलीफ़ देगा, पीटेगा आदि और सामूहिक चुदाई की परीक्षा होगी. ग़लती करने पर सज़ा मिलेगी.
आज से 16 परीक्षक होंगे. इनमें 8 पुरुष, 8 स्त्री होंगी. ये सभी आंटी से सीखकर कॉल बॉय/कॉल गर्ल का काम बरसों से कर रहे हैं.
फिर 16 परीक्षक हॉल में आए.
उन्होंने आठों सीखने वालों से कहा- तुम लोग हमारे गुलाम हो. सबके हाथों में बेल्ट या छड़ी थी.
हमसे कहा गया कि सब अपने कपड़े उतारो, गले में टेबल पर रखे बेल्ट, जिसमें रस्सी लगी थी, अपने गले में पहनो … और मुँह पर गॅग लगा लो. सभी ने कपड़े उतारकर बेल्ट पहन लिए और मुँह पर गॅग लगा लिए.
छत पर लगे 8 हुकों से 8 रस्सी लटक रही थीं. सभी के हाथ ऊपर करकर रस्सियों से बांध दिए गए. उन 16 परीक्षकों ने काम शुरू कर दिया.
वो हम सभी आठ बंधे लड़के, लड़कियों के शरीर, चूचे, चूत, लंड, गांड पर हाथ फेरने और दबाने लगे.
वो कहने लगे- माल तो अच्छा है.
हम सब खुश हो गए.
परीक्षक- अब तुम लोगों की पिटाई होगी, आशा है तुमको मज़ा आएगा. पिटाई में मज़ा आने पर हर मार के साथ हां में सिर हिलाना है. जिसको मज़ा नहीं आए, वो नहीं में सिर हिलाएगा. जिसको मज़ा नहीं आ रहा, उसकी तब तक पिटाई होगी, जब तक उसे मज़ा न आने लगे.
सब समझ गए कि हां में सिर हिलाना ही पड़ेगा.
1.2K viewsI AM IN MY MOOD AND MY MOOD IS ALWAYS GOOD, 07:31