Get Mystery Box with random crypto!

सबकी सविता भाभी ❤

टेलीग्राम चैनल का लोगो savitabhabhikahaniya — सबकी सविता भाभी ❤
चैनल का पता: @savitabhabhikahaniya
श्रेणियाँ: वयस्क सामग्री (18+)
भाषा: हिंदी
ग्राहकों: 8.02K
चैनल से विवरण

🔥🥵सविता भाभी की कहानी या फ्री में सबसे लिए 🥵🔥

Ratings & Reviews

1.00

3 reviews

Reviews can be left only by registered users. All reviews are moderated by admins.

5 stars

0

4 stars

0

3 stars

0

2 stars

0

1 stars

3


नवीनतम संदेश 2

2022-09-01 10:31:23 मुठ मार कर मैंने अपना माल साक्षी के पेट पर ही गिरा दिया और मैं उसको किस करने लगा.
मैंने उसके गालों पर खूब चुम्बन किए.
करीब 5 मिनट उसके गालों पर किस करने के बाद मैं उसके गले को किस करने लगा, फिर माथे पर और धीरे धीरे मैं उसके मम्मों पर वापिस आ गया.
अब मैं उसके मम्मों किसी भूखे बच्चे की तरह पीने लगा.
दूध चूसने के साथ ही में मैंने उसके निप्पल को एक दो बार काट भी लिया जिस पर उसकी धीमी आवाज में चीख निकल गई.
मैंने कहा- साली मरवाएगी क्या … आवाज न कर … कोई जाग जाएगा.
वो चुप हो गई.
अपनी बहन के मम्मों को पीने के बाद में उसके ऊपर ही लेट गया और सोने लगा.
लगभग 10 मिनट बाद उसने कहा- प्लीज प्रदीप, अब रहा नहीं जाता … तू अन्दर ही डाल दे.
मैंने कहा- नहीं यार … तू अभी वर्जिन है, तू रोने लग जाएगी और तेरी चीखें निकलेंगी.
उसने कहा- कुछ नहीं होगा, मैं पहले भी चुद चुकी हूँ.
मैं ये सुन कर हैरान हो गया.
उसने कहा- मैंने कहा था कि मैं किसी की अमानत हूँ. इसका मतलब ये कि मेरा ब्वॉयफ्रेंड है.
मैंने पूछा- तू उसके साथ कितनी बार कर चुकी है?
वो बोली- अभी सिर्फ एक ही बार अन्दर लिया है.
मैंने कहा- मेरे में कांटे लगे हैं. झेल नहीं पाएगी.
वो हंसने लगी और बोली- पेल कर देख ले.
अब मैंने अपनी पैंट उतार कर अलग रख दी और अंडरवियर में ही रह गया.
उसके बाद मैंने उससे फिर से कहा- एक बार फिर से सोच ले, तू रोने न लग जाना. मैं तेरे छेद को पेलूंगा तो तेरी चिल्लपौं शुरू हो जाएगी.
उसने कहा- मैं ऐसे नहीं रोने वाली, तू पेल तो सही.
मैंने कहा- लगी शर्त!
उसने कहा- ओके लगी.
मैंने कहा- उतार सलवार.
उसने कहा- तू अपने आप आप उतार दे.
मैंने उसकी सलवार का नाड़ा खोला और उसकी सलवार को उसके घुटनों से नीचे कर दिया.
अब वो मेरे सामने सिर्फ पैंटी में रह गई थी.
मैंने देखा कि मस्त माल मेरे सामने खुला पड़ा था.
मेरे मुँह से हल्के स्वर में निकला- ओए होए … तू तो बड़ी गजब की माल़ है यार!
इस पर वो शर्मा गई और अपने चेहरे को अपने दोनों हाथों से ढकने लगी.
मैं उसकी पैंटी के ऊपर अपने मुँह को ले गया और किसी पागल कुत्ते की तरह उसकी बुर को चड्डी के ऊपर से ही सूंघने और चाटने लगा.
उसकी कामुक सिसकारियां मेरे कानों में सुनाई देनी चालू हो गईं.
उसके बाद मैंने उसकी पैंटी को खींच कर फाड़ दिया तो उसने कहा- साले इसे फाड़ा क्यों …. उतार नहीं सकता था क्या?
मैं कुछ नहीं बोला. मैंने उसकी पैंटी को साइड में रखा और उसकी नंगी हो चुकी चूत को चाटने लगा.
उसने अपने पैरों में चूत छुपा ली और चूत चाटने से मना कर दिया.
मैंने बहुत मनाया, पर वह नहीं मानी.
मैं उसके ऊपर आ गया और कहा- अब सलवार को नीचे सरका कर टांगें खोल दे.
वो बोली- नहीं कोई जाग जाएगा, उसे ऐसी ही रहने दे.
मैंने कहा- ठीक है सही कहा तूने!
अब मैं उसकी सलवार को नीचे एक पैर में डाल कर उसके ऊपर चुदाई की पोजीशन में आ गया और उसकी चूत पर लंड को रगड़ने लगा.
वो गर्मा गई थी और उसे चुदास चढ़ गई थी.
लंड का सुपारा चूत पर महसूस करते ही वो आंह करती हुई बोली- साले, जल्दी से अन्दर पेल दे … भैनचोद अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है.
मैंने कहा- एक बार फिर से सोच ले.
तो उसने कहा- भोसड़ी के ज्ञान न पेल … लंड पेल माँ के लौड़े. तू बस जल्दी से लंड अन्दर डाल दे, जो होगा देखा जाएगा.
मैं लंड को उसकी चूत में डालने लगा, तो लंड चूत के बाजू में फिसल गया.
अब उसने मेरा 6.5 इंच का लंड अपने हाथ में लिया.
लंड हाथ में लेते ही वो बोली- साले तेरा तो बहुत बड़ा है!
मैंने कहा- हां और इसमें कांटे भी लगे हैं. पर तुझे कुछ नहीं होगा.
वो मेरे सीने पर मुक्का मारने लगी- अब पेल भी दे साले. चाहे फट ही क्यों न जाए, अब तो पूरा खाकर ही रहूँगी.
मैंने कहा- अरे कुछ नहीं होगा मेरी जान, तू चूत में सेट कर दे बस.
उसने अपनी चूत पर लंड लगाया.
लंड चूत की दरार में लगते ही मैंने धक्का दे मारा.
वो अपने होंठ भींच कर दर्द सहने लगी और नीचे से गांड हिलाने लगी.
उसकी कोशिश लंड निकालने की थी.
मगर मैंने उसकी कमर को कस कर पकड़ लिया जिस कारण वह हिल भी नहीं पाई और रोने लगी.
मैं वहीं पर रुक गया.
थोड़ी देर बाद जब वो नॉर्मल हुई तो और नीचे से कमर को थोड़ा ऊपर नीचे करने लगी.
मैंने एक और जोर का धक्का दे मारा जिस कारण मेरा 5.5 इंच लंड उसकी चूत में चला गया.
उसको दर्द हुआ और वो चिल्लाने की कोशिश करने लगी पर चिल्ला नहीं पाई क्योंकि मेरा हाथ उसके मुँह पर लगा था.
थोड़ी देर बाद मैं पूरे लंड को अन्दर बाहर करने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी.
बस फिर क्या था … हमारा X X सेक्स शुरू हो गया.
571 views07:31
ओपन / कमेंट
2022-09-01 10:31:23 X X सेक्स बहन के साथ किया मैंने जब मेरी मौसी की जवान बेटी हमारे घर आयी हुई थी. हम पहले से ही काफी खुले हुए थे. एक रात हम साथ साथ सोये.
दोस्तो, मेरा नाम प्रदीप है. मैं राजस्थान के श्री गंगानगर जिले के छोटे से गांव का रहने वाला हूँ.
अन्तर्वासना का मैं पिछले कई सालों से पाठक हूँ. इसलिए मैंने सोचा कि आज मैं भी अपनी सेक्स कहानी आप लोगो के साथ साझा करूं.
इस सेक्स कहानी में मैं आपको बता रहा हूँ कि कैसे मैंने अपनी बहन की शादी में आई अपनी X X सेक्स बहन के साथ किया.
यह सेक्स कहानी कुछ महीने पहले की ही है.
मेरी बहन की शादी 15 तारीख को थी तो मैं अपने गांव के लिए 5 तारीख को ही निकल गया.
वहां मेरी मौसी की लड़की साक्षी पहले से ही वहां आई हुई थी.
साक्षी को मैंने काफी दिनों बाद देखा था, वो काफी भर गई थी और एक कांटा माल बन गई थी.
चूंकि साक्षी मुझसे एक साल ही छोटी थी तो पहले से ही हम दोनों की व्हाट्सैप पर खूब चैट होती थी.
हालांकि मेरी उससे जो भी चैट होती थी वो एक फैमिली ग्रुप पर होती थी.
उस दिन दोपहर में बस के सफर से मैं काफी थक गया था तो घर आकर पहले आराम करने लगा.
शाम को सभी ने साथ में इंजॉय किया और साक्षी के साथ मेरी खुल कर बातचीत हुई.
वो मुझसे मेरी गर्लफ्रेंड को लेकर बात करने लगी.
मैंने उससे कहा कि मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है. मैं इन सब चक्करों में नहीं पड़ता हूँ.
वो हंसी मजाक करती रही.
कुछ ही देर में वो मेरे साथ काफी सहज हो गई थी और मुझे भी उसका बातचीत करने का अंदाज काफी फ्रेंडली लगने लगा था.
वो मुझे बातचीत के दौरान कुछ ऐसा करने लगी थी, जो मुझे गर्म करने लगा था.
मैंने एक बार उससे कहा भी कि जरा दूर रह … मुझे कुछ हो जाएगा, तो तू झेल नहीं पाएगी.
वो हंसने लगी और बोली- क्यों तेरे में कांटे लगे हैं क्या, जो मैं झेल नहीं पाऊंगी.
मैंने उसकी ये बात सुनी तो उससे कहा- तू जानती भी है कि तू क्या बोल रही है?
वो हंसने लगी और बोली- साले, तू कुछ ज्यादा ही उड़ रहा है. मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा, जो मुझे दोबारा से याद करना पड़े.
मैंने कहा- अच्छा एक बार फिर से वही बोल कर देख?
वो बोली- क्या बोल कर देखूँ?
मैंने कहा- वो ही जो तूने अभी झेलने वाली बात को लेकर कहा था.
वो बोली- हां हां, मैंने उसमें क्या गलत कहा था. लो फिर से बोल देती हूँ.
मैंने कहा- हां बोलो.
वो बोली- तुझमें कौन से कांटे लगे हैं जो मैं तुझे झेल नहीं पाऊंगी.
मैंने कहा- तूने ये नहीं कहा था बेबी.
वो बोली- फिर क्या कहा था, तू बोल?
मैंने कहा- तूने कहा था कि तेरे में कौन से कांटे लगे हैं, जो मैं तुझे झेल नहीं पाऊंगी.
उसने मेरी बात को सुना और मुँह पर हाथ रख कर शर्माने लगी.
फिर बोली- साले तू बड़ा कमीना है … मुझे ही बातों में फंसा रहा है.
मैंने कहा- फंस तो नहीं गई, जरा ठीक से देख ले.
वो मेरी तरफ मुक्का मारने को दौड़ी.
इसी तरह की बातचीत से हम दोनों एक दूसरे से काफी फ्रेंक हो गए थे.
अब रात गहरा गई थी तो सभी सोने की तैयारी करने लगे.
हम सभी ने नीचे ही बिस्तर लगा लिए और सभी नीचे ही सोने लगे.
मैं जिद करने लगा कि मुझे कूलर के आगे सोना है तो मैं और साक्षी दोनों पास पास में ही सो गए.
रात के करीब 12.30 बजे के आस पास मुझे लगा कि वो सो गई है, तो मैं उसके साथ सेक्स वाली हरकतें करने लगा.
मैं उसके कुर्ते के ऊपर से ही उसके बूब्स को दबाने लगा.
मुझे डर थोड़ा कम लग रहा था क्योंकि मेरे और साक्षी के बीच काफी खुली खुली बातें हो चुकी थीं तो ये तो तय था कि साक्षी शोर नहीं मचाएगी.
मैं उसके बूब्स को मसलता रहा.
मैंने दो तीन बार उसको आवाज दी, पर जब वह कुछ नहीं बोली तो मैं आराम से उसके मम्मों को मसलता रहा.
थोड़ी देर उसके बूब्स मसलने के बाद उसने मुझसे धीमी आवाज में कहा- क्यों बे नींद नहीं आ रही है क्या?
मैंने कहा- नींद ही आती तो तुझसे क्यों पंगे लेता.
यह कहने के बाद मैंने उसका कुर्ता ऊपर उठाया और उसके रसभरे मम्मों को जोर जोर से मसलने लगा.
इस कारण उसकी सांसें तेज हो गईं.
थोड़ी देर बूब्स मसलने के बाद में उसके ऊपर चढ़ गया और एक दूध को पीने लगा.
वो भी मस्ती से मुझे दूध पीने दे रही थी.
थोड़ी देर बाद मैं साक्षी की सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा जिसका उसने कोई विरोध नहीं किया.
मैं खुश हो गया कि आज काम बन जाएगा.
फिर मैं उसकी सलवार का नाड़ा खोलने लगा तो उसने रोक दिया.
वो बोली- ये किसी और की अमानत है.
मैं भी रुक गया.
मुझे लगा ही नहीं था कि ये साली अभी कुंवारी सी चूत लेकर ही घूम रही होगी.
उसकी बात का मतलब मैंने यही लगाया था कि ये अभी चुदी नहीं है.
यही सोच कर मैंने उसकी सलवार नहीं उतारी और मैं मुठ मारने लगा.
593 views07:31
ओपन / कमेंट
2022-09-01 10:31:23
दीदी की शादी में मिली मौसी की लड़की की चूत
571 views07:31
ओपन / कमेंट
2022-09-01 05:30:55 रात 12 बजे के करीब मेरी नींद खुली और मैं किचन में पानी पीने के लिए गया. जब मैं वापस आया तो वो भी जाग गया था. मैंने उसको भी पानी लाकर दिया.
फिर मैं उसके साथ रजाई में घुस गया तो उसने बोला- मुझे तुम्हारे साथ बहुत मजा आया ऋषि. मैं तुमको प्यार करने लगा हूं. ये बोल कर उसने मेरी छाती को चूमा और मेरे होंठों को किस करने लगा.
मैंने उसको कंधे से पकड़ कर नीचे होने का इशारा किया. वो नीचे खिसक गया और मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने लगा. मुझे फिर से जोश आ गया. मैं उसके मुंह को पकड़ कर अपने लंड पर दबाने लगा. मेरा लंड उसके गले तक लगने लगा.
वो मेरे लंड को चूसता रहा. मैं मजा लेता रहा. फिर मैंने उसको पलटा दिया और उसकी गांड में थूक कर मसल दिया. मैंने अपने लंड के टोपे पर भी थोड़ा सा थूक लगाया और अपना सुपारा उसकी गांड पर रख कर लंड को अंदर धकेल दिया.
एक बार फिर से मैं उसकी गांड को चोदने लगा. इस बार उसको ज्यादा दर्द नहीं हुआ. मैंने उसको भींच लिया और पूरा लंड उसकी गांड में उतार दिया. मैं अब पूरे लंड को अंदर धकेल कर फिर से पूरा लंड बाहर खींचने लगा.
इस तरह उसकी गांड को चोदने में बहुत मजा आ रहा था. उसके बाद मैंने उसको उठने के लिये कहा. उसको झुका कर घोड़ी वाली पोजीशन में कर लिया. यह मेरी फेवरेट पोजीशन होती है. मैंने उसकी गांड को थाम कर पीछे से उसके छेद में लंड को पेल दिया और तेजी से चोदने लगा.
उसकी गांड में लंड जाते हुए मेरी जांघें उसकी गांड से टकरा रही थीं और पट-पट की आवाज हो रही थी. मैंने उसके कंधों को पकड़ लिया और तेजी से उसकी गांड को पेलने लगा. दस मिनट तक उसकी गांड बजाने के बाद अब मैं भी झड़ने को हो गया. मैंने धक्के देते हुए उसकी गांड में सारा वीर्य निकाल दिया और उसके ऊपर ही गिर गया.
हम दोनों तेजी से हांफ रहे थे. फिर दो मिनट तक उसके ऊपर गिरा रहा और फिर उसके नंगे जिस्म से लिपट कर सो गया. उसने भी मुझे अपने से चिपका लिया और फिर हम दोनों को नींद आ गयी.
इस तरह से उस रात मैंने दो-तीन बार उसकी गांड चोदी. फिर अक्सर मैं उसके रूम पर चला जाता था और उसकी गांड चोदने का मजा लिया करता था. वो मेरा बहुत ख्लया रखता था. उससे मिल कर बहुत मजा आया.
808 views02:30
ओपन / कमेंट
2022-09-01 05:30:55 वो बोला- सच!
मैंने कहा- हां, सच्ची.
वो बोला- हां, वैसे कमर तो काफी पतली है मेरी.
मैंने उसको पानी का गिलास वापस दिया और उसकी कमर पर हाथ रख दिया. उसने मेरे हाथ को सहलाया और वो फिर गिलास वापस रखने के लिए किचन में चला गया. मैं उसके पीछे गया और उसको पीछे से जाकर अपनी बांहों में कैद करते हुए पकड़ लिया. मैं उसके गले को चूमने लगा.
बहुत ही मस्त गर्दन थी उसकी. मैं उसकी कमर पर हाथ फिराने लगा. मैंने उसकी टीशर्ट के अंदर हाथ डाल दिया. मैंने अपना हाथ नीचे करके उसका लोअर उतार दिया और उसने मेरा साथ देते हुए अपनी लोअर को अपनी टांगों से खुद ही नीचे निकाल दिया.
उसको मैंने पलट कर अपनी ओर घुमा लिया और उसके होंठों को चूसने लगा. वो अब मेरी शर्ट के बटन खोल रहा था. हम दोनों किस करने में लगे हुए थे.
जैसे ही मेरी शर्ट के पूरे बटन खुले तो मैंने भी अपनी शर्ट को उतार दिया. वो मेरी छाती को चूमते हुए अपने घुटनों पर आ गया और मेरे पेट को चूमने लगा. मेरा लंड मेरी पैंट में तन गया था. वो मेरे लंड को हाथ से सहलाने लगा. मेरे लंड को मेरी पैंट के ऊपर से ही दबाने लगा.
फिर अपने हाथ से मैंने भी अपनी बेल्ट को खोल दिया. मेरा लंड बाहर आ गया. वो मेरी ओर देखने लगा. अपने हाथों से मेरे लंड को सहलाने लगा. उसके नर्म नर्म हाथ में लंड बहुत अच्छा फील कर रहा था. मेरे मुंह से निकल गया- वाऊ .. आह्ह … नाइस।
उसने मेरे लंड को अपने चेहरे पर रखा और स्माइल करने लगा. मैंने अपना हाथ उसके सिर पर रखा और स्माइल करने लगा. फिर मैंने अपना हाथ उसके चेहरे पर रखा तो वो मेरे लंड को चूसने लगा. वह बहुत ही मस्त तरीके से मेरे लंड को चूस रहा था.
मैं दीवार के सहारे से लग गया और आराम से उसको अपना लंड चुसवाने का मजा लेने लगा. मेरी आंखें बंद हो रही थीं. दस मिनट तक उसने मेरे लंड को चूसा और फिर उसको अच्छे तरीके से गीला कर दिया. उसकी लार मेरे पूरे लंड पर लगी हुई थी और मेरे लंड से नीचे टपक रही थी.
मैंने फिर उसको गोद में उठा लिया और उसको ले जाकर बिस्तर पर लिटा दिया. मैं उसको किस करने लगा और उसके लंड को पकड़ कर हिलाने लगा. फिर उसके लंड को हिलाते हुए मैंने दूसरे हाथ की अपनी एक उंगली उसकी गांड में डाल दी. वो पूरा सहम गया और मुझसे लिपट गया.
उसके बाद मैंने उसको हटाया और शेल्फ से तेल उठा लिया. मैंने उसकी गांड में तेल डाला और मालिश करने लगा. मैंने अपनी उंगली पर तेल लगाया और उसकी गांड में उंगली करते हुए उसकी गांड को चिकनी करने लगा. वो साथ साथ में आंहें भर रहा था.
फिर मैंने 2 उंगली उसकी गांड में डाल दीं. उसकी आवाज और तेज हो गयी. मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी. वो अब ज्यादा जोर से आवाजें कर रहा था उसको मजा आ रहा था और मेरा लंड फटने को हो गया था. फिर मैंने उसकी गांड से उंगली निकाली और उसके मुंह में डाली दी. वो उसकी गांड से निकली मेरी उंगली को बड़ी ही मस्ती में चूसने लगा.
उसके बाद मैंने उसकी टांगों को फैला दिया और धीरे धीरे अपना लंड उसकी गांड में सरकाने लगा. उसने बिस्तर को अपने हाथों में जोर से पकड़ लिया. शायद उसको काफी दर्द हो रहा था. मैंने अपना लंड पूरा अंदर डाल दिया.
तीन चार बार लंड के धक्के देने के बाद उसको भी मजा आने लगा.
वो कामुक आवाजें करने लगा- आह्ह … फक मी ऋषि, फक मी हार्ड बेबी. चोदो यार आह्ह … मजा आ रहा है. फक मी कमॉन.
उसकी गांड काफी गर्म थी. उसकी गांड की गर्मी मुझे अपने लंड पर अलग से महसूस हो रही थी.
मैंने उसको 10 मिनट तक ऐसे ही चोदा. जब मैं झड़ने वाला था तो मैंने उसके लंड को पकड़ लिया और जोर जोर से हिलाने लगा. मैं उसके लंड की मुठ मारने लगा. दो मिनट में ही उसका पानी निकल गया और वो फारिग हो गया.
अब मैंने भी तेजी से धक्के मारने शुरू किये और अपने लंड का पूरा माल उसकी गांड में गिरा दिया. हम दोनों वहीं पर लेट गये और सो गये. कुछ देर के बाद हम उठे. दोनों नहाने के लिए गये और नहाते हुए उसकी भीगी गांड देख कर मैंने फिर से उसकी गांड में लंड लगा दिया. उसके छोटे छोटे बूब्स को दबाने लगा. वो भी फिर से तैयार हो गया.
मैंन उसको नीचे फर्श पर घुटनों के बल बिठा लिया और वहीं पर बाथरूम में ही उसको अपना लंड चुसवाने लगा. वो भी पूरा मजा लेकर मेरे लंड को चूसने लगा. पांच मिनट तक उसने मेरे लंड को बहुत मस्ती में चूसा और फिर मैंने एक बार फिर से उसके मुंह में अपना माल निकाल दिया. मुझे काफी थकावट होने लगी और भूख भी लग आयी थी.
नहाने के बाद हम दोनों तैयार होकर बाहर में कुछ खाने के लिए गये. हम दोनों एक दूसरे को देख कर मुस्करा रहे थे. फिर जब हम रूम में वापस आये तो हमने फिर से एक बार शावर लिया. उसके बाद हम दोनों बेड पर नंगे ही सो गये.
751 views02:30
ओपन / कमेंट
2022-09-01 05:30:55 जवान हुआ तो मुझे लगा कि मेरी रूचि लड़कों में है. मैं लड़के पटाकर गांड मारता था. फेसबुक पर एक लड़के से दोस्ती के बाद उससे मैंने कैसे मजे किये. गे सेक्स स्टोरी का मजा लें.
दोस्तो, मेरा नाम ऋषि है। मैं 22 साल का हूं और मैं भोपाल में रहता हूं। मेरी हाईट 5 फीट 9 इंच है और रंग सांवला है। मेरा शरीर भी भरा हुआ है. बॉडी भी एथलीट टाइप है.
मेरी ये पहली कहानी है. हो सकता है इसको लिखते हुए मुझसे कुछ गलतियां हो जायें, इसलिए आप गलतियों पर ध्यान न दें और इस सेक्स कहानी का मजा लें. मैं उम्मीद करता हूं कि आपको मेरी यह स्टोरी पसंद आयेगी.
मैं 19 साल का था जब मुझे पता चला कि मुझे लड़के पसंद हैं. मैं पोर्न साइट्स पर गे पोर्न देखता था. मुझे वो बहुत मजेदार लगती थी. मुझे लड़कों में उसके बाद कुछ ज्यादा ही इंटरेस्ट आने लगा. कहीं बाहर भी जाता था तो लड़कों को ही देखता था. उनकी गोल गोल गांड देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता था.
फिर मैं गे सेक्स स्टोरीज पढ़ने लगा. उनमें एक अलग ही बात होती थी जो पोर्न में मुझे नहीं मिल पाती थी। गे सेक्स स्टोरी पढ़ते हुए मुझे ज्यादा मजा आता था. इसलिए मेरा ज्यादातर समय अन्तर्वासना पर बीत जाता था.
उसके बाद फिर मैंने फेसबुक पर आईडी बनाई उसमें मैं ऐसे लड़कों को ढूंढता था जिन्हें लड़के पसंद होते थे. मैं एक टॉप था तो मुझे गांड मारना ज्यादा पसंद था. मैं ज्यादातर बॉटम लड़कों से ही मिलता था.
इससे पहले मैं 3 बार लड़कों के साथ सेक्स कर चुका था. मगर एक दो बार की मुलाकात में ही फिर वे अपना पार्टनर बदल लिया करते थे और फिर दूसरे के साथ ही व्यस्त हो जाते थे. उनसे फिर कभी बात नहीं हो पाती थी. इसलिए हर बार एक नये लड़के की गांड चोदने के लिए मिलती थी.
फिर मुझे एक फेसबुक पोस्ट दिखा जिसमें एक लड़का भोपाल आने वाला था और उसे रूम के लिए एक साथी चाहिए था जो उसके साथ रूम शेयर करके रह सके. उसको एक ऐसा साथी चाहिए था कि वो तब तक उसके साथ रहे जब तक कि वो खुद भोपाल में ही रहे.
मैंने उसको मैसेज किया और हम दोनों की बातें होने लगीं. उसने मुझे बताया कि वो कहां रहेगा और उसको कैसा रिलेशन चाहिए. उसकी उम्र 19 साल थी. वो भी सांवला था और काफी स्लिम था.
जब उसने मेरी फोटो देखी तो उसको मैं भी पसंद आ गया. हम वीडियो कॉल पर बात करने लगे. हम लोगों ने तय किया कि मैं उसके साथ रूम पर कभी कभार रहूंगा क्योंकि मेरे घर वाले भी चिंता करते. इसलिए हमेशा उसके रूम पर रहना संभव नहीं था.
वो बहुत ही खुले विचारों वाला लड़का था. मैं उसको जो भी बोलता था वो बहुत आसानी से समझ जाता था. मगर मैं उसके साथ ज्यादा क्लोज नहीं होना चाहता था. मैं जानता था कि कुछ दिन बाद वो चला जायेगा और फिर मुझे उसकी याद आयेगी. इसलिए एक दूरी बना कर भी रखना जरूरी था.
उसके आने के एक दिन पहले मैंने आपने आपको ठीक किया. सिर के बाल कटवाए. नीचे के बाल भी काटे. उसके बाद मैं ही उसको लेने के लिए स्टेशन गया. मैंने उसको देखा तो वो बहुत अच्छा लग रहा था.
मैंने उसका सामान गाड़ी में रखा और उसके रूम पर चले गये. फिर वहां पर सब सेट था. वो काफी थका हुआ था. हम दोनों बैठ कर बातें करने लगे. उसके बाद मैं जाने लगा तो उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया. मुझे अपनी बांहों में जकड़ लिया और गले लगा लिया.
उसने मेरी गर्दन पर चूमते हुए कहा- जल्दी आना जानू।
मेरे शरीर में करंट दौड़ गया. फिर मैं मुस्कराया और वहां से चला आया.
शाम हो चुकी थी इसलिए मैंने वापस जाने के लिए नहीं सोचा. मैं चाहता था कि वो आज थक कर आया है. बेहतर है कि उसकी थकान उतर जाये और उसके बाद मैं उससे मिलने के लिए जाऊं.
मैंने उसको मैसेज लिख दिया कि आज के दिन वो आराम करे और मैंने उसको बताया कि सुबह फिर मुझे भी कॉलेज जाना होता है इसलिए मेरा आ पाना मुश्किल है. मैंने उसको कह दिया कि मैं कॉलेज से लौटने के बाद शाम के समय में ही उसके पास आ पाऊंगा. वो मुझे आने के लिए कहने लगा.
उसकी बातों से मुझे लग रहा था कि वो मुझसे मिलने के लिए काफी तड़प रहा था. वो जल्दी से जल्दी मुझसे मिलना चाहता था. हालत तो मेरी भी वैसी ही थी. मैंने भी बहुत दिनों से सेक्स नहीं किया था. मुझे भी काफी तड़प हो रही थी उससे मिलने के लिए लेकिन मैं सब्र रखे हुए था. मैं कल शाम के लिए तैयार था.
अगले दिन फिर वो कॉलेज खत्म करके अपने रूम पर आया और मुझे मैसेज किया कि आ जाओ. तब तक पांच बज गये थे. मैं उससे बोला कि तब तक तुम खाना खा लो. मैं एक घंटे में पहुंच जाऊंगा वहां. मैं 6 बजे उसके रूम पर पहुंचा. उसने मुझे अंदर बुलाया और मैं उसके बेड पर जाकर बैठ गया.
वो मेरे लिये पानी लाने के लिए गया. वापस आया और मैंने पानी पीया. उसके बाद हम दोनों बातें करने लगे. मैं बोला कि तुम इतने अच्छे दिखते हो और तुम्हारी कमर भी कितनी पतली है.
756 views02:30
ओपन / कमेंट
2022-09-01 05:30:55
शहर में आया एक नया लड़का
743 views02:30
ओपन / कमेंट
2022-08-31 18:30:46 मैंने कोमल को सारी रात में कई बार चोदा.
सुबह मीनू ने हमको उठाया.
मैंने जल्दी से अपने कपड़े पहन लिए.
मीनू अन्दर आई और उसने कोमल को देखा.
वो बिना कपड़ों के नंगी सो रही थी.
मैंने मीनू को पीछे से पकड़ा और दूसरे कमरे में ले गया.
उधर उसकी साड़ी उतार कर उसको नंगी कर दिया और उसको चोदने लगा.
वो अब खुल कर मजा लेने लगी थी.
उसने मेरा साथ दिया.
मैं मीनू को चोदते हुआ बोला- यार, तुम्हारा पति दस दिन नहीं आने वाला है, तुम भी यहीं रुक जाओ ना.
वो बोली- हां आज रुक जाऊंगी.
कुछ देर बाद वो झड़ चुकी थी.
मैंने उसकी फुद्दी में ही सारा रस निकाल दिया.
मीनू बगीचा में चली गई और मैं कोमल के साथ लेट गया.
कोमल उठी और बाथरूम में चली गई.
मैं उसके पीछे गया.
वो नहाने लगी तो मैं भी कोमल के साथ नहाने लगा.
हम दोनों नंगे ही बाहर आ गए और एक दूसरे को देखने लगे.
फिर हम दोनों ने कपड़े पहने और कोमल बगीचा में जाकर मीनू की मदद करने लगी.
दस बजे मीनू ने नाश्ता बनाया.
हम तीनों ने एक साथ नाश्ता किया. फिर उन दोनों ने बगीचा ठीक कर दिया.
अब मेरा बगीचा पहले से ज्यादा सुंदर लग रहा था.
शाम को मैं कोमल को लेकर बाजार चला गया और तीन गोली और लेकर वापिस आ गया.
मीनू ने खाना बना लिया था, हम तीनों ने साथ में खाना खाया.
थोड़ी देर टीवी देखा और दस बजे हम सब एक ही बेड पर आ गए.
मैंने पहले मीनू को नंगी किया, फिर कोमल को … और फिर मैं खुद नंगा हो गया.
इस बार मैंने दोनों को घोड़ी बना दिया.
पहले मैंने मीनू की फुद्दी में लौड़ा डाला, मेरा लौड़ा उसकी फुद्दी में ना जा कर उसकी गांड में चला गया, जिसके लिए मीनू रेडी नहीं थी.
वो चिल्लाने लगी, पर अब कुछ नहीं हो सकता था.
मैंने एक झटका और मारा तो मेरा पूरा लौड़ा उसकी गांड में फिट हो गया.
थोड़ी देर हम दोनों ऐसे ही रहे.
फिर मैं मीनू की गांड मारने लगा.
उसको भी मजा आने लगा.
मीनू की उत्सुकता देख कर कोमल बोली- सुनो न … आप मेरे साथ ऐसे ही करोगे क्या?
मैंने हां कह कर सिर हिला दिया.
मेरा होने को था; मैंने लंड का माल उसकी गांड में निकाल दिया और बाथरूम में जाकर लौड़ा धोकर वापिस आ गया.
अब मेरे एक साइड में कोमल और एक साइड में मीनू थी.
मतलब दो चुत दो गांड एक साथ थी मेरे पास!
मैंने कभी सोचा ही नहीं था कि दो लड़कियों को एक साथ चोदूंगा. सच में बहुत मजा आ रहा था.
सोचो दोस्तो, आपको पढ़ कर जितना मजा आ रहा है, तो करने में मुझे कितना मजा आया होगा.
अब मैं कोमल को किस कर रहा था और मीनू मेरी पीठ पर किस कर रही थी.
हम तीनों नंगे ही थे.
मीनू मेरा लौड़ा पकड़ कर हिलाने लगी.
थोड़ी देर लंड से खेलने के बाद मीनू उठ कर बैठ गई.
वो मेरा लौड़ा मुँह में लेकर चूसने लगी.
वाओ बड़ा मजा आ रहा था!
मेरा लौड़ा फिर से खड़ा हो गया था.
मैं कोमल की चूचियो को कसके दबा रहा था और चूस रहा था.
नीचे मीनू मेरा लौड़ा चूस रही थी कोमल की चूचियां तो लाल हो गई थीं.
मैंने कोमल की चूचियां छोड़ीं और मीनू को औंधा लिटा दिया. मैंने पीछे से उसकी फुद्दी में लौड़ा डाल दिया.
मीनू लंड का पूरा मजा ले रही थी और कोमल बस हम दोनों को देख रही थी.
थोड़ी देर बाद मेरा होने को था, पर मीनू का दो बार हो गया था.
इस बार मैंने अपना सारा माल मीनू की फुद्दी में भर दिया.
मैंने अपना लौड़ा फिर से धोया और आकर कोमल के मुँह में डाल दिया.
वो मजे से लंड चूसने लगी और मैं उसके मुँह में लंड अन्दर बाहर करने लगा.
कोमल बहुत अच्छे तरीके से लॉलीपॉप की तरह लंड चूसने लगी थी.
ये सब देखकर मीनू बहुत खुश हो रही थी क्योंकि वो अपनी ननद को लंड चूसना सिखा चुकी थी.
मैंने कोमल को खड़ा किया और उसके बूब्स चूसने लगा.
वो जोर-जोर से कामुक सिसकारियां लेने लगी.
मैं तेजी से चूत में उंगली करने लगा और बेतहाशा चूमने लगा.
कुछ ही देर में मैं उसे खड़े-खड़े ही चोदने में लग गया.
कोई बीस मिनट बाद कोमल का काम हो गया और मेरा भी.
कोमल गांड मारने की कहने लगी.
मगर मुझे मालूम था कि इसकी गांड फट जाएगी तो मैंने उसे आखिरी दिन गांड मारने का कहा और उससे लंड चुसवाने लगा.
फिर कुछ देर बाद लंड खड़ा हो गया तो मैंने फिर से मीनू को चोदना शुरू कर दिया.
इस तरह दोनों ननद भाभी को सारी रात चोदा.
ये मजा पांच दिन तक चला. छठे दिन मेरी वाइफ घर वापस आ गई.
बीवी के आने से पहले वाली रात में मैंने कोमल की गांड मारी.
वो सब किस तरह से हुआ, इसे अगली सेक्स कहानी में लिखूँगा
1.3K views15:30
ओपन / कमेंट