2021-05-13 22:26:19
छोटी ने लन्ड मुंह से निकाल लिया और मेरी गोलियों को मुंह में भरकर चूसने लगी।
मुझे बहुत ज्यादा आनंद आ रहा था।
उसकी चूत को मैंने अपनी जीभ से तब तक चाटा जब तक कि उसकी चूत का लावा बह नहीं गया।
उसने मेरा लन्ड चूसना जारी रखा।
उसके झड़ने के पांच मिनट बाद मेरे लन्ड ने भी उसके मुंह को वीर्य से भर दिया। कुछ वीर्य वो निगल गई और कुछ उसके होंठों के बाहर बहने लगा।
वो उठी और उसने मेरा लन्ड और अपनी चूत को अच्छे से साफ किया।
मैं बेड पर लेट गया. वो भी मेरे साथ चिपककर लेट गयी।
पांच मिनट बाद उसने लन्ड को हाथ में पकड़ा और सहलाने लगी। उसके जिस्म की गर्मी और नर्म हाथों के स्पर्श से लन्ड कुछ सेकेंड्स में ही तन गया।
छोटी उठी और मेरे दोनों तरफ टाँगें करके बैठ गई। उसने लन्ड को हाथ से पकड़कर चूत पर सेट किया और एक झटके के साथ नीचे बैठ गई।
लन्ड उसकी चूत की गहराई में उतर गया।
छोटी ने आंखे बंद कीं और लन्ड की गर्मी को अपनी चूत में महसूस करने लगी।
मैं भी उसकी चूत की गर्माहट का आंखें बंद करके आनंद लेने लगा।
उसकी चूत ज्यादा न चुदी होने के कारण अभी भी टाइट थी।
उसने धीरे-धीरे ऊपर-नीचे होना चालू किया। पांच मिनट तक वो बहुत धीरे-धीरे ऊपर-नीचे होती रही।
उसके बाद उसने मेट्रो रेल की तरह स्पीड पकड़ी।
अब वो तेजी से ऊपर नीचे हो रही थी।
हम पसीने से बुरी तरह भीग चुके थे।
उसकी सांसें भी बहुत तेज़ चलने लगीं। वो हर झटके के साथ आह … आह … की आवाज़ें निकाल रही थी।
लगभग पंद्रह मिनट की गर्मागर्म चुदाई के बाद उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और वो मेरी छाती पर लेटकर झड़ने लगी।
वो मेरी छाती पर इधर उधर चूमने लगी।
पांच मिनट बाद मैंने उसको डॉगी स्टाइल में आने को बोला।
वो उठी और कुतिया की तरह झुक गई।
मैं उसके पीछे गया और लन्ड को उसकी चूत के छेद पर टिका दिया और उसकी चूत के द्वार पर घिसने लगा।
सिसकारते हुए वो मुझसे बोली- प्लीज़ जल्दी डाल दो।
मैंने एक झटका लगाया और लन्ड उसकी चूत में चला गया। मैंने बिना देरी के झटके लगाने चालू कर दिये।
छोटी भी हर झटके के साथ अपनी गांड पीछे धकेलने लगी।
मैं भी पूरे ज़ोर से लन्ड पूरा बाहर निकाल कर फिर अंदर धकेल रहा था। उसके चूचे हर झटके के साथ आगे पीछे हिल रहे थे।
वो पूरी मस्ती से चुदवा रही थी।
मेरा ध्यान उसकी गांड के छेद की तरफ चला गया।
मैंने मन में सोच लिया कि इसकी गांड जरूर मारूँगा।
हमारी चुदाई को चलते हुए लगभग आधा घंटा हो चुका था।
अब मेरे लन्ड से वीर्य निकलने वाला था। मैंने छोटी से पूछा कि मेरा होने वाला है कहाँ गिराऊं?
छोटी बोली- मेरी चूत में नहीं गिराना, मेरे मुंह में गिराओ।
मैंने लन्ड उसकी चूत से बाहर निकाला और खड़ा हो गया।
वो जल्दी से घूमकर घुटनों के बल बैठ गई और मेरा लन्ड उसने मुंह में भर लिया।
मैंने उसका सिर पकड़ा और लन्ड आगे पीछे करने लगा।
लगभग 6-7 झटकों के बाद लन्ड ने वीर्य की बारिश छोटी के मुंह में कर दी। वीर्य की चार पांच पिचकारियों से छोटी का मुंह भर गया।
उसने पूरा वीर्य निगल लिया और लन्ड को चाटकर पूरी तरह से साफ कर दिया।
मैं और छोटी दोनों बेड पर लेट गए।
पंद्रह मिनट बाद वो उठी और किचन में चली गई।
वो केले का शेक बनाकर ले आई।
मैंने थोड़ा सा बनाना शेक उसके चूचों पर गिराया और जीभ से चाट कर पूरा बनाना शेक पी गया।
ऐसे ही थोड़ा थोड़ा शेक उसके चूचों पर गिराकर पीते हुए मैंने पूरा बनाना शेक खत्म कर दिया।
उसने भी अपना बनाना शेक पी लिया।
फिर वो मुझसे लेटने के लिए बोली।
मैं बेड पर लेट गया. वो भी मेरे साथ लेट गई।
थोड़ी देर बाद वो मेरे लन्ड को हाथ में लेकर सहलाने लगी। मेरे लन्ड में तनाव आ गया।
वो उठी और लन्ड को मुंह में लेकर चूसने लगी।
उसने पांच मिनट तक लन्ड को चूसा। लन्ड पूरी तरह टाइट हो गया था।
वो मेरे बगल में लेट गई और मुझे ऊपर आने को बोला।
मैं उसके ऊपर आ गया। उसने अपनी टाँगें मोड़ कर पकड़ लीं।
मैंने लन्ड उसकी चूत पर रखा और एक जोरदार झटके के साथ उसकी चूत में उतार दिया।
मैं बिना रुके लन्ड को छोटी की चूत में पूरी स्पीड से अंदर बाहर करने लगा।
अभी वो पूरी मस्ती में आ चुकी थी।
वो अनाप शनाप बड़बड़ाने लगी- आह्ह … और जोर से … आह्ह … बहुत मजा आ रहा है … मैं तुम्हारी रंडी हूं … अपनी रखैल बना लो मुझे … फाड़ दो मेरी चूत को।
उसका इस तरह बोलना मुझे और ज्यादा उत्साहित कर रहा था। मैं और जोर जोर से उसको चोदने लगा।
उसकी चूत ज्यादा समय तक तेज़ झटकों को बर्दाश्त नहीं कर पाई। दस मिनट में ही उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।
वो बिल्कुल निढाल सी हो गई।
मैंने भी झटके लगाने बंद कर दिए।
सांसें नार्मल होने के बाद मैंने लन्ड उसकी चूत से निकाला और उसको डॉगी स्टाइल में आने के लिए बोला।
वो फिर से कुतिया की तरह हो गई।
मैंने उसको बोला- मुझे तेरी गांड मारनी है।
उसने गांड चुदाई करवाने से साफ मना कर दिया।
मैंने पूछा- क्यों?
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