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मेरे बाल खुले थे, बदन पर सिर्फ एक तौलिया था। जीजू की बांहों म | Antarvasna Hindi Stories

मेरे बाल खुले थे, बदन पर सिर्फ एक तौलिया था।
जीजू की बांहों में चिपक कर मैंने आंखें बंद कर दी, जीजू ने पहले मेरे माथे पर चूमा,साथ ही बोल पड़े- साली आधी घरवाली होती है ना! अब तक सिर्फ चैट पर ही खुश करती रहती है. आज अपने जीजू को साक्षात में खुश कर दे मेरी अंजु डार्लिंग!
“हां जिज्जाजी, ये फल आपके सामने पेश है, जैसा आपका जी करे, खा जाओ। लेकिन यहां कितनी जल्दबाजी होगी, आप मानते तो आराम से भी खा सकते हो!” मैं बोली।
जीजू ने जवाब दिया- वो सब बाद में … मुझे ये फल अभी के अभी चाहिए!
इस पर मैं कुछ बोलती … उन्होंने सीधा मेरे होटों पे होंठ रख दिए और बड़े मस्ती से मुझे स्मूच करने लगे।
मैंने भी उनको निराश नहीं किया, मैं भी पूरी जीभ अंदर डालकर उनसे रूबरू होते किस करने लगी।
उतने में मेरा फोन बजा, दीदी का था।
मैंने कॉल लिया और बोली- ट्रेन लेट है तो मैं पहुंचते ही जीजू को कॉल करूंगी, वो लेने आयेंगे।
दीदी ने ‘ठीक है’ कहके रख दिया।
कॉल रखते ही मैं बोल दी- उन्हें क्या पता कि उनकी चुदक्कड़ बहन ने इधर उसी जीजू के साथ चूत चूदाई का खेल शुरू किया है।
जीजू बोले- यार, तू है बहुत चालू चीज़, समझने से पहले ही तूने मुझे बोतल में उतार दिया। बहुत बड़ी कमीनी है तू!
मैंने कहा- चलो मेरे आधे सैंया, अब बात बंद करो और मेरी मुनिया की सवारी करो।
जीजू ने हंसते हंसते मेरा तौलिया उतार दिया और मुझे नंगी कर दिया।
मैंने भी उनकी शर्ट उतारी और तब तक उन्होंने बाकी के कपड़े उतार दिए।
अब वो सिर्फ अंडरवियर में आ गए.
मैंने झट से उनकी अंडरवियर निकाली, अब मेरे सामने जीजू पूरे नंगे हो चुके थे।
उनका काला लन्ड मेरे सामने था।
मैंने जीजू के लन्ड को सहलाना शुरू किया।
पर वो तो एकदम मुरझाया हुआ था।
उन्होंने मुझे घुटनों पे बिठाया और बोले- इसे चूस ले मेरी साली साहिबा, तभी खड़ा होगा ये!
मैंने समय ना गंवाते हुए बैठकर उनके सुपारे पर थूक लगाया और उसे चाटने लगी।
मैं एक हाथ से उनके टट्टे सहलाती रही और लन्ड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी।
अब उनका लन्ड हरकत में आया, मैंने उसे चूसना चालू रखा।
कुछ ही पलों में लन्ड एकदम कड़क हुआ।
जीजू ने पॉकेट में से कंडोम निकाला और मेरे हाथ में दिया.
मैंने जल्द ही उसे उनके खड़े लन्ड पे लगा दिया।
अब उन्होंने मुझे एक बक्से के सहारे घोड़ी बना कर खड़ा किया और पीछे से आकर मेरी चूत को थूक लगा कर गीली कर दिया।
उन्होंने लन्ड को मेरी चूत के होंठों पे रख कर एक करारा शॉट लगा दिया।
जिससे उनका 6 इंच लम्बा लन्ड मेरी चूत में एक ही बार में घुस गया।
मैं दर्द में कराह उठी- जीजू … धीरे से मैं भाग नहीं रही … अह्ह्ह ह … हे भगवान!
लेकिन मेरी बातों को अनसुना करते हुए उन्होंने लगातार धक्के लगाना चालू रखा।
मैं हर धक्के पे चिल्लाती.
मगर उससे जीजू को फर्क नहीं पड़ा, उल्टा और भी जोश में आकर उन्होंने मेरी ठुकाई जारी रखा और मेरी गांड पर जोर जोर से थप्पड़ मारने लगे।
मैं भी पूरी तरह से वासना से भरी हुई अपनी चूत पर जीजू के लन्ड की हर एक ठोकर पे आगे पीछे होती और इस बीच मेरे बूब्स तो जैसे लटके हुए आम की तरह हवा में झूल रहे थे।
हमारा चूदाई का कारनामा गोदाम के एक कोने में चल रहा था, हम दोनों अब पसीने में लथपथ थे।
लगभग दस मिनट बाद मैं सिसकारियां लेते हुए झड़ गई।
जीजू भी अब छुटने के कगार पर थे, कुछ धक्के लगाने के बाद उन्होंने अपना लन्ड बाहर निकाला, मुझसे बोले- चल मेरी चुदक्कड़ साली, मेरा माल मुंह में ले!
मैंने कहा- हां मेरे जीजू राजा, अपने वीर्य से अपनी छीनाल साली को तृप्त कर दो।
जीजू ने कंडोम निकाला और लन्ड को मेरे मुंह में डाल दिया, मेरा सर पकड़ कर जोर जोर से लन्ड को मुंह में दबाने लगे।
पल भर में ही उनके लन्ड से जोरदार पिचकारी छूट पड़ी।
एक के बाद एक लगातार उन्होंने वीर्य की धार मेरे मुंह में छोड़ी।
मैं बेहया लड़की उनका पूरा वीर्य निगल गई।
मैंने उनका लन्ड चाट चाट कर साफ़ कर दिया।
अब हम दोनों शांत हुए।
जीजू बोले- चल अब मेरी अंजू डार्लिंग, घर पर तेरी दीदी इंतजार कर रही है।
मुझे शरारत सूझी, मैंने कहा- नहीं जीजू राजा, एक और राउंड कराना है मुझे!
जीजू बोले – मेरी मां, नाश्ता आया है, वो कर … और घर चलते हैं। मैं तो तुझे हफ्ते भर तक जाने नहीं दूंगा। तो जितने चाहे राउंड करवाने हो, करेंगे।
अब हमने कपड़े पहने और नाश्ता करके घर चलते बने।
इस क्विक सेक्स से मेरा आधा मन ही भरा था। मुझे तो जोरदार चूदाई की जरूरत थी पर समय की कमी से मुझे आधे मन ही घर जाना पड़ा।
घर जाते ही दीदी ने मुझे गले लगाया।
प्रिय पाठको, आपको मेरी Xxx जीजा साली सेक्स कहानी पढ़ कर मजा जरूर आया होगा.@antarvasnahindi_stories