सबेरे 5 बजे मेरी नींद खुली तो देखा मंजू मेरे बगल में है. मेरा | Savita Bhabhi HINDI story..
सबेरे 5 बजे मेरी नींद खुली तो देखा मंजू मेरे बगल में है. मेरा लंड खड़ा हो गया था. मैंने मंजू की नंगी चुत में लंड डाल दिया.
मंजू की नींद खुल गई, वो भी मेरा साथ देने लगी.
पांच मिनट की चुदाई के बाद मेरा वीर्य निकलने वाला था. मैंने पूछा- भाभी रस लेना है? वो बोली- हां मेरे मुँह में गिरा दो.
मैंने लंड चुत से निकाला और उसके मुँह की चुदाई करने लगा. दो मिनट में ही मेरा वीर्य उसके मुँह में भर गया.
सुबह के करीब 6 बज गए थे. मैं और मंजू बाथरूम से साफ़ होकर निकले और देखने चले गए कि रमेश क्या कर रहा है.
उसके रूम के पास जाते ही मुझे अंजलि के कराहने की आवाज़ सुनाई दी.
दरवाजा अभी भी थोड़ा खुला था और अंजलि डॉगी स्टाइल में चुदा रही थी.
दस मिनट की जोरदार चुदाई के बाद रमेश का वीर्य अंजलि की चुत में भर गया था.
रमेश ने अपना लंड निकल लिया था. यह अभी भी करीब 6 इंच का होगा.
सुबह 7 बजे मैं और मंजू बाथरूम से फ्रेश होकर निकले और सोफा पर बैठ गए.
दो मिनट के बाद रमेश भी कमरे से निकला. वो शॉर्ट पहने था.
मैंने पूछा कि अंजलि क्या कर रही है? वो मुस्कुराते हुए बोला- भाई साहब आप ही देख लो.
मैं अंजलि के रूम में गया तो देखा कि अंजलि की चुत से अभी भी वीर्य निकल रहा है और वो सोई थी. चादर चारों तरफ वीर्य से भीगा हुआ था. मुझे लगा कि अंजलि की घनघोर चुदाई हुई है.
मैंने उसके ऊपर चादर डाल दी. मैं मंजू और रमेश एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा रहे थे. हम लोग चाय पीने लगे.
करीब 9 बजे अंजलि नाइटी डालकर बाहर आ रही थी.
उसको चलने में तकलीफ़ हो रही थी. मंजू उसको पकड़ कर सोफा पर ले आई.
मंजू ने अंजलि से पूछा- रमेश ने कुछ ज़्यादा तंग किया क्या? वो मुस्कुरा कर बोली कि नहीं. मंजू ने पूछा- बिना कंडोम के अच्छा लगा या नहीं!
फिर अंजलि ने उसको चिकोटी काट ली. वो अपनी ‘कंडोम लगा कर चुदाई’ वाली शर्त भूल गई थी.
हम लोग चार दिन तक घमासान वाइफ स्वैप सेक्स का मजा लेते रहे.
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