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अब रमेश अंजलि के मुँह के पास लंड झुलाने लगा और बोला- मुँह में | Savita Bhabhi HINDI story..

अब रमेश अंजलि के मुँह के पास लंड झुलाने लगा और बोला- मुँह में ले लो.

अंजलि नानुकर कर रही थी, फिर वो लंड को पकड़ कर हिलाने और चाटने लगी.

इतने में रमेश अंजलि के मम्मों को कस कर दबा दिया, जिससे उसका मुँह खुल गया और रमेश ने उसी पल अपने लंड को मुँह में डाल दिया.

अंजलि लंड को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी, लेकिन रमेश कस कर पीछे से उसका सर दबा रहा था.

कुछ देर बाद अंजलि अपने आप ही मुँह में लंड को आगे पीछे करने लगी.

रमेश का लंबा लंड होने के कारण अंजलि सिर्फ़ आधा लौड़ा ही मुँह में ले पा रही थी.

काफी देर चूसने के बाद भी रमेश का लंड का पानी नहीं निकाल रहा था.

करीब दस मिनट के बाद रमेश के लंड ने वीर्य मेरी बीवी के मुँह में छोड़ दिया.
वो लंड निकाल कर सीधा बाथरूम में चली गई और मुँह को साफ़ किया. उसे थोड़ा वॉमिटिंग भी हुई. फिर वो रूम में आ गई और बेड पर लेट गयी.

रमेश फिर धीरे धीरे उसके मम्मों को चूसने लगा.

कुछ देर बाद उसने अंजलि की चुत पर जीभ रख दी और चुत की फांकों में जीभ फेरने लगा.
अंजलि ‘अफ उफ़ ..’करने लगी.

दो मिनट के बाद रमेश का लंड फिर खड़ा होने लगा. इस बार अंजलि ने अपने आप से ही रमेश के लंड को लेकर मुँह में ले लिया था और लंड चूसने लगी.

रमेश और अंजलि 69 की पोजीशन में थे इसलिए रमेश को मेरी बीवी की चुत चाटने में आसानी थी. रमेश अंजलि की चुत को बुरी तरह से चूस रहा था.

अंजलि कहने लगी- बस करो अब. अब सहा नहीं जा रहा है. रमेश तुम अपना लंड जल्दी से डालो.

रमेश अभी मेरी बीवी को थोड़ा और तड़पाना चाह रहा था. इसलिए वो चुत को चूसे जा रहा था.

अंजलि अब बेकाबू हो गयी और बोली- रमेश, अपना लंड मेरी चुत में पेल दो.

फिर रमेश, अंजलि की चुत पर अपना लंड घिसने लगा.
वो बहुत बड़ा खिलाड़ी था. उसने लंड का सुपारा चुत के मुँह पर सैट करके दबा दिया. लंड का सुपारा चुत में फंस गया.

अंजलि अपनी गांड को उठा कर लंड चुत में लेना चाह रही थी.

इतने में रमेश एक धक्का कसकर मार दिया. लंड चुत से फिसल कर निकल गया.

फिर रमेश ने लंड को दोबारा चुत पर सैट करके धक्का दे दिया.

उसका लंड करीब 3 इंच चुत के अन्दर चला गया.
अंजलि मोटे लंड के कारण चीख पड़ी और बोली- उई मां मर गई रमेश धीरे … आह मार ही दोगे क्या.

अंजलि ‘आह … अफ … अफ ..’ करने लगी.

एक मिनट के बाद रमेश ने अंजलि के मम्मों को पकड़ कर धक्का दे दिया. इस बार उसका लंड आधा से अधिक घुस गया.
अंजलि दर्द से कराहने लगी

रमेश ने अंजलि से पूछा- भाभी जी, आप तो पहली बार नहीं ले रही हैं.
वो बोली- रमेश, तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है और मोटा भी … इसलिए मुझे दिक्कत हो रही है.

इसी बातचीत के साथ ही रमेश ने दोबारा झटका मारा और अपना लंड चुत में अन्दर तक घुसा दिया.

अंजलि तड़फ कर दोहरी हो गई. वो ‘आह मर गई … ओह … अफ ..’ करने लगी.

कोई 5 मिनट के बाद अंजलि को थोड़ी राहत आई और वो चूतड़ उठा कर चुत चुदवाने लगी.

करीब दस मिनट की धुआंधार चुदाई के बाद रमेश ने अंजलि से घोड़ी बनने का इशारा किया.

अंजलि घुटनों के बल बैठ गयी. रमेश लंड को पीछे से चुत पर सैट कर धक्का मार दिया.

लंड दो धक्कों में ही पूरा अन्दर चला गया. अंजलि फिर दर्द से होने लगा ‘आह … अया … अफ ..’

कुछ देर की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद रमेश के लंड ने पानी छोड़ दिया.

अंजलि बिस्तर पर लेट गयी और उसकी चुत से वीर्य टपकने लगा.

मैं और मंजू इस चुदाई को देख कर गर्म हो गए और मैं मंजू को लेकर दूसरे रूम में चला आया. मैं फिर से मंजू की चुदाई करने लगा.
पांच मिनट के बाद मेरा वीर्य उसकी चुत में भर गया. हम दोनों थक कर बिस्तर पर लेट गए.

फिर हम दोनों सो गए.

करीब 12 बजे रात में मेरी नींद खुली तो देखा कि मंजू मेरे बगल में नहीं थी.

मैं उठ कर रमेश के रूम में गया, तो देखा कि मंजू वहां थी.

मंजू रमेश के लंड को पकड़ कर अंजलि के चुत पर सैट कर रही थी.

इतने में अंजलि ज़ोर से चिल्ला पड़ी- आह निकालो … मेरी गांड फट गयी.
तब मुझे समझ में आया कि अंजलि गांड मरवा रही है.

दो तीन धक्कों में रमेश का लंड पूरी तरह से मेरी बीवी कि गांड के अन्दर घुस गया था.
अंजलि दर्द से ‘आह … आह … अफ ..’ कर रही थी.

मंजू अंजलि के मम्मों को दबा रही थी. कभी कभी चुत को चाट भी रही थी.

अंजलि अब थोड़ा शांत हो गयी थी और मज़े से ‘आह … अफ ..’ कर रही थी.

दस मिनट के बाद रमेश ने अंजलि की गांड में से लंड निकाल लिया और मंजू को बोला- अब मैं तुम्हारी गांड मारना चाहता हूँ.

मंजू घोड़ी की पोजीशन में आ गयी.
रमेश ने अपना लंड मंजू की गांड में पेल दिया और धकधक चोदने लगा.

मंजू बड़ी मस्ती से अपनी गांड मरवा रही थी और अंजलि ये सीन देखे जा रही थी.

करीब 10 मिनट के बाद रमेश का वीर्य मंजू की गांड में गिर गया.

मैं चुपचाप अपने रूम में चला गया. फिर मैं मुठ मार कर सो गया.