रमेश अपनी बीवी मंजू से बोला- अंजलि को मना लो … मैं तो राजी हूँ | Savita Bhabhi HINDI story..
रमेश अपनी बीवी मंजू से बोला- अंजलि को मना लो … मैं तो राजी हूँ.
मंजू अंजलि को दूसरे रूम में लेकर गयी. करीब 15 मिनट के बाद वो दोनों बाहर आ गईं.
मंजू बोली- अंजलि मान गई है, लेकिन कुछ शर्तों के साथ.
रमेश ने मंजू की तरफ देखते हुए पूछा- कैसी शर्त? मंजू ने कहा कि अंजलि कह रही है कि सेक्स कंडोम के बिना नहीं होगा और दोनों पार्ट्नर अलग अलग रूम में सेक्स करेंगे.
मेरे ऊपर शराब का नशा हावी हो गया था … सामने टीवी पर सेक्स सीन चल रहा था. अब वो दोनों कपल एक दूसरे के साथ ओरल सेक्स का मजा ले रहे थे.
मंजू इस वक्त कुछ ज्यादा हॉट हो गई थी. वो मेरे बगल में बैठ गयी और उसने अपना हाथ मेरी पैंट की ज़िप पर रख दिया. वो मेरे लंड पर अपना हाथ फेरने लगी. मैंने भी उसके मम्मों पर हाथ रख दिया और उसके दूध मसलने लगा.
यह देखकर रमेश अंजलि के बगल में बैठ गया और उसकी पीठ को सहलाने लगा.
मैंने मंजू के कमीज की चेन को खोल दिया और ब्रा के ऊपर से ही उसके मम्मों को दबाने लगा. साथ में हम दोनों होंठों से होंठ मिला कर किस भी कर रहे थे.
अंजलि अब भी कुछ शर्मा रही थी. वो टीवी भी देख रही थी और हम दोनों को भी देख रही थी.
इतने में मंजू ने मेरी पैंट की ज़िप खोल कर लंड बाहर निकाल लिया और उसको चूमने लगी.
अंजलि हम दोनों को देखे जा रही थी.
रमेश भी अब अंजलि की साड़ी का पल्लू हटा कर उसके ब्लाउज के ऊपर से ही मम्मों को दबाने लगा था.
मंजू अंजलि से बोली- यार तुम लोग भी शुरू हो जाओ.
मैंने मंजू की कमीज़ को निकाल दिया. वो अन्दर रेड कलर की ब्रा पहने हुई थी. उसके बूब्स भी मेरी अंजलि के जितने ही बड़े थे.
मंजू मेरा पैंट निकालने लगी और बोली- रमेश, अंजलि के साथ शुरू हो जाओ.
रमेश अंजलि के ब्लाउज के बटन खोलने लगा. इस पर अंजलि थोड़ा नानुकर करने लगी. लेकिन रमेश ने उसके ब्लाउज को खोल दिया. मेरी बीवी ब्लैक कलर की ब्रा पहने हुई थी.
रमेश ने मेरी बीवी अंजलि का हाथ पकड़ कर अपने पैंट के ऊपर रख दिया. इतने में रमेश ने अंजलि के साये को भी खोल दिया.
अंजलि रमेश से बोली- जो भी करना है, रूम में चलकर कर लेना.
रमेश अंजलि को गोद में लेकर रूम में चला गया. मंजू और मैं उसी सोफा पर लग गए.
मैंने मंजू की लैगी को भी उतार दिया. वो अन्दर रेड कलर की पैंटी पहने थी.
कुछ देर बाद मंजू मेरे लंड को किसी रंडी की तरह चूस रही थी.
करीब 5 मिनट के बाद मेरा लंड ठंडा पड़ने लगा और वीर्य उसके मुँह में छूट गया. मंजू ने वीर्य खा लिया और अपनी जीभ से मेरा लंड साफ़ करने लगी.
कुछ देर बाद मैंने मंजू को सोफा पर लिटा दिया और उसके पूरे नंगे बदन को चाटने लगा. पराई बीवी की चूचियों को चूसने में मुझे बड़ा मजा आ रहा था.
फिर चुत की याद आई तो मैं उसकी पैंटी के ऊपर से जीभ फेरने लगा. वो अपनी पैंटी को निकालने की कोशिश कर रही थी. मैंने उसकी पैंटी उतार दी.
उसकी चुत एकदम क्लीन शेव थी. मैं उसकी टांगों को खोल कर बुर को चाटने लगा. वो ‘अफ … अफ … अफ.’ करने लगी.
मंजू बोली- रोहित अब अपना लंड मेरी चुत में डाल दो.
मेरा लंड तो तैयार ही था. मैंने मंजू की चुत पर लंड सैट करके धक्का दे दिया. मेरा लंड बड़ी आसानी से मंजू की चिकनी चुत में घुसता चला गया.
कुछ मिनट की चुदाई के बाद मेरा वीर्य उसकी चुत में झड़ गया.
चुदाई के बाद हम दोनों वॉशरूम में आ गए. मंजू ने अपनी चुत को साफ़ किया.
चुदाई के बाद हम दोनों नंगे ही अंजलि के रूम की तरफ आ गए. रूम का दरवाजा बंद नहीं था.
मैंने थोड़ा सा खोल कर देखा कि मेरी बीवी अंजलि, रमेश के लंड के साथ क्या कर रही है.
रमेश अंजलि के सारे कपड़े उतार चुका था. रमेश अभी भी अंडरपैंट में था. वो अंजलि के मम्मों को चूसने में लगा था. अंजलि रमेश के लंड को उसकी पैंट से निकालने की कोशिश कर रही थी.
रमेश ने अपने लंड को बाहर निकाल दिया. उसका लंड करीब 8 इंच का होगा और मोटा करीब 3 इंच का.
अंजलि लंड देख कर हैरान हो रही थी. क्योंकि मेरा लंड करीब इससे काफी छोटा है.
रमेश अंजलि के बदन को चाट चूम रहा था और अंजलि रमेश के लंड को आगे पीछे कर रही थी.
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