2021-06-30 06:04:40
भूगोल सीरीज पोस्ट नंबर - 02
आकाशगंगा (Galaxy) के बारे में आकाशगंगा का निर्माण बिग बैंग (ब्रह्मांडीय विस्फोट) के पश्चात्
विखंडित पदार्थों के समूहन से हुआ तथा इनमें
लाखों तारे समाहित होते हैं। परंतु ये तारे अंतरिक्ष में नियमित रूप से बिखरे हुए नहीं पाए जाते अपितु
सर्पिलाकार में गुच्छे के रूप में होते हैं। इन गुच्छों को ही
आकाशगंगा कहा जाता है। इन आकाशगंगाओं में नए व पुराने तारे
सम्मिलित होते हैं। हमारी आकाशगंगा, जिसमें सूर्य एवं अन्य ग्रह सम्मिलित हैं, को
मंदाकिनी कहा जाता है।
आकाशगंगा एक ऐसा
विशाल पुंज है जिसमें
असंख्य तारे समाहित हैं। इसमें एक
केंद्रीय बल्ज तथा तीन
घूर्णनशील भुजाएँ होती हैं। हमारी
आकाशगंगा को
'मंदाकिनी' अथवा
'दुग्ध मेखला' भी कहते हैं।
एंड्रोमेडा (एंड्रोमिडा) आकाशगंगा हमारी आकाशगंगा के सर्वाधिक निकट है। इसकी दूरी
22 लाख प्रकाशवर्ष है तथा सूर्य का सबसे निकटतम तारा
प्रॉक्सिमा सेंचुरी है।
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हम आगे पढ़ेंगे -मंदाकिनियों
-निहारिका
-तारों का जन्म तथा विकास
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