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होली, चोली और हमजोली- 1@desi_story बात कुछ बरस पहले की है, मेर | deshi kahani

होली, चोली और हमजोली- 1@desi_story
बात कुछ बरस पहले की है, मेरी नई नौकरी लगे लगभग छह माह बीत चुके थे।
मैं नए दफ्तर में ज्यादा किसी से घुलती मिलती नहीं थी।
किसी को मेरी चुदास जिंदगी और चुदक्कड़ दिमाग के बारे में कुछ भी अंदाजा नहीं था।
ऐसे में मैं अपनी भावनाएं, आशाएं और अपने कामुक ख्यालों को अपने भीतर ही रखती थी।
दफ्तर में मैं एक भोली भाली और सहमी सहमी लड़की के रूप में जानी जाती थी जबकि वास्तव में मैं सेक्स ऐडिक्ट गर्ल हूँ।
मेरे से ऊंचे ओहदे पर काम करने वाले मेरे सहकर्मी मुझसे हंसी मज़ाक करते और मेरे सामने द्विअर्थी बातें किया करते थे।
पर मैं उन पर ध्यान दिए बगैर अपने काम में व्यस्त रहती।
मेरे सहकर्मियों में सभी मुझसे बड़े और तीस मारखां लोग थे।
दफ्तर में सुबह सुबह तो ठहाके गूंजते थे और दोपहर होते होते सब शांत हो अपने काम में लग जाते, शाम तक दारू के लिए मचान जाने का माहौल बन जाता।
मैं सुबह आठ बजे की आई, शाम को सात बजे निकला करती थी.
मेरे दफ्तर की कुछ लड़कियां हमारे अधीक्षक और सहकर्मियों के साथ शाम में दारू पीने जाती थी।
उन शामों में क्या होता था किसी को कुछ खबर नहीं थी।
मैंने कभी जानने की हिम्मत नहीं की क्योंकि मैं स्वयं अपने कामुक विचारों से पोषित थी और नहीं चाहती थी कि मेरी नौकरी पर मेरे अंतहीन काम की चाह का प्रभाव पड़े।
हमारे दफ्तर में हर छः माह में हर टीम शहर से बाहर घूमने जाती थी, जिसे ‘लर्निंग इवेंट’ कहा जाता था।
यह इवेंट कभी एक रात के लिए, कभी दो या तीन रातों के लिए होता।
होली आने को थी और अर्धवार्षिक लर्निंग इवेंट भी।
एक ईमेल सबको वितरित की गई कि इस बार का इवेंट होली पर होगा और हम सभी उत्तराखण्ड में कॉर्बेट के एक रिसॉर्ट में जाने वाले हैं. हम वहां 2 रातों के लिए रुकेंगे.
पहले दिन शाम को खेल कूद के कुछ कार्यक्रम होंगे और इस साल अब तक काम कैसा रहा और आगे के क्या टारगेट हैं वो बताए जाएंगे.
टीम में अच्छा काम करने वालों को अवार्ड भी वितरित किए जायेंगे।
शाम में नाच गाना और डिनर पार्टी होगी, जिसमें कुछ डांस परफॉर्मेंस और संगीत की परफॉर्मेंस होंगी।
दूसरे दिन सुबह होली का कार्यक्रम होगा जिसमें भांग, पकौड़े और नाश्ते का इंतजाम होगा।
दोपहर के खाने के बाद शाम में कॉकटेल पार्टी होगी और टीम बिल्डिंग गेम्स होंगी और तीसरे दिन सुबह सभी बस से निकलेंगे दिल्ली के लिए!
होली के दिन लड़कियों को साड़ी और लड़कों को कुर्ता पजामा पहनने का फरमान था!
पढ़ने में तो सब काफी अच्छा लग रहा था पर मुझे एक ही बात का डर था.
शाम ढलते ही मेरे अंदर जो रण्डी की आत्मा का प्रवेश होता है, कहीं वो सब माहौल खराब न कर दे।
मेरी दबी इच्छाएं जो ढलती शाम के साथ और प्रबल होती जाती हैं जो दारू पीने के बाद नहीं देखती कि सामने कौन मर्द है, बस शर्म के सारे परदे गिराती चली जाती हैं।
खैर, इस बात की संतुष्टि थी कि मेरे साथ मेरी एक और महिला सहकर्मी कमरा बांटने वाली थी।
किसी के रहने से मैं शायद खुद पर काबू कर पाऊं।
मैंने पार्टी में पहनने के लिए काली मिनी-स्कर्ट और एक खूबसूरत लाल क्रॉपटॉप पैक किया।
अब मैं इस सोच में पड़ी थी कि साड़ी कहां से लाऊं!
और मां की साड़ी पहन भी लूं तो ब्लाउज और पेटीकोट का क्या?
फिर मैंने यू-टयूब पर देखा कि किस तरह अंडरवियर को टॉप / ब्लाउज की तरह पहना जा सकता है।
यहां तक कि पुरानी लेगिंग को भी काटकर पूरी बाज़ू का ब्लाउज बनाया जा सकता है।
बस फिर क्या था, मैंने अपनी पुरानी सफेद लेगिंग निकाली और काट कर ब्लाउज बना लिया।
क्योंकि मैं ये पहली बार कर रही थी तो गलती से गला कुछ ज्यादा गहरा कट गया.
मैंने मन मन में सोचा कि साड़ी से ढक लूंगी।
अब पेटीकोट का भी जुगाड़ करना था।
तो मैंने ऑनलाइन देखा कि किस तरह बिना पेटीकोट के, एक नाड़े के साथ भी साड़ी बांधी जा सकती है.
इस बार मैंने पहले अभ्यास किया और दो तीन बार कोशिश के बाद मैं बिना पेटीकोट के साड़ी पहनने में कामयाब रही।
अपना जरूरी सामान रख मैंने अपना बाकी का बैग भी तैयार कर लिया।
हमें दफ्तर से बस मिलने वाली थी, सुबह आठ बजे बस गुड़गांव से रवाना होकर दिल्ली और यूपी से होते हुए कॉर्बेट पार्क पहुंचने वाली थी।
मैं सही वक्त पर ऑफिस पहुंच गई और बस में बैठ गई.
जाने वाले सभी लोगों की सूची पहले से तैयार थी, सबकी हाजिरी के बाद करीबन सुबह के साढ़े आठ बजे बस निकल पड़ी।
बस में सभी लोग हंसी मज़ाक कर रहे थे, एक कोने पर स्पीकर पर गाने बज रहे थे और कुछ लोग गाने गा रहे थे।
कुछ घंटे ये सब चला, फिर धीरे धीरे सब बोर होकर अपनी अपनी जगह बैठ गए.
सफर लंबा था, हमें मार्गदर्शक मानचित्र पांच घंटे का रास्ता दिखा रहा था।
रास्ते में जलपान, भजन आदि के लिए भी रुकना था तो 2-3 घंटे और जोड़ कर हमने 7-8 का सफर करना था. और फिर बस तो जाम में भी फंस जाती है।
मैंने अपने कानों में सेक्स ऑडियो लगाया और आंखें बंद कर मजा लेने लगी।@desi_story