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ते पर ले चलिए. दीदी ने उसी रास्ते पर स्कूटी डाल दी. वहां घुप्प | deshi kahani

ते पर ले चलिए.
दीदी ने उसी रास्ते पर स्कूटी डाल दी. वहां घुप्प अंधेरा था, मैंने गाड़ी रुकवा दी.
मैंने गाड़ी को डबल स्टैंड पर लगा कर उसे खड़ी कर दी.
हम दोनों गले लग गए. मैंने दीदी के होंठों पर होंठ रख दिए और अपना हाथ दीदी की चूची पर ले गया. उनका हाथ मेरे लंड पर आ गया.
दीदी लंड सहलाती हुई बोलीं- अब लंड डाल दो. चूची, लंड चूसने का खेल घर पर मौका देख कर कर लिया जाएगा.
उनको तो बस अपनी चूत में मेरा लंड समाया हुआ चाहिए था.
मैंने दीदी को सीट पर लिटाया, उनकी कमर पर मैक्सी उठा कर दोनों पांव दोनों तरफ की फुटरेस्ट पर रखवा दिए.
वो चुत पसार कर लेट गईं और मैं स्कूटी के बीच में जो जगह होती है, उसमें खड़ा हो गया. मैंने अपना दीदी की चूत में सैट किया और एक झटके डाल दिया. @desi_story