अब उसने मुझे एक गोली दी और मुझे मेरे कमरे में छोड़ दिया। कमरे | Antarvasna Hindi Stories
अब उसने मुझे एक गोली दी और मुझे मेरे कमरे में छोड़ दिया। कमरे में आते ही बाबूजी भी आ गये और उन्होंने मुझे केले और सेब खाने दिए। मैं जैसे तैसे निगल गई। अब मुझे बेड पर लिटा दिया और गर्म पानी का बैग मेरी गांड के नीचे रखा जो मेरा दर्द कम करने के लिए था। शराब और गोली की वजह से मैं जल्द ही सो गई। सुबह 11 बजे दीदी मेरे कमरे आई, उन्होंने मुझे जगाया। मैं उठ नहीं पा रही थी। मुझे बुखार आया था। हमारी बातें सुनकर बाबूजी कमरे में आए और मुझे हॉस्पिटल ले गए। वहां इलाज करके हम वापिस घर आए। दो दिन तक मैं जिंदा मुर्दा बनी हुई थी। दो दिन बाद मेरा होश आया। मैं कमरे में नंगी हुई और मिरर के सामने अपने आप को देखा तो मेरी हालत खराब थी। गर्दन से लेकर पाव तक मुझे चोटें आई थीं। मैंने झुक कर अपनी गांड देखी तो बिल्कुल सूज कर लाल लाल हो गई थी। इस तरह से मेरी गांड की नथ खुल गई जो मैं जिंदगी भर नहीं भूल सकी। उस दिन से आने तक मैंने जीजू और बाबूजी से दूरी बनाए रखी। और फिर मैं घर जामनगर आ गई। तो मेरे प्यारे दोस्तो, कैसी लगी आपको मेरी यह गांड फाड़ Xxx अंकल वाइल्ड सेक्स कहानी?@antarvasnahindi_stories