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, तुमने मेरी पैंटी देखी क्या? मैंने कहा- मुझे क्या पता? वो बोल | ℍ𝕚𝕟𝕕𝕚 & 𝔼𝕟𝕘𝕝𝕚𝕤𝕙 𝕊𝕖𝕩 𝕊𝕥𝕠𝕣𝕪

, तुमने मेरी पैंटी देखी क्या?
मैंने कहा- मुझे क्या पता?
वो बोली- अरे वो जो मैंने परसों के दिन पहनी थी ब्लू कलर की. जिसके आगे की तरफ से जाली है. तुमको कैसे नहीं पता.

तभी उस पैंटी मिल गई. उसने मुझे वो दिखाई और बोली- ये देखो, ये वाली … बाद में मत बोलना मुझे क्या पता.
ये कह कर वो गांड हिलाती हुई वहां से चली गई.

पांच मिनट बाद वो फिर से मेरे कमरे में आई, अभी भी उसने तौलिया ही लपेटा था.
वो बोली- राहुल एक चीज तो मैं तुम्हें दिखाना भूल ही गई … ये देखो!

ये कहकर उसने अपना तौलिया हटा दिया और अपनी ब्रा मुझे दिखाने लगी.
फिर बोली- ये ब्रा भी याद रखना.

ऐसा कह कर तौलिया लपेट कर वहां से चली गई.

मैं उसके इस एक्शन से काफी हैरान था कि वो ये सब क्यों कर रही है.

इस बीच उसकी चूचियां देख कर मेरा लंड सख्त हो गया था. मैंने वहीं पर अपना लंड निकाल कर उसे हिलाना शुरू किया और लंड का पानी निकाल कर लंड को अपने रूमाल से साफ कर दिया.

मेरा आज स्नेहा की तरफ देखने का नजरिया पूरी तरह से बदल चुका था.
शाम का समय था, वो मेरे कमरे में आई. हम दोनों बैठ गए और बातें करने लगे थे.

वो मुझसे कहने लगी- राहुल … यार मैं उसे अभी भी बहुत याद करती हूं. तुम मेरे बहुत अच्छे भाई हो, तुम मुझे समझ सकते हो. इसी लिए मैं तुम्हारे साथ इतना ओपनली बात करती हूं. आजकल मुझे रात को नींद ही नहीं आती. मुझे बार बार ऐसा लगता है कि वो मेरे साथ आकर सोया है, मुझे सहला रहा है. हम दोनों कई बार रात में अकेले घूमने जाया करते थे. वो जब मेरे साथ सोता था तो अक्सर मेरी ब्रा का हुक खोल देता था.

स्नेहा के मुँह से ये सब सुन कर मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या कहूं.

आगे वो फिर कहने लगी- आजकल मैं रात में सपने में अपनी ही ब्रा का हुक खोल देती हूं और मुझे पता भी नहीं चलता. शायद ये उसकी याद के कारण हो रहा है.

इतना कह कर वो रोने लगी. वो गिरने को हुई, तो मैंने उसे अपनी बांहों में भर लिया और उसे शांत करने लगा.

स्नेहा मुझसे पूरी तरह से चिपक गई थी. जिस कारण उसके मम्मे मेरी छाती से लग रहे थे. थोड़ी देर में वो मुझसे दूर हो गई और सो गई.

आज की बातें सुन कर मुझे इतना तो यकीन हो गया था कि मैं अगर कुछ करूं भी, तो ये मुझे कुछ नहीं कहेगी.

मैं अब रात गहराने का इंतजार कर रहा था.

रात के करीब 12:30 बज रहे थे. रोज की तरह मैं आज भी स्नेहा की ओर बढ़ गया.
उसकी टी-शर्ट ऊपर करके मैंने उसकी ब्रा के हुक खोल दिए. उसे धीरे धीरे सीधा कर उसका टी-शर्ट को आगे की तरफ से भी उठा लिया.
हल्के से ब्रा को ऊपर को करके, मैंने उसकी एक चूची को किस किया.

उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. तो हिम्मत जुटा कर मैंने उसकी पैंट पूरी निकालने का फैसला लिया और उसके पैरों के पास बैठ कर उसकी पैंट दोनों तरफ से पकड़ कर धीरे धीरे घुटनों तक कर ली.

अन्दर उसकी जालीदार ब्लू पैंटी थी, बहुत ही अच्छी दिख रही थी.
मैंने धीरे धीरे कर उसकी पूरी पैंट निकाल दी. पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत का आकार दिख रहा था.
मैं उसकी चुत को देखने को काफी उत्सुक था.

अब मैंने उसकी टी-शर्ट को भी निकाल दिया था. अब वो सिर्फ मेरे आगे पैंटी में थी.

मैंने ऊपर से पूरी तरह से नंगी स्नेहा को देखने का कभी सपने में भी नहीं सोचा था.
उसके भूरे निप्पल को देख कर मुझे रहा न गया. मैं किसी छोटे बच्चे के जैसे उसके निप्पल को अपने मुँह में भर लिया और उसे चूसने लगा.

पर साथ मैं ये भी ध्यान दे रहा था कि उसकी नींद ना खुल जाए.
एक निप्पल को चूसते हुए मैं उसके दूसरे मम्मे को भी सहला रहा था.

अब तक मैंने अपनी टी-शर्ट को भी उतार दिया था.

करीब 20 मिनट तक उसके मम्मे चूसने के बाद मैं स्नेहा की साइड में हो गया और उसकी पैंटी उसके बदन से अलग कर दी.

उसकी चूत अलग सी महक बरसा रही थी. मैंने उसके दोनों पैरों को चौड़ा कर दिया और दोनों टांगों के बीच बैठ गया.
मैंने धीरे से उसकी चूत को अपनी उंगली से सहलाया.
अब मैं अपने आपको नहीं रोक पा रहा था. मैंने सीधे ही उसकी चूत पर अपना मुँह रख दिया और धीरे धीरे उसकी चुत चाटने लगा.

स्नेहा आह भरने लगी थी, मुझे लगा अब वो जाग गई होगी. पर गौर से सुनने के बाद पता चला कि वो अपने बीएफ का नाम ले रही थी.
वो अभी भी अपने सपने में ही थी.

मुझे बहुत मजा आ रहा था.
मैंने वक्त जाया न करते फैसला ले लिया. मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रख दिया. एक छोटा सा धक्का मारा तो मेरा आधा लंड उसकी चूत के अन्दर चला गया.
वो जोर से चिल्लाई. पर उसकी आंखें अभी तक बंद थीं.

मैंने एक और धक्का देकर अपना 7 इंच लम्बा लंड उसकी चूत में पेल दिया. लंड चुत को फाड़ता हुआ अन्दर तक चला गया.

अब उसकी आंखों से पानी आने लगा था.
मैंने उसे रिलैक्स होने दिया.

कुछ पल बाद मैं धीरे धीरे आगे पीछे होने लगा. मेरा लंड अन्दर बाहर अन्दर बाहर हो रहा था. उसका बदन पूरा का पूरा हिल रहा था.

तभी मुझे उसकी चूत की गर्मी का अहसास होने लगा था. उसकी चूत काफी कसी