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मैंने उन्हें देखा तो मन ही में काफी खुश हुआ. वास्तव में मैडम ल | ℍ𝕚𝕟𝕕𝕚 & 𝔼𝕟𝕘𝕝𝕚𝕤𝕙 𝕊𝕖𝕩 𝕊𝕥𝕠𝕣𝕪

मैंने उन्हें देखा तो मन ही में काफी खुश हुआ.
वास्तव में मैडम लोगों के लिए देखने लायक चीज थीं और मेरे लिए एक बढ़िया चोदने लायक माल थीं.

मैं उनसे गर्मजोशी से हैलो बोलते हुए मिला और हम लोग पार्क के अन्दर आ गए.

बार बार मैं मैडम की तरफ देख रहा था. वो देखने में काफी मस्त लग रही थीं.
उनकी उम्र 30-32 साल की रही होगी. मैडम की शारीरिक नाप तो साधारण ही थी, चेहरे पर कशिश बहुत अच्छी थी.

मैंने उनसे बात शुरू करते हुए पूछा- क्या मैं जान सकता हूँ कि आपकी उम्र क्या है?
उन्होंने तनिक हंस कर कहा- पहले तुम ही मेरी उम्र का अंदाजा लगाओ.

मैंने बोल दिया- यही कोई 30 से 32 साल.
उन्होंने सीना गर्व से फुलाते हुए कहा- बहुत कम उम्र समझी है.

मैंने उनकी चूचियों की तरफ कहा- ओके … आप ही सही बता दो.
उन्होंने कहा- आपकी बताई 32 साल से 12 साल ज्यादा.

मतलब मैडम 44 साल की थीं. ये जानकर मुझे काफी आश्चर्य हुआ.
फिर मुझे अहसास हुआ कि जो महिलाएं अपने आपको संवार कर रखती हैं और उनको अपने शरीर की फिक्र रहती है, तो इससे उनकी उम्र का पता नहीं चलता है.

वो मुझे पसंद आ गई थीं और जब मैंने उनकी तारीफ़ की तो उन्होंने भी मुझे पसंद किया.

उसके बाद हम दोनों ने शाम तक का समय उसी पार्क में बिताया.
समय का मालूम ही नहीं चल रहा था. ये तभी होता है, जब एक दूसरे से दिल लग गया होता है.

शाम हो जाने के बाद हम दोनों ने बाहर निकल कर नाश्ता किया और उसी दौरान उन्होंने मुझसे मिलने की बात करते हुए अगले दिन की बात कही.

मैंने हामी भरते हुए उनसे और कुछ पूछना चाहा, तो उन्होंने कहा- मैं तुम्हें सब कुछ बताऊंगी … कल तो हम मिल ही रहे हैं न!
मैंने हां कह दी.

मुझे समझ नहीं आया कि वो पता नहीं सारा कुछ इतना गोपनीय रखना क्यों चाहती थीं.
शायद वो हर बात को कहने के लिए सही वक्त का इंतजार करती थीं.

मैं ऑटो से आया तो ऑटो लेने के लिए दूसरी तरफ जाने लगा.

मैडम ने जिद की- मैं तुम्हें छोड़ देती हूँ.
मैंने उन्हें काफी मना किया, पर इस बार उन्होंने मुझ पर अधिकार जताते हुए मुझे मेरे रूम के पास छोड़ दिया.

वह जाने से पहले बोलीं- कल तुम मेरे घर ही रात में रुकना.
मैं हामी भर दी और उनकी सारी रात चुदाई की मंशा को समझ लिया.

फिर उन्होंने बोला- कल मैं सुबह 10:00 बजे तुम्हें लेने के लिए यहीं आ जाऊंगी.

मैं उन्हें मना किया- नहीं, आप परेशान न होना … मैं उसी पार्क के पास मिल जाऊंगा. वहीं से आपके घर चलेंगे.

इस पर उनकी प्रतिक्रिया कुछ ऐसी थी, जैसे किसी से उसकी पसंद की चीज छीन लेने की बात कह दी गई हो.

अगले ही पल उन्होंने मुझे आज ही चलने के लिए कह दिया. लेकिन मुझे कुछ काम था, मैंने उनसे कल आने को बोल दिया.

मैडम मुझे बड़े प्यार से देखते हुए बोलीं- मुझे अब से कल तक तुम्हारी बड़ी याद आएगी. प्लीज़ जल्दी आ जाना.

मैं मुस्कुरा दिया और इधर उधर देख कर मैंने एक फ्लाइंग किस उछाल दिया.
मैडम ने भी अपने होंठों को गोल करके मेरे किस का जवाब दे दिया.

अगले दिन ठीक 9:30 बजे उनका मेरे मोबाइल पर कॉल आ गया- मैं तुम्हें रिसीव करने के लिए आ रही हूं, तुम कहां मिलोगे?

मैंने बता दिया कि कल आपने जहां पर मुझे छोड़ा था, मैं दस मिनट में वहीं पर मिल जाऊंगा.

दस मिनट बाद मैडम की कार उस जगह पर आ गई.
वह मुझे लेकर अपने घर आ गईं.

आज मैडम बहुत मुझे शांत लग रही थीं, लेकिन उनकी आंखों में देखने से मुझे लगता था कि वो अपनी आंखों में एक अजीब सी तन्हाई लिए हैं किसी अधूरे पल को पूरा न कर पाने का दुख है, साथ ही तिरस्कृत किये जाने का भाव भी था.

मैंने उनसे कहा- आपके चेहरे पर कुछ और है … और आंखों में कुछ और दिख रहा है. क्या बात है?

उन्होंने मेरी तरफ देखे बिना कहा- ऐसा कुछ भी नहीं है. जो मेरी आंखों में है, वही चेहरे पर भी है.

लेकिन यह बात बोलते हुए उनके चेहरे पर मायूसी और उदासी साफ झलक रही थी.

मैंने कहा- चलिए ईश्वर की कृपा से ऐसा ही हो, लेकिन अगर आप मुझे दोस्त मानती हैं, तो प्लीज़ मुझे अपनी हर बात बताइएगा.

वो मेरी बात सुनकर चुप रहीं.

तो मैंने उनसे कहा कि मैं एक अच्छा श्रोता हूं. आप मुझे अपनी मन की बात बता सकती हैं. वैसे भी आपने मुझे इस वक्त का पेमेंट दिया है. एक अच्छी खासी रकम दी है. आपको शारीरिक सुख के अलावा, मानसिक सुख में भी मैं आपकी मदद कर सकूँ, तो मुझे भी अच्छा लगेगा.

ये सुनकर उनके चेहरे पर एक स्थिरता का भाव आया.

उसके बाद मैंने उनसे बात शुरू करने का इशारा किया, तो उन्होंने मुझसे दोबारा पूछा कि तो तुमको मेरे साथ रात में रुकने में कोई दिक्कत तो नहीं होगी ना!

मैंने कहा- नहीं होगी. अगर होती, तो मैं पहले बता देता.

उसके बाद वह मेरे लिए कॉफी बनाकर ले आईं और मेरे पास आकर बैठ गईं. उन्होंने कॉफी के मग वाली ट्रे को टेबल पर रख दी.

फिर उन्होंने कहा- क्या तुम मुझे हग कर सकते हो?
मैंने कहा- हां क्यों नहीं!

इतना सुनकर वो मेरे गले लग गईं.