टेलीग्राम में पोर्न की टेराबाइट्स तक पहुंच प्राप्त करें »

मेरे लौड़े को देखने के अंदाज से मैं समझ गया था कि वो अपनी चूत | ℍ𝕚𝕟𝕕𝕚 & 𝔼𝕟𝕘𝕝𝕚𝕤𝕙 𝕊𝕖𝕩 𝕊𝕥𝕠𝕣𝕪

मेरे लौड़े को देखने के अंदाज से मैं समझ गया था कि वो अपनी चूत चुदवाना चाह रही है। इसलिए मैंने लोअर के नीचे कुछ भी नहीं पहना था और उपर सिर्फ टीशर्ट पहनी हुई थी। मैंने नहाते समय उसके नाम की मुठ मारी ताकि मेरा लंड जल्दी से पानी न छोड़े।

नीचे आने के बाद मैंने उससे पूछा- सोने का कैसे अरेंजमेंट करना है? उसके कमरे में केवल डबल बेड था।
उसने कहा- एक तरफ तुम सो जाओ और एक तरफ को मैं सो जाऊंगी।

लाइट बंद करने के बाद मैंने उससे कहा- अब तुम सो जाओ और कोई भी परेशानी हो तो मुझे जगा देना।
उसने बोला- अगर तुम्हें परेशानी ना हो तो मेरे सिर में थोड़ी बाम लगा दो और थोड़ा मेरे शरीर की मालिश कर दो। शरीर में दर्द हो रहा है।

मैंने उससे पूछा कि तेल कहां है और बताई जगह से तेल लाने के बाद मैंने उससे कहा- तुम सीधी लेट जाओ, मैं तुम्हारे शरीर की मालिश कर देता हूं, इससे तुम्हें आराम मिलेगा।

उसके बाद मैंने उसके सिर पर बाम लगा दिया। मैंने सिर की मसाज कर दी।

उसके बाद तेल की मसाज की बारी थी तो मैंने कहा- तेल की मसाज के लिए कपड़े उतारने पड़ेंगे।
उसने कहा- मुझे शर्म आती है, तुम ऐसा करो कि लाइट बंद कर दो।

लाइट बंद करने के बाद मैंने उसको तेल लगाना शुरू किया।
मैंने महसूस किया कि उसने अपना गाउन उतार दिया है।

फिर जैसे-जैसे तेल लगाने लगा तो मैं गर्दन से उसकी चूचियों की तरफ आया।
मेरे छूने से उसके मुंह से आह निकल गई।

उसकी आह्ह सुनते ही मैं समझ गया कि मेरे सामने लेटी हुई ये औरत चूत मरवाना चाहती है।

मैंने धीरे-धीरे उसकी चूचियों की मालिश करना शुरू किया। मैं अपने दोनों हाथों से उसकी उसकी चूचियों पर मालिश करते हुए उसकी चूचियों को दबाने लगा।

धीरे धीरे उसके मुंह से आवाजें आने लगीं।
मैंने भी धीरे धीरे उसकी चूचियों को जोर से दबाना शुरू किया।
चूची दबाने से उसके बदन में लहरें उठने लगीं।

अब धीरे-धीरे मेरे दोनों हाथ उसकी नाभि की ओर जा रहे थे।

सामने लेटी हुई 45 साल की औरत अपने बदन पर काबू नहीं रख पा रही थी। लाख कोशिशें करने के बाद भी उसके मुंह से सेक्स की मस्ती भरी आवाजें सुनाई देने लगीं।

मैं अपने हाथ और नीचे ले जा रहा था। नीचे जाने पर मैंने उसकी चूत के आसपास धीरे-धीरे अपनी उंगलियां चलानी शुरू कीं।

उसकी चूत अब फड़फड़ाने लगी थी।
मेरी तेल में डूबी उंगलियां धीरे धीरे चल रही थीं।

उसके मचलते हुए शरीर को देखकर साफ पता लग रहा था कि उसका अपने शरीर पर कोई काबू नहीं है।
उसका शरीर मछली की तरह तड़प रहा था।

तभी मैंने पाया कि उसने एक हाथ से मेरे कच्छे के ऊपर से ही मेरा लंड पकड़ लिया।
मालिश करते करते मेरा लंड भी एकदम खड़ा हो गया था।

धीरे-धीरे मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत के अंदर डाल दी।

मेरे उंगली डालते ही उसके मुंह से मस्ती भरी आह निकली और उसने अपने हाथों से मेरा लंड और मजबूती से पकड़ लिया।
इधर मैं उसकी चूत में उंगली आगे पीछे कर रहा था जो कि पूरी तरह से गीली हो चुकी थी।

दूसरी ओर उसने मेरा लंड बाहर निकाल लिया और वह जोर-जोर से लंड की त्वचा को आगे पीछे कर रही थी।
उसने अपनी आंखें नहीं खोली थीं और वह मस्ती में आहें भर रही थी।

मैंने देखा कि फहीमा पूरी तरह से मस्ती में आ चुकी है और यही मौका है उसको चोदने के लिए तैयार करने का।

तभी उसने आंखें खोलीं और पहली बार मेरा लंड देखा।
उसके मुंह से निकला- हायल्ला … इतना बड़ा लंड! इतनी छोटी सी चूत में कैसे जाएगा?

अब तक मेरा लंड पूरा तन चुका था और एकदम कड़क हो गया था।
मैंने अपने लंड को उसके होंठों के पास ले जाकर धीरे-धीरे रगड़ना शुरू किया।

मेरे ऐसा करने पर उसके मुंह से तेज तेज आहें निकलने लगीं और जब उसका अपने पर कोई काबू नहीं रहा तो लपक कर उसने मेरे लंड का सुपारा अपने मुंह में लेकर धीरे-धीरे चूसना शुरू किया।

धीरे-धीरे उसने मेरे लंड को चूसते हुए स्पीड बढ़ानी शुरू कर दी थी और स्पीड बढ़ाते बढ़ाते लंड पूरा लेने की कोशिश करने लगी।
मगर वह पूरा का पूरा अंदर नहीं ले पा रही थी।

उसकी चुदाई की इच्छा इतनी बढ़ी हुई थी कि वह जितना हो सके लंड पूरा लेने की कोशिश कर रही थी।
वह बोली- ऐसा मस्त, मोटा, बड़ा लंड मैंने आज तक नहीं देखा।

उसके चूसने के अंदाज से भी ऐसा ही लग रहा था कि उसने आज तक इतना बड़ा और मोटा लंड अभी तक अपनी चूत में नहीं लिया होगा।
थोड़ी देर मेरा लंड चूसने के बाद मैंने देखा कि अब वह मस्त हो रही थी।

मैंने धीरे-धीरे अपनी उंगली को उसकी चूत में डालना शुरू कर दिया।
मेरी उंगली के चूत में जाते ही वह मस्ती में होने लगी और लंड को और जोर जोर से चूसने लगी।

वो बोली- समीर, अब मुझे और मत तड़पाओ। मेरी चूत को अपने लंड से ठंडा कर दो। मगर ध्यान से चोदना। यह बहुत दिनों से प्यासी है और इसकी बहुत दिनों से ठीक से चुदाई नहीं हुई है।

चुदाई की तड़प की वजह से उसके शरीर में मछलियों की तरह लहरें उठने लगी थीं।