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जब मैंने देखा कि उसकी चूत से सोमरस की धार बह रही थी तो मैंने भ | ℍ𝕚𝕟𝕕𝕚 & 𝔼𝕟𝕘𝕝𝕚𝕤𝕙 𝕊𝕖𝕩 𝕊𝕥𝕠𝕣𝕪

जब मैंने देखा कि उसकी चूत से सोमरस की धार बह रही थी तो मैंने भी मौका सही समझा. और मैंने उसकी टांगें खोल के अपना लंड उसकी चूत की फांकों के बीच में छेद पर रख धीरे से अंदर डाल दिया.
तो उसकी एक तेज़ आह निकली. यह आह दर्द की आह कम और मज़े की आह ज्यादा थी. क्योंकि वो पहले से ही खूब चुदी चुदाई थी.

फिर उसने भी नीचे से एक तेज़ झटके से मेरा पूरा लंड अपनी चूत की गहराई में उतार लिया और मुझे तेजी से अपनी बांहों में जकड़ तेज़ झटके मारने को बोलने लगी!

उसकी चूत इतनी गीली हो चुकी थी कि मेरे झटकों के साथ फच्च फच्च की आवाज मुझमें और जोश पैदा कर रही थी. मैं उसके ऊपर लेट उसके एक निप्पल को चूस रहा था और नीचे उसकी चूत की चुदास भी मिटा रहा था.

वो अपनी आंखें बंद करके अपनी यौन तृप्ति का आनंद ले रही थी और मेरे सर को अपने निप्पलों पर जोर से दबाये जा रही थी.

इस चुदाई के मजेदार खेल के दौरान उसने फिर एक बार मुझसे वही बात बोली- प्लीज विकी, मुझे धोखा नहीं देना.
तो मैंने उसको किस कर वचन दिया- मैं हमेशा उसकी प्राइवेसी बना कर रखूँगा, इस बात को अपनी जिम्मेदारी समझूँगा.

चूत चोदन के तेज़ झटकों के साथ उसके चूचे भी हिल रहे थे. तो मुझे और ज्यादा मज़ा आ रहा था.

तभी मुझे जैसे महसूस हुआ कि उसकी चूत मेरे लंड को दबा के तोड़ देगी, निचोड़ देगी.
और उसके साथ ही उसकी चूत ने फिर से सोमरस की बौछार कर दी और वो एक बार फिर ठंडी पड़ गयी. उसने वासना के इस खेल में मुझसे पहले जीत प्राप्त कर ली थी, कामानन्द की चरम सीमा पर पहुँच गयी थी.

अब बारी मेरी थी तो मैंने उसकी टांगों को बेड ने नीचे लटका कर खुद नीचे खड़े होकर अपना लंड उसकी चूत में डाल धकापेल चुदाई चालू कर दी.
अब तक मेरी जान दो बार झड़ चुकी थी तो उसे ख़ास अच्छा नहीं लग रहा था.

लगातार 15 मिनट चोदने के बाद मुझे लगा कि जैसे मेरा होने वाला है तो मैंने अपना लंड बाहर निकाल कर पूरा पानी उसकी चूत के ऊपर निकाल दिया और उसके ऊपर लेट कर तेज़ तेज़ साँसों के साथ उसे किस करने लगा.

मेरी जान भी मुझे आनन्द मिलते देख बहुत खुश थी और मुझे किस किये जा रही थी और बोल रही थी- मेरा बेटा थक गया!

थोड़ी देर हम दोनों साथ साथ लेटे रहे. हम कोई बात नहीं कर रहे थे. हम बस अभी जो बीता था, उसका आनन्द महसूस कर रहे थे.

कुछ देर लेटने के बाद हम दोनों एक साथ उठे और बाथरूम में साथ नहाये. और एक दूसरे को तौलिये से पौंछ कर कपड़े पहने.

बाथरूम से बाहर आकर हमने खाना मंगाया. और खाने के बाद एक दूसरे के साथ एक घण्टे लेट कर प्यार की बातें करने लगे!

फिर हम होटल से बाहर आये. मैंने उसे उसके घर के समीप छोड़ दिया. फिर अपनी दीदी के घर आकर उसे फ़ोन पर बात कर पूछा- आज का दिन कैसा बीता? आपको कैसा लगा?
तो उसने बताया- विकी, आज बहुत दिन के बाद ऐसा परम सुख मिला है. तो पूरा बदन दर्द कर रहा था.
और बोली- लेकिन आप बुरी तरह करते हो! पूरा बदना और बदन के सारे जोड़ हिला कर रख दिए.

मैंने उसे अगली बार आराम से करने का बोल कर फोन रख दिया!