टेलीग्राम में पोर्न की टेराबाइट्स तक पहुंच प्राप्त करें »

इसी तरह कुछ और समय बिता कर दूसरे दिन शाम को आकृति आंटी ने मुझे | ℍ𝕚𝕟𝕕𝕚 & 𝔼𝕟𝕘𝕝𝕚𝕤𝕙 𝕊𝕖𝕩 𝕊𝕥𝕠𝕣𝕪

इसी तरह कुछ और समय बिता कर दूसरे दिन शाम को आकृति आंटी ने मुझे बताया कि उसकी दो दिनों की छुट्टी है. उस दिन गुरुवार है, तो मेरी भी शॉप बन्द रहेगी, तो क्यों ना मैं दो दिनों के लिए मायके चली जाऊं. तुमको घर रोक जाऊंगी.

इस पर मैं भी सहमत हो गया.

अगले दिन आकृति आंटी ने मुझे करीब शाम को साढ़े आठ बजे अपने घर जाने को बोला और ये भी बताया कि उसने रिट्ज को भी ये बोला है कि मैं दो दिनों के लिए बाहर जा रही हूँ, तो तुम अकेली रहोगी. इसी लिए आकाश को घर पर रुकने का कह कर जा रही हूँ.

मैं घर पहुंचा तो रिट्ज मुझे देख खुश हो गई.
हम दोनों ने कुछ देर एक दूसरे को चूमा और उसके बाद हमने अकेले घर में ओरल सेक्स किया.

झड़ने के बाद मैं रिट्ज की स्कूटी से करीब 10 बजे आकृति आंटी को दुकान से लेने चला गया.

आकृति आंटी घर आने के बाद रिट्ज से बोलीं- तुम खाना लगाओ मैं नहा कर आती हूँ.
अब तक रिट्ज रात का खाना बना चुकी थी.

मैं भी लोअर और टीशर्ट बदल का खाने की टेबल पर आ गया. कुछ ही देर में आकृति आंटी एक काले रंग की शार्ट नाइटी पहन कर आ गईं.

ये नाइटी बस उनकी गांड के कुछ ही नीचे तक की थी. आंटी की पूरी टांगें नंगी थीं.
आंटी की ये नाइटी आगे से बस एक डोरी से बंद होने वाली थी, जिसको आकृति आंटी ने एक हल्की सी गांठ मार कर रोका हुआ था. उस नाइटी में में आंटी के बूब्स की घाटी साफ़ नज़र आ रही थी.

आंटी ने हल्का सा मेकअप किया हुआ था. जिसमें उनके होंठ लाल रंग की लाली से रंगे हुए थे.
आंखों में गहरा काला काजल लगाया हुआ था और हाथों और पैरों में लाल नाख़ूनी लगी थी.
हाथों में लाल चूड़ियां और पैरों में पायल पहने हुई थीं.
खुले गीले बाल थे, जिसमें आकृति आंटी कोई पोर्न एक्ट्रेस से कम नहीं लग रही थीं.

आंटी की इस कातिलाना अदा में आता देख कर रिट्ज मेरे पास आई.
वो धीरे से मेरे कान में बोली- लगता है मम्मी दो दिनों की सारी कसर आज रात ही पूरी करने वाली हैं.

उसके इतना बोलते ही हम दोनों हंस पड़े.

खाने के बाद रिट्ज अपने कमरे में चली गयी और आकृति आंटी ने मुझे अपने कमरे में आने को बोला.
कुछ ही देर में वो एक दारू की बोतल गिलास और पानी लेकर कमरे में आ गईं.

आकृति आंटी के लिए मैंने एक हार्ड पैग बनाया, जिसे पीने के बाद वो मेरी गोद में आ गईं और मेरे होंठों को चखने की जगह खाने लगीं.
मैंने भी उनका साथ बराबरी से दिया.

फिर आधी रात में आकृति आंटी ने चार पैग में मेरे दो पानी से अपनी गांड और चूत की प्यास बुझवाई और हम दोनों एक दूसरे से नंगे ही चिपक कर सो गए.

सुबह मुझे लगा कि मुझे आकृति आंटी किस कर रही हैं तो मैंने उनको पकड़ कर अपने पास खींच लिया और उनकी गांड दबा दबा कर किस करने लगा.

तभी धीरे से मेरे कान में आवाज़ आयी- मैं आकृति आंटी नहीं, उनकी लड़की हूँ.

मैं एकदम से चौंक कर उठ गया, तो देखा आकृति आंटी मेरे बगल नंगी अभी तक सो रही थीं और रिट्ज मेरे सामने थी.

मैंने रिट्ज को जल्दी से बाहर भेजा और आकृति आंटी को एक तगड़ा स्मूच किस दे कर जगाया.
जिसके बाद वो तैयार हो गईं और हम सबने नाश्ता किया.

उसके बाद मैं आकृति आंटी को बस स्टॉप छोड़ कर घर आ गया.

मुझे घर आते ही देखा तो रिट्ज ने मुझे आकृति आंटी के कमरे में उन्हीं के बिस्तर पर आकृति आंटी का वही रात वाला सेक्सी वाला नाईट सूट पहना हुआ था.
वो बिल्कुल उसी तरह तैयार होकर लेटी थी.

मैं भी तुरंत नंगा होकर उस पर टूट पड़ा.

हम दोनों ने एक दूसरे को होंठों को चूमते हुए शुरूआत की, जिसके बाद मैंने उसको भी नंगी कर दिया.

फिर उसकी दोनों चुचियों को निचोड़ने के बाद उसकी चूत को चाटा. इसके बाद उसने मेरा लंड भी चूसा.

आज मैंने रिट्ज की सील पैक चूत का उद्घाटन कर दिया.

उसकी चुत से खून निकला और वो काफी दर्द से तड़फी भी मगर गजब की लौंडिया थी. उसने एक बार भी चुदाई रोकने के लिए नहीं कहा.
मैंने रिट्ज की चुत को हचक कर चोदा.

चुदाई के बाद उसने अपनी इच्छा जाहिर की कि इसे बेड पर एक बार मुझे मेरी मम्मी के साथ तुम्हारे लंड से चुदना है.

मैंने हामी भर दी.

इसी तरह दिन भर रुक रुक कर स्कूल गर्ल सेक्स का ये सिलसिला चलता रहा.

उस रात में मैंने रिट्ज की गांड को भी खोल दिया.
ये सिलसिला अगले दिन दोपहर तक चला जिसके बाद शाम को आकृति आंटी वापस आ गईं और मैं अपने घर चला आया.

इसी तरह मां बेटी दोनों मेरे लंड से चुदने को हमेशा बेताब रहने लगीं.

आकृति आंटी तो दिन में या कभी मुझे रात भर के लिए बुला लेती थीं, जिसमें कभी रिट्ज की चुदाई होती, तो कभी आकृति आंटी की.

इसी बीच एक दिन उन दोनों ने दारू पी और मुझे घर बुलाया.
मैं समझ गया कि आज माँ बेटी दोनों मेरे लंड से चुदने के मूड में हैं.

मैंने उस दिन उन दोनों को पेला.

फिर रिट्ज की शादी के बाद भी वो जब मायके आती तो मैं उसके लिए बुक रहता.
मेरे बीज से ही रिट्ज को एक बेटी और बेटा भी हुआ, जिसका पता सिर्फ हम दोनों और आकृति आंटी को था.