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आंटी मेरी तरफ पीठ करके लेटी थीं और मैं पीछे से उनकी गांड चोदते | ℍ𝕚𝕟𝕕𝕚 & 𝔼𝕟𝕘𝕝𝕚𝕤𝕙 𝕊𝕖𝕩 𝕊𝕥𝕠𝕣𝕪

आंटी मेरी तरफ पीठ करके लेटी थीं और मैं पीछे से उनकी गांड चोदते हुए उनके मोटे मोटे चुचे दबाता जा रहा था.

करीब एक घंटे की इस चुदाई में मैं फिर से आंटी की मखमली गांड में ढेर हो गया.
अब वो मेरी तरफ घूम कर मुझे किस करते हुए सो गईं.

सुबह करीब साढ़े पांच बजे मेरी आंख खुली, तो आंटी का चेहरा मेरे सामने था. अभी भी हम दोनों एकदम नंगे सोफे पर थे.

उनके होंठों को चूम कर मैं उठ गया क्योंकि रिट्ज भी उठ कर नीचे आ सकती थी.

मैं अपने कपड़े पहन कर रिट्ज के कमरे की तरफ उसको देखने गया.

लेकिन जब मैं उधर पहुंचा, तब वो अपने बिस्तर पर नहीं थी.
इस बात से मुझे थोड़ी इसकी चिंता हुई तो मैं उसको ढूँढने लगा.

तभी वो मुझे छत से नीचे आती दिखी.

मेरे पास आकर उसने मुझे गले से लगाया और गुड मॉर्निंग कहते हुए मुझसे पूछा- कल रात ठीक से सो गए थे न?
मैंने हां में जवाब दिया.

अब मैं उसको क्या बोलता कि तुम्हारी मम्मी ने अपनी चूत चुदवा कर मेरी रात बहुत शानदार बना दी.

कुछ देर बाद मैं अपने घर आ गया और आज शाम को फिर से मैं आंटी की दुकान पर आ गया.
उस वक़्त दुकान खाली थी.

मेरे जाते ही आंटी ने मुझे एक बहुत मस्त स्मूच किस किया और अपने बगल में बिठा लिया.

कुछ देर बाद वो मेरा लंड पैन्ट के ऊपर से ही सहलाने लगीं और हम दोनों बातें करने लगे.

तभी एक ग्राहक आता दिखा तो मैंने आंटी को इशारा किया.
उसके जाने के बाद हम दोनों फिर से यही सब करते रहे.
कुछ देर बाद मैं अपने घर आ गया.

इसके बाद कुछ दिन हम लोगों के बीच सेक्स नहीं हो पाया था क्योंकि आकृति आंटी के घर उनके कुछ लोग मायके से आए हुए थे.
इस कारण हम दोनों का एक हफ्ता बिना कुछ किए चला गया.

एक दिन उन्होंने मुझे दोपहर में कॉल किया और बोलीं- यार आज मेरा तुम्हारे साथ सेक्स करने का बहुत मन कर रहा है.
मैंने बोला- हां आकृति डार्लिंग मेरा भी मन कर रहा है. लेकिन तुम्हारा घर खाली नहीं है … और कहीं जाना ठीक नहीं होगा.
इस पर आकृति आंटी बोलीं- बात तो ठीक बोली तुमने … लेकिन चाहे जैसे भी हो, मुझे आज तुमसे चुदना ही है.

हम दोनों सोचने लगे, तो आंटी बोलीं- आज तुम मेरी शॉप पर आ सकते हो?
मैंने बोला- आज तो आपकी शॉप तो बंद रहती है न!

आंटी बोलीं- इसी लिए तो बोल रही हूँ. आ जाओ हम दोनों वहीं मिलते हैं.

हम दोनों में शाम को 06 बजे का समय पक्का हुआ.

आज शाम को मैंने बिना नेकर बनियान के एक शॉर्ट्स और टी-शर्ट को पहन लिया क्योंकि अभी तो उतारना ही था. मैं अपने घर से आंटी की दुकान को निकल गया.

आकृति आंटी की दुकान पर पहुंच कर देखा तो शटर बन्द था.
मैंने आकृति आंटी को कॉल किया.

वो बोलीं- तुम कहां हो?
मैंने बोला- दुकान के बाहर.
वो बोलीं- चुपके से शटर उठा कर अन्दर आ जाओ, ताला खुला है.

मैंने आस पास देखा कि जब कोई नहीं देख रहा था, तो थोड़ा सा शटर उठा कर उसमें घुस गया.
देखा तो सामने आकृति आंटी एक सफेद रंग का मिनी स्कर्ट और ऊपर पीले रंग का टॉप पहने हुई थीं.

आंटी बिना ब्रा के टॉप पहनी थीं. जिसमें आकृति आंटी के बड़े बड़े मम्मे बगल और सामने से बहुत ही ज़्यादा कसे और खुले हुए दिख रहे थे.
उनके निप्पल्स भी एकदम साफ उभरे हुए दिख रहे थे.

मैं आंटी को एक पल के लिए देखता ही रह गया.

आकृति आंटी मुझसे बोलीं- बस यूं ही देखते ही रहोगे … या आज कुछ होगा भी!

मैं तुरंत उठा और शटर अन्दर से बंद करके उसमें अन्दर से ताला मार दिया.

मैं आकृति आंटी के पास पहुंचा तो वो मुझसे एकदम कसके लिपट गईं.

मुझे चूमते हुए आंटी बोलीं- मेरी जान, मेरी चुत ने मुझे एक सप्ताह तक बहुत तड़पाया है. आज मैं वो पूरे हफ्ते का प्यार लूंगी.
जिस पर मैंने जवाब दिया- अरे मेरी जानेमन … मैं भी तो तुम्हारे इस फूल जैसे बदन को निचोड़ने के लिए तड़प रहा था … लेकिन तुम्हारा घर खाली नहीं था … वरना मैं तो तुम्हें रोज़ बिना रुके चोदूं.

आंटी मेरे होंठों को एकदम भूखे के सामने खाने की थाली आ गई हो, ऐसे चाटने और चूसने लगीं.
मैं भी उनका साथ देने लगा.

उन्होंने मेरे सिर से मेरे बालों को पकड़ कर एकदम अपने मुँह में ले लिया.
मैं भी अपने हाथों को पहले उनके कंधे पीठ कमर पर लाया फिर उनकी मोटी मोटी गांड पर सहलाते हुए मसलने लगा.

फिर जैसे मैंने अपना हाथ उनकी स्कर्ट के नीचे किया, तो वो बिना पैंटी के थीं जिससे मैं उनकी गांड मसलने के साथ साथ उनकी गांड में उंगली भी करने लगा.

मेरी इस हरकत से आकृति आंटी अब एकदम से कामुक हो गईं और उन्होंने मेरे होंठों को काट लिया.

मैंने भी आंटी के नीचे वाले होंठ को अपने दांतों से दबा लिया और मसलने लगा.

इससे आंटी को जब दर्द होने लगा तो वो अपने होंठों को छुड़ाने लगीं लेकिन मैंने भी बड़ी जोर से होंठ दबा लिया था.
फिर जब उनके आंसू निकल आए तब छोड़ा.

मेरी इस हरकत से आंटी को होंठों से खून आ गया था.
वो बोलने लगीं- तुम क्या चाहते हो सबको मालूम चल जाए कि मुझे कोई अभी भी चोदता है. मेरी बेटी भी बड़ी होशियार है, उसको भी शक हो सकता है.