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फिर मैंने गुलाब से सारी बातें बता दीं. तब गुलाब ने मुझसे कहा- | deshi kahani

फिर मैंने गुलाब से सारी बातें बता दीं.
तब गुलाब ने मुझसे कहा- जीजा जी आपको मेरी बहन के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था.
मैं चुप रहा और अपना लंड सहलाने लगा.
अब मुझे कोमल की मस्त जवानी दिख रही थी.
कोमल ने मुझे खुद को घूरते देखा तो उसने मेरी तरफ से नजरें हटा लीं और अपनी बहन से बोली- दीदी ऐसा क्या गलत हो गया … आप जीजा के साथ सहयोग करें न … आपको थोड़ा दर्द बर्दाश्त करना चाहिए था.
उसे अपनी बहन को उस रात का अपना दर्द याद दिलाया.
फिर उसने मेरे लंड की तरफ देखते हुए कहा- अब आप दोनों अपने कपड़े पहन लो और इसे कोई मुद्दा मत बनाओ. आखिरकार आप यह कर चुके हैं. ये सम्भव नहीं है.
मैं कुछ नहीं बोला. बस कसमसाता रहा.
उसने मुझसे अपनी बहन को चोट न पहुंचाने का अनुरोध किया.
मुझे उस समय एक कहावत याद आ रही थी. मैंने उससे कहा- सुनो गुलाब, प्रेम और युद्ध में हर बात जायज होती है. बस किसी भी तरह आनन्द लेना चाहिए. बस मुझे यही कहना है. तुमने सुन लिया अब तुम जाओ.
उसने अपनी बहन से बस ये कहा- दीदी तुम्हें बर्दाश्त करना चाहिए था.
इस पर मेरी बीवी अपनी बहन गुलाब से फट पड़ी- सहन कैसे करूं … इनका इतना मोटा डंडा तू अपनी गांड में लेकर बता तो मैं तेरी बात मान जाऊंगी. तेरी गांड फट न जाए तो कहना.
अब मुझे उन दोनों बहनों की बातों में रस आने लगा था.
तभी मुझे अपने एक दोस्त की बात याद आई. उसने कहा था कि वो कोई सी क्रीम लगा कर गांड मारता है, जिससे दर्द नहीं होता है.
मैंने अपनी बीवी और गुलाब को बीच में रोकते हुए कहा- रुक जाओ … मेरा एक दोस्त किसी क्रीम या जैल को लगा कर गांड मारता है. मैं उससे वो क्रीम लेकर आता हूँ, फिर तुम दोनों की गांड मारूंगा. तब तक तुम दोनों अपना मन पक्का कर लो कि आज की तारीख में तुम दोनों को अपनी गांड मेरे लंड के रेडी रखना है.
मेरी बात सुनकर मेरी बीवी कुछ नहीं बोली.
मगर मेरी साली गुलाब कहने लगी- ये मेरी भूल थी कि मैं आप दोनों के बीच में पड़ी.
मैंने कहा- अब कुछ नहीं हो सकता है गुलाब … मैं बस अभी आता हूँ और तुम दोनों को मस्त मजा दूंगा.
ये कह कर मैंने कपड़े पहने और बाहर निकल गया.
दोस्तो अगली बार मैं आपको अपनी कहानी में लिखूंगा कि मैंने अपनी साली और बीवी की गांड कैसे मारी.@desi_story