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मेरी बीवी ने गांड उठाते हुए कहा- आप उससे पूछ सकते हैं … और अगर | deshi kahani

मेरी बीवी ने गांड उठाते हुए कहा- आप उससे पूछ सकते हैं … और अगर वह भी राजी है, तो मुझको कोई समस्या नहीं है.
इसी के साथ मेरी बीवी झड़ने के करीब आ गई थी.
मैंने चुदाई रोक दी और उसको साली को जगाने और उससे चुदाई की पूछने के लिए जोर दिया.
मेरी बीवी पहले चुदाई पूरी करने के लिए कह रही थी.
मगर मैं नहीं माना.
अंत में उसने गुलाब को आवाज देकर कमरे में बुलाया और उससे पूछा.
उसने कुछ समय तक बात नहीं की और कहा कि आप दोनों को जो भी फैसला ठीक लगे, मेरी उसी में हां है.
मैंने समझ लिया कि गुलाब को लंड चाहिए. मैंने बीवी से कहा- अब किसी को कोई आपत्ति नहीं है. अब हम तीनों को अब इसी कमरे में सोना चाहिए.
मेरी बीवी मान गई.
मैंने अपनी बीवी की प्यास बुझाई और लंड निकाल कर अपनी मैंने साली के मम्मों को छुआ.
मेरी साली गुलाब के मम्मे बड़े ही मस्त और आकर्षक थे.
मैंने उसका ब्लाउज खोला और हाथ से सहलाने लगा.
मेरी पत्नी एक तरफ बैठ कर देख रही थी.
मैंने उसकी बहन से कहा- गुलाब आज रात तुम्हारी है.
मेरी बीवी उठ कर बाथरूम में चली गई. उसे टॉयलेट रूम में ज्यादा समय लगा.
साली कहने लगी कि शायद उसकी बहन रोजी मेरे यहां होने से खुश नहीं है.
मैंने कहा कि उसकी चिंता मत करो. वह बहुत समझदार महिला है और हमारा सहयोग करेगी.
मैं लंबे समय तक रस से भरे उसके मस्त स्तन को सहलाता और चूसता रहा.
मैंने अपनी साली की चूची को अपने दांतों से काट लिया. तो वो आह आह करने लगी.
मेरी साली ने मेरे लंड को छुआ और कहा- कि मैंने कल आपका खड़ा लंड उस समय देखा था, जब मेरी बहन आपके लंड की मालिश कर रही थी. बड़ा भयंकर लग रहा था.
ये कहते हुए गुलाब ने मेरी पैंट से मेरा लंड बाहर निकाल लिया और उसे बड़ी हैरानी से देखने लगी.
तभी मेरी पत्नी वापस आ गई और उसने अपनी बहन से पूछा- क्या हुआ गुलाबो … तू अपने जीजा जी का लंड इतनी गंभीरता से क्यों देख रही है?
गुलाब ने मेरी बीवी से कहा- दीदी यह बहुत बड़ा लंड है. आप इसे कैसे सहन कर लेती हो?
मैंने फिर से अपनी साली को समझाने की कोशिश की कि मर्द के लंड से लड़की को केवल एक बार दर्द होता है. बाद में चुत और लंड अपना रास्ता खुद ही बना लेते हैं. तुम चाहो तो अपनी बड़ी बहन के अनुभव पूछ सकती हो.
तब मेरी बीवी ने उसे पहला अनुभव बताया और उसे चुदने के लिए तैयार कर लिया.
गुलाब ने फिर से मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया.
मैंने उससे लंड चूसने के लिए कहा.
उसने ऐसा करना शुरू कर दिया.
फिर मैंने अपना लंड उसके मुँह से निकाला और उसे पीठ के बल चित लेटने को कहा.
अब तक मैंने उसकी पैंटी को भी निकाल दिया और अपनी जीभ उसके बुर पर रख कर चुत चाटने लगा.
कुछ समय बाद मुझे लगा कि वह गर्म हो गई है और उसे चोदना चाहिए. साथ ही उसने खुद भी मुझे अपना लंड डालने को कहा.
‘ठीक है मेरी जान गुलाब, मैं तुम्हें अपने लंड के लिए और अधिक इंतजार नहीं करवाऊंगा.’
मैं उसकी दोनों जांघों को खोल कर बीच में बैठ गया.
उसकी चुत के आसपास बहुत कम बाल थे. यह मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.
उसने मेरा लंड पकड़ कर अपनी बुर के छेद पर रख दिया.
मेरी बीवी ये सब देख रही थी. उसने अपनी बहन से कहा- गुलाब अब तुम जीजा के भयंकर लंड के लिए तैयार हो जाओ.
मेरी बीवी ने मुझसे भी कहा- मेरी छोटी बहन बहुत नाजुक है, उसे चोट न पहुंचान देना.
जैसे ही मेरे लंड का सुपारा मेरी साली की कुंवारी बुर में घुसा, उसने कसमसाते हुए कहा- आंह दर्द हो रहा है.
मेरी बीवी ने अपनी बहन को मेरा धक्का बर्दाश्त करने के लिए प्रोत्साहित किया.
गुलाब मुस्कुरा कर चुप हो गई.
फिर मैंने उसके पूरे शरीर को दबाया और जोर का धक्का दे दिया. उसकी चीख निकल गई और जोर जोर से रोने लगी.
गुलाब अपनी बहन से मुझको रोकने के लिए कहने लगी.
मेरी साली की चुत की सील टूट गई थी और खून आ रहा था लेकिन मैंने जोर से धक्का देना बंद नहीं किया.
कुछ समय बाद उसने राहत महसूस की और मुझे और अपनी बहन को देखकर मुस्कुरा उठी.
अब मेरी साली ने मुझसे कहा- आह जीजा जी मजा आ रहा है … आ आह आप मस्ती से मुझे चोदते रहो … बस इतना @desi_story