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सविता भाभी कहानियां❤️

टेलीग्राम चैनल का लोगो savitabhabhikahaniya69 — सविता भाभी कहानियां❤️
चैनल का पता: @savitabhabhikahaniya69
श्रेणियाँ: वयस्क सामग्री (18+)
भाषा: हिंदी
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नवीनतम संदेश 137

2021-11-21 15:43:22 https://t.me/OnlyIndianLeak
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2021-11-21 14:58:02 कुछ देर बाद भाभी ने लंड को चूसना बन्द कर दिया और सीधी होकर मेरे सर को अपनी चुत में दाबने लगीं.

वो बोलने लगीं- भोसड़ी वाले कुत्ते मेरी चुत को खा जा … आज इसकी पूरी गर्मी निकाल दे … आह आह और तेज चूस भोसड़ी वाले … आंह और तेज आह मज़ा आ गया … आज तो आज मेरी असली सुहागरात है … आज मैं खूब चुत मरवाऊंगी … आज मेरी चुत की मां बहन एक कर दे.

मैं भाभी की चुत पर मानो पिल पड़ा था.

थोड़ी देर भाभी की चुत का रस निकलने को हो गया और वो अकड़ने लगीं.
उन्होंने मेरे मुँह को अपनी चुत में दबा लिया और गांड उठा उठा कर अपनी चुत मेरे मुँह पर घिसने लगीं.

तभी चुत से रस गिरने लगा और मैंने उनकी चुत का सारा रस चाट लिया.

अब भाभी को चोदने की बारी आ गई थी.

मैं भाभी के ऊपर आ गया.
भाभी बोलीं- जल्दी डालो प्लीज़.

मैंने अपना लंड भाभी की चुत पर लगाया और अन्दर पेलने ही वाला था कि तभी मुझे कंडोम की याद आ गयी.

मैंने भाभी से कंडोम के लिए बोला, तो भाभी ने मना कर दिया.
मैंने कहा- भाभी सेफ्टी जरूरी है.

भाभी बोलीं- तुम क्या मुझे रंडी समझ रहे हो. मैंने अभी तक कभी वीर्य अन्दर नहीं लिया है, इसलिए कोई प्रॉब्लम नहीं है … अभी तक तो मेरी सुहागरात भी सही से नहीं बनी है.
मैंने पूछा- क्या मतलब?

भाभी बोलीं- वो सब मैं बाद में बताती हूँ … अभी मुझे चोद दो प्लीज़.

मैंने भी जल्दी से अपना लंड भाभी की चुत पर लगाया और एक धक्का लगा दिया.
पर लंड अन्दर नहीं गया.
एक बार और कोशिश की पर चुत की फांकें लंड अन्दर नहीं ले रही थीं.

फिर मैंने भाभी से तेल मांगा और अपने लंड पर लगा लिया.
भाभी की चुत तो पहले ही गीली थी मगर मैंने फिर भी उंगली से चुत में तेल लगा दिया.

मेरी उंगली चुत में गई तो भाभी को दर्द हुआ.
मैं कुछ सोच में पड़ गया कि क्या अब तक भाभी की चुत की सील ही नहीं खुली है.

फिर मैं दुबारा से चुत पर लंड सैट किया और फिर से धक्का लगा दिया.

इस बार पूरा लंड अन्दर घुसता चला गया और भाभी चीख पड़ीं.

मुझे उनकी चीख निकलने का अंदेशा था तो मैंने तुरंत भाभी के होंठ अपने होंठों की गिरफ्त में ले लिए और किस चालू कर दी.
भाभी का मुँह बंद हो गया था.

इधर मैं उनकी चुत में झटके देता रहा.
भाभी मुझे हटाने के लिए धक्का दे रही थीं पर मैं नहीं रुका.

थोड़ी देर में भाभी नॉर्मल हो गईं और मजा लेने लगीं.

अब मैं बोला- क्यों भोसड़ी वाली साली ऐसे रंडी बनेगी … भैन की लौड़ी चिल्ला चिल्ला कर रो रही थी … क्या हुआ तेरी दम निकल गयी बहन की लौड़ी साली कुतिया रांड छिनाल. ले लंड खा …
भाभी कुछ नहीं बोलीं. बस आंह आंह करती रहीं.

मैंने अपने धक्के और तेज कर दिए और भाभी की चुत फाड़ चुदाई फुल स्पीड पर करना शुरू कर दी.

भाभी सिर्फ ‘आह आह आह …’ करे जा रही थीं.

बीस मिनट तक धकापेल चुदाई के बाद अब मैं निकलने वाला था.
मैंने झटके और तेज कर दिए और भाभी की चुत में ही झड़ गया.

झड़ कर मैं भाभी के ऊपर ही लेटा रहा और थोड़ी देर अलग होकर भाभी के मुँह में लंड डालने लगा.

भाभी ने लंड चूसना शुरू कर दिया. उनकी लंड चुसाई से लंड कुछ ही देर में फिर से लोहा हो गया.

एक बार फिर से भाभी की देसी चुदाई का सीन बन गया.

दोस्तो भाभी के साथ असली चुदाई तो अब शुरू हुई थी. उसमें बहुत मज़ा आया था.
301 views11:58
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2021-11-21 14:58:02 भाभी का नाम सुमन है. उनकी उम्र 23 साल की है और उनका फिगर 34-26-36 का है.
भाभी का रंग एकदम गोरा है और उनकी चितवन कुछ ऐसी है कि वो किसी भी लंड को पल भर में अपनी ओर आकर्षित कर सकती हैं.

तो हुआ कुछ ऐसा था कि भाभी ने मुझे फोन किया और अपने घर बुलाया, वो भी जल्दी आने को कहा.

मैं तुरंत उनके घर आ गया.
जब मैंने घर की बेल बजाई तो अन्दर से आवाज़ आई कि गेट खुला है, अन्दर आ जाओ.

मैं अन्दर चला गया. भाभी ने ब्लैक कलर की साड़ी पहनी हुई थी, जिसमें वो बहुत सेक्सी लग रही थीं.

जब मैंने भाभी को देखा तो मेरी नजर उनसे हट ही नहीं रही थी.

भाभी मुस्कुरा कर बोलीं- क्या हुआ?
मेरे मुँह से न जाने किस झौंक में निकल गया- आप बहुत सेक्सी लग रही हो.

भाभी तेवर बदलती हुई बोलीं- क्या बोल रहे हो?
मैंने कहा- कुछ नहीं बस ऐसे ही मुँह से निकल गया भाभी … सॉरी.

भाभी बोलीं- मुझे तुमसे कुछ ज़रूरी बात करनी थी. पर पहले तुम प्रॉमिस करो कि ये बात किसी को नहीं बताओगे.
मैंने हां में सिर हिला दिया.

उन्होंने एक मिनट रुक कर कहा कि तुम जो कल कर रहे थे, उसको रियल में करना चाहोगे!

ये सुनकर तो मैं सोच में पड़ गया कि भाभी ये क्या बोल रही हैं … मुझसे कहीं कुछ गड़बड़ न हो गई हो.

भाभी बोलीं- क्या हुआ … बताओ ना, करोगे या नहीं?
मैंने सर हिला कर हां कर दी.

भाभी- मुँह से बोलो.
मैंने हां कह दी.

भाभी मेरी हां सुनकर बहुत खुश हुईं.

उन्होंने कहा- मेरी एक बात और मानोगे?
मैंने पूछा- क्या बात?

भाभी ने अपने स्वर बदल दिए और एकदम साफ़ शब्दों में बोलीं- मुझे बिल्कुल एक रंडी की तरह चुदना है.
ये सुनकर मैंने भाभी को देखा और अवाक रह गया.

भाभी ने एक मादक अंगड़ाई ली और फिर से कहा- जवाब दो राजा.
मैंने उनसे पूछा- आप ऐसा क्यों चाह रही हैं?

भाभी बोलीं- मुझे ये सब अपने पति को खुश करने के लिए सीखना है.
मैंने पूछा- क्या मतलब मैं समझा नहीं.

उन्होंने कहा- ये सब मैं बाद में बताती हूँ … चलो हम दोनों पहले थोड़ा एंजॉय कर लेते हैं.

मैंने भी हां कर दी क्योंकि अब मैं भी कंट्रोल नहीं कर पा रहा था.
जब सामने इतना मस्त माल चुदने के लिए रेडी हो तो कंट्रोल कैसे हो?

फिर मैंने भाभी के होंठों पर एक किस कर दिया.

इससे भाभी थोड़ी सी चौंक गईं और बोलीं- अरे वाह, तुम्हें तो मुझसे भी ज्यादा जल्दी है.
मैं बस हंस दिया.

भाभी ने कुछ नहीं कहा, तो मैंने फिर से उन्हें किस करना चालू कर दिया और भाभी के गुलाबी होंठों को पूरी तरह से चूसने लगा.
सच में यार बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर भाभी ने मुझसे दूर होते हुआ कहा- चलो रूम में चलते हैं.

मैं उनके पीछे पीछे चल दिया और रूम में जाते ही मैं भाभी पर टूट पड़ा.

अब भाभी भी मेरा पूरा साथ दे रही थीं.

मैंने उनके होंठों पर किस करते हुए उनकी साड़ी उतार दी.
भाभी अब मेरे सामने पेटीकोट और ब्लाउज में थीं.

फिर मैंने उनके ब्लाउज को भी अलग कर दिया और देखा कि भाभी ने पिंक कलर की ब्रा पहनी हुई थी जिसमें उनके चूचे बहुत मस्त लग रहे थे.

मैं भाभी के मम्मों पर टूट पड़ा और उनके मम्मों को दबाने काटने लगा जिसकी वजह से भाभी आह आह करने लगीं.
उनकी मादक आवाजों से मुझमें और जोश चढ़ने लगा.

फिर भाभी बोलीं- आज मुझे रंडी की तरह चोदना भोसड़ी वाले … कुत्ते … साले हरामी … मुझे चोद कर रंडी बना माँ के लौड़े.

उनके मुँह से गालियां सुनकर मैं और जोश में आ गया.
मैंने भाभी के पेटीकोट को भी हटा दिया और उन्हें बिस्तर पर लिटा कर उनकी चुत सूँघने लगा.

भाभी की पैंटी गीली हो चुकी थी.
वे मादक आवाज में मेरे सर पर हाथ रखती हुई बोलीं- साले कुत्ते, ऊपर से ही मजे ले लेगा क्या?
अब मैंने भी बोला- साली रंडी … बहुत जल्दी है तुझे … रुक जा भैन की लौड़ी… आज धीरे धीरे ही तेरी सारी गर्मी उतार दूँगा … रंडी की जनी.

मेरी गालियां सुनकर भाभी खुश हो गईं और बोलीं- अब आया पटरी पर साले. चल शुरू हो जा!

मैंने भाभी की पैंटी हटा दी और अपने कपड़े भी अलग कर दिए.
मैं पूरा नंगा हो गया और भाभी को लंड चूसने का इशारा कर दिया.

वो थोड़ा हिचकिचा रही थीं.
मैंने कहा- साली रंडी … जल्दी चूस वरना जबरदस्ती मुँह में डाल दूंगा.

अब उन्होंने मेरे लंड का टोपा मुँह में ले लिया और तुरंत ही बाहर कर दिया.
इससे मुझे गुस्सा आ गया … और मैंने जबरदस्ती अपना पूरा लंड मुँह में घुसेड़ना चालू कर दिया.

भाभी मुझे धक्का देने लगीं, पर मैं नहीं माना और लंड अन्दर बाहर करने लगा.

फिर कुछ ही पलों बाद भाभी खुद ही लंड चूसने लगीं.

भाभी बोलीं- साले, खुद ही मज़ा लेता रहेगा या मुझे भी मज़ा देगा!
मैं कहा- चल आजा मेरी रांड.

फिर हम दोनों 69 की मुद्रा में आ गए और मैं भाभी की चुत पर किस करने लगा.
वो बहुत उत्तेजित हो गईं और आह आह करने लगीं.

मैंने अपनी पूरी जीभ उनकी चुत में डाल दी, इस वजह से भाभी ने मेरा लंड और तेजी से चूसना शुरू कर दिया.
हम दोनों में चुसाई का आलम पूरी गति पर आ गया था.
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2021-11-21 14:58:01 भाभी की देसी चुदाई का मजा मुझे मिला मेरे दोस्त की भाभी के साथ. एक बार भाभी घर पर अकेली थी तो मैं उनके घर गया. वहां क्या और कैसे हुआ? पढ़ें इस कहानी में.

दोस्तो, मेरा सभी चिकनी और रसीली चुत वालियों को एक लम्बा किस.

मेरा नाम विक्की (बदला हुआ) है, मैं कानपुर से हूँ.

आज मैं आपके साथ अपनी रियल सेक्स स्टोरी साझा कर रहा हूँ.
ये मेरी पहली सेक्स कहानी है तो दोस्तो, कोई गलती हो तो माफ कीजिएगा.

मेरी हाईट छह फीट है और मेरा लंड भी छह इंच का है, जो किसी भी लड़की को खुश कर सकता है.
मुझे फोरेप्ले बहुत पसन्द है और चुत चाटना तो बहुत ही ज्यादा पसंद है.

ये भाभी की देसी चुदाई कहानी कुछ समय पहले की है. मैं तब बारहवीं क्लास में था.

उस समय मेरे दोस्त के भाई की शादी हुई और भाभी घर आ गईं.

मेरे दोस्त का भाई अपने जॉब की वजह से घर से दूर रहता था.
तो भाभी का हनीमून भी अभी तक अच्छे से नहीं मना था.

शादी के एक हफ्ते बाद ही भाभी का पति अपनी जॉब पर चला गया था.
वो दो महीने से घर ही नहीं आ सका था.

इस दौरान मैं अपने दोस्त के घर जाता था तो मुझे भाभी से बात करने को मिल जाती थी.

भैया के घर पर न रहने की वजह से भाभी की चुदाई की आग शांत नहीं हो सकी थी. वो लंड के लिए तड़प रही थीं.
ये सब भाभी ने मुझे बाद में बताया था.

एक दिन मेरे दोस्त ने बताया कि उसकी पूरी फैमिली शादी में जा रही है; सिर्फ भाभी ही घर पर रहेंगी.
उसकी भाभी के भाई को कुछ काम था, तो वो घर पर रुकने आ सकता था.

मेरे दोस्त ने कहा- यदि वो नहीं आए तो तुम एक बार भाभी से मिल लेना. उन्हें किसी चीज की जरूरत हो तो देख लेना.
मैंने हां कह दी.

जब मैं उनके घर गया था, तब वहां सिर्फ भाभी ही थीं, उनका भाई अभी नहीं आया था.

मैं वहां गया तो भाभी ने गेट खोला.
मैंने उनसे नमस्ते की और अन्दर आने लगा.

भाभी बोलीं- भैया रुको, घर पर कोई नहीं है.
मैंने अनजान बनते हुए पूछा कि अरे … सब कहां गए हैं?

भाभी बोलीं- सब लोग शादी में गए हैं.
मैंने अपने दोस्त को फोन किया- यार, मुझे कुछ नोट्स लेने हैं.

मैंने उसे ये नहीं बताया कि मैं उसके घर पर ही खड़ा हूँ.
उसने बोला- तू घर चला जा और भाभी से बोल देना, वो दे देंगी.

अब मैंने कहा- मैं तेरे घर पर ही हूँ, ले अपनी भाभी को बता दे.

उसने भाभी से बात की तो भाभी बात करने में थोड़ी गुस्सा सी लगीं.

भाभी का रुख देख कर मैं कुछ डर गया.
फिर काल कट हो गयी.

मैं उनकी तरफ देखने लगा.
भाभी ने मुझसे बैठने को कहा.

मैं अन्दर आकर सोफे पर बैठ गया.

उन्होंने कहा- चाय चलेगी ना!
मैंने कहा- हां भाभी ठीक है.

वो मेरे लिए चाय बना लाईं.

मैं बिना कुछ बोले चुपचाप से चाय पी रहा था.

भाभी ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा- पढ़ाई कैसी चल रही है?
मैंने बोला- ठीक चल रही है भाभी.

उसी समय न जाने कैसे मेरे हाथ से कप छूट गया और थोड़ी चाय मेरे ऊपर गिर गई.
चाय एकदम गर्म थी तो मैं हड़बड़ा गया.

भाभी भी एकदम से ‘अरे ये क्या हुआ …’ कह कर घबरा सी गईं.

मैं पैंट पर गिरी गर्म चाय को साफ़ करने लगा.

भाभी ने भी मेरे लंड पर हाथ लगाते हुए चाय साफ करने की कोशिश की.

फिर उन्हें लंड का अहसास हुआ तो हाथ हटाती हुई बोली- अरे ऐसे नहीं … जाओ जल्दी से बाथरूम में जाओ और साफ कर लो.

भाभी का हाथ मैंने अपने लंड पर महसूस कर लिया था तो मुझे मजा गया था.

मैंने कहा- अरे कुछ नहीं भाभी, सब ठीक हो जाएगा.

भाभी झुक कर जमीन साफ करने लगीं.
उसी समय मेरा ध्यान उनके चूचों की ओर चला गया.
उन्होंने ब्लैक कलर की ब्रा पहनी हुई थी, जो उनके ब्लाउज से साफ़ दिख रही थी.

मस्त नजारा देख कर मेरा लंड खड़ा होने लगा.
तभी भाभी मेरी ओर देख कर बोलीं- जाओ जल्दी … साफ करके आओ यहां क्यों खड़े हो.

मैं बाथरूम में चला गया और बिना दरवाजा लगाए भाभी की मस्त चूचियों को याद करके मुठ मारने की सोचने लगा.
मेरा लौड़ा बेहद अकड़ गया था तो मैं मुठ मारने लगा.

तभी भाभी की आवाज आई- ये क्या हो रहा है?

मैंने जल्दी से लंड अन्दर किया और बाहर आने लगा.
मैंने सोचा आज तो मेरी आफत आ गयी.

तभी भाभी बोलीं- अपनी फीलिंग्स पर कंट्रोल करो, ये सब ठीक नहीं है.
मैंने भाभी से सॉरी बोला और कहा- अब ऐसा नहीं करूंगा भाभी, गलती हो गई.

भाभी बोलीं- मैं समझ सकती हूँ, डरो मत … मैं किसी से कुछ नहीं बोलूँगी.
उनकी बदली हुई आवाज से मुझे थोड़ी राहत मिली.

फिर उन्होंने मुझे नोट्स दिए और मैं वहां से आने लगा.

तभी भाभी ने कहा- तुम मुझे अपना नंबर दे दो.
मैंने बिना कोई सवाल किए भाभी को अपना नंबर दे दिया और मैं अपने घर आ गया.

घर आकर मैंने भाभी के नाम की मुठ मारी और खुद को शांत कर लिया.
लंड का पानी निकला, तब जाकर मेरे लंड को राहत मिली.

अगले दिन कुछ ऐसा हुआ, जिसके बारे में मैंने सोचा भी नहीं था.

आगे बढ़ने से पहले मैं यहां पर आपको भाभी के बारे में बता देता हूँ.
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2021-11-21 14:57:07
दोस्त भाभी की असली सुहागरात मेरे साथ मनी
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2021-11-21 14:56:41 मुझे अहसास हुआ कि पवन ने तो कंडोम पहना ही नहीं।
इसीलिए मुझे उसका लंड इतना गर्म लग रहा था क्यूंकि उससे पहले मैं कभी भी बिना कंडोम के नहीं चुदी थी, अपने पति से भी नहीं।
तो ये मेरा पहली बार था कि कोई मुझे बिना कंडोम के चोद रहा था।

मैंने जैसे ही पवन को कहा कि तुमने कंडोम नहीं लगाया तो वो बोला- जानेमन … कंडोम बच्चे लगाते हैं। असली लंड से चुदने का शौक है तो भूल जाओ कंडोम। और वैसे भी मेरे लंड के साइज का कंडोम नहीं मिलता।

ये सुनते ही मैं तो पहले ही झटके में झड़ गयी।

उसके बाद भी उसने कम से कम बहुत देर तक मेरी चूत चोदी। जिस दौरान मैं 2-3 बार और झड़ गयी थी।

मैंने पवन को कहा- तुम अपना माल मेरी चूत में मत छोड़ना।
उसने कहा- ठीक है, फिर मुँह में ले लो।
मैंने कहा- नहीं … मैंने पहले कभी नहीं लिया मुँह में! मेरे चूचों पर निकालो।

उसने लंड को मेरे चूचों पर लगा दिया और मुठ मारने लगा।
कुछ ही पल में उसका गर्म गर्म माल मेरे निप्पलों पर बाहर आने लगा।

खाली होकर वो हांफते हुए बोला- इस बार तो चूचों पर बाहर निकाल दिया है मगर याद रखना कि मुझे अपना माल बर्बाद करना बिल्कुल पसंद नहीं है।
अगली बार ये सारा माल तुम्हारी चूत में जाएगा या तुम्हारे मुंह में।
इतना बोलकर वो मेरे साथ ही लेट गया।

अब मैं ये सोचने लग गयी कि अगली बार का क्या मतलब है पवन का?
मैंने पवन से पूछ ही लिया- हम भला दोबारा क्यों और कैसे मिलेंगे? वैसे भी अब तो मैं अपने कमरे में वापस चली जाऊंगी।

वो मुस्कुराने लगा और बोला- अभी कहाँ जाना है, अभी तो सिर्फ शुरुआत हुई है बेबी। तुम्हेँ तो अभी पूरी रात चुदना है. और सुमित तुम्हारी चूत चुदाई किये बिना जाने नहीं देगा।

वो मेरे चूचों को मसलते हुए बोला- कम से कम 5-6 बार तो चुद ही जाओगी सुबह होने से पहले!
अब मुझे अहसास हो गया था कि अब ये दोनों लड़के मेरी चूत फाड़ कर ही वापस मेरे पति के पास भेजेंगे।

मेरी चूत में अब और आग लग गई थी।

पवन के लंड का टेस्ट तो मैं ले ही चुकी थी, अब सुमित लंड के चुदने का सोचकर मेरे अंदर की रंडी जैसे फिर से जाग गई थी।
अब मैं खुद भी इन दोनों की रंडी बनकर अच्छी तरह चुदना चाहती थी।
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2021-11-21 14:56:40 तो मेरे पति ने झट से पवन से पूछ लिया- हमें भी बता दो कैसा है सुमित?
तो काफी बार कहने पर पवन ने बताया- सुमित लड़कियों के मामले में बहुत तेज़ है भईया। जिस लड़की को एक बार सोच ले उसको अपने … वो कहते कहते रुक गया और बोला- खैर … भाभी बैठी हैं, बाद में कभी बताऊंगा भईया।

मैंने बोला- मैं बच्ची तो हूँ नहीं, बताओ … मुझे भी सुनना है।
तो उसने मेरे पति की ओर देखा कि अगर उन्हें कोई आपत्ति तो नहीं।
फिर बोला- भाभी ये अगर ठान ले तो किसी भी लड़की को अपने बिस्तर पर ले जा सकता है।

ये बोलते ही वो रुका और बोला- आप भी बचकर रहना!
यह सुन कर मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए कि ये इसने क्या बोल दिया।

फिर सुमित बोला- लगता है तुझे चढ़ गयी है। चल अब काफी देर भी हो गयी है, तो अपने रूम में चलते हैं।

पवन बोला- लास्ट राउंड खेलकर चलते हैं।

तो फिर जब लास्ट डेयर दिया तो उसमें उसने मुझे उसके रूम पर जाने को कहा जिसमें मुझे उसके रूम पर उसके साथ जाकर वहां ही रुकना था जब तक बची हुई विस्की की बोतल खत्म नहीं हो जाती।

मगर मेरे पति ने फौरन मना कर दिया कि अब बहुत देर हो गयी है।

सुमित ने मेरे पति को मनाते हुए कहा- जाने दो भैया, ये जाते ही सो जायेगा क्यूंकि पहले ही इसने काफी पी रखी है। मैं रुकता हूँ आपके पास, जब भाभी आएंगी तो मैं चला जाऊंगा।

मेरे पति को शायद उसकी बात ठीक लगी क्यूंकि मैंने भी बोल दिया था कि कोई बात नहीं, मैं अभी आ जाऊंगी। वैसे भी अच्छे लड़के तो हैं। इतना घुल मिल गए हैं तो डरना कैसा!

तो मैं और पवन जैसे ही दूसरे रूम में पहुंचे पवन ने फ़ौरन मुझे पीछे से आकर अपनी बाँहों में भर लिया।

इससे पहले कि मैं कुछ कह पाती … उसने अपने होंठों से मेरे होंठों को चूसना शुरू कर दिया और मेरी गांड को अपने हाथों से अच्छी तरह मसलने लगा।

मैं तो मानो पूरी तरह उसकी बांहों में पिघलने लगी थी।

2 मिनट की लम्बी किस के बाद जब वो रुका तो मैंने पूछा- ये सब क्या है पवन? दूसरे रूम में सुमित और मेरे पति मेरा वेट कर रहे हैं।
तो उसने कहा- कोई वेट नहीं कर रहा, तुम तो मेरा बर्थडे गिफ्ट हो।

उसने बताया कि ये उसका और सुमित का प्लान था।
क्यूंकि उसने दिन में पूल एरिया में बैठे हुए उसी समय सुमित को बोला था कि उसे बर्थडे गिफ्ट में भाभी की ही चूत चाहिए।

ये सुन कर मानो मेरी तो गांड ही फट गयी।
मुझे उसकी आँखों में साफ़ दिख रहा था कि वो किस तरह सारी रात मुझे कुतिया बना कर मेरी चूत चोदेगा।

तो मैंने अपने पति के बारे में पूछा- पवन, मैं अपने रूम पर नहीं जाऊंगी तो वो मुझे लेने खुद ही आ जायेंगे।
पवन हंसते हुए बोला- उसकी चिंता न करो जानेमन … तुम अभी सुमित को नहीं जानती, जब तक वो वहां है तुम्हारे पति को वो यहाँ नहीं आने देगा।

उसकी ये बात सुनते ही मेरे अंदर का सारा डर निकल गया और झट से मैं नीचे अपने घुटनों पर बैठ गयी।
उसका लंड चूसने के लिए मेरे मुंह में जैसे पानी आ गया था।

मैंने उसकी शॉर्ट्स जैसे ही नीचे खींची, मेरे तो होश ही उड़ गए।
पवन का साढ़े आठ इंच का मोटा लंड किसी लोहे की गर्म रोड की तरह तना हुआ था।

उफ्फ!! उसका ये मोटा लंड देख कर मेरे मुँह में और मेरी चूत में इतना पानी आया कि मानो बाढ़ ही आ गयी हो।

देखते ही देखते मैंने उसका मोटा लंड अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया।

कुछ ही देर में हम दोनों सेक्स के नशे में पूरी तरह डूब चुके थे।
मैंने आज से पहले इतना बड़ा लंड सिर्फ नंगी फिल्मों में ही देखा था।

मैं पवन के इस मोटे लंड से अपनी चूत चुदवाने को इतनी उतावली हो गयी थी कि लंड चूसते चूसते मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए और अब मैं पूरी नंगी हो गयी थी।

जैसे ही थोड़ी देर बाद पवन ने आँखें खोल कर मुझे देखा तो वो ख़ुशी से इतना पागल हो गया कि मुझे पूरी तरह नंगी देख कर उससे रहा नहीं गया।
उसने मुझे अपनी मज़बूत बाँहों में उठा कर बेड पर पटक दिया।

मेरी टाँगें पूरी तरह हवा में थीं और मैंने उसके लिए पूरी तरह खोल दी थीं। मेरा ये आमंत्रण देख कर उसने अपनी टीशर्ट उतारी और पूरी तरह नंगा हो गया। एक हाथ से उसने मेरी चूत का गीलापन चेक करते हुए कहा- लगता है तुम तो चुदने के लिए काफी बेचैन हो।

ये कहते ही उसने अपने लंड का सुपारा मेरी चूत पर रगड़ना शुरू किया।

उसके लंड का सुपारा गुलाबी और इतना मोटा था कि उसका गर्म अहसास मेरी चूत को जैसे ही हुआ मैं तो मचल उठी- आह्ह पवन … जल्दी से अब मुझे ये लंड दे दो … मुझसे और इंतज़ार नहीं होता।

ये सुनते ही पवन ने एक धीरे से झटका दिया और उसके लंड का सुपाड़ा पक् से मेरी चूत के अंदर चला गया।
मुझे ऐसा लगा जैसे किसी ने आग का गोला मेरी चूत में उतार दिया हो।

मेरी चीख़ निकली ही थी कि झट से पवन ने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए और दूसरे ही झटके में अपना तपता हुआ लंड पूरा मेरी चूत में उतार दिया।
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2021-11-21 14:56:39 ब्यूटीफुल हॉट गर्ल सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मैं पति के साथ गोवा गयी तो दो जवान लौंडे हमारे दोस्त बन गये. दोनों मेरी चूत चुदाई की फिराक में थे। उन्होंने मेरी चूत मारी.

दोस्तो, मैं शमा आपको अपनी चुदाई की स्टोरी बता रही थी।
ब्यूटीफुल हॉट गर्ल सेक्स स्टोरी के पहले भाग
गोवा में दो जवान लड़कों को पटाया
में मैंने आपको बताया था कि मैं अपने पति के साथ गोवा में घूमने के लिए गई थी।
वहां मेरी चूत की आग और ज्यादा बढ़ गई थी।
फिर वहां पर दो जवान लड़के हमारे पास आए और अपनी बर्थडे पार्टी के लिए हमें न्यौता दे दिया।
मैं तो खुश हो गई उनकी चड्डी में उभरे मोटे लंड देखकर।

हम सभी लोग पूल में मस्ती करने लगे। मेरी चूत अब उन जवान लौंडों से चुदने के लिए बेताब थी।

अब आगे ब्यूटीफुल हॉट गर्ल सेक्स स्टोरी:

इसी मस्ती मज़ाक में मुझे ऐसा लगा कि सुमित ने जैसे एक दो बार मेरी गांड पर हाथ रखा हो।
लेकिन मैंने भी ऐसा महसूस नहीं होने दिया कि मुझे मालूम है कि वो क्या कर रहा है। या फिर मुझे इस बात से कोई आपत्ति है।
या शायद वो हाथ लगा कर ये देखना चाहता हो कि मैं उसके मोटे लंड से अपनी चूत चुदवाने के लिए कितनी बेकरार हूं।

काफी मस्ती करने के बाद हम लोग अपने अपने कमरों में आ गए और थोड़ा आराम करने के लिए बेड पर लेट गए।

शाम के 7 बज चुके थे और हमें पवन का जन्मदिन मनाने के लिए 9 बजे तक उनके कमरे में जाना था क्यूंकि सारा इंतज़ाम सुमित ने वहां ही करवा रखा था।

हम लोग रेडी हो कर करीब 9.30 बजे उन लोगों के कमरे में पहुंच गए।

मैंने डीप नेक का टॉप पहना था, जिसमें से मेरे गोरे चूचे साफ़ दिख रहे थे।
साथ में मैंने एक डेनिम शार्ट स्कर्ट पहनी थी जो मुश्किल से मेरी गांड के नीचे तक ही आ रही थी।

सुमित ने दरवाज़ा खोला और मुझे सर से पाँव तक देखा और मुस्करा कर हमें अंदर आने को कहा।

हम लोग केक काटने के बाद ड्रिंक्स ले रहे थे तो मेरे पति ने सुमित और पवन को हमारे रूम पर आने का न्यौता दिया क्यूंकि उनका रूम काफी गंदा हो गया था।

हर जगह केक और कोल्ड ड्रिंक गिरी हुई थी।

सुमित ने पवन को आवाज़ लगाते हुए कहा- तू नहाकर भईया-भाभी के रूम में आ जाना, मैं उनके साथ वहां ही जा रहा हूँ। तब तक रूम साफ़ हो जायेगा।
ये कहकर हम लोग वहां से निकल आये।

अपने रूम में आकर हम सबने एक एक ड्रिंक और बना लिया था।
मैं नहाने चली गयी।

जब मैं नहा कर बाहर आयी तो मैंने ब्रा और पैंटी नहीं पहनी थी।
मैंने सिर्फ एक पतला सा टॉप पहना था जिसमें मेरे चूचे व तने हुए निप्पल साफ साफ़ दिख रहे थे।

साथ में मैंने शॉर्ट्स पहन लिए जो कि इतनी छोटे थे कि मेरी मोटी गांड के उभार पूरी तरह बाहर आ रहे थे।

मुझे इन कपड़ों में देखकर मेरे पति का तो पता नहीं … लेकिन सुमित और पवन बेहद खुश थे।
उनकी खुशी उन दोनों की आँखें बता रही थीं, जो मेरे तने हुए निप्पलों पर आकर अटक गयी थी।

मैं आकर अपने पति की बगल में बेड पर बैठते हुए बोली- मेरी ड्रिंक कहां है?
सुमित ने जल्द से एक गिलास मेरी ओर बढ़ाते हुए कहा- हमें तो लगा कि आप और नहीं पीने वालीं, इस लिए हमने नहीं बनाया था ड्रिंक!

अब हम लोग पवन के कहने पर ट्रुथ एंड डेयर का खेल खेल रहे थे।
जिसमें एक टीम मैं और मेरे पति थे और दूसरी टीम में सुमित और पवन थे।

इतने में एक डेयर हमारी टीम पर आया जिसमें मुझे दूसरी टीम के एक सदस्य के साथ 30 सेकंड के लिए एक बाथरूम में रहना था।

सुमित और पवन की तो जैसे लाटरी लग गयी हो; दोनों बेहद एक्साइटेड हो रहे थे।

दोनों एक दूसरे से धीमी आवाज़ में बहस करने लगे कि मैं जाऊंगा … मैं जाऊंगा …
कहकर दोनों आपस में लड़ रहे थे।

ये देख कर बहुत अच्छा लग रहा था मुझे कि दोनों मेरे लिए लड़ रहे हैं।

उधर मेरे पति की गांड फट रही थी कि मालूम नहीं 30 सेकंड में ये क्या करेंगे।

जैसे तैसे बात सुमित के साथ जाने की तय हुई।

हम 30 सेकंड की बजाय 40 सेकंड के बाद बाहर बैठे मेरे पति और पवन के बुलाने पर ही मुँह पौंछते हुए निकले।

मेरे पति और पवन के चेहरे का जैसे रंग उड़ गया था।
उन्हें लगा कि हम लोग मैं और सुमित पता नहीं क्या करके आये हैं अंदर!
उं दोनों के चेहरे देख कर मैं और सुमित एक दूसरे की ओर देख कर मुस्कराने लगे।

थोड़ी देर मेरे कुछ न बोलने पर मेरे पति ने धीमे से इशारे में पूछा- क्या करके आयी हो?
मुझसे कण्ट्रोल नहीं हुआ और मेरी हंसी छूट गयी।

पवन और मेरे पति मुझे आश्चर्य भरी नज़रों से देखने लगे।

तभी सुमित बोला- क्या यार भाभी … सारा सस्पेंस बिगाड़ दिया आपने!
ये बोलकर वो भी ज़ोर से हंसने लगा।

फिर मैंने बताया कि ये सब सुमित का प्लान था कि हम लोग ऐसे मुँह पौंछते हुए बाहर जायेंगे तो ये लोग उल्टा ही सोचेंगे कि हम लोग पता नहीं क्या करके आये हैं।

पवन हंसते हुए बोला- नहीं भाभी, हमें सच में ऐसा ही लगा था कि आप लोग किस करके आये हो। वैसे भी इसके बारे में मुझसे बेहतर कोई नहीं जानता।
वो सुमित की ओर इशारा करके बोला।
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