चाहत - ए - इश्क़ बेवजह ही रहने दो, वजह दे कर कहीं, साजिश ना बन | Hindi•Urdu•Shayari.. 💛❣
चाहत - ए - इश्क़ बेवजह ही रहने दो,
वजह दे कर कहीं, साजिश ना बन जाए।
जिन्हें प्रेम मिला, उन्होंने प्रेम मे शायरी लिखीं ....
और जिन्हें प्रेम नहीं मिला उन्होंने शायरी में प्रेम लिखा ..
मुझे तो क़ैद-ए-मोहब्बत अज़ीज़ थी लेकिन,
किसी ने मुझ को गिरफ़्तार कर के छोड़ दिया...
Jᴏɪɴ @Hindi_Urdu_Kavita