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उसी पल चंचल को छोड़ दिया. चंचल भी एकदम से सही होकर बैठ गई और मु | ℍ𝕚𝕟𝕕𝕚 & 𝔼𝕟𝕘𝕝𝕚𝕤𝕙 𝕊𝕖𝕩 𝕊𝕥𝕠𝕣𝕪

उसी पल चंचल को छोड़ दिया.
चंचल भी एकदम से सही होकर बैठ गई और मुझे बातें करने लगी.

एक मिनट बाद मधु मेरे पास आई और बोली- आप नहाकर फ्रेश हो जाओ, तब तक खाना भी तैयार हो जाएगा.

मेरा मन तो चंचल के साथ नहाने का हो रहा था.

तभी चंचल बोली- जीजू, आप मेरे बाथरूम में नहा लो, वहां आपको सब मिल जाएगा. तब तक मैं दीदी की किचन में मदद कर देती हूँ

मैं बाथरूम के अन्दर गया तो मेरा मूड फ्रेश हो गया. अन्दर एक हुक के ऊपर चंचल की ब्रा और पैंटी का सैट सूखने के लिए टंगा था.
मैं समझ गया कि मेरी चालू साली ने मुझे अपने बाथरूम में नहाने को क्यों कहा था.

मैंने अपने सारे कपड़ों को खोल दिया और शॉवर चालू करके अच्छे से अपने खड़े लंड को पकड़ कर उसे मसलने लगा.
फिर आंखें बंद करके चंचल की ब्रा पैंटी को लंड पर लपेट लिया और मस्ती से लंड की मुठ मारने लगा.

मुझे मुठ मारते समय कुछ ऐसा लग रहा था, जैसे मैं चंचल की चूत को रगड़ रहा था.

काफी देर तक रगड़ने के बाद मेरा लंड बुरी तरह से अकड़ गया और मैं आहें भरते हुए झड़ गया.
इस तरह से चंचल की पर्पल ब्रा पैंटी को मैंने सफेद रंग की मलाई से सान दिया और साबुन से नहा कर बाहर आ गया.

जब हम सभी लोग खाना खाने बैठे, तब मेरे एक तरफ मेरी वाइफ मधु बैठी थी और मेरी दूसरी बाजू में मेरी साली चंचल बैठी थी.
उन दोनों से मजे लेने के लिए बीच में मैं बैठा हुआ था.

मैं और मेरी वाइफ भी बड़े दिनों बाद मिले थे, इसलिए वो भी सेक्सी अंदाज से ताड़ रही थी.
खाना खाते हुए मधु मेरी जांघों के पास सहला रही थी.

मुझे भी मजा आ रहा था तो मैंने मधु का हाथ लेकर अपने लंड के ऊपर रख दिया.

मधु काफी दिनों से लंड की भूखी थी, इसलिए वो बेशर्म होकर मेरे लंड पर अच्छे से दबाव बना रही थी.

मैंने मधु के हाथ को लेकर पजामे के अन्दर डाल दिया.
अब मधु को डर लग रहा था कि कोई देख ना ले … पर मेरे कड़क लंड को छूने की मस्ती ने मधु को बिंदास बना दिया था.

हमारी इस मस्ती को चंचल देख कर इंजॉय कर रही थी. तभी मैंने चंचल का पैर लेकर अपने पैर पर रख दिया.
अब चंचल भी मेरे पैर पर अपने पैर को रगड़ रही थी.

दो दो चूत की चाहत से मुझसे रूका नहीं जा रहा था.
मुझे अब चूत की सख्त जरूरत थी. मैंने जल्दी से अपना खाना खत्म किया और मधु को इशारा किया.

मैं कमरे में चला गया और मधु का इंतजार करने लगा.

थोड़ी देर बाद मधु आ गई. मधु ने आते ही दरवाजा बंद कर दिया … शायद वो भी चुदने के लिए बेकरार थी.

मैंने बिना देरी किए मधु के होंठों को चूसना शुरू कर दिया. आज मधु के होंठ भी चंचल जैसे रसीले लग रहे थे.

मैंने मधु को बिल्कुल भी इंतजार नहीं करवाया और उसकी साड़ी को उतार कर उसकी चूचियों पर टूट पड़ा.

मधु बोली- आज क्या बात है … बड़े मूड में हो.
मैंने कहा- हां डार्लिंग तुमने मुझे बड़ा तड़पाया है. आज जम कर बदला लूंगा.

ऐसा बोलते हुए मैं अपनी बीवी की चूचियों को बुरी तरह से मसले जा रहा था.

मधु सिसियाये जा रही थी- आह मर गई … उई मां धीरे करो प्लीज … आह बेबी धीरे करो … आह मर गई आहह हहह आहिस्ते करो न यार!

पर आज मैं रूकने वाला नहीं था. कुछ ही देर में मैंने मधु को पूरी नंगी कर दिया और खुद भी केवल अंडरवियर में आ गया.
अब तक तो मधु भी समझ चुकी थी कि आज वो बुरी तरीके से चुदेगी.

मैंने मधु की टांगें खोल कर उसकी चूत को चूमना शुरू कर दिया.
मेरे होंठ जैसे जैसे उसकी चूत को चूसे जा रहे थे, वैसे ही वो पागल हो रही थी.

वो अपने हाथों से अपनी चूचियां मसलने लगी. अब मैंने जोर जोर से उसके निप्पल चूसना शुरू कर दिया.

मधु वासना से बोली- आह डार्लिंग और मत तड़पाओ … अब मुझसे रूका नहीं जा रहा है … प्लीज अन्दर डाल दो.

मैंने फट से मधु की टांगों को चौड़ी करते हुए फैलाया और अपने अंडरवियर को खोल दिया; थोड़ा सा थूक उसकी चूत पर लगाया और गप्प से पूरा लंड उसकी चूत में डाल कर उसे जोर जोर से चोदने लगा.

मेरी साली चंचल ने आज ऐसा मूड बना दिया था कि मेरी चुदाई से मधु पागल सी हो गई थी.

पूरा कमरा उसकी सीत्कार से गूंज रहा था और मैं बुरी तरीके से हांफते हुए उसको चोदे जा रहा था.

लगभग बीस मिनट बाद हम दोनों ने चरम सुख को पा लिया.
काफी दिनों बाद मैंने मेरी पत्नी की चूत को अपने माल से सराबोर कर दिया था.

आधा घंटा बाद मेरा वापस मूड बन गया, पर मेरी वाइफ काफी थक गई थी.
उसने मना कर दिया और वो उसी हालत में नींद की दवाई खाकर सो गई.

अब मैं आजाद था.

मैं सीधा चंचल के रूम में जा पहुंचा. चंचल जाग रही थी.
चंचल मुझे देख कर बोली- जीजू आप मेरे कमरे में इतनी लेट नाईट … अगर दीदी ने देख लिया, तो गजब हो जाएगा.

मैंने गेट बंद करते हुए कहा- तेरी दीदी अभी मुझसे चुदवा कर नींद की गोली खा कर सो गई है. मेरा लंड खड़ा है और अब तुम्हारा नम्बर है.
चंचल मुझसे लिपट कर बोली- जीजू मैं आपके लिए कबसे तड़प रही हूँ … आज मेरी प्यास बुझा दो.

उसकी चुदास देख कर मैं पूरे जोश में आ गया.
मैंने चंचल को बिस्तर पर पटक दिया और उसके कप