लव मैरिज के बाद हम हनीमून के लिए नैनीताल गए. शादी से पहले ही ह | ℍ𝕚𝕟𝕕𝕚 & 𝔼𝕟𝕘𝕝𝕚𝕤𝕙 𝕊𝕖𝕩 𝕊𝕥𝕠𝕣𝕪
लव मैरिज के बाद हम हनीमून के लिए नैनीताल गए. शादी से पहले ही हम काफी सेक्स कर चुके थे. वहां पर मेरी चुलबुली बीवी का अलग ही रंग दिखा. उसके कारनामों का मजा लें.
आपने मेरे हनीमून सेक्स कहनी के पिछले भाग
हनीमून में चालू बीवी के कारनामे-1
में अब तक पढ़ा कि मेरी पत्नी रानी और मैं शादी के बाद नैनीताल हनीमून मनाने गए थे.
रानी के साथ शाम को मैं घूमने निकला, तो बियर लेने के लिए मैंने रानी को भेज दिया था. उधर भीड़ होने के कारण रानी के साथ हुई धक्कामुक्की का जिक्र चल रहा था. वो मुझे अपनी आपबीती बता रही थी और मैं मजे ले लेकर उसकी बातें सुन रहा था.
अब आगे:
मैंने रानी को उकसाया- हां फिर क्या हुआ?
वो बोली- मैं लाइन में आगे लगने लगी, तो आगे वाले ने मुझे पीछे धक्का किया और अपने हाथ पीछे करके मेरी चुत मसल दी. उधर यही सब होता रहा. एक ने मेरे बूब्स मसल दिए … ऊपर से ये टाइट लेगिंग्स, जिसमें भीड़ में मुझे नंगा सा कर दिया. सब मेरी चुत के लिए मुझे आगे भेजने लगे.
जब मैं खिड़की की पास गई, तो मेरे आगे एक मर्द था, उसके पीछे मैं और मेरे पीछे एक काला पहलवान सा आदमी था. वो बड़ा लंबा चौड़ा था. उसने अपने शरीर से मुझे पूरा कवर कर लिया था. पीछे कोई भी नहीं देख पा रहा था. मुझको उसने मुझे देखा, फिर मेरी चुत को लेगिंग्स के ऊपर से अपने हाथ में भर लिया. मैं खिड़की की तरफ मुँह करके खड़ी थी, उस पहलवान ने दबा रखा था मुझे!
अभी मैं समझ पाती कि साले मेरी गांड अपना लंड लगा दिया. फिर उसने मुझे एक साथ दो तरफ से दबाया. पीछे अपने लंड से मेरी गांड में दबाया और चुत को अपने हाथ से मसल दिया. मैं दर्द से चिल्ला उठी. सब हंसने, तभी उसने अपना एक हाथ मेरी लेगिंग्स की अन्दर डाल दिया और चुत में दो फिंगर डाल दीं. मेरी चीख निकल गई … और साथ ही कुछ मूत भी निकल गया.
मैंने कहा- तो तुमने उसे अपने हाथ से क्यों नहीं रोका?
रानी- हाथ खाली ही नहीं थे … क्योंकि तब तक खिड़की वाले ने मेरे हाथ से पैसे लिए और बियर पकड़ा दी. मैं अपने हाथ से उसे रोक भी नहीं पा रही थी. मैं जैसे तैसे बियर लेकर उधर से निकल पाई.
मैं हंसने लगा और उसको चूमते हुए कहा- इट्स ओके यार … एन्जॉय करो.
कुछ देर बाद हम दोनों एक मुफीद जगह देख कर बियर गटकने लगे. मैंने बातों बातों में रानी को पूरी दो बोतल बियर पिला दी होटल वापस चलने को बोला.
देर रात में हम दोनों होटल आ गए. कोई साढ़े ग्यारह बज चुके थे. होटल में डिनर के लिए हम दोनों लेट हो गए थे.
तेज नशे वाली दो बियर पीने के कारण रानी ठीक से चल भी नहीं पा रही थी. मैं भी टुन्न था. इसलिए ब्रून ने मेरे बोलने पर उसको गोद में ले लिया. गोद में होने के कारण रानी की चुत और चूचे ब्रून को मजा दे रहे थे.
हम दोनों डिनर हॉल में आ गए. उधर सिर्फ मैं रानी और ब्रून ही थे. होटल के डिनर हॉल का स्टाफ भी उधर से चला गया था.
हम तीनों एक टेबल पर आ गए और कुर्सियों पर बैठ गए. ब्रून ने कुछ खाना लाकर हमें सर्व किया और जाने लगा.
मैंने देखा कि रानी नशे के कारण सीधी बैठ ही नहीं पा रही थी. इस लिए मेरे कहने पर ब्रून ने रानी के बगल में एक चेयर लगाई और उसे अपनी बांहों में साध लिया.
उसी समय अचानक से रानी गिरने वाली थी कि ब्रून ने उसके मम्मों को कस कर पकड़ कर दबा दिया. एक पल के बाद ही ब्रून का एक हाथ रानी के एक कंधे पर जम गया था.
उसी समय रानी की टांगें फ़ैल गईं. मैंने देखा कि रानी लेगिंग्स फटी सी थी, जिसमें से उसकी चूत दिखाई दे रही थी. जिसके चलते ब्रून ने भी रानी की सफाचट चुत देख ली. उसने मेरी नजरें बचाते हुए धीरे से अपना हाथ रानी की चूत पर रख दिया और चूत मसलने लगा.
नशे में टुन्न होने से रानी को कुछ पता ही नहीं चला कि ये किसका हाथ उसकी चुत पर है. वो बस चुत पर रगड़ का मजा लेने लगी और उसने अपनी टांगें और भी फैला दीं.
ब्रून ने मेरी तरफ देखा, तो मैंने भी अपनी आंखें मूंद लीं और उसकी हरकतों को नजरअंदाज कर दिया.
अब ब्रून ने इसमें मेरी सहमति मान ली और उसने अपने पूरे हाथ को चुत के ऊपर धर दिया और एक उंगली चुत में डाल दिया और उंगली करने लगा.
कुछ देर बाद उसने अपनी दो उंगलियां चुत में डाल दीं और तेजी से रानी की चुत को फिंगर फक करते हुए चोदने लगा. रानी भी चुत में उंगली के मज़े ले रही थी. कुछ देर बाद रानी पूरी तरह से ब्रून के ऊपर लुढ़क गई और एक तरह से उसने खुद को समर्पित कर दिया था.
तभी ब्रून ने रानी को उठाया और पास के सोफे पर लिटा दिया. मैं डिनर फिनिश करके आंखें मूंदे कुर्सी से अधलेटा सा टिका था.
मैंने सोचा कि आज रानी की चुत को दूसरे लंड का मजा देने का समय है. इसलिए मैं ब्रून से रानी की देखभाल करने के लिए बोलकर 15 मिनट के फ्रेश होने के बहाने से टॉयलेट में चला गया.