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Antarvasna(अन्तर्वासना)❤️:चुदाई कहानियाँ

टेलीग्राम चैनल का लोगो antarvasna2 — Antarvasna(अन्तर्वासना)❤️:चुदाई कहानियाँ A
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देसी चुदाई कहानियाँ और वीडियो और फोटो
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नवीनतम संदेश 2

2021-04-27 16:37:30 इतना सुनते ही मेरा लंड खड़ा हो गया। धीरे धीरे वो मेरे करीब आ गयी और बोली आप मुझे बहुत हॉट लगते हो। और वो अपने हाथ से मेरे होठ को छूने लगी मैं समझ गया। मेरी साँसे तेज तेज चलने लगी। उनकी कजरारी आँख ओह्ह्ह और उस चांदनी रात में गजब ढा रही थी।


धीरे धीरे वो मेरे और करीब आ गयी उनके कांपते होठ मेरे होठ पर आ गए। वो मेरे होठ को चूसने लगी। इतना होते ही मैं जंगली जानवर की तरह टूट पड़ा उनके मखमली बदन पर। मैं चाटने लगा उनके अंगो को कस के दबाने लगा। उनकी बड़ी बड़ी चूचियों को कस कर मसलने लगा। उनके गांड को सहलाते हुए उनके नाभि में अपना ऊँगली डालने लगा।

वो बोली ऐसा ही मर्द मुझे चाहिए थे जिसके हाथ लगते ही पागल हो जाऊं। ओह्ह्ह्ह इतना सुनते ही मैं तुरंत ही पटक दी निचे और टॉप खोल दिया उन्होंने खुद ही ब्रा उतार दी। जीन्स को मैंने खुद खोला उन्होंने पेंटी खुद से उतारी। नंगा बदन ओह्ह्ह्हह देखकर ऐसा लग रहा था एक शेर के सामने मांस पड़ा हो। मेरा लंड फनफना गया बड़ा लंबा मोटा हो गया। मैंने तुरंत ही अपने कपडे उतार दिए। रात ज्यादा हो गया था। आसपास कोई था नहीं छत घेरा हुआ था तो। आसमान के नीच हम दोनों ही थे।

उसके बाद उन्होंने मेरे लंड को पकड़कर मुँह में ले लिया और चूसने लगे। मैं उनकी चूचियों को बार बार रगड़ देता था उनके निप्पल को दोनों उँगलियों से दबा देता था कभी होठ को चूस लेता था। वो मेरे लंड को चूसने लगी। वो पागल जो गयी। बोली अब बर्दास्त नहीं होगा। मुझे जल्दी से चोद दीजिये। पर मैं जल्दी के मूड में नहीं था। मैं चूत को पानी को पीना चाहता था क्यों की नॉनवेज स्टोरी पर भी पढ़ा था की चूत की पानी नमकीन होती है।

मैं तुरंत ही उनके दोनों पैरों को अलग अलग किया और चूत में मुँह डाल दिया। मैं जीभ से उनके चूत को चाटने लगा। वो आह आह ओह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह उफ़ उफ़ करने लगी मेरे बाल को पकड़पर अपनी चूत पर मेरे मुँह कोई लगवाती और अपना गांड गोल गोल घुमाती और चूत से पानी छोड़ती। और सिसस्स सीई की आवाज निकालती अंगड़ाई लेती और उफ्फफ्फ्फ़ करती।

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मुझे भी अब देर नहीं करना था। मैंने अपना मोटा लंड निकाला और उनके चूत की छेद पर रखा और जोर से डाल दिया उनकी चूत के अंदर। पूरा लंड सपाक से अंदर चला गया और मैं धक्के जोर जोर से देने लगा। वो भी निचे से धक्के देती मुझे चूमती कभी बाहों में भर्ती कभी पैरों का फंदा बनाकर मुझे लिपट लेती।

मैं जोर जोर से चूचियों को मसलते हुए लंड पेले जा रहा था बिच बिच में मैं उनके होठ को अपने दांतो से काटने लगता और फिर निप्पल को चूसने लगता। फिर वो ऊपर हो गयी मुझे निचे की और फिर चुदवाने लगी। करीब एक घंटे तक उन्होंने मुझसे चुदवाई और फिर पसीने पसीने होकर बोली बस कीजिये मैं थक गयी और फिर मैं जोर जोर से धक्के देने लगा और पांच मिनट में अपना सारा वीर्य उनकी चूत में डाल दिया।

उन्होंने कहा काश आपके वीर्य से ही मैं माँ बन जाऊं तो मजा आ जाये। और उन्होंने मुझे चूमते हुए प्यार करने लगी। हम दोनों एक दूसरे के बाहों में ब्याह डाल कर तारे देखने लगे। मैं सोच रहा था काश ये मेरी बीवी होती तो मेरी ज़िंदगी कुछ और होती।

रात में चार बार मैंने उनको चोदा। उन्होंने कहा की आज पहली बार मैं संतुष्ट हुई हूँ चुदाई में। काश आप मेरे पति होते। यानी की जो मैं सोच रहा था वो भी यही सोच रही थी। पर विधाता को ये सब मंजूर नहीं था। सुबह जल्दी हो गयी और वो लोग जल्दी ही आ गए। मैं आपको अपनी कहानी कोई फिर से अपडेट करूंगा। अभी तो दिन हो गए मौक़ा नहीं मिला ना चूमने का ना चूचियां दबाने का।
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2021-04-27 16:37:29 जीन्स वाली भाभी की गाँव में चुदाई
April 13, 2021 by Hindi Sex Story
Delhi Bhabhi Sex Story
Bhabhi Sex, Village Sex Story, Delhi Wali Bhabhi Sex, जीन्स वाली भाभी जब दिल्ली से गाँव आई तो उनकी गांड की उभार को देखकर मन ही मन सोचने लगा था की काश वो मुझे चोदने देती या गांड मारने देती तो मजा आ जाता। और ये मेरा ख्वाब कुछ ही दिनों में सच हो गया और फिर जो हुआ वो मखमली बदन, हिरणी सी चाल और टाइट चूची गोल गोल गांड लम्बे बाल वाली भाभी की चुदाई एक गाँव के लड़के ने कर दी।


मौक़ा मिल गया था भाभी को पेलने का। आज मैं आपको नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर जीन्स वाली भाभी की चुदाई की कहानी आप सभी दोस्तों को सुनाने जा रहा हूँ। मेरा नाम आशीष है मैं ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं हूँ। इस कहानी को अपनी दोस्त की मदद से लिख रहा हूँ। मेरी उम्र 21 साल है। गाँव में आवारा घूमता हूँ लड़कियों को ताड़ता हूँ लाइन मारते रहता हूँ पर कोई मुझे चोदने नहीं दी। पटी तो कई पर चूत तक मुझे पहुंचने नहीं दी।


इसी वेबसाइट पर कहानियां पढ़कर और मूठ मारकर काम चलाता रहा। पर मेरा सपना जल्द ही साकार हो गया। अब मैं आपको पूरी कहानी बता रहा हूँ।


मेरे चाचा का लड़का संतोष भइया जिनका दूकान दिल्ली में है। वो राशन की दूकान चलाते हैं। पहले वो नौकरी करते थे फिर उन्होंने एक राशन की दूकान जहांगीरपुरी में कर ली। धीरे धीरे उनको एक बड़ी ही अमीर लड़की जो की दिल्ली की रहने वाली है उनसे उनको प्यार हो गया। फिर धीरे धीरे प्यार परवान चढ़ा और फिर शादी हो गयी।


लड़की अमीर घराने की है सुन्दर है। बस यूँ कहिये की बहक गयी और शादी कर ली। पर दोस्तों सच तो ये बात है की कभी भी गरीब लड़के को अमीर लड़की से शादी नहीं करने चाहिए वो जमाना गया जब फिल्मो में गोविंदा अमीर की लड़की को पटा कर शादी करता था और हमेशा वो पत्नी बन कर रहती थी चाहे वो गराज में काम करता हो या कुली का।

पर आजकल की लड़कियां ऐसी नहीं है उसे भी मस्त लड़का चाहिए और अमीर चाहिए तभी बात बन पाती है। संतोष भैया की ज़िंदगी धीरे धीरे नरक बनने लगी। क्यों की लड़की अपने पुराने बॉयफ्रेंड को कॉंटॅक्ट करती और फिर ओयो होटल में जाकर अपनी चूत की गर्मी को शांत करती।

पर ये बात तो किसी भी पति को अच्छा नहीं लगेगा भले वो कितना भी गरीब क्यों ना हो। धीरे धीरे बात बिगड़ती गयी और संतोष भैया की लड़ाई होने लगी। फिर संतोष भैया के पापा मम्मी बोले की गाँव आ जाओ और गाँव में भी ट्रेक्टर खरीद देंगे और दूकान भी कर देंगे तुम आराम से रहना।


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तो पापा मम्मी की बात मानकर संतोष भैया दिल्ली से गाँव आ गए और साथ में भाभी भी आ गयी. भाभी सुन्दर गोरी मस्त लड़की थी अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ था। संतोष भैया पतला दुबला काला से लड़का। और भाभी जस्ट अपोजिट। हॉट और सेक्सी लड़की जो की किसी भी लड़के को पागल कर दे ऐसी सुन्दर।


जब मैं शाम को छत पर जाता तो बगल वाले छत पर भाभी होती जो को अपने मायके वाले से बात करते रहती थी। छत पर घूम घूम कर। वो जीन्स पहनती थी। कट बाँह का टॉप पहनती तो और भी सेक्सी और हॉट लगती। शहर की लड़की जब गाँव में आ जाये तो आप खुद ही सोचिये। ऐसा लगता है की चाँद पर से अप्सरा घरती पर आ गयी.


धीरे धीरे मेरी बात चीत होने लगी। वो मेरे से बात करने लगी पर मेरा ध्यान उनकी बड़ी बड़ी गोल गोल और टाइट चूचियों पर होती और उनके जांघ पर होती तो गांड पर होती। उनका अंग अंग उनके कपडे से दिखाई देता था की कौन सा अंग कैसा होगा और उभार कैसा होगा।


एक दिन की बात है भैया अपने मम्मी पापा के साथ अपने रिस्तेदार के यहाँ गए। तो भाभी जाने के मना कर दी तो अकेले ही यहाँ रह गयी। भइया और उनके पापा मम्मी मुझे बोल कर गए की ध्यान रखना भाभी घर पर है। कल बारह बजे दिन तक आ जाऊंगा। मैं ख़ुशी से झूम उठा मुझे मौक़ा मिल गया था भाभी से गप्पे लड़ाने का। मैं सोचा तो नहीं था मुझे चुदाई का आनंद भी मिलेगा।


रात को मैं खाना पीना खाकर उनके यहाँ चला गया सोचा की उनके छत पर ही सो जाऊंगा जब भाभी निचे सो जाएगी अपने कमरे में तब। पर उन्होंने कहा चलिए मैं भी आज छत पर ही सोऊंगी। मुझे भी छत पर सोने का आज आनंद उठाना है। हम दोनों ही छत पर चले गए मैं अपना बिछावन बिछा दिया वो मेरे बिछावन से मात्रा 12 इंच का दुरी छोड़कर अपना बिछावन डाल ली।


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हम दोनों बातचीत करने लगे। धीरे धीरे बात उनके शादी और भैया कैसे पटाया उनपर होने लगी। धीरे धीरे वो मुझे सब कुछ बता दी की मैं खुश क्यों नहीं हूँ। उन्होंने बताया की उनका प्राइवेट पार्ट यानी की लंड बहुत ही छोटा है इसलिए शायद मैं माँ नहीं बन पा रही हूँ। उन्होंने कहा की सेक्स में भी आपके भैया संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं।
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2021-04-27 16:37:03 वो चोद रहे थे और मैं चुद रही है। बाप अपनी बेटी को चोद रहा था और बेटी आराम से चुद रही यही। तभी वो आह आह आह ओह्ह ओह्ह्ह करते हुए अपना सारा माल निकला दिया पर गनीमत ये थे की वो सारा माल मेरी चूत के बाहर निकाला। और फिर उठकर लड़खड़ाते हुए घर से निकल गए।


उसके बाद तो उनको खुद ही पता नहीं की वो अपनी बेटी को चोद चुके है। उस दिन शाम को आये टल्ली होकर और सो गए। दूसरे दिन उठे उनके लिए सब कुछ नार्मल। पर मेरे लिए नार्मल नहीं था। मैं होली के दिन को याद करती हु तो अभी भी चुदने का मन करने लगता है।
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2021-04-27 16:37:03 होली में पापा ने चोदा मम्मी समझकर
April 1, 2021 by Hindi Sex Story
बाप ने बीवी समझकर बेटी को चोद दिया सेक्स कहानी
बाप ने बीवी समझकर बेटी को चोद दिया सेक्स कहानी: आज मैं आपको अपनी सेक्स कहानी सुनाने जा रही हूँ। ये मेरी पहली कहानी है नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर। ये कहानी होली के दिन की है। आप इस सेक्स कहानी में पढ़ेंगे की कैसे मेरे पापा ने मेरी चुदाई कर दी। उनको लगा की मम्मी है और मुझे चोद दिया। पर अब हम दोनों करते क्या ? जो हो गया सो हो गया। कब और कैसे ये सब हुआ वो अब आपको बताने जा रही हूँ।


मेरा नाम दिव्या है मैं अभी 20 साल की हूँ। मेरे पापा की उम्र ४५ साल है और मेरी मम्मी की उम्र चालीस साल है। मेरे पापा बहुत सेक्सी हैं और पापा से भी ज्यादा सेक्सी मेरी मम्मी है। मेरी मम्मी अभी ऐसे लगती है जैसे मानो कोई मॉडल हो। तो पापा भी कभी कम नहीं रहते हैं। जब भी समय मिलता है दरवाजा बंद कर मम्मी की चुदाई करने लगते हैं। मैं अकेली संतान हूँ। घर में और कोई नहीं रहता है। तो जब पापा मम्मी कमरे के अंदर दरवाजा लगा कर होते हैं। और मम्मी अंदर आह आह अहा ओह्ह्ह जी और जोर जोर से और जोर से ओह्ह्ह, ऐसे बोलती है और सेक्सी आवाज निकालती है तो मैं भी दरवाजे के बाहर पानी पानी हो जाती हूँ।


ऐसे में लगता है पापा ही चोद दे मुझे शांत कर दे पर ये संभव नहीं था की मैं पापा से चुदुँ। पर दोस्तों मेरा ये सपना हकीकत में बदल गया होली के दिन। जब सब लोग रंग खेल रहे थे तब मैं चुद रही थी।


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हुआ यूँ की होली के दिन मैं सुबह सुबह ही दोस्तों के साथ खूब होली खेली। मैं रंग से तरबतर थी। मेरा चेहरा पहचानने लायक नहीं था। मेरा चेहरा और मम्मी का चेहरा एक जैसा है। कद काठी भी सेम है और देखने में ऐसी हूँ जैसे की जुड़वाँ हु दोनों मैं माँ बेटी।


तो दिन के करीब २ बजे थे। मैं रंग खेल कर आ गयी थी और थककर चूर हो गयी थी। मैं जैसे ही लेटी बेड पर ना जाने इतनी जोर से नींद आ गयी और मैं सो गयी। मैं अपने मुँह पर बेडसीट डाल रखी थी और सो गयी। और मम्मी पिंटू भैया के घर होली खेलने चली गयी थी तो मैं सिर्फ घर पर थी।

तभी पापा आये और दरवाजा बंद कर दिए। वो बहुत ही ज्यादा नशे में थे। वो आये और पलंग पर चढ़कर मेरे दोनों पैरों के बिच में बैठ गए। मैं मम्मी की नाईटी पहनी थी। उन्होंने तुरंत ही नाईटी को ऊपर किया और मेरे दोनों हाथो को कस कर पकड़ा और मुँह दबाया मैं ढकी थी बेडशीट से मुँह। उनकी पकड़ जोर की थी। मैं कुछ नहीं कर पाई। और मेरे टांगो को अलग अलग किया और मेरी चूत पर लंड रखा और जोर से घुसा दिया।

मेरी चूत पहले से ही गीली थी क्यों की मैं इसी वेबसाइट पर यानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर ही कहानियां पढ़ रही थी। तो पहले से ही कामुक थी और मेरी चूत गीली थी। तो ज्यादा देर नहीं लगी लंड को अंदर जाने में। पर पापा तुरंत ही बोल उठे। क्या बात है आज तो तेरी चूत किसी लड़की की तरह लग रही है।


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मैं कुछ बोल पाती की उन्होंने दो तीन धक्के में ही अपना पूरा लंड मेरी चूत के अंदर डाल दिया। मैं झट से खड़ी भी हो सकती थी पर इसलिए नहीं हुई ना कुछ बोली मुझे लगा की वो तीन चार झटके देंगे और तुरंत चले जायेंगे। वो नशे में थे तो पता भी नहीं चलेगा की वो अपनी बेटी को ही चोद दिए है।


पर दोस्तों उनकी पकड़ इतनी मजबूत थी और लंड इतना मोटा और टाइट और ताकत जैसे की घोड़ा हो। जोर जोर से धक्के देने लगे। अब मैं भी सेक्सी होने लगी। मुझे भी उनका चोदना अच्छा लगने लगा। मैं भी हौले हौले निचे से गांड को गोल गोल घुमाने लगी और उनका लंड अपनी चुत के अंदर लेने लगी।


मैं भी निचे से धक्के देती और वो ऊपर से देते। मुझे भी मजा आने लगा। वो कहने लगे क्या बात है आज की बात ही कुछ और है मेरी जान। तू तो जवान हो गयी है और आज जैसे तो चुदवा रही है वैसा तो कभी नहीं चुदवाई और तेरी जिस्म तो गदराया हुया लग रहा है। वो जोर जोर से धक्के दे रहे थे और बड़बड़ा रहे थे।


वो इतना ज्यादा नशे में थे की चुदाई के अलावा उनका कोई होशहवाश नहीं था। अपनी बेटी को चोद रहे थे और उनको लग रहा था की उनकी बीवी चुद रही रही है।


वो अब मेरी चूचियों को मसलने लगे। मेरी चूचियां मम्मी की जितनी है पर टाइट है। वो कह रहे थे आज होली के दिन तो तू जवान हो गयी है आज तेरी चूचियां तो बहुत ज्यादा टाइट लग रही है। और वो जोर जोर से धक्के देने लगा। मैं भी जोर जोर से धक्के देने लगी हम दोनों ही आवेश में आ गए।


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2021-04-27 16:36:39 “कमोन फक मी हार्ड!!! …..मुझे कसके चोदो अर्पित!!” कनिका बार बार मुझसे कहने लगी। मैंने अपनी टी शर्ट जींस निकाल दी और फिर कनिका के लूस टॉप को उतार दिया। फिर उसकी कसी नीली रंग की ब्रा मैंने खोल दी। कनिका का सोने जैसा महकता जिस्म अब मेरे सामने था। मैंने उसके हाथ में अपना ७” का लौड़ा दे दिया।


“चल मेरा लौड़ा फेट और मुंह में लेकर चूस तब तेरी कररी वाली चुदाई मैं करूंगा!!” मैंने कहा


दोस्तों कनिका पर शराब का नशा तो पहले ही चढ़ गया था। उसका चुदने का मन बहुत जादा कर रहा था। उसने मेरे लौड़े को हाथ में ले लिया और जल्दी जल्दी फेटने लगी। हम दोनों उसकी कार में ही आज चुदाई करने जा रहे थे। हम दोनों कार की पिछली सीट पर बैठे थे। मेरा भी कनिका को चोदने का बहुत मन कर रहा था। कनिका मेरे मुसल जैसे लौड़े को हाथ में लेकर जल्दी जल्दी फेटने लगी। मुझे मजा आ रहा था। मैंने उसके कबूतर को हाथ से छू रहा था। कनिका के हाथ जल्दी जल्दी मेरे लौड़े को फेट रहे थे। मुझे गुदगुदी हो रही थी। धीरे धीरे मैं गर्म हो रहा था। फिर कनिका ने मेरे लंड को मुंह में भर लिया और किसी अल्टर छिनाल की तरह चूसने लगी।


““ओह्ह्ह्ह यस …यससस।।। अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह।।।। उ उ उ।।।चूसो चूसो।।।।।और चूसो।।।मेरे लौड़े को”मैंने कहने लगा तो कनिका और जोश में आ गयी। वो जल्दी जल्दी मेरे गुलाबी मोटे लंड को चूस रही थी। मुंह में अंदर तक लेकर जल्दी जल्दी किसी रंडी वेश्या की तरह मुंह में अंदर तक लेकर चूस रही थी। मुझे तो बहुत मजा मिल रहा था। फिर मैंने उसके सिर पर अपना हाथ रख दिया और जल्दी जल्दी उसके सिर को पकड़कर अपने लंड की तरह धकेलने लगा। ऐसा करने से कनिका का मुंह मेरे लौड़े को पूरा अंदर तक ले लेता था। दोस्तों उस दिन तो मेरी मस्त पार्टी हो गयी थी। अपनी दीदी की जिस खूबसूरत सहेली को मैं बहुत पसंद कर रहा था उसने पहली मुलाकात में ही मुझे अपनी चूत ऑफर कर दी थी। मैं बार बार कनिका के बड़े से सिर पर अपना हाथ घुमा देता था। वो किसी बिच, रंडी की तरह मेरा लंड आधे घंटे तक चुस्ती रही और मेरी गोलियों को भी वो चूस रही थी। मैं जन्नत के मजे उठा रहा था।

फिर मैंने उसे पिछली वाली सीट पर लिटा दिया और उसके शॉर्ट्स और पेंटी को निकाल दिया। अब दीदी की सहेली कनिका मेरे सामने पूरी तरह से नंगी थी। वो मुझे कोई सोने की तिजोरी जैसी लग रही थी। आज मैं उसे चोद चोदकर उसकी गदराई चूत से सारा माल निकालने जा रहा था। मैंने कनिका को लिटा दिया और उसके नंगे पैर को चूमने लगा। उसके पैर की उँगलियों को मैं ख़ास तौर से चूम रहा था। मेरा मानना है की किसी लड़की को चोदने से पहले उसकी पैर की उँगलियों को किस करना चाहिए इससे सेक्स का जूनून और जादा चढ़ जाता है। मैंने कनिका को हर जगह किस किया, उसके पैर, घुटनों, जन्घो, कमर, पेट और नाभि में सब जगह। अब मेरा चुदाई का मौसम धीरे धीरे बन रहा था।

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मैंने उसके पैर खोल दिए। दो जांघो के बीच में मुझे उसकी भरी हुई उभरी रसीली चूत के दर्शन हो गये थे। उसने झांटो से एक तितली ठीक चूत के उपर बना रखी थी। मैं जीभ लगाकर उस तितली को चूम रहा था। फिर मैं दीदी की सहेली कनिका की चूत के दाने को चूमने लगा और किस करने लगा। कुछ देर मैंने गरमा गर्म चुम्बन उसकी बुर पर लेना शुरू कर दिया। कनिका कुवारी नही थी और उसकी सील टूटी हुई थी। इसका मतलब वो कई मर्दों से पहले भी चुदवा चुकी थी। उसकी चूत के होठ खुले हुए थे। मैंने मुंह लगाकर उसकी चूत पी रहा था। उसकी चूत लाल लाल रंग की थी जो बहुत सेक्सी और हॉट लग रही थी। मैं मुंह लगाकर उसे खाने लगा और मिसरी की डली की तरह चूसने लगा। कनिका “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….” की आवाज निकलने लगी।

मैं जोर जोर से उसकी दुग्गी को चाट रहा था। मुझे सेक्स का नशा चढ़ गया था। मैं अपनी जीभ से उसके चूत के दाने को हिला रहा था और पी रहा था। दोस्तों किसी लड़की को जल्दी गर्म करने के लिए उसके चूत के दाने को पीना, चाटना और छेड़ना चाहिए। मैं यही कर रहा था। फिर मैंने उसकी फुद्दी पीने लगा और उसकी बुर में जीभ डालने लगा। कनिका तो जैसे पागल हो रही थी। मेरी जीभ उसके चूत के दाने को जल्दी जल्दी चाट रही थी। मुझे उसकी फुद्दी का नमकीन स्वाद मिल रहा था। फिर मैंने अपनी ३ उँगलियाँ उसकी चूत में डाल दी और जल्दी जल्दी चलाने लगा। मुझे बहुत मजा मिल रहा था।

मैंने जो काफी देर तक कनिका की बुर पी रहा था उसकी चूत से रस निकल आया था। मैं जल्दी जल्दी अपनी २ उँगलियाँ उसकी चूत में चला रहा था। फिर मैंने अपने लंड को हाथ से पकड़ लिया और कनिका के भोसड़े पर रख दिया। मैंने हल्का सा धक्का दिया और मेरा लंड उसकी चूत में अंदर चला गया। मैं कार की पिछली सीट पर कनिका को लिटाकर चोद रहा था। उसे जल्दी जल्दी पेल रहा था। वो “….उंह उंह उंह हूँ..हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” की आवाज निकाल रही
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2021-04-27 16:36:39 थी। कार में मस्त ac चल रहा था जिससे मुझे जरा भी गर्मी नही लग रही थी। इसलिए मैं जल्दी जल्दी दीदी की सहेली कनिका को बजा पा रहा था। उसकी चूत को कई मर्दों से पहले से चोद रखा था। दोस्तों कनिका बहुत खूबसूरत लड़की थी। उसका चेहरा गोल था और आँखे बड़ी बड़ी बड़ी थी। देखने में लग रहा था की वो वर्जिन होगी और बड़ी सीधी साधी लड़की होगी पर ऐसा नही था। वो एक नम्बर की अल्टर चुदी चुदाई माल थी।

मैं जल्दी जल्दी पेलने लगा। कनिका ने मुझे दोनों बाहों में भर लिया था। वो मुझे पागलों की तरह चूम रही थी। “आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा—अर्पित फक मी हार्डर!….कमाँन फक मी हार्डर!…फक माई पुसी!!” अर्पिता किसी अल्टर की तरह चिल्ला रही थी। मैंने दनादन उसे पेल रहा था। कुछ देर बाद तो उसकी चूत से बहुत सारा मक्खन निकला तो मेरे लौड़े पर लग गया था। अर्पिता की चूत में मेरा लंड जल्दी जल्दी सरक रहा था जैसे लोग बर्फ पर स्केटिंग करते है वैसा ही मेरा लंड उसकी रसीली चूत में स्केटिंग कर रहा था। मैं अपनी कमर हिला हिलाकर उसे बजा रहा था। कुछ देर में कनिका अपनी गांड और कमर हवा में उछालने लगी। उसे सेक्स का नशा चढ़ गया था। उसकी आँखे टंग गयी थी। मैंने उसके होठ को फिर से पीने लगा और उसे जल्दी जल्दी चोदने लगा। लगा की मैं कोई केक काट रहा हूँ। कनिका ने अपनी टाँगों को मेरी कमर पर कस दिया जैसे वो चाहती टी की मैं उसे जल्दी जल्दी पेलूँ।

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मैंने एक बार फिर से कस कसे धक्के मारने शुरू कर दिए। मेरा लंड तो अब और भी जादा मोटा हो गया था उसकी फुद्दी को चोदकर। कुछ देर बाद मैंने अपना माल उसकी चूत में ही निकाल दिया। मैंने कनिका के उपर लेट गया। हम दोनों के मुंह से शराब की महक आ रही थी। फिर भी हमे बिलकुल पता नही चल रहा था। मैंने उसे फिर से किस करने लगा।

“बेबी यू लव्ड इट [क्या तुम्हे मेरी ठुकाई पसंद आई]???” मैंने दीदी की सहेली कनिका से पूछा

“यस टू यू फक्ड मी रिअली हार्ड [आज तुमसे मुझे कसकर चोदा है]” कनिका बोली।

मुझे उस पर प्यार आ गया। मैंने उसे फिर से किस करने लगा। आज तो मेरी किस्मत ही चमक गयी थी। जो लड़की मुझे पहली नजर में पसंद आ थी आज उसे बजाने को भी मिल गया था। कुछ देर बाद कनिका मेरे उपर आ गयी। वो कुछ देर तक मेरा लंड चूसती रही। फिर मेरे लंड पर आकर बैठ गयी। उसने मेरे लंड को अपनी चूत में डाल लिया। मेरा लंड एक बार फिर से खड़ा हो गया था। धीरे धीरे कनिका मेरे लंड की सवारी करने लगी। वो सेक्स और चुदाई करने में बहुत एक्सपर्ट लड़की थी। कैसे क्या करना है उसे सब पता था। मैंने अपने हाथ उसके नंगे गोल मटोल पुट्ठों पर रख दिए और सहलाने लगा। मुझे मजा आ रहा था। कुछ देर में वो मेरे लंड की सवारी करने लगी और आगे पीछे उछालने लगी। उसे भी भरपूर मजा मिल रहा था।

धीरे धीरे हम दोनों सेक्स करने लगे। कनिका जल्दी जल्दी मेरे लंड पर डिस्को डांस करने लगी। इधर मैं भी नीचे से उसकी चूत में धक्के मारने लगा। हम दोनों के बदन जल रहे थे। हम दोनों सेक्स और वासना के भूखे थे। फिर मेरे लंड की ताल उसकी फुद्दी से मिल गयी और जल्दी जल्दी ठुकाई होने लगी। ऐसा लग रहा था की कनिका खेत में कोई भरी हल चला रही थी। वो ४५ मिनट तक मेरे लंड की सवारी करती रही। फिर उसका बदन ऐठने लगा। इधर मैंने भी कमजोर पड रहा था। फिर हम दोनों साथ में आउट हो गये। मेरे लंड ने माल की कई फुहारे उसकी चूत में छोड़ दी। दोस्तों अब वो मेरी गर्लफ्रेंड बन चुकी है। अब मैं उसकी गांड भी हर ३ दिन में १ बार जरुर मारता हूँ। कहानी आपको कैसे लगी, अपनी कमेंट्स नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर जरुर दे।
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2021-04-27 16:36:38 दीदी ने मेरे लिए चूत का इंतजाम किया और अपनी सहेली को चुदवाया
March 27, 2021 by Hindi Sex Story
हेल्लो दोस्तों, मैं अर्पित कुशवाहा आप सभी का नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करता हूँ।मैं पिछले कई सालों से नॉन वेज स्टोरी का नियमित पाठक रहा हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती तब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ता हूँ। आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रहा हूँ। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी। ये मेरी जिन्दगी की सच्ची घटना है।


मैं अपनी मानवी दीदी से बहुत खुला हुआ और फ्रैंक था। एक जमाने में मैं अपनी २५ साल उम्र वाली दीदी की चूत बजाया करता था तब मैं १५ साल का अबोध बालक था। मुझे समाज और दुनियादारी का जादा ज्ञान नही था। ये बात आज से १० साल पहले ही है। मैंने कार की पार्किंग में अपनी दीदी को नंगा कर उनकी मस्त चूत बजाई थी। उसके बाद मैं और दीदी पक्के दोस्त बन गये थे। कुछ सालो तक मैंने अपनी मानवी दीदी की चूत बजाई फिर कॉलेज में उनको एक लड़के से प्यार हो गया था। मेरी दीदी ने उससे शादी कर ली और अब वो मेरे जीजा जी बन गये थे। पर जीजा जी को कभी ये बात नही मालुम हुई की मैं दीदी को कई बार चोद चुका था। अब मेरे जीजा की मेरी दीदी की चूत मारते थे। एक दिन दीदी मेरे घर आई तो साथ में उनकी सांवली सलोनी दोस्तों कनिका भी आई थी। दीदी ने घर में एक छोटी सी पार्टी रखी थी। उनकी कुछ सहेलियाँ आई थी पर कनिका तो मुझे बहुत सेक्सी और हॉट लगी।


वो ६ फुट लम्बी थी, सांवली सेक्सी और छरहरे बदन वाली लड़की थी। कनिका ने एक लूस टॉप और शॉर्ट्स पहन रखे रखे थे। शॉर्ट्स में उसकी मस्त चिकनी जांघे दिख रही थी। मेरा दीदी की फ्रेंड कनिका को चोदने का मन कर रहा था। सारी फ्रेंड्स ड्रिंक्स एन्जॉय कर रही थी। मैं कनिका को पटाना चाहता था। इसलिए मैं भागकर दीदी के पास गया।


“दीदी अपनी फ्रेंड कनिका से प्लीस मेरी दोस्तों करवा दो!!!” मैंने गुजारिश करते हुए हुआ


“भाई….क्या बात है। तुम तो बहुत रोमांटिक हो रहे हो???” दीदी हसंकर बोली

“दीदी मुझे कनिका से प्यार हो गया है। प्लीस उससे मेरी दोस्ती करवा दो” मैं मिन्नते करने लगा। फिर मानवी दीदी ने अपनी खूबसूरत दोस्त कनिका से मेरी दोस्ती करवा दी। मैंने कनिका के लिए एक बड़ा स्कोच का पेग आइस क्यूब डालकर बना दिया। हम दोनों शराब पीने लगे। फिर हम साथ में डांस करने लगे। धीरे धीरे कनिका भी मुझे पसंद करने लगी और आई लव यू अर्पित!! आई लव यू अर्पित बोलने लगी। मैंने भी उसे आई लव यू बोल दिया। हम दोनों में अच्छी जम गयी और फिर हम तेज म्यूजिक के बीच एक दूसरे को किस करने लगे। धीरे धीरे हम दोनों को चढ़ गयी थी तभी कनिका मेरे कान में “अर्पित फक मी टू नाईट !! फक मी टू नाईट” बोलने लगी।

“तुम मजाक तो नही कर रही हो????” मैंने हैरान होकर पूछा


“नही, चलो मेरी कार में चलकर सेक्स करते है और मुझे अच्छे से चोदना” कनिका बोली


दोस्तों मुझे विश्वास नही हो रहा था की आज मेरी मन्नत इतनी जल्दी पूरी हो गयी थी। लगता था की मैंने तारा टूटते हुए ये विश मांगी थी। मैं कनिका को लेकर उसकी कार में आ गया। हम दोनों पीछे वाली सीट पर आ गये। कनिका ने ac ऑन कर दी कुछ ही देर में कार में बहुत ठंडा ठंडा लगने लगा। पहली नजर में ही मुझे कनिका मुझे बहुत हॉट माल लग गयी थी। और आज खुद ही उसने मुझे अपनी चूत आफर कर दी थी। हम दोनों ने एक दूसरे को पकड़ लिया और होठो पर किस करने लगे। हम दोनों को शराब चढ़ गयी थी। कनिका का रंग थोड़ा सांवला था पर उसकी फेस कटिंग बहुत अच्छी थी और बदन बहुत छरहरा था। मैंने उसे बाहों में भर लिया और उसके होठ पीने लगा। हम दोनों बहुत हॉट चुम्बन करने लगे।


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कनिका मेरा पूरा सहयोग कर रही थी। मेरे होठो को चूस रही थी। धीरे धीरे मेरे हाथ उसकी पीठ पर चले गये। मैं उसकी पीठ को सहलाने लगा। फिर मेरे हाथ नीचे की तरह उसकी कमर की ओर बढने लगे। मैंने उसकी कमर को हाथ में लेकर सहला रहा था। कनिका ने मेरे गले में अपने हाथ डाल दिए थे और हम दोनों एक दूसरे को चूम रहे थे। मैं उसकी गर्म गर्म सासों को पी रहा था। वो सच में चोदने पेलने लायक एक मस्त माल थी। आजतक मैंने कई लड़कियों चोदी थी पर उनमे कनिका सबसे खूबसूरत लड़की थी। मैं उसकी कमर को अपने हाथ से सहला रहा था। दोस्तों उसकी कमर इतनी पतली और सेक्सी थी की मेरे दोनों हाथ में आराम से आ जा रही थी। १५ दिन तक हम लोगो की फ्रेंच किस चलती रही। एक दूसरे के होठ हमने चूसे, फिर एक दुसरे की जीभ चूसते रहे।


मैं कनिका के बालों में अपनी हाथ घुमाने लगा। खुले काले लम्बे बालो में वो और भी हॉट लग रही थी। उसका फिगर ३६ ३४ ३० का था। उसके गोल गोल नशीले मम्मे मुझे उसके टॉप के उपर से बहुत आकर्षित कर रहे थे।
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2021-04-27 16:36:06 ओह्ह्ह्हह्ह फिर क्या मैं बिना देर किये मैं लेट गयी अपने पैरों को फैला दी। वो तुरंत ही लंड को पहले मेरी चूत पर रगड़ा और फिर जोर से घुसा दिया। पूरा लंड अंदर चला गया अब वो मेरी बूब्स को सहलाने लगे। मेरी होठ पर अपना होठ रखा मैं अपनी बाहों में भर ली और अब शुरू हुआ धक्के पर धक्का।


वो मुझे जोर जोर से धक्के देने लगा पूरा लंड अंदर होता बाहर जाता। मजा आने लगा। मैं उनके सीने को चूमने लगी वो मेरी चूचियों को दबाने लगे। और जोर जोर से धक्के देने लगे। हम दोनों ही कामुकता की हद को पार कर गए थे। जोर जोर से एक दूसरे की वासना को बुझाने की कोशिश कर रहे थे।


मस्त थे तभी मेरे ससुर जी आ गए। शायद वो पानी पिने निचे आये थे पर हम दोनों की कामुक आवाज को सुनकर मेरे कमरे में आ गए। और फिर क्या था। उन्होंने तुरंत ही अपनी धोती और कुर्ता उतार दिया। और कमरे के दरवाजा बंद कर दिया। तब तक हम भाभी और देवर दोनों ही अलग अलग हो गए थे।


अब उन्होंने मेरा दोनों पैर को अपने कंधे पर रखा और मोटा लंड था पर शुरू में थोड़ा ढीला पर दो तीन मिनट में ही उनका लंड मोटा और लम्बा हो गयी। अब वो जोर जोर से पेलने लगे। मैं ओह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्ह करने लगी। वो जोर जोर से मुझे चोदने लगे। देवर मेरा चुपचाप अपना लंड हाथ के लेकर खड़ा था।

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तभी ससुर जी बोले देखता क्या है ले तब तक चूची पीने का मजा। वो तुरंत ही मेरी चूचियों को दबाने लगे पीने लगा। मेरे होठ को चूसने लगे। ससुर चोदे जा रहे थे और मेरा देवर मेरी जिस्म को चूम रहा था चूस रहा था। करीब बीस मिनट तक ससुर जी ने ऐसे ही चोदा फिर वो ऊपर आ गए। और फिर वो निचे हो गए और मैं ऊपर हो गयी। अब मैं उनके लंड को अपनी चूत में ले ली।

अब मेरा देवर पीछे से मेरी गांड के तरफ से अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और ससुर ही निचे से डाल दिए। अब मेरी चूत में दो दो लंड था। मुझे काफी दर्द होने लगा पर वासना के आगे दर्द फीकी हो गयी और फिर से आआह आआह ाआअह ओह्ह्ह्हह्हह करके चुदवाने लगी।

इस तरह पूरी रात उन दोनों ने चोदा। आज मेरी चूत सूज गयी थी मैं चल नहीं पा रही हूँ। पर मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है और मैं खुश भी हूँ। आज क्या होगा रात में मुझे नहीं पता क्यों की ये कहानी दोपहर में खाना खाकर लिखी हूँ।

ये कहानी पढ़ने के बाद आप मेरी दूसरी कहानी जरूर पढ़ेंगे। मैं जल्द ही हॉट और सेक्सी हिंदी में सेक्स कहानियां लेकर आती रहूंगी। तब तक के लिए नॉनवेज स्टोरी के दोस्तों को मेरा नमस्कार।
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2021-04-27 16:36:05 ससुर जी ने और देवर ने मिलकर संतुष्ट किया कल रात
April 25, 2021 by Hindi Sex Story
sas damad sex story
Sasur Devar Bahu Bhabhi Sex Story : मेरा नाम रम्भा है और मैं आपको अपनी सेक्स कहानी सुनाने जा रही हूँ। ये मेरी पहली सेक्स कहानी है नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर। मैं इस वेबसाइट पर कई सारी सेक्स कहानियां पढ़ी हूँ। उसमे से सबसे ज्यादा हॉट और सेक्सी मुझे ससुर और देवर की कहानियां लगी थी। इस वजह से ही मैं कल अपने ससुर और देवर से चुद गयी। ये बात सच है जब आप किसी के बारे में सोचते हैं या किसी को चुदाई करने के लिए सोचते है तो वो आने वाले समय में पूरा हो जाता है आपका विश।


ऐसा ही मेरे साथ हुआ है मैं करीब एक साल से सोच रही थी की काश मुझे देवर और ससुर एक साथ चोदे जैसा की एडल्ट फिल्म में होता है मजा आ जाता। और मेरे ये सपना पूरा हो गया। अब मैं आपको अपनी कहानी सूना रही हूँ क्या कैसे हुआ ये सब।


मेरी शादी को हुए करीब 4 साल हो गया। पर मेरा पति मुझे अभी तक गर्भवती नहीं कर पाया। करे भी तो कैसे जब उसने एक और चुड़क्कड़ लड़की को पाल रखा है अपने ज़िंदगी में तो सारा वीर्य वो वही डाल कर आता है और मुझे गरम कर के छोड़ देता है। एक मर्द दो औरतों को कभी खुश नहीं कर सकता है चुदाई में। भले एक औरत एक दिन में कितने भी मर्द को संतुष्ट और तृप्त कर सकती है।


मेरा पति एक हॉस्पिटल में काम करता है। वो लैब तकनीशियन है। आजकल कोरोना के चलते वो ज्यादातर हॉस्पिटल में ही रहता है। घर नहीं के बराबर आता है। वही एक नर्स है काम्या उसी के प्यार में पागल है और रात में उसी के साथ सोता है और चुदाई करता है। तो वो घर क्यों आएगा. काम्या मेरे से ज्यादा हॉट और सेक्सी यही मैं तो गाँव की औरत हूँ। भले मेरा जिस्म हॉट और टाइट है पर काम्या आजकल की लड़की की तरह हॉट बन कर रहती है और मैं घरेलु महिला की तरह।


तो आपको भी पता है आजकल चुदाई के लिए हॉट और सेक्सी चाहिए और घर में बीवी बनाने के लिए घरेलु महिला। पर जब घरेलु महिला चुदाई में खुश नहीं रह पाती है तब वो मुँह तो मारेगी ही। और उसका सबसे सही ठिकाना होता है घर के ही मर्द यानी की अपने खुद के रिश्तेदार।

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अब मैं सीधे अपनी चुदाई की कहानी पर आती हूँ अब आपको सब कुछ पता ही चल गया है। एक दिन की बात है मैं रात में नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर सेक्सी कहानियां पढ़ रही थी। कहानी बहुत ही कामुक होने की वजह से धीरे दिए मैं एक एक कपडे उतारने लगी। मैं पहले ब्लाउज खोली फिर ब्रा उतारी फिर मैं अपनी साडी फिर पेटीकोट और फिर पेंटी। मैं नंगी हो गयी थी।

कमरे में एक हलकी लाइट जला रखी थी। ससुर जी और सास छत पर सोये थे और मेरा देवर अपनी दोस्तों के पास गया हुआ था तो मेन दरवाजा खुला ही छोड़ दी थी घर का। ताकि जब मुझे नींद भी आ जाये तो वो घर आ जाये। अब मैं कहानियां पढ़ते पढ़ते मुझसे रहा नहीं गया। मैं अपना बाल खोल दी और अपने होठ को अपनी दाँतों से दबा कर मैं खुद ही अपनी चूचियां दबाने लगी। मैं आह आह करने लगी। मैं खुद ही अपनी चुत को सहलाने लगी. जब मेरी चूत गीली हो गयी तो मैं अब उसने ऊँगली डालने लगी। सफ़ेद सफ़ेद क्रीम मेरी चूत से निकलने लगी।


अब मैं गांड गोल गोल घुमा कर अपनी चूत में ऊँगली करने लगी। मुझे बहुत ही अच्छा लगने लगा था मैं कामुक हो गयी थी मेरी सेक्स की इच्छा तीव्र होने लगी। मैं आँखे बंद कर अपने जिस्म को टटोलने लगी। तभी मेरी चूचियों पर किस ने हाथ रखा मैं देखि तो देवर जी सामने खड़े थे। वो मुझे वहशी निगाहों से घूरने लगे। मैं जैसे ही कपडे अपने तन पर रखने की कोशिश की उन्होंने रोक दिया मुझे।


उसके बाद वो मेरी जिस्म को निहारने लगे। फिर मेरी चूचियों को हौले हौले से सहलाकर मेरी होठ को छूने लगा। मैं उनका हाथ पकड़ ली और सीधे अपनी चूत पर ले गयी। चूत गीली थी मैं टाँगे फैला दी। नशीली आँखों से उनको निहारी वो तुरंत ऊपर चढ़ गए।


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मैं बाहों में भर ली। वो मुझे चूमने लगे, मैं भी उनके होठ को चूसने लगी। धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे के जिस्म को टटोलने लगे। वो कभी मेरी गांड में ऊँगली करते तो कभी मेरी बगल यानी कांख को चाटते। मेरी चूचियों को दबाते तो कभी मेरी निप्पल को चूसते। मैं उनके लंड को हाथ में ले ली बहुत मोटा और लम्बा लंड था उनका मैं उनको निचे की और मैं खुद ऊपर हो गयी और उनके लंड को मुँह में ले ली।


अब हम दोनों ही 69 पोजीशन में आ गए वो मेरी चूत और गांड को चाटने लगे। मैं उनके लंड को आंड को और गांड को चाटने लगी। ओह्ह्ह्ह क्या बताऊँ दोस्तों कमरे में चूसने और चाटने की आवाज गुज रही थी। ऐसा लग रहा था की हम हों की अचार चाट रहे हों।
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2021-04-27 16:36:03 Antarvasna(अन्तर्वासना) :चुदाई कहानियाँ pinned Deleted message
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